इस तरह शुरुआत हुई मेरी सेक्स लाइफ की

इस तरह शुरुआत हुई मेरी सेक्स लाइफ की

सबसे पहले अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार!

हिन्दी सेक्स स्टोरी की बेहतरीन साइट अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है, मैं इस साईट का बहुत बड़ा फैन हूँ। मैंने इसकी लगभग सारी कहानियाँ पढ़ी हुई हैं और ज्यादातर कहानियों को पढ़ कर मैंने मुट्ठ भी मारी है।

मेरा नाम अलफ़ाज़ खान है, मैं राजस्थान के जोधपुर जिले में रहता हूँ, मेरी उम्र 22 साल है और मेरी हाइट 6 फ़ीट है।
मेरी बॉडी सलमान खान जैसी है, मैं दिखने में स्मार्ट हूँ और मेरा लण्ड काफी लम्बा और मोटा है।

एक बार मैं अपने दोस्त की शादी में गया था.. वहाँ बहुत सारी लड़कियाँ थीं। उनमें से एक लड़की बार-बार मुझे ही देख रही थी। मैंने यह बात बहुत बार नोटिस की थी।
उस टाइम मैं लड़कियों से बात करने में बहुत शर्माता था।

मैं बहुत देर तक सोचने के बाद उस लड़की को अकेला देख कर उसके पास गया और उससे उसका नाम पूछा, तो उसने अपना नाम कौसर खान बताया।

वो लड़की बहुत ही गोरी थी, पर उसके मम्मे छोटे-छोटे थे।
उसकी हाइट 5.7 इंच थी और उसकी बॉडी भी बिल्कुल स्लिम थी जिसमें वो बहुत ही मस्त लग रही थी।

मैंने उससे पूछा- आप मुझे बहुत देर से देख रही हो?
तो वो हँसने लगी और कहा- आप भी तो मुझे देख रहे थे।

फिर मैंने डायरेक्ट उससे दोस्ती करने का कहा और अपना नंबर देकर वापस चला आया।

दूसरे दिन रात में उसका कॉल आया, तो हमने बहुत देर तक बात की और एक-दूसरे से अपनी बातें शेयर करने लगे।

मैंने उसकी खूबसूरती की भी बहुत तारीफ की और इस तरह हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए।
लगभग 4 महीने तक हम रोज़ फोन पर बात करते रहे।

एक दिन मैंने उसे मिलने बुलाया और हम एक गार्डन में मिले।
उधर अच्छा मौका देख कर मैंने उसे ‘आई लव यू’ बोल दिया।

कुछ देर तो वो कुछ नहीं बोली, फिर अचानक ही मेरे सीने से लग गई और मेरे गाल पर चुम्बन किया।
फिर उसने मेरे सीने में अपना सर छुपाते हुए मुझसे ‘आई लव यू टू..’ कहा।

मैं बहुत खुश हो गया था, मैंने उसे अपनी बांहों में भर लिया।

इसके बाद तो हम दोनों अक्सर मिलने लगे।
वो जब भी मिलती.. मैं उसे किस करता था.. उसके मम्मों को दबाता था।
यह सिलसिला तीन महीने तक चला।

मैं जब भी उसे सेक्स का बोलता.. वो इंकार कर देती।

फिर किसी बात को लेकर एक दिन हमारी बहुत ज़ोरदार लड़ाई हुई और मैंने उससे 5 दिन तक बात नहीं की।

अगले दिन वो मुझसे मिलने आई, वो रोने लगी और उसने मुझे ‘सॉरी’ कहा।
उसके आँसू मुझसे सहन नहीं हुए और मैंने उसे गले लगा लिया।

अगले दिन उसके घर वाले किसी शादी में शहर से बाहर गए थे, उसने मुझे मिलने को घर बुलाया।

मैंने सोचा कि आज तो ये पक्का चुदेगी ही।
पहले सोचा कि कंडोम ले लेता हूँ.. पर मुझे कंडोम से चुदाई अच्छी नहीं लगती है इसलिए मैंने कंडोम नहीं लिया और उसके घर चला गया।

उसने दरवाज़ा खोला, उसने उस दिन काले रंग का सूट पहना हुआ था और वो उसमें बहुत सेक्सी माल लग रही थी।

मैं अन्दर गया.. उसने मुझे चाय पिलाई और मेरे से सटकर बैठ गई.. हम दोनों बात करने लगे।

फिर मैंने उसे किस करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे अपने हाथ उसके मम्मों तक ले गया।
पहले हल्का सहलाने के बाद मैं थोड़ा ज़ोर से मसलने लगा।

तो वो बोली- जनाब के इरादे नेक नहीं लग रहे हैं।
मैंने कहा- जान.. आज तो तुमने मुझे पागल कर दिया।

मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और किस करना शुरू कर दिया।

मैंने कुछ मिनट तक किस किया और यूं समझिए कि मैंने उसे चुम्बन में ही पूरा गर्म कर दिया।

वो मचल उठी तो मैंने उसे अपनी बाँहों में उठाया और उसके रूम में ले गया। उधर बिस्तर पर उसके ऊपर आकर उसे और किस करने लगा।
हम दोनों की जुबान एक-दूसरे के मुँह में थी।
मेरे हाथों ने भी हरकत शुरू कर दी और मैं उसके मम्मों दबाने लगा।

अचानक मैंने उसे अपने ऊपर ले लिया और उसके सूट में हाथ डालकर अन्दर से ही उसकी ब्रा का हुक खोल दिया। अब मैं उसकी नंगी पीठ पर हाथ फेरने लगा और साथ ही उसके होंठों पर और कान की लौ पर किस करे जा रहा था।

वो भी गर्म होने लगी। धीरे-धीरे मैंने उसकी कुर्ती उतार दी और कुछ पलों के बाद उसकी सलवार भी उतार दी।
अब वो सिर्फ पैंटी में रह गई थी।

मैं उसके पूरे बदन पर चूमा चाटी करने लगा।
उसके मुँह से कामवासना में डूबी हुई आवाजें आने लगीं ‘आआह्ह्ह्ह्ह्..’

मैं उसको चूमता ही गया और धीरे-घीरे उसकी पैंटी को भी उसके बदन से अलग कर दिया, मेरा हाथ उसकी चूत पर पहुँच गया।
उसकी एकदम छोटी सी गुलाबी रंगत लिए हुई चूत थी और चूत पर एक बाल भी नहीं था।

जैसे ही मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी.. वो पागल हो गई, वो ‘आआह्ह्ह्ह्ह्.. ओह्हह्ह..’ करने लगी और उसने मेरा सर अपनी चूत पर दबा दिया।
वो बहुत आवाज़ कर रही थी।

उसने कहा- जानू मैं पागल हो जाऊँगी और ज़ोर से करो.. खा जाओ मेरी चूत को..

वो और ज़ोर से ‘आह्ह्ह..’ करने लगी और दो मिनट में ही उसकी चूत से पानी निकलने लगा।

मैंने अपने कपड़े उतारे और उसे अपना लण्ड चूसने को कहा.. तो उसने इंकार कर दिया, पर 2 मिनट में ही उसने मेरा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी।

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।

उसने 3-4 मिनट ही लण्ड चूसा कि मैं झड़ने को हो गया। मैंने उसे रोक लिया और बिस्तर पर सीधा लिटा दिया।

उसने कहा- आज मेरा पहली बार है आराम से करना।

मैंने उधर रखा हुआ तेल उठाया और उसकी चूत पर बहुत सारा तेल लगा दिया। अब मैं तेल से उसकी चूत की मालिश करने लगा।

कुछ देर में उसने गर्म होते हुए कहा- अब सहन नहीं होता.. कुछ करो।
तो मैंने कहा- क्या करूँ..
वो मस्ती में बोली- अपना लण्ड मेरी चूत में डालो।

मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रखा और हल्के से धक्का लगाने लगा.. पर बार-बार लण्ड फिसल रहा था।

उसने अपने हाथ से मेरा लण्ड पकड़ कर अपनी चूत पर सैट किया और धक्का लगाने को कहा।
मैंने जैसे ही धक्का लगाया.. तो लण्ड थोड़ा सा अन्दर चला गया।

इतने में ही उसके मुँह से ज़ोर की कराह निकली ‘आह्ह्ह्ह्ह्.. मम्मी.. मैं मरिरी.. ऊओहूहो.. जल्दी बाहर निकालो..’

मैं उसके ऊपर जाकर उसे किस करने लगा।

दो मिनट बाद जैसे ही वो शांत हुई मैंने उसके कंधे को पकड़ कर एक ही झटके में पूरा लण्ड अन्दर कर दिया।

इस बार वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई- उईईउइउईऊ माँ मर गई..’

मेरा लण्ड उसकी चूत को चीरता हुआ पूरा अन्दर चला गया।
उसकी चूत से खून आने लगा और मेरा लण्ड भी दर्द करने लगा।
उसकी चूत बहुत कसी हुई थी।

फिर जब वो नार्मल हुई तो मैंने धक्के मारने शुरू किए।
वो अब भी दर्द से भरी आवाज निकाल कर रही थी ‘जान ओह.. ओह.. आह..’

कुछ ही देर में उसका दर्द मजा में तब्दील हो गया ‘आह्ह.. जानू बहुत मज़ा आ रहा है.. और ज़ोर से करो..’
अब मैं भी ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगा, चुदाई की कामुक आवाजें लगातार गूंज रही थीं।

फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में किया और उसके पीछे से झटके मारने लगा।
मैंने एक हाथ से उसके बाल पकड़ लिए और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा।

मैं पहले नहीं झड़ा था.. इसलिए मैंने उसकी चूत में ही पानी छोड़ दिया। उसका भी पानी निकल गया था।
थोड़ी देर यूं ही पड़े रहने के बाद जब उसने उठ कर बिस्तर पर खून देखा तो डर गई।
फिर मैंने उसे बताया- जान पहली बार में खून निकलता ही है।

मैंने उसे अपनी बाँहों में ले लिया और उसे किस करने लगा।
मैं उसे उठाकर टॉयलेट में ले गया और चूत साफ करने लगा।

उसने पेशाब किया और कहा- जलन हो रही है।

तो हम दोनों ने साथ में स्नान किया और कमरे में आ गए।
उसने चादर धोई.. जिस पर खून लगा था, फिर उसी दिन मैंने उसे एक बार और चोदा था।

अगले दिन मैंने उसे गर्भ निरोधक गोली दी और कुछ दर्द निवारक गोली दी।

उसके बाद तो हमारा चुदाई का सिलसिला दो साल तक नहीं रुका। हम हर महीने में 5-6 बार सेक्स कर लेते थे।

मैंने उसकी गांड भी मारी.. उस दिन वो बहुत रोई, उसकी गांड पूरी फट गई थी।

वो कहानी मैं आपको आपके ईमेल मिलने के बाद बताऊँगा।

अब उसकी शादी होने वाली है.. इसलिए मैं उससे कम ही मिलता हूँ ताकि उसकी शादी में और शादी के बाद कभी कोई प्रॉब्लम नहीं हो।

पर हम आज भी एक-दूसरे के रिलेशन में हैं और बात भी करते हैं।

शादी के बाद भी वो मुझसे चुदवाए, ऐसी आप लोग दुआ करें।

मेरी यह कहानी 100% सच है.. इसमें बिल्कुल भी मसाला नहीं है। आप मेरा हौसला बढ़ाएं ताकि मैं आपको और भी कहानियाँ लिखता रहूँ।

मेरी फेसबुक और ईमेल आईडी हैं।
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