एक रात सासू माँ के साथ

एक रात सासू माँ के साथ

दोस्तो, मेरा नाम आरव (बदला हुआ नाम) है, मैं राजस्थान से हूँ. मेरी यह कहानी कोई बनाई हुई नहीं बल्कि सच्ची घटना है जिसने मेरी लाइफ को बदल कर रख दिया.

मेरी यह कहानी मेरे और मेरी सास की है जिनका नाम रोज़ी (बदला हुआ नाम) है. उनको मैं शुरूआत से ही मतलब अपनी शादी के बाद से ही पसंद करता हूँ क्योंकि वो मेच्यूर फिगर की औरत हैं और मुझे मेच्यूर उमर वाली औरतें बहुत पसंद हैं. मैं अक्सर मेरी ससुराल की फॅमिली की औरतों के बारे में सोचकर मुठ मारा करता हूँ क्योंकि सभी औरतें मोटी मेच्यूर और टाइट फिगर की हैं और उन सभी औरतों को मैंने किसी ना किसी बहाने नंगी देखा हुआ है और देखते देखते मुठ मारी हुई है लेकिन कभी किसी को भी चोद नहीं पाया.

लेकिन मेरी किस्मत में मेरे द्वारा मेरी सासू की चुदाई लिखी हुई थी तो उसके बारे में ही मैं आपको बताने जा रहा हूँ.

यह बात तीन महीने पहले की है जब मुझे मेरी सास के घर रात रहने के लिए जाना पड़ा क्योंकि मेरे ससुर नहीं हैं, सिर्फ़ मेरी सास और मेरा साला ही है.

एक दिन मेरे साले साहब को कंपनी की किसी मीटिंग के लिए आउट ऑफ स्टेशन जाना पड़ा तो मेरी सास का फ़ोन आया कि तुम दोनों यानि मैं और मेरी वाइफ उनके घर रुकें जब तक वो वापिस नहीं आ जाता.
मेरी वाइफ गर्भवती होने के कारण नहीं जा सकी लेकिन उसने मुझे कहा- मम्मी घर पर अकेली होंगी तो आप जाओ!
तो मैं वहाँ चला गया.

पहली रात को तो इतना कुछ नहीं हुआ, बस मैंने उनको बाथरूम में नहाते हुए देख लिया था. उनका फिगर 36 34 40 है, मेच्यूर हैं काफ़ी…
लेकिन दूसरी रात को उन्होंने मुझसे बात की कि मैंने उनको ऐसे क्यों देखा और उन्होंने खूब डांटा मुझे.
लेकिन मैंने उन्हें बताया कि उनकी बेटी के गर्भवती होने के कारण मैं काफ़ी टाइम से सेक्स रिलेशन नहीं बना पाया हूँ तो काफ़ी दिक्कत है.
फिर मैंने उनसे सॉरी माँगी और हम लाइट बंद करके सो गये.

रात को लेट नाइट अचानक मैंने महसूस किया कि मुझे कोई टच कर रहा है लेकिन मैंने कुछ प्रतिक्रिया नहीं की. तब थोड़ी ही देर बाद मैंने महसूस किया कि मेरी सास का हाथ मेरे लंड पे था, तब मैंने एकदम से उनका हाथ पकड़ लिया और कहा- मम्मी जी, ये क्या कर रही हो अब आप? फिर मैं कुछ करूँगा तो आप डाँट दोगी मुझे?
तो उन्होंने कहा- मैं ये सब अपनी बेटी की लाइफ के लिए ही कर रही हूँ ताकि तुम कोई और ग़लत कदम ना उठाओ सेक्स के लिए… और मैं भी तुम्हारी बात सुन कर कंट्रोल नहीं कर पा रही हूँ.

तो मैंने उनको गले लगा लिया.
तब उन्होंने मुझसे कहा- आरव जी, मैं आज अपना सब कुछ तुम्हें दे रही हूँ, इसके बदले में मुझे एक चीज़ दे देना.
मैंने पूछा- क्या?
तो बोली- कभी किसी और लड़की या औरत के साथ रिलेशन मत बनाना.
तो मैंने हाँ कह दिया.

फिर मैंने उन्हें कहा- आप दिल से करो तो ही करना… नहीं तो मुझे कोई शौक नहीं है.
तो वो कहने लगी- दिल से कर रही हूँ तभी तो पहल मैंने की है.
मैंने कहा- फिर कपड़े उतारने में भी पहल करो मम्मी जी!

इतना सुनते ही मेरी सासू माँ हंसने लगी और बेड से उठ कर लाइट जगा दी रूम की और अपने कपड़े उतारना शुरू किया. उन्होंने ब्रा पेंटी कुछ नहीं डाल रखा था नीचे तो जल्दी से नाइट वाला जम्पर और सलवार उतार दी.
दोस्तो, मेच्यूर लेडी अगर तुम्हारे सामने नंगी हो तो कैसे लगती है, ये तुम्हें बताने की ज़रूरत नहीं है वैसे!

फिर सासू माँ मेरे पास आकर मुझे किस करने लगी तो मैंने कहा- मम्मी, मेरे कपड़े उतारो!
उन्होंने वैसा ही किया और मेरी निकर उतार दी. फिर मैंने अपना लंड उनके हाथ में दिया और उनको कहा- इसे चूसो!
लेकिन उन्होंने मना कर दिया. मैंने जब ज़ोर डाला तो वो 69 पोज़िशन में आने के लिए कहने लगी.

फिर हमने इसी पोज़िशन में आकर सकिंग की, ओरल सेक्स किया और फिर मैंने उनको सीधा लेटा कर बूब्स चाटने शुरू किए.

तब तक उनकी चूत गीली हो चुकी थी और वो लंड लेने क लिए तड़प रही थी. मैंने अपना 7 इंच का लंड मम्मी जी की चूत में डाला तो वो कहने लगी- ये फीलिंग तो मैं भूल ही चुकी थी. थैंक्स मुझे फिर से वैसा एहसास दिलाने के लिए!
इतना कहते ही मेरी स्पीड और बढ़ा दी मैंने और लगातार 10 मिनट तक चोदता रहा मम्मी जी को.

फिर उन्होंने मुझे कहा कि उनका पानी निकालने वाला है लेकिन मैंने कहा- मुझे अभी टाइम लगेगा!
तो वो कहने लगी- तुम एक बार मेरा होने दो, हम कुछ देर बाद फिर से अलग तरह से कर लेंगे.
तो मैं मान गया और उन्होंने अपना पानी निकाल दिया.

फिर थोड़ी देर तक हम वैसे ही लेटे रहे क्योंकि उनका पानी निकल चुका था.

मैंने उनको पूछा- अब क्या मूड है?
तो वो बोली- आरव जी, आपका तो हुआ ही नहीं अभी! तो वो करना ज़रूरी है.
मैंने कहा- फिर बताओ मम्मी जी, किस तरह से अलग करें यह सेक्स कि हमेशा याद रहे.

हम दोनों इस बारे में सोच ही रहे थे कि इतने में उन्होंने कहा- मैं नहाने जा रही हूँ, तुम वहाँ आ जाना, हो सके तो वहीं कर लेंगे, नहीं तो बेडरूम में आकर कर लेंगे.
तो मैंने कहा- ठीक है!
मम्मी जी नंगी ही नहाने चली गयी.

थोड़ी ही देर बाद मैं बाथरूम के दरवाजे के पास जा कर खड़ा हो गया तो मैंने देखा कि वो अपनी चूत को साबुन लगा कर धो रही थी. मैं अंदर चला गया और उनका एक पैर को बाथरूम में बनी सेल्फ़ के ऊपर रख दिया और नीचे बैठ कर उनकी साबुन वाली चूत को धो कर चाटने लगा और अपनी पूरी जीभ उसमें डाल दी.
उनका चेहरा लाल हो गया था और आँखें बंद थी. 3-4 मिनट चाटने के बाद मैं उठा और उसी पोज़िशन में ही अपना लंड सामने से ही मम्मी की चूत में डाल दिया और हल्का हल्का शावर भी चला दिया.

वो फीलिंग इतनी ग़ज़ब की थी कि 10 मिनट में ही मेरा पानी निकल गया.

फिर मैंने अपना लंड जल्दी से बाहर निकाला और उनको चूसने करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने वीर्य और चूत रस से सना लंड चाटने से मना कर दिया. मैंने भी उन्हें फोर्स नहीं किया और फिर हमने एक दूसरे की बॉडी को साफ किया तौलिये से और बेडरूम में आ गये, लेट गये.

रात के 3:30 बज चुके थे लेकिन ना तो उन्हे नींद आ रही थी और ना ही मुझे.
उन्होंने कहा- अब क्या विचार है?
मैंने कहा- आज की रात एक बार और करेंगे कुछ अलग तरीके से… फिर सो जाएँगे.
तो वो कहने लगी- ठीक है, लास्ट टाइम लेकिन इस बार आइडिया आपका होगा!
मैंने कहा- ठीक है.

फिर हम आइडिया सोचने लगे और मेरा आइडिया यह था कि मैंने उनको कहा- आप लेट जाओ!
और मैं किचन में जाकर फ़्रिज़ से आइस क्रीम ले आया और उनको लेटा कर आइस क्रीम उनके बूब्ज पे और चूत पे रख दी, वो इतनी ठंडी थी कि उनको पता नहीं क्या होने लगा कि वो बेड की चादर को अपने हाथों से नोचने लगी.

फिर उनके बॉडी की आइस क्रीम को मैं चाटने लगा, पहले बूब्स पे लगी आइस क्रीम को चाट गया और फिर चूत के अंदर अपनी जीभ पे आइस क्रीम रखकर जीभ चूत के अंदर डाल दी. इससे हुआ ये कि वो फटाफट उठी और आइस क्रीम को अपनी चूत से हटा दिया और साइड में रखी हुई दूसरी आइस क्रीम को उठा कर मेरे लंड पे लगा कर ज़ोर ज़ोर से लंड को चाटने लगी.

मुझे इतना जोश आ गया था कि मैंने उनका फेस अपने हाथों से पकड़ लिया और लंड को उनके मुंह में ही दबाए रखा और जब लंड को पूरा उनके मुंह में डाल दिया. फिर मैंने उनको उल्टा होने के लिए कहा और वो अपनी मोटे मोटे चूतड़ दिखा कर उल्टा हो गयी. और मैंने उनकी चूतड़ में लंड डाल कर ज़ोर ज़ोर से धक्का देने शुरू कर दिए, वो अपनी चूतड़ उठा उठा कर चुदने लगी.

और 5-6 मिनट तक धक्के मारने के बाद मैंने कहा- मम्मी, मेरा लंड पानी छोड़ने वाला है तो पानी का क्या करूँ? क्या पानी आपकी गांड की मोरी में डाल दूं?
तो मम्मी जी कहती- आरव जी, तुम्हें जो करना है, करो… मैं अब तुम्हारे वश में हूँ, अपने नहीं!
तो मैंने वैसे ही किया और अपना सारा पानी उनकी चूतड़ की मोरी में डाल दिया.

और फिर हम दोनो शांत हो कर बात करने लगे. हमारी फॅमिली के बारे में कि किसका फिगर कैसा है और मुझे किसका क्या क्या पसंद है, इस बारे में सब पूछने लगी.
मैंने भी उनकी चुदाई के बारे में सब कुछ पूछा.

तो इस तरह फर्स्ट टाइम हम दोनों सास दामाद ने सेक्स किया और एक दूसरे के क्लोज़ आए.

जब सुबह हुई तो मैंने देखा सासू मां अपने काम करने में बिज़ी थी और सुबह सुबह मेरा लंड भी सख़्त हुआ पड़ा था. मैं उठकर बाथरूम गया ओर दरवाज़े को बिना बंद किए पेशाब करने लगा.
पेशाब की आवाज़ सुनकर मम्मी जी दरवाज़े पे आ गयी और मुझे मूतते हुए देखने लगी.

मैंने भी अपने लंड को हिलाकर वापिस निक्कर में डाला और उनकी तरफ चला गया, उनको गले लगा लिया और उनका एक हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया. तो वो मेरे लंड को ऊपर से रब करने लगी और कहती- अभी भी शांत नहीं हुए हो बेटा?
तो मैंने कहा- आपके जैसा फिगर लंड को शांत कहाँ होने देता है मम्मी जी?

वो मुस्कुराने लगी, कहने लगी- अब तो कुछ नहीं हो सकता क्योंकि अभी काम वाली आ जाएगी और दस बजे आपको ऑफिस भी जाना है और शाम तक तो आपका साला भी आ जाएगा! रात यहाँ रुक भी जाओगे तो भी कुछ नहीं हो पाएगा.
मैंने कहा- मम्मी जी, एक ट्रिप तो मारने ही दो क्योंकि फिर पता नहीं कब टाइम मिलेगा. आपको भी स्कूल जाना होता है.
क्योंकि वो भी सरकारी टीचर हैं.

तो कहने लगी- कैसे पासिबल होगा?
मैंने कहा- अभी काम वाली को आने में टाइम है… तब तक?
तो बोली- ठीक है लेकिन थोड़ा जल्दी करना!

मैं मम्मी को पकड़ कर दूसरे कमरे में ले गया, उनकी सलवार उतरवा दी और उनकी चूत चाटने लगा. जब मम्मी की चूत पूरी तरह गीली हो गयी तो अपना टाइट लंड उनकी चूत में डाल दिया
लंड चूत में जाते ही वो आँखें बंद करके सेक्स का मज़ा लेने लगी.

इतनी ही देर में ही घर की घंटी बजी और वो एकदम से उठ गयी और कहती- काम वाली आ गयी!
मैंने कहा- अब?
तो कहने लगी- अब गेट खोलना ज़रूरी है, ना कि अभी सेक्स करना!
मैंने कहा- ठीक है!

और हम दोनों सास जवाँई अलग हो गये और वो जाकर गेट खोलने लगी.

तभी काम वाली अंदर आ गयी.

जब काम वाली अंदर के कमरे में सफाई कर रही थी तो मैं किचन में अपनी सास के पास गया और कहा- चलो सेक्स नहीं कर सके लेकिन आपको मेरा पानी तो निकालना होगा क्योंकि मेरे भी जाने का टाइम हो रहा है.

तो मम्मी कहती- कैसे?
मैंने कहा- काम वाली को कहो कि ऊपर छत पर जो कमरा है उसमें सफाई कर के आए!
तो सासू माँ ने उसे ऊपर भेज दिया और उसके ऊपर जाते ही मैंने अपना लंड सासू माँ को नीचे बिठा कर मुंह में दे दिया और वो चाटने लगी और दस मिनट में मेरा पानी निकल गया.

अब मैं बाथरूम में नहाने चला गया.

तो दोस्तो, इसके बाद भी मेरे पास बहुत सी बातें हैं जो मैं आपको इस कहानी पर आपके विचार जानने के बाद बता दूँगा.
आप मुझे अपने विचार [email protected] पर भेज सकते हैं.

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