मामा ने गाण्ड मार कर मुझे गांडू बनाया

मामा ने गाण्ड मार कर मुझे गांडू बनाया

मेरा नाम राहुल है। मेरी उम्र 26 साल.. व हाइट 5’10” है। मैं गोरा और स्मार्ट दिखता हूँ।

ये बात 6 साल पहले की है। मैं अपनी नानी के यहाँ एक फंक्शन में गया था। वहाँ मुझे सर्वेश मामा मिले.. वो हमारी ही गली में रहते थे और मैं उन्हें मामा कहता था।
मामा की उम्र तब 26-27 साल थी। उनका रंग सांवला.. क़द लंबा और शरीर तगड़ा था, मामा काफ़ी खुशमिजाज थे।

मामा मेरे गोरे होने की वजह से मुझे चिकना कह कर चिढ़ाते थे और मेरे गाल खींचते थे। क्योंकि मामा मुझे बचपन से ऐसे ही परेशान करते थे.. तो मैं उनकी इस बात का बुरा नहीं मानता था।

कार्यक्रम वाले दिन मामा स्टोर रूम में आए। मैं वहाँ कपड़े बदल रहा था और सिर्फ़ तौलिया लपेटे हुए था। मामा को देख कर मैंने पूछा- मामा कुछ चाहिए था?

मामा मुस्कुराए और आँख दबा कर बोले- चाहिए तो बहुत कुछ.. पर अभी सिर्फ़ लड्डू का थाल दे दो.. दीदी ने मँगवाया है।
लड्डू लेकर मामा मुस्कुराते हुए चले गए।

रात होने पर मेहमान ज़्यादा होने की वजह से मुझे सोने की जगह नहीं मिल रही थी.. तो मामा ने कहा- तुम मेरे घर चल कर सो जाओ।
मामा अकेले ही रहते थे.. तो मैं वहीं चला गया।

गर्मी बहुत थी और लाइट भी चली गई। इसलिए मैं और मामा दोनों आँगन में ही लेट गए।

मामा ने नहा कर लुंगी पहन ली और ऊपर कुछ नहीं पहना। उन्होंने मुझसे भी कहा- तू भी नहा ले।

मैंने भी नहा कर शॉर्ट्स पहन लिया।

मुझे रात को सिर्फ़ शॉर्ट्स पहन कर सोने की आदत थी.. इसलिए मैंने शॉर्ट्स पहनने से पहले मामा से पूछा- क्या मैं सिर्फ़ शॉर्ट्स में सो सकता हूँ?
मामा ने कहा- यहाँ कौन सा कोई लड़की है.. जैसे चाहो सो जाओ.. मैंने भी तो सिर्फ़ लुंगी पहनी है.. और डरो मत मैं तुम्हारी इज़्ज़त नहीं लूटूंगा।

इतना कहकर मामा हँसने लगे।

चाँदनी रात थी और मुझे देर तक जागने की आदत थी.. इसलिए हम आँगन में बैठ कर बात करने लगे। बात करते-करते हम दोनों मज़ाक करने लगे। तभी मामा ने मुझे गुदगुदाना चालू कर दिया और मैं बिस्तर पर गिर गया, मामा मेरे ऊपर हो गए थे।

हम दोनों ऊपर से बिना कपड़ों के थे और एक-दूसरे से लिपटे हुए थे। हमारी आँखें टकराईं और हम अलग हो गए। फिर हम सीधे होकर बैठ गए।

बातें धीरे-धीरे सेक्स तक पहुँचीं.. तो मैंने पूछा- मामा गाँव में तो जल्दी शादी हो जाती है.. पर आपने अब तक शादी नहीं की.. आपका सेक्स का मन होता होगा.. तो आप क्या करते हो?

मामा मुस्कुराते हुए बोले- मेरी जान सेक्स लिए शादी या लड़की ज़रूरी नहीं..
मैं कुछ समझा नहीं.. तो मैंने पूछा- क्या मतलब?
मामा बोले- यार मेरा टेस्ट कुछ अलग है.. मुझे लड़के पसंद हैं..

मैंने ‘गे’ सेक्स के बारे में सुना तो था.. पर कुछ जानता नहीं था इसलिए मैंने पूछा- मामा लड़कों के साथ आपको क्या मज़ा आता होगा?
मामा ने मेरी आँखों में देखा और बोले- बताऊँ?
मैंने कहा- हाँ ज़रूर..

इतना सुनते ही मामा ने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए। मामा के गरम होंठों से मिलते ही मेरी आँखें अपने आप बंद हो गईं। मामा ने धीरे से मेरे मुँह में अपनी जीभ डालने की कोशिश की.. तो मैंने मुँह खोल कर उनकी जीभ को रास्ता दे दिया और हमारी जीभ आपस में टकराने लगीं।

मुझे एक अलग ही आनन्द आ रहा था.. क्योंकि यहह मेरी जिंदगी की पहली चुम्मी थी।
मामा अलग हुए और पूछा- मज़ा आया?

मैंने शर्मा कर नज़रें झुका लीं, मामा आगे बढ़े और मुझे गले से लगा लिया और मुझे नीचे लिटा दिया।

मामा मुझे धीरे-धीरे सहलाने और चूमने लगे.. मामा ने मेरे कानों को चूसा.. मेरे गले पर किस किया.. मेरे होंठों को चूसा.. फिर धीरे-धीरे मामा ने मेरे निप्पलों को चूसा.. मैं गर्म हो चुका था।

मामा मुझे चूमते-चूमते मेरे नीचे की ओर बढ़े और मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगे।
मेरा लंड खड़ा होकर 6” का हो गया था। मामा उसे चूसे जा रहे थे.. मुझे असीम आनन्द आ रहा था।

फिर मामा ने मुझसे कहा- अब तुम भी ऐसा ही करो..
तो मैंने भी वैसा ही किया.. मैंने मामा को चूमा.. उनके निप्पल को चूसा..

मामा मेरे बालों में हाथ फेर रहे थे.. मामा का लंड खड़ा हो गया था.. जो कि 6 या 7” लंबा था।
मैं उनके लंड तक गया और रुक गया.. तो मामा ने कहा- चूस दे ना.. काटेगा नहीं..

मैंने धीरे से मामा का लंड अपने मुँह में लिया और उसे चूसने लगा।
मामा ने अपना लंड मेरे मुँह में अन्दर तक डालने की कोशिश की.. तो मुझे खाँसी आ गई।

मामा ने मुझे बिस्तर पर पीठ के बल लिटा दिया और मेरा सिर नीचे लटका दिया.. मामा मेरे मुँह के सामने आ गए।
अब मामा ने मुझे लंबी साँस लेकर रोकने को कहा।
मैंने वैसा ही किया.. तो मामा ने अपना लंड मेरे गले के अन्दर तक डाल दिया.. मेरा दम घुटने लगा।

मामा ने कई बार ऐसा ही किया.. तो मेरा गला खुल सा गया।

अब मैं मामा का लंड आसानी से अन्दर तक ले पा रहा था। फिर मामा ने मेरी गाण्ड के छेद पर अपनी जीभ लगाई.. तो मैं चिहुंक उठा।

मामा ने मेरी गाण्ड को अन्दर जीभ डाल कर चूसा.. फिर उन्होंने मेरी गाण्ड में एक उंगली डाली और अन्दर-बाहर करने लगे। मैं दर्द से बिलबिलाया.. तो मामा ने मुझे गाण्ड ढीली छोड़ने को कहा।

फिर उन्होंने 2 उंगलियाँ डाल कर मुझे चोदा। जब मैं आराम से उनकी दो उंगलियाँ लेने लगा.. तो मामा ने मेरी गाण्ड पर बॉडी लोशन लगाया और अपने लंड पर भी लगाया।

फिर मामा ने मुझे बिस्तर के किनारे खींचा और पीठ के बल लिटा दिया। इस पोजीशन में मेरी गाण्ड उनके लंड के सामने आ गई। मामा ने मेरी गाण्ड पर अपना सुपारा लगाया और अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए।

ऐसा करते हुए उन्होंने झटके से अपना सुपारा मेरी कुंवारी गाण्ड में घुसा दिया। दर्द की वजह से मेरी चीख निकल गई जो कि मामा के होंठों में घुट कर रह गई।

मामा थोड़ी देर उसी पोजीशन में रहे.. जब मेरा दर्द कम हुआ.. तो मामा ने एक और झटका दिया और मामा का आधा लंड मेरी गाण्ड में घुस गया। मेरी आँखों से आँसू निकल पड़े और मेरी गाण्ड में जलन होने लगी। मैंने मामा को बाहर निकालने के लिए कहा और उन्हें हटाने की कोशिश की.. पर मेरी कोशिश बेकार गई। मामा ने मुझे कस के अपने नीचे दबाया हुया था।

मामा धीरे-धीरे अपना लंड अन्दर-बाहर करने लगे। अब मुझे भी मज़ा आने लगा था.. मामा ने फिर एक झटका दिया और अपना बाकी का लंड भी मेरी गाण्ड में घुसा दिया.. इस बार दर्द कुछ कम हुआ। मामा अब ज़ोर-शोर से मेरी चुदाई कर रहे थे।

फिर मामा ने मुझे घोड़ी बनाकर चोदा। दस मिनट तक चोदने के बाद मामा ने झटकों की स्पीड बढ़ा दी। थोड़ी ही देर में मामा मेरी गाण्ड के अन्दर ही झड़ गए।

मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी गाण्ड में किसी ने लावा उड़ेल दिया हो।
मामा उसी पोजीशन में मेरे ऊपर लेट गए।

हम दोनों पसीने में लथपथ हो गए थे.. फिर मामा ने मेरा लंड चूस-चूस कर मेरा भी पानी निकाल दिया और उसकी एक-एक बूँद पी गए।

मैं इतना थक गया था कि बिना कपड़ों के ही करवट ले कर सो गया। मामा भी मेरे पीछे चिपक कर लेट गए और मुझे बांहों में भर लिया।

पांच मिनट में ही मामा का लंड खड़ा होने लगा.. मामा ने मुझे जगाए बिना ही साइड से मेरी गाण्ड में अपना लंड डाल दिया.. मेरी गाण्ड मामा के रस से चिकनी थी.. इसलिए लंड एक ही बार में अन्दर घुस गया.. लेकिन हल्का सा दर्द हुआ.. जिससे मेरी नींद टूट गई।

मामा ने मुझे चोदना चालू कर दिया। फिर मामा ने मुझे एक पैर बिस्तर पर और दूसरा पैर ज़मीन पर रख कर खड़ा कर दिया और खड़े-खड़े ही मुझे चोदने लगे।

मामा थोड़ी देर पहले ही झड़े थे.. इसलिए इस बार मामा ने मुझे करीब आधे घंटे तक जम कर चोदा।

उस रात मामा ने मुझे चार बार अलग-अलग तरीकों से चोदा और हम एक-दूसरे की बांहों में ही सो गए।
सुबह फिर मामा ने मुझे नहाते हुए चोदा।

उसके बाद 7 दिन और मैं वहीं रुका और ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त मामा के साथ ही बिताया। इन 7 दिनों में हमने सेक्स के मज़े लूटे। खेत में.. पानी की हौदी में.. और हर उस जगह जहाँ हम कर सकते थे।
फिर मामा ने मुझसे अपनी गाण्ड भी मरवाई।

मामा ने मुझे लड़के से मर्द बना दिया था और हमने ग्रुप सेक्स भी किया.. पर वो फिर कभी..
अगर आप लोगों का प्यार मुझे मिला तो मैं अपनी कहानियाँ आप तक भेजता रहूँगा।
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