सिकंदर ने ताहिरा को चोद कर माँ बनाया

सिकंदर ने ताहिरा को चोद कर माँ बनाया

यह कहानी मेरे एक ईमेल दोस्त सिकंदर जी की है जो अन्तर्वासना के नियमित पाठक हैं। सिकंदर जी चाहते हैं कि यह कहानी मैं अन्तर्वासना पर प्रकाशित कराऊँ।
लीजिए उन्हों के शब्दों में कहानी का मजा लीजिए।

मैं अलीगढ़ का रहने वाला हूँ। मुझे जिम जाने तथा बॉडी बिल्डिंग का बहुत शौक है। मेरी लम्बाई 5’8″ है.. मेरा लिंग करीब 6.5 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा है.. रंग गोरा और अच्छी पर्सनालिटी का मालिक हूँ।
मैंने बी.टेक मथुरा से किया है..
जब मैं फाइनल इयर में था.. तब मैं हॉस्टल की बजाए रूम लेकर रेंट पर लेकर रहने लगा था।
मैं जिस बिल्डिंग में रहता था.. उस बिल्डिंग से लगा हुआ एक और मकान था.. जिसमे. एक फैमिली रहती थी।

शुरुआत में सब कुछ सामान्य था.. लेकिन दीवाली के एक महीने बाद नवम्बर में जब मैं छत पर टहल रहा था तो एक लड़की छत पर टहल रही थी।
मैंने उसे देखा और देखता ही रह गया, वो बहुत स्मार्ट थी, उसका पूरा भरा शरीर किसी को भी लुभाने वाला था, उसकी लम्बाई 5’5″ के करीब थी।
उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे वो परी हो।

उस लड़की का असली नाम ताहिरा था। उस वक्त मेरी उम्र उस समय 21 साल की थी.. और उसकी 23 साल थी.. उसका साइज़ 35-29-34 का था।

धीरे-धीरे मैंने उससे बात करने की कोशिश की.. और कुछ ही दिनों में वो मेरे से बात करने में खुल गई।
मेरा मन उससे चोदने का करता था लेकिन क्या करता.. मेरे एग्जाम शुरू हो गए और मैंने उससे बात करना कम कर दिया।
उसके बाद मुझे पता लगा कि उस लड़की की 3 साल पहले शादी हो चुकी थी.. पर उसको अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है। इसलिए उसका पति उससे नाराज रहता है जिसकी वजह से उसका पति उसे उसके घर मायके छोड़ गया है।

सेमेस्टर का मेरा लास्ट पेपर होने के बाद उसने मुझे बताया कि उसने मुझे बहुत मिस किया।
मैंने उसे अपने मन की बात बताई कि मैं उससे प्यार करता हूँ। तो उसने कहा कि वो भी मुझसे लव करने लगी है।
वो चाहती थी कि उसकी मेरी बात किसी और को ना पता चले।

सच कहूँ तो मैंने उसे पटाने के लिए बहुत सारी कोशिश की थी.. तब जाकर वो मुझसे पटी थी।
मुझे याद है.. जब 25-12-2012 को मैंने उससे सेक्स के लिए बोला.. तो उसने कहा- मैं सोच कर बताऊँगी क्योंकि उस वक्त उसके पीरियड चल रहे थे।

फिर 31-12-2012 को उसने मेरे से कहा- जो तुम चाहते हो.. वो आज रात हो सकता है।
मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा, मैं बहुत खुश था।

उसने यह भी कहा- आज रात मेरे घर वाले यानि अम्मी अब्बू सब लोग गाँव जा रहे हैं.. सिर्फ मैं ही अकेली ही घर पर रह जाऊँगी.. तुम चाहो तो आज रात मेरे घर ठहर सकते हो।
मैंने कहा- नेकी और पूछ-पूछ..
मैंने झट से ‘हाँ’ कह दी।

अब बस रात का इन्तजार था। मैं जिम जाने वालों में से तो था ही.. मैंने सेक्स की गोली भी ले लीं। ऊपर से दो गिलास दूध पी लिया और उसके घर शाम को 7 बजे पहुँच गया।
वो सेक्सी कपड़े पहन कर चुदने को तैयार थी, उसने सफ़ेद रंग की पोशाक पहनी हुई थी।
एक तो वो इतनी गोरी थी कि दूध भी उसके सामने पीला लगे.. ऊपर से सफ़ेद सलवार सूट पहन कर वो सच में परी लग रही थी।

हम दोनों में काफी देर प्यार की सेक्स भरी बातें हुईं.. जिससे वो मुझसे और अच्छी तरह से बात करने में खुल गई।
हम दोनों ने खाना आदि खा-पीकर छत पर टहलने प्रोग्राम बनाया। हम छत पर गए.. छत पर हमने देखा आसपास की छत पर कोई नहीं है, वो तुरंत मेरे सीने से लग गई और बोली- आज मैं तुम्हें दिखाऊँगी.. मैं चीज क्या हूँ।

मैंने कहा- मैं भी देखना चाहता हूँ कि तुम चीज क्या हो।
उसने पूछा- तुमने कभी अपना लौड़ा किसी से चुसवाया है?
मैंने कहा- नहीं.. आज तक तो नहीं.. लेकिन तुम चाहो तो मैं मना नहीं करूँगा।
उसने कहा- ठीक है आज तुम मेरी चूत को.. और मैं तुम्हारे लंड को पीऊँगी..
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मैंने कहा- ठीक.. अब नीचे चलते हैं.. यहाँ ठण्ड लग रही है।
उसने कहा- मेरे होते हुए ठण्ड का कोई काम नहीं।
उसने मेरा लंड मेरी चैन खोलकर बाहर निकाला और वो बड़े ही प्यार से मुँह में लेकर चूमने लगी।

सच कहूँ.. जिन्दगी में पहली बार ठंडी में गर्मी कर एहसास हुआ.. इतना मजा कभी नहीं आया था।
उसके काफी देर लौड़े को पीने के बाद मैंने कहा- अहह.. अब मेरा निकलने ही वाला है..
तो उसने कहा- मेरे मुँह में ही निकाल दो.. मैं तुम्हारा पानी पीना चाहती हूँ।
बस.. मेरे लौड़े से ढेर सारा पानी निकला और वो सारा पानी पी गई।

अब मैंने कहा- अब मेरी बारी है..
तो उसने कहा- नीचे बेडरूम में चलते हैं.. वहाँ हम एक-दूसरे के बन जायेंगे।

कमरे में पहुँच कर हम दोनों ने एक-दूसरे के सारे कपड़े उतारे, हम दोनों एकदम नंगे हो गए थे।
उसको चित्त लिटा कर मैंने उसकी चूत को पिया.. चाटा.. लेकिन एक अजीब सा स्वाद लगा..
उसका चूतरस मुझे और उत्तेजित करने लगा।

थोड़ी ही देर में मेरा लौड़ा फिर से खड़ा हो गया।
मैं उसकी चूत को लगातार चाट रहा था। अचानक से वो अकड़ने लगी और वो सिसकारने लगी- मैं जाने वाली हूँ..
मैंने भी वही किया.. जो उसने किया था। मैं भी उसका सारा माल पी गया।

अब मेरा लौड़ा पूरी तरह से तैयार था, मैंने उससे कहा- शुरू किया जाए..
तो वो बोली- हाँ.. अब नहीं रहा जाता प्लीज़.. जल्दी करो..

इसके बाद मैंने उसकी चूत पर चढ़ाई शुरू की.. उसे हचक कर चोदा, पूरी रात भर में मैंने उसे तीन बार चोदा।
पहली बार में तो मैंने उसे तीन बार झड़वाया.. दूसरी बार दूध पीकर चुदाई की।
तीसरी बार में मैंने उसकी गाण्ड के भी दीदार करके उसकी गाण्ड भी मारी।

रात में करीब तीन बजे ध्यान आया कि ‘न्यू इयर ईव’ थी। हम दोनों रात को 3 बजे एक-दूसरे को ‘न्यू इयर’ विश करके नंगे ही सो गए। सुबह मेरी छ: बजे आँख खुली.. तो उसका नंगा बदन देख कर फिर से एक और बार उसकी चुदाई की।

अब तो वो मेरी पक्की सेटिंग हो गई थी। ऐसे ही हम जब भी मौका मिलता.. चुदाई करते रहते थे।
फरवरी के महीने में उसने मुझे बताया कि अबकी बार उसके पीरियड नहीं आए तो मैं समझ गया कि क्या बात है।
फिर 14 फरवरी को उसका पति उसे अपने घर ले गया।

सितम्बर 2013 में उसकी आखिरी बार कॉल आई थी। उसने कहा था- तुम बाप बन गए हो।
उसके बेटा हुआ था।

यह मेरे जीवन की सच्ची घटना थी.. जिसे याद करके मैं आज भी खुश होता हूँ।
मेरे जीवन में और भी घटनाएं हुई हैं लेकिन ये मेरे जीवन की मेरे लिए सबसे प्यारी घटना लगती है।
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