सेक्सी गांडू की चाहत पूरी की

सेक्सी गांडू की चाहत पूरी की

आप के लिक्विड का एक और धमाका. पिछली बार प्रकाशित कहानी
सोचा ना था
के बाद मुझे मिले एक नये दोस्त के साथ बिताये उन हसीन पलों को आप के साथ साझा करने के लिए मैं अपनी नई कहानी आप के लिए लेकर आया हूं.

अन्तर्वासना के समस्त पाठकों को मेरा नमस्कार. जैसा कि आप सभी जानते हैं कि मेरा नाम लिक्विड है और मेरी पिछली कहानी ‘सोचा ना था..’ प्रकाशित हुई जिस पर मुझे बहुत अच्छी प्रतिक्रियाएं मिलीं.

इस दौरान मुझे एक लड़के समीर का ईमेल आया था. उसके साथ बिताये कुछ पल आज मैं आप के साथ साझा करूंगा.
मेरी कहानी के प्रकाशन होने के ठीक पांच दिन बाद एक लड़के समीर का मुझे ईमेल आया कि वो मुझ से गांड मरवाना चाहता है और इसके लिए वो मुझ से मिलने को उत्सुक है. उसने अपना नंबर मुझे दिया और मेरा नंबर भी ले लिया. इसके बाद उस ने मुझे अपना फोटो भेज दिया. हम दोनों ने निश्चित किया कि हम अगले रविवार को इन्दौर में एक लॉज में मिलेंगे.

रविवार को दोपहर 11 बजे हम दोनों इन्दौर के सरवटे बस स्टैंड में एक दूसरे से मिले. फिर हम दोनों ने परीक्षा का बहाना बना कर एक लॉज में रूकने चले गए. कमरे में जाने के बाद हम दोनों एक एक कर के नहाने चले गए. पहले मैं नहाने गया.. इस दौरान जब मैं मूतने लगा तो समीर बोला कि यह पेशाब मेरे मुंह में छोड़ो. मैं पेशाब उसके मुँह में छोड़ने लगा और समीर उस पेशाब को मुंह में लेता गया मगर उसने पिया नहीं.

पेशाब खत्म होने के बाद समीर मेरे साथ ही नहाने लग गया. हम दोनों ने एक दूसरे को रगड़-रगड़ कर नहलाया और एक दूसरे के लंड को भी नहलाते गए. नहाने के दौरान हमने अपनी गांड के छेदों में उंगली डाल डाल कर सफाई की.

जब हम दोनों का नहाना हो गया तो एक दूसरे को पौंछने लगे और एक दूसरे की मालिश करने लगे. समीर मेरे लंड की मालिश करने लगा, जिससे हम दोनों की सांसें गर्म होने लगीं. मैंने भी उसके लंड की मालिश की और फिर समीर ने मेरी गांड को निशाना बनाया.

फिर उसने मुझे पहनने के लिए ब्रा और पेंटी दिया और खुद ने भी पहन लिया. पहनने के बाद उसने मुझे बिस्तर पर उल्टा सुला दिया और पेंटी के ऊपर से हाथ सहलाने के बाद मेरी गांड चौड़ी कर गांड के छेद की मालिश करने लगा. मेरी गांड मालिश के बाद मैंने भी उस की गांड की हल्की हल्की मालिश की.

अब हम दोनों ही बिस्तर पर आ गए और एक दूसरे को किस करने लगे. समीर ने मेरे होंठों को चूस चूस कर लाल कर दिया. वो ऐसे चूस रहा था जैसे मेरे होंठों से खून निकाल दे.

फिर समीर ने ब्रा के ऊपर से ही मेरे मम्मों को चूसना शुरू कर दिया, कुछ देर बाद ब्रा हटा कर वो एक चूचे का दाना चूसता और दूसरे दाने को खींचता और मसलता.
इस तरह 15 मिनट बाद वो मेरे लंड के पास आया और बोला- अब हम खेल शुरू करते हैं.
उसने पहले तो पेंटी के ऊपर से ही लंड को सहलाया और चूमना शुरू किया और थोड़ी देर बाद पेंटी को हटा कर पूरा लंड मुंह में ले लिया. वो मेरा पूरा लंड चूस रहा था. इस दौरान मुझे बहुत मजा आने लगा और मैं मछली की तरह पूरे बिस्तर पर तड़पने लगा.

कुछ देर बाद हम दोनों 69 अवस्था में आ गए और हम दोनों ने अपने लंड के ऊपर चाकलेट क्रीम को लगा लिया. हम दोनों 10 मिनट तक एक दूसरे का लंड चूसते रहे और फिर हमने एक दूसरे की मुठ मार दी.
मैंने पूरा वीर्य उसके मुंह में डाल दिया और वो फिर मेरा लंड का माल चूस कर चाट गया. उसने अपना वीर्य मेरे मम्मों पर डाला, जिससे हमने मालिश की.

अब हम दोनों बैठ कर पोर्न वीडियो देखने बैठ गए ताकि जल्दी से फिर हमारे लंड खड़े हो जाएं. समीर कभी मेरे होंठ चूमता तो कभी मेरे चूचे और कभी कभी मेरे लंड को भी सहलाता. करीब 20-25 मिनट बाद हम दोनों के लंड खड़े हो कर तन गए. हमने निश्चित किया कि अब मैं जल्द ही उस की गांड मारूंगा क्योंकि 4 बजे तक मुझे वापस घर जाना है.

मैं बिस्तर से उठ कर खड़ा हो गया और समीर घुटने के बल आकर मेरा लंड चूसने लगा. फिर 5 मिनट बाद उसने एक कंडोम मेरे लंड पर चढ़ा दिया और कंडोम के साथ ही लंड पर जीभ फेरने लगा. मैंने उसे उठाया और गांड मेरी ओर कर के बिस्तर पर घुटने के बल बिल्कुल डॉगी स्टॉइल में बैठा दिया.

मैंने बहुत सारा थूक उसकी गांड पर लगाया और पूरे थूक को उस की गांड पर मल दिया. अब बैग में से क्रीम निकाल कर बहुत सारी कोल्ड क्रीम को उस की गांड के छेद पर लगा दिया और ब्रश से गांड के छेद पर क्रीम को अन्दर बाहर करने लगा. ऐसा लग रहा था जैसे मैं ब्रश से उसकी गांड चोद रहा हूं.

फिर मैंने अपने लंड पर भी बहुत सारी कोल्ड क्रीम लगाई और लंड को उस की गांड पर फेरने लगा. मैं समीर के लंड को सहलाने लगा ताकि वो उत्तेजित हो जाए और उसे दर्द भी कम हो. मैंने लंड फेरने के बाद धीरे से लंड को उसकी गांड में घुसा दिया. अभी सिर्फ मेरे लंड का टोप ही उस की गांड में गया था मगर वो चिल्ला दिया ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’

मैंने लंड को फंसे रहने दिया और जल्दी जल्दी उसके लंड को सहलाने लगा. जिस से उसे दर्द कम और मजे ज्यादा आने लगे. अब मैं लंड को पूरा अन्दर ले गया और फिर लंड को अन्दर बाहर करता रहा, जिससे समीर को बहुत मजा आ रहा था.
मेरा पूरा लंड अन्दर बाहर होने लगा और अब गांड मराई का प्रोग्राम अपने खास चरम था, जिस में हम दोनों को मजे आ रहे थे.

कुछ देर बाद मैंने लंड को बाहर निकाला और समीर को सीधा लेटा दिया. अब हम दोनों एक दूसरे के आमने सामने हो गए और मैंने उसकी गांड उठाई और नीचे तकिया लगा कर लंड गांड में डाल दिया.
मैं समीर पर चढ़कर उस की गांड मारने लगा. मैंने उसे बताया कि अब मेरा लंड झड़ने वाला है तो उस ने बोला कि कंडोम उतार कर मेरी गांड मारो और पूरा माल गांड में छोड़ देना.
मैंने अपना कंडोम उतारा और वापस उस की गांड मारने लगा. थोड़ी देर बाद मेरा पूरा लंड उस की गांड में झड़ गया और पूरा माल उस की गांड में छूट गया.

मैंने अपने लंड को बा‍हर निकाला और अब समीर का हस्त मैथुन करने लगा. हस्त मैथुन के दौरान समीर लड़कियों की तरह आह उहू कर रहा था, जिससे मुझे भी लंड रगड़ने में मजा आ रहा था. मैंने उस का पूरा माल अपने हाथ में इकठ्ठा कर लिया, जिसे समीर पी गया.

अब हम दोनों वापस साथ में ही नहाने लग गए और एक दूसरे की सफाई करने लगे. हमने एक दूसरे के लंड साफ किए और मैंने उस की गांड की सफाई की.

इसके बाद हम दोनों वापस तैयार हो गए और हमने निश्चित किया कि अगली बार पूरी रात के लिए मिलेंगे. उसने मुझे मेरी मेहनत का इनाम दिया और बोला कि मेरे दो दोस्त हैं जिन्हें गांड मारनी और मरवानी है, उनसे मैं तुम्हें जरूर मिलाऊँगा.

जाने से पहले हमने एक दूसरे को लिप लॉक किस किया और उस ने नीचे आ कर होटल का पेमेंट कर मुझे उस की बाईक से गंगवाल वाले स्टैंड पर छोड़‍ दिया.

इस तरह मैंने अपने नए बने दोस्त की गांड मारी. आपको मेरी यह गे सेक्स स्टोरी कैसा लगा मुझे जरूर बताइयेगा और अगर मैं आप की कोई सेवा कर संकू तो मुझे याद कर लेना क्योंकि आपका ये लिक्विड आप की सेवा में हमेशा तत्पर है.
मेरा ईमेल एड्रेस [email protected] है.

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