बिना शादी के सुहागरात – Sex Stories

बिना शादी के सुहागरात – Sex Stories

दोस्तों आज का जमाना बहुत आगे बढ़ चूका है, पहले ज़माने में एक औरत अपनी अन्तर्वासना को बोलने में भी शर्माती थी पर आज की औरत बोलती भी है और अपनी चूत की प्यास बुझवाने के लिए हर हद पार करने को तैयार है। में रिश्तो की कहानियो का बहुत बड़ा फैन हूँ। यहाँ पर मैंने बहुत सारी कहानियां पढ़ी है। इसलिए मैंने सोचा क्यों ना आज मैं भी अपनी जिंदगी से जुडी एक हसीन कहानी आपको सुनाऊँ। मेरी ये कहानी लिखने का मकसद है, मैं आप सब की राय जान’न चाहता हूँ।
मेरा नाम राजकुमार सोनी है। सब मुझे प्यार से राज बुलाते हैं। मैं एक बहुत ही अच्छे और अमीर घर से तालुक रखता हूँ। मेरा दिल्ली में होटल का बिज़नेस है। पैसा पावर और सुंदरता का फायदा मैंने अपनी हवस पूरी करने के लिए बहुत बार उठाया है। मेरी उम्र भी २९ साल हो गयी है। जिंदगी में हर तरह की ऐश और अय्याशी कर चूका हूँ। और अब मुझे लगने लगा था कि अब शादी करने का टाइम आ गया है। पर शादी मुझे अपनी किसी गर्लफ्रेंड से नहीं करनी थी इसलिए मैंने अपने माँ बाप को बोला लड़की ढूंढने के लिए। क्यूंकि मुझे पता था मेरी गर्लफ्रेंड रंडियां है साली।

अब सीधे चलते हैं कहानी की तरफ। आज से ६ महीने पहले मेरे माँ-बाप ने एक लड़की पसंद की। लड़की साउथ दिल्ली की एक बहुत अमीर परिवार से थी और खुद भी किसी मॉडल से कम नहीं थी। पहले मुझे शक हुआ कि इतनी सूंदर लड़की अर्रंजे मैरिज क्यों करना चाहती है पर जिस दिन मैं उसे देखने गया तो पहली नजर मैं मुझे उस से प्यार हो गया। श्वेता, अपनी तरफ किसी लड़के को आकर्षित करने की हर खूबी थी उसमे। हाइट भी करीब पांच फुट ७ इंच थी और मेरी पांच फुट ९ इंच है। ज्यादा फर्क नहीं था। और उसके साथ ही उसने अपने शरीर का पूरा ध्यान रखा हुआ था। आज तक सिर्फ सुना था और फिल्मो में देखा था कि किसी लड़की का फिगर ३६-२८-३६ होता है। पर आज सामने से देख रहा था।

खेर उस दिन तो हमारे परिवार में ही बात चीत हुई और उन्होंने फैसला हमारे ऊपर छोड़ दिया। अब हमें मिल कर एक दूसरे से बात करनी थी। अगले दिन मैं अपने होटल में था , दोपहर का समय था और करीब तीन बजे उसका फ़ोन आया। उसने मुझसे पूछा कि आप कब फ्री हैं और कब मिलना चाहते हैं। मैंने उसे बोला जब आप फ्री हो मेरे होटल आ जाना हम साथ में लंच कर लेंगे और बात भी हो जाएगी।

उसने अगले दिन के लिए बोल दिया और मैंने भी हाँ कर दी। मैं देर नहीं करना चाहता था और हर हाल में उसे शादी के लिए राजी करवाना था मुझे। मैंने अगले दिन अपने होटल में उसके स्वागत के लिए काफी तैयारिया की हुई थी। पुरे दो बजे वो आ गयी और तैयारिया देख कर बहुत खुश हो गयी। अब हम पहले जूस पिने लगे और हमारी बातें शुरू हो गयी। मैंने उसे झूठ बोला कि मैं एक बहुत अच्छा लड़का हूँ और मेरी कभी कोई गर्लफ्रेंड नहीं रही। मुझे बस अपने काम से प्यार है। मैंने इसलिए झूठ बोला ताकि उसे लगे कि में अच्छा लड़का हूँ और शादी करने के लिए सही हूँ। खेर हमने खाना खाया और अब उसके जाने का टाइम हो गया।
आइस क्रीम खाते हुए मैंने उसे पूछा , श्वेता तुम्हे मैं पसंद आया कि नहीं , मुझे तो तुम बहुत पसंद हो और मेरी तरफ से हाँ है। उसने मुझे बोला सॉरी राज पर मैं तुमसे शादी नहीं कर सकती। मैंने कारण पूछा तो उसने बोला कि मैं एक मॉडर्न लड़की हूँ। मैं ये नहीं चाहती कि शादी के बाद तुम काम में बिजी रहो और मैं घर के काम करती रहूं। मैंने अपनी जवानी को मजेदार बनाना है ना कि बोरिंग। और तुमसे शादी कर के लगता है कि मेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। मैं तुमसे झूठ नहीं बोलूंगी , मेरे ३-४ बॉयफ्रेंड रह चुके है , मैं चाहती तो उनसे शादी कर सकती थी पर उसमे से कोई भी मुझे चरमसुख नहीं दे पाया। सॉरी बुरा नहीं मन ना पर मेरी जिंदगी का सवाल है।
मैं भी थोड़ा उदास हो गया और सोचने लगा कि अब क्या करूँ। वो वहाँ से तो चली गयी पर मेरे ख्यालो से नहीं जा रही थी। मुझे लगा अब मुझे अपनी असली ओकात पर आना पड़ेगा और मैंने उसे रात में फ़ोन किया और उस से एक मौका माँगा। बहुत मनाने पर वो मान गयी और मैंने उसे दो दिन बाद रात में डिनर के टाइम मिलने को बोला। अगली मुलाकात की मैंने पूरी तैयारी कर ली थी। मैंने होटल के टेर्रिस पर सारा इंतजाम किया था डिनर का और कुछ और भी सोचा हुआ था। अब इंतज़ार था तो उसके आने का। वो ठीक आठ बजे पहुँच गयी और मैं उसे टेर्रिस पर ले गया। मेरे इंतजाम देख कर वो इस बार पहले से ज्यादा खुश हो गयी और मुझे गले लग कर बोली वाह क्या बात है। इम्प्रेस कर रहे हो मुझे। मैंने बोला मैडम आगे आगे देखते जाओ। आज मैंने जूस नहीं , शैम्पीयन की बोतल राखी थी और हम दोनों ने पहले वो पी। अब मैंने बहुत धीमी आवाज में म्यूजिक लगा दिया और उसे डांस करने को बोला।

हम डांस करने लगे और हमारे शरीर में सिर्फ एक या दो इंच की दुरी थी। धीरे धीरे वो भी थोड़े रोमांटिक मूड में आने लगी और मैंने अपनी पहली कोशिश उसे किस कर के की। बहुत ही छोटी सी किस की मैंने उसके होंठो पर। उसने भी मेरा साथ दिया। हम फिर से डांस करने लगे और इस बार मैं जान बुझ कर अपने हाथ उसके कंधो से निचे करते करते उसकी कमर तक जा रहा था। अब मेरे हाथ उसकी गांड से ठीक ऊपर थे और अब मैंने उसे स्मूच करना चाहा और उसे अपनी तरफ खींच कर अपनी बाँहों में जकड लिया और उसके होंठो को चूसने लगा। दस पंद्रह सेकंड तक मैं उसके साथ देने का इंतज़ार किया और उसने भी अपने हाथ मेरे गाल पर रखे और मुझे किस करने लगी। उसका साथ पाकर मेरा डर खत्म हुआ और अब मेरे

हाथ उसकी गांड पर गए और मैं उसकी फ्रॉक के ऊपर से ही उसकी गांड सहलाने लगा। वो धीरे धीरे गर्म होती गयी और मेरा लण्ड भी खड़ा होने लगा।
दो तीन मिनट में ही मेरा लण्ड पूरा तन के खड़ा हो गया और हमारे शरीर चिपके होने की वजह से उसे मेरे खड़े लण्ड का एहसास हो गया। अब वो मुझे और ज्यादा जकड कर मेरे होंठ चूसने लगी और मैंने भी धीरे धीरे उसकी फ्रॉक उठानी शुरू की और अपने हाथों को उसकी जांघो पर रख दिया और सहलाने लगा। मेरा लण्ड बार बार उसकी गर्मी बढ़ा रहा था और उसकी तड़प उसके किस करने के तरीके से साफ़ पता लग रही थी। अब उसने मेरे बालों में हाथ फेरना शुरू कर दिया और मुझे कुत्तों की तरह चाटने लगी। मैंने उसे रोका और पूछा श्वेता पहले खाना खाये या एक दूसरे को। वो बोली खाने को मार गोली चल पहले तय करे कि शादी करनी है या नहीं। पचास पर्सेंट तो मेरी हाँ है अब पचास पर्सेंट तूने और करवानी है , देखना चाहती हूँ कि तू करवा पायेगा या नहीं। अब मैं उसे टेर्रिस की दूसरी तरफ ले गया जहा पर मैंने पूरा सुहागरात जैसा इंतजाम कर रखा था। एक बिस्तर , उसके ऊपर गुलाब के फूल और चारो तह मोमबत्ती का उजाला। वो ये सब देख कर खुद को रोक ना पायी और मुझसे चिपक के गले लग गयी।
करीब दो तीन मिनट ऐसे ही मुझसे चिपकी रही और मैंने भी उसे अपनी बाँहों में जकड़ा हुआ था और इस बार वो खुद मुझे किस करने लगी मैं भी उसे जकड कर चूस रहा था और साथ ही साथ फिर से उसकी गांड सेहला रहा था। इस बार मैंने उसकी फ्रॉक पीछे से उठा ली और उसकी गांड को मसल रहा था। हम लगातार किस कर रहे थे और अब सिर्फ होंठ ही नहीं बल्कि गाल और गर्दन हर जगह एक दूसरे को चाट रहे थे। उसने मेरी जीभ को भी चूसना शुरू किया और मैंने भी उसकी जभ की पूरी तरह से चूसा। अब मेरे हाथ उसकी गांड से हट कर उसकी चूचियों पर आ गए और कपड़ो के ऊपर से ही मैं उन्हें दबाने लगा। अब वो अपनी तड़प की आग में जल रही थी और उसने अपना हाथ मेरे लण्ड पर रख दिया और उस से खेलने लगी। उसने मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और मुझे ऊपर से नंगा कर दिया। मेरी बिना बालों की छाती और सिक्स पैक ऐब्स देख कर वो खुद को रोक न पायी और मेरी छाती पर अपनी जीभ का कमाल दिखाने लगी और चाटने लगी। अब वो धीरे धीरे निचे बैठ रही थी और छाती से निचे जाते हुए मेरी नाभि तक पहुंच गयी और मेरा ऊपर का पूरा शरीर अपने थूक से गिला कर दिया।

अब वो पूरी तरह जमीन पर बैठ गयी और मेरी नाभि चाटते हुए मेरा लण्ड सहलाने लगी। अब मेरा लण्ड भी पेंट के अंदर से तम्बू बना चूका था और वो लगातार मुझे अपनी जीभ से तड़पा रही थी और मेरा लण्ड सेहला रही थी। करीब दस मिनट ऐसा करने के बाद उसने मेरी पेंट खोली और निचे कर दी। मेरा लण्ड मेरे कच्छे को फाड़ने की कोशिश कर रहा था और पूरा तम्बू बना हुआ था मेरे कच्छे के अंदर। अब उसने कच्छे के ऊपर से ही मेरा लण्ड पूरी तरह पकड़ लिया और चाटने लगी। अब मुझसे रहा न जा रहा था और मुझे भी उसका नंगा बदन देखना था चाटना था। वो अब मेरा कच्छा निचे करने लगी और मैं भी झुक कर उसकी फ्रॉक ऊपर की तरफ उतरने की कोशिश की। उसने अपने हाथ ऊपर किये और फ्रॉक उतरने में मेरी मदद की। अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी और मैं बिलकुल नंगा।
मेरा नंगा लण्ड देखते ही उसके मुँह से निकला वाओ इतना मोटा लम्बा लण्ड मैंने सिर्फ फिल्मो में देखा है। ये असली है क्या। मैंने उसका सिर पकड़ कर बोला चूस के देख ले स्वाद से पता लग जायेगा।

उसने मुझे और कुछ बोलने ना दिया और पूरा लण्ड अपने मुँह में भर लिया। पहली ही बार में उसने मेरे लण्ड को अपने गले तक पहुंचा लिया और अभी भी करीब २ इंच लण्ड बाहर ही था। अब उसने लण्ड चूसना शुरू किया और उसका चूसने का तरीका देख कर पता लग रहा था कि चुदाई की कला में माहिर है ये। मैंने भी उसके बाल पकड़ कर जी भर के उसका मुँह चोदा और टट्टे चुस्वाए। वो भी रंडियो की तरह अब मेरा बाकि का शरीर अपने थूक से गिला करने लगी। पंद्रह मिनट तक वो अपना मुँह चुदवाती रही और बोली क्या बात है ये लम्बा होने के साथ साथ घोडा भी है। लगता है शादी पक्की हो जाएगी आज और इतना बोल कर खड़ी हो गयी।
अब मैंने उसे गोद में उठाया और और सीधे बेड पर ले जाकर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया। अब मैंने फिर से उसके होंठो को चूसना शुरू किया और उसने भी मुझे अपनी बाँहों में जकड कर खुद को मेरे हवाले कर दिया था। अब में धीरे धीरे निचे जाने लगा और उसकी ब्रा खोल दी। उसकी ३६ साइज की चूचियां आज़ाद होने के बाद ४० की लग रही थी। छोटी स निप्पल उसकी गोल गोल चूचियों की सुंदरता बढ़ा रही थी और मैंने बिना देर किये एक चूची को मुँह में भर लिया और एक हाथ से दबाने लगा। अब उसकी आवाज में हवस भर गयी और आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह की आवाजे मेरे कानो तक पहुँचने लगी। मैंने उसे हल्का दर्द देने के लिए दांत काट लिया उसकी चूचियों पर। उसे दर्द तो हुआ पर शायद मजा आया इसलिए उसने आप मेरा सर पकड़ कर दबा दिया और अपनी चूचियां चुसवाने लगी।

दस मिनट तक ये सिलसिला चलता रहा और अब में उसकी चूत तक पहुँच चूका था। मैंने उसकी पेंटी उतारी नहीं और उसके ऊपर से ही उसकी चूत चाटने लगा और अब उसकी आवाज और भी ज्यादा हवसी हो गयी। आआअह्ह्ह्हह आआआअह्ह्ह्हह आआह्ह्ह्ह सक मी राज सक मी , बहुत मजा आ रहा बहुत एन्जॉय कर रही मैं। पेंटी उतार दे मेरी और मेरी नंगी चूत को चाट यार राज प्लीज। मैंने अपने दांतो का इस्तेमाल किया और उसकी पेंटी उतार दी। अब हम दोनों पुरे नंगे थे और मेरी जीभ उसकी चूत पर अपना करतब दिखा रही थी और उसे जन्नत की सेर करवा रही थी। उसने अपनी जांघो से मेरा सिर कैद कर लिया और इतना ही नहीं अपने हाथों से सिर चूत के ऊपर दबाने लगी। मैंने भी अपना सारा तजुर्बा उसे खुश करने में लगा दिया और अब उसके मुँह से बस यही आवाज आ रही थी। अब चोद दे राज अब नहीं रहा जाता। शादी पक्की करने का आखिरी टेस्ट भी पास कर ले यार जल्दी फकक मी राज चोद मुझे। मुझसे भी अब बर्दाश नहीं हो रहा था। मैंने उसकी एक टांग उठायी और खुद घुटनो के बल बैठ कर उसकी चूत पर अपने लण्ड से निशाना लगाया और एक झटके में उसकी चूत के अंदर गाड़ दिया।

पहली बार जाते ही वो दर्द से चिल्ला उठी और अपनी चूचियां जोर से दबाने लगी और बोली आआआहहहहह कितना प्यारा दर्द है यार। मैंने अपनी दो उंगलिया उसके मुँह में डाली और वो मेरी उँगलियाँ लण्ड समझ कर चूसने लगी और मैं अपना लण्ड अब धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा। वो मदहोश हुई जा रही थी और लगातार बोल रही थी आआह्ह्ह राज रआआअह्ह्ह आआह्ह्ह्ह मजा आ रहा है राज आआह्ह्ह और कर और अंदर ले जा राज आआअह्ह्ह्ह धीरे धीरे तेज हो राज अब में चुदवाने के लिए बिलकुल तैयार हो गयी हूँ राज स्पीड बढ़ा ले अब राज आअह्ह्ह। वो लगातार मेरी उंगलियां चुस्ती रही और अपनी चूचियां दबाती रही। अब मुझे भी धीरे धीरे मजा नहीं आ रहा था और अब मैंने उसकी दोनों टाँगे उठा कर हवा में चौड़ी कर दी और अब उसकी चूत पूरी खुल चुकी थी। मैं थोड़ा सा उसके ऊपर झुका और स्पीड बढ़ा दी ।
वो भी अपने हाथों से अब अपनी टाँगे संभल रही थी और अब में साथ साथ उसके होंठ चूस रहा था। पट पट की आवाज आ रही थी जब भी में उसकी चूत में झटके देता। दस मिनट तक में उसे ऐसे ही चोदता रहा और अब मुझे इस पोजीशन में मजा नहीं आ रहा था तो मैंने उसे उठाया और खुद लेट गया। वो मेरे ऊपर बैठ गयी और अपने हाथो से मेरा लण्ड पकड़ कर चूत में डाल लिया और मुझे चोदने लगी।

अब मेरा आठ इंच का लोडा पूरी तरह उसकी चूत में जा रहा था और उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था। वो बस आअह्ह्ह्ह आआअह्ह्ह आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह आआअह्ह्ह्ह करती रही और उछलने की स्पीड बढ़ाती रही। जैसा कि मैंने बताया था ये चुदाई की कला में पूरी माहिर थी और अब इसने अपनी उंगलिया मेरे मुँह में डाली हुयी थी और चुसवा रही थी। ये सिलसिला पंद्रह मिनट तक चलता रहा और अब वो झड़ चुकी थी और मेरे ऊपर लेट गयी। बोली मजा गया यार राज। मैंने बोला यार मेरा हुआ नहीं अभी ये सुन कर चौंक गयी और बोली सच्ची ? मैंने बोला हाँ तो उसका जवाब आया राज शादी पक्की अब तो। मान गयी तुझे आज तो मैं। इतना बोल कर वो मेरे ऊपर से उतरी और और कुतिया बन गयी और बोलने लगी गांड मार ले मेरी अब चूत में तो दर्द होने लगा।

मैंने भी उसकी गांड पर थूक लगाया और थोड़ा और अपना लण्ड धीरे धीरे घुसाने लगा। उसकी गांड बहुत टाइट थी। मैंने महसूस किया कि दो इंच लण्ड उसकी गांड में चला गया है और धीरे धीरे बहुत मुश्किल हो रही घुसाने में। तो मैंने उसे बताया नहीं और एक हाथ की से उसका मुँह बंद किया और दूसरे से उसके बाल खींच कर उसका सिर और ऊपर कर लिया। अब एक ही झटका मारा और पूरा लण्ड उसकी गांड में घुसेड़ दिया। वो चीख पड़ी और बोली आराम से राज गांड है ये चुत नहीं। मैंने बोला यार धीरे घुस नहीं रहा था तो बोली कोई बात नहीं मेरी जान मार ले अब मेरी गांड।

अब मैंने धीरे धीरे उसकी गांड मारनी शुरू की और दो तीन मिनट बाद उसने गांड हिलानी शुरू कर दी। मुझे पता लग गया अब इसका दर्द खत्म और ये गांड मरवाने के मजे लेने लगी है। अब मैंने स्पीड बढ़ा और मेरा लण्ड उसकी गांड फाड़ने लगा। इस बार उसकी आवाज में हवस के साथ दर्द भी झलक रहा था। आअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह धीरे धीरे राज आअह्ह्ह आअह्ह्ह्ह दर्द हो रहा राज धीरे आअह्ह्ह्हह। पर मैंने उसकी एक ना सुनी और जोर जोर से उसकी गांड मरता रहा। आखिरकार मैं भी झड़ने वाला था और अब मैंने उसकी गांड से निकल कर लण्ड उसे सीधा कर के चूसने को दे दिया।

उसे भी पता लग गया ये झड़ने वाला है तो वो भी घुटनो पर बैठ गयी और पूरा मुँह खोल कर मेरा लण्ड चूसने लगी। मेरा निकलने वाला था और मैंने अपन शरीर पूरा टाइट कर लिया। उसे पता लग गया और उसने मुँह से निकाल कर अब अपनी जीभ बाहर की पूरा मुँह खोलकर और लण्ड हाथ से हिलाने लगी। मेरे लण्ड ने जोरदार पिचकारी मारी और उसकी जीभ से लेकर उसका पूरा चेहरा लण्ड के रस से भर गया। उसने हिला हिला कर एक के कतरा चूस लिया और अपनी चूचियों पर लगा कर अपनी जीभ से अपनी चूचियां चाटने लगी। उसे ऐसा करते देख मुझे अब यकीन हो गया कि अगर मैं इस से शादी करता हूँ तो मेरी सेक्स लाइफ बहुत हसीन होने वाली है।

खेर अब हम लेट गए और वो बोली यार राज अब मुझे लग गया पता कि तू भी शरीफ नहीं है मैं रंडी हूँ तो तू भी साले लड़को का रण्डा है। मैंने बोला है श्वेता मैंने झूठ बोला था तुझे इम्प्रेस करने के लिए। मैंने भी आज तक बहुत सारी लडकियां चोद चूका हूँ पर में वादा करता हूँ शादी के बाद सिर्फ तेरे साथ ही सेक्स करूँगा। उसने भी बोला मैंने भी शादी से पहले बहुत अफेयर किये पर वादा करती हूँ अब सिर्फ तेरी बन कर रहूंगी। हमने फिर उसी तरह नंगे बेड पर ही खाना खाया और पूरी रात चार बार मैंने उसे चोदा।
अगले दिन सबको बता दिया कि हम शादी के लिए तैयार है। अब दोस्तों परसो मेरी शादी है और इतने दिनों में उसे लगभग दस बार चोद चूका हूँ। अब फिर से मेरा मन भर रहा, अब क्या करू ? शादी कर लूँ या नहीं ? कमेंट कर के बताओ यार।
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