छोटी मामी को चोदने का सपना सच हुआ

छोटी मामी को चोदने का सपना सच हुआ

छोटी मामी को चोदने का सपना सच हुआ

मैं दीपक सिंह मेरी उम्र 23 साल,, बाराबंकी का रहने वाला हूँ। कुछ सालो तक चुदाई की कहानियां पढने के बाद जब मैंने अपनी मामी को खूब मज़े लेकर चोदा तो मेरे मन ख्याल आया क्यों न मैं अपनी कहानी भेजूं।
दोस्तों मैं देखने में बहुत ज्यादा स्मार्ट नही हूँ लेकिन फिर भी मैं जिस लड़की को चाह लूँ उसको बिना चोदे छोड़ता नही हूँ। मैंने अपनी जिन्दगी में बहुत से लडकियों को चोदा लेकिन जितना मज़ा मुझे अपनी जिन्दगी की पहली चुदाई और अपने मामी को चोदने में आया उतना मज़ा किसी और को चोदने में नही आया। मैने अपनी जिन्दगी में पढाई के समय केवल लड़कियों के चुदाई करने में बिता दिए। मैं उन लडकियो को चोदना ज्यादा पसंद करता था जो मुझे पहले लाइक नही करती थी, मैं उनके घमंड को चूर चूर करके उनकी बेरहमी से चुदाई करता था। ताकि वो फिर किसी लड़के को अपना घमंड न दिखा सके।
दोस्तों कुछ दिन पहले की बात है, मैं अपने घर से बोर हो गया था तो मम्मी ने कहा – “जाओ कुछ दिनों के लिये मामा के घर चले जाओ और वहां हमारा भी एक काम है उसे भी कर देना”। पहले तो मैंने मैंने सोचा मन कर दूँ लेकिन मैं घर से बुरी तरह से बोर हो गया था और इसलिए मैंने मम्मी से कहा – “ठीक मैं कल ही जा रहा हूँ मामा के घर आप उनको बता दीजिये”।

मैं अगले ही दिन मामा के घर के लिए निकल गया। मैं रास्ते भर लड़कियों के मम्मो और उनकी बड़ी बड़ी बाहर निकली हुई गांड के देखते हुए मामा के घर पहुंचा। वहां पहुँचने के बाद पता चला छोटी वाली मामी भी आई हुई जिनकी शादी को अभी कुछ ही महीने हुए थे। छोटी मामी तो मस्त माल है अगर मुझे मिल जाइये तो मैं उनकी ऐसी चुदाई करना की वो भी याद रखेंगी मुझे। लेकिन मैं यहाँ ऐसा कुछ नही करना चाहता था की सभी लोग मुझ पर ताने मरे। जब मैंने अपनी छोटी मामी को देखा तो मैं उन्हें देखता ही रह गया, उनके गोल और काली काली आँखे। लाल लाल गल और होठ तो बहुत ही पतले और काफी रसीले लग रहे थे। उनकी चूची तो अभी बिलकुल साइज़ में थे मेरा मन उनकी चूचियो को दबाने के साथ साथ पीने का मन भी कर रहा था।
जब मैं छोटी मामी से मिलने के लिए उनके कमरे में गया तो मुझे थोडा शर्मा रही थी मैंने उनसे कहा – “क्या मामी आप तो मुझसे शर्मा रही है देखो मैं जरा भी शर्मीला नही हूँ अगर आप मुझसे शर्माएगी तो मैं फिर आप से कभी भी बात नही करूँगा”। तो मामी ने कहा – अच्छा ठीक है। अब बैठो, मैं उनके बेड पर बैठ गया। और वो भी बगल में ही बैठी हुई थी मैंने उनसे कहा – “वैसे आप हूँ बहुत सुंदर। मुझे आप बहुत अच्छी लगी। मैं भी आप के जैसी लड़की से शादी करूँगा”।

तो मामी हसने लगी मैंने उनसे कहा – “आप के उधर कोई आप के जैसी लड़की नही अगर हो तो मेरी भी वहीँ करवा दो”। तो मामी ने कहा – “मैं तुम्हे इतनी अच्छी लगी कि तुम मेरी जैसी लड़की से शादी करोगे। तुम चिंता मत करो तुमको तो अच्छी लड़की मिलेगी क्योकि तुम हो ही इतने स्मार्ट कोई भी लड़की तुमको पसंद कर लेगी”। ऐसे ही बहुत देर तक मामी से बात चलती रही और फिर कुछ देर बाद मामा भी आ गए। कुछ देर मामा से भी बात की और फिर मैं वहां से चला आया। धीरे धीरे मुझे मामा के घर आये एक हफ्ते हो गये और मैं वहां से भी बोर होने लगा था। देसी पोर्न स्टोरी डॉट कॉम
एक दिन मैं मामी कमरे में लेटा हुआ था और मैं चुदाई वाला सपना देख रहा और जब मैं सपने से था तो मेरा लंड खड़ा हुआ था और अचानक वहां छोटी वाली मामी भी आ गई मैं अपने लंड को दबाने लगा लेकिन फिर भी मामी ने मेरे खड़े लंड को देख ही लिया लेकिन उन्होंने मुझसे कुछ नही कहा।
शाम हुई मैं मैंने खाना कहने के बाद सोने जा रहा था तो बड़ी मामी ने मुझसे कहा – “दीपक तुम आज अपने छोटी मामी के कमरे में सो जाओ तुम्हारे मामा है नही और वो अकेली डरती है। मैं उनके साथ में लेट जाऊं लेकिन मेरे छोटे बच्चे कही उनके बेड पर सूसू कर दे तो वो गुस्सा होने लगेगी”। मैंने मामी से कहा – “मैं लेट जाता हूँ आप बस छोटी मामी से बता दीजिये की मैं लेटने वाला हूँ उनके कमरे में”।
मैं मामी के कमरे में सोने के लिए गया, मैंने मामी से कहा मामी मैं सोफे पर लेट जाता हूँ आप वहां लेट जाइये। लेकिन मेरा मन कर रहा था कि मैं मामी के साथ में ही लेटूं और मौका मिले तो उनकी पूरी रात चुदाई भी करूँ। लेकिन मामी ने एक बार भी नही कहा की आओ ऊपर ही लेट जाओ। मैं सोफे पर लेट गया, लेकिन मुझे नीद नही आ रही थी मैं अपनी करवटे बदल रहा था, मामी भी नही सोई थी कुछ देर बाद मामी ने कहा – “तुम चाहो तो बेड ही लेट जाओ अगर वहां नीद नहीं आ रही है तो। उनकी बात सुन कर मैं खुश हो गया और मैं मामी के बगल में आकर लेट गया”।

मैं मामी के बगल लेटे हुए मामी की खुशबु को ले रहा था। उनकी खुसबू से मेरा लंड खड़ा हो गया था। कुछ देर तो मैंने कुछ नही किया और फिर कुछ देर बाद मैंने अपनी करवट बदली और मामी के करीब पहुँच गया और मामी के हाथो पर अपना हाथ भी रख दिया। मामी भी सोई नही थी वो अपने आँखों को बंद किये हुए हल्का हल्का मुस्कुरा रही थी। कुछ देर बाद जब मामी ने  हाथ को अपने हाथ से नही हटाया तो मैंने सोचा सो गई। अगर चुदाई न कर पाया तो उनके मम्मो को दबा लूँगा और उनके चूत को छू ही लूँगा। कुछ देर बाद मैंने अपन हाथ को मामी के हाथ से धीरे धीरे ऊपर की बढ़ते हुए उके मम्मो तक ले गया और अपने हाथ को उनकी चुचियों के ऊपर रख दिया। अब तो मेरा लंड और भी खड़ा हो गया था। मैंने धीरे धीरे मामी के चुचियो को दबाना शुरू किया और कुछ देर बाद मिअने अपने हाथ को मामी के ब्लाउस के अन्दर डाल दिया और उनकी चिकनी, मुलायम और कमसिन चूची को दबाने लगा और धीरे धीरे मैंने उनके ब्लाउस के बटन भी खोल दिया और फिर दोनों हाथो से उनकी चुचियों को दबाने लगा। कुछ देर दबाने के बाद जब मैं अपने हाथ को मामी के चूत में लगाने के लिए मैंने मामी के साडी को उठाया तो मामी ने मेरे हाथो को पकड़ लिया और मुझे कसकर अपने बाँहों म भर लिया और मेरे होठो को पीने लगी। कुछ देर मेरे होठ को लगातार पीने के बाद उन्होंने ने मुझसे कहा – “मैं जानती थी तुम मुझे चोदना चाहते हो इसलिए मैंने तुमसे कहा था मेरे पास आ जाओ”। मेरा भी मन था किसी मोटे लंड वाले लड़के से चुदुं और तुम्हारे मामा का लंड तो बहुत ही छोटा है मुझे जरा भी मज़ा नही आता ही उनसे चुदने में। मैंने आज दिन में तुम्हारा लंड देखा था, क्या तुम मेरी मोटे लंड से चुदने की इच्छा को पूरी कर सकते हो। तो मैंने कहा आप जैसी लड़की को जतना बार कहो उतनी बार मैं चोद सकता हूँ।

मैंने मामी को पकड़ कर उनके होठ को चूमने लगा और फिर धीरे धीरे मैंने उनके होठो को पीने लगा और कुछ देर बाद मैं मामी के लाल और मुलायम गाल को काटने लगा और उनके गले को पीने लगा। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। और मामी नही मज़ा लेते हुए मेरे होठ को पी रही थी।
बहुत देर तक उनके होठ को पीन एके बाद मैंने अपने और कपडे निकले और मामी ने अपने कपडे निकाल दिए। मैं और मामी दोनो बिलकुल नंगे हो गए और मैंने मामी को बेड पर लिटा दिया और मामी के पैर को चुमते हुए मैंने उनके जन्घो को चाटते हुए उनकी चूत को भी चूमा और फिर उनके पेट को चुमते हुए उनके चूचियो तक पहुँच गया, मैंने पहले उनके चूची को अपने हाथो में ले लिया और फिर दोनों हाथो से दबाने लगा और साथ में ही मैंने उनके मम्मो को पिने भी लगा था। मामी कुछ देर में मचलने लगी और धीरे धीरे और भी गरम हो गई जिससे उनकी सांसे गर्म हो गई और वो मुझे और भी कामुक नजरो से देखने लगी थी। कुछ देर बाद जब मैं अभी और भी कामुक हो गया तो मैंने उनके मम्मो को पीने के बजाय उनके निप्पल को काटने लगा और उनके चुचियो को जोर जोर से मसलने लगा। जिससे मामी जोर जोर से सिसकने लगी और तडपने लगी। देसी पोर्न स्टोरी डॉट कॉम
जब कुछ देर बाद मैं अपने आप पर काबू नही कर पाया तो मैंने उनके मम्मो को पीने बंद कर दिया और उनके चिकनी कमर को सहलाते और और चुमते हुए मैं उनकी चूत के तरफ धीरे धीरे बढ़ने लगी और फिर मैंने मामी के चूत को चुमते हुए मैंने अपने दांतों से उनके क्लेटोरिस [यानि उनके गुलाबी दाने] को खीचने लगा और फिर कुछ देर बाद मैंने अपने लांद को बाहर निकाला और मामी चूत पर रगड़ने लगा जिससे मामी जिससे मामी के जिस्म की गर्मी से उनका चूत बहुत ही गर्म था। कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को मामी के चूत में पहली बार डाला मामी तो सिसकते हुए अपने बॉडी को एंठने लगी और मैं अपने लंड को एक बार बाहर निकाल कर दुबारा फिर से डाला, उनकी चूत बहुत ही गर्म थी जिससे ऐसा लग रहा था मेरा लंड किसी बहुत गर्म जगह पर चला गया है। पहले तो मैं धीरे धीरे से कड़ी कर रहा थालेकिन कुछ देर बाद मैंने अपनी रफ़्तार तेज करने लगा और जैसे जैसे मेरी रफ़्तार बढ़ रही वैसे वैसे मामी की चूत फैलती जा रही थी और मामी अपने चूत को जोर जोर से मसलने लगी थी। मेरा मोटा लंड जब मामी के रसीली चूत के अंदर जाती तो उनकी फुद्दी होठ की तरह खुल जाते थे और फिर जब बाहर आता तो फिर से बंद हो जाते।ऐसा लग रहा था कि किसी के होठ जो तेजी से बंद और खुल रहे है। कुछ देर में मैं बहुत तेजी से चोदने लगा था

जिससे मामी अपने कमर को उठा कर मुझसे चुद्वाती हुई जोर जोर से …. हाईईईईई, ..उउउहह, आआअहह ओह्ह्ह्हह्ह…..अई..अई..अई….अई..मम्मी उ उ उ उ ऊऊऊ …..ऊँ..ऊँ…ऊँ अहह्ह्ह्हह सी सी प्लीसससससस…..प्लीसससससस, उ उ उ उ आराम से चोदो मैंने इतना दर्द कभी नही सहा है …..हा आः आह्ह्हह्ह बहुत दर्द हो रहा है।
कुछ देर अब्द मैंने अपना लंड मामी की चूत से बाहर निकाल लिया और फिर मैंने मामी को कुतिया बना दिया और फिर मैंने अपने लंड और मामी की गांड में थोडा सा थूक लगा और मैंने अपने हाथो से उनके बड़ी बड़ी गांड को फैलाते हुए अपने लंड को उनकी गांड के अंदर डाल दिया और फिर तेजी से उनकी गांड मरने लगा। कुछ ही देर में वो जोर जोर से चीखने लगी ऐसा लग रहा था की उनकी गांड फट जाएगी, लेकिन कुछ ही देर में मैं भी झड़ने वाला था लेकिन मैंने उनकी गांड मरना कम नही किया और कुछ देर बाद मैंने अपने वार्य को उनके गांड में ही गिरा दिया। देसी पोर्न स्टोरी डॉट कॉम
उस दिन के बाद जब भी मौका मिलता मामी मुझसे चुवाने के लिए तैयार रहती थी क्योकि मेरा लंड बहुत ही मोटा और मस्त था। दोस्तों इस तरह से मैंने अपनी मामी को चोदा।

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