बहन का नग्नतावाद से परिचय-15

बहन का नग्नतावाद से परिचय-15

एक कैफ़े में अपनी नग्न बहन के साथ बैठ कर मेरे मन में मिश्रित भावनाएँ उमड़ रही थी, मैं सोच रहा था कि अब हम भविष्य में भी इस तरह का नग्न जीवन एक साथ जीने की कल्पना कर सकते हैं। अपने जीवन में पहली बार किसी नग्न रिज़ोर्ट पर आने वाली मेरी बहन करेन तीसरे दिन न केवल पूर्ण नग्न हो गई थी अपितु उसने मेरी बगल में बैठ नग्न तस्वीर भी खिंचवाई।

करेन ने फ़ोन मुझे थमाते हुए कहा- किसी दूसरे को यह तस्वीर दिखाने से पहले शायद हमें इसे अलग-अलग काटना पड़ेगा।

इस तस्वीर में कमर से नीचे दिख नहीं रहा था लेकिन करेन का पूरा नग्न बदन दिख रहा था और उसका एक वक्ष ऊंचा उठा हुआ था क्योंकि उसकी बाजू मेरे कन्धे पर थी। उसका पेट समतल था और उसकी ताजी शेव की हुई योनि के पास घने बालों की एक पतली सी पट्टी थी।

करेन बहुत खूबसूरत और कामुक दिख रही थी और मैंने यह बात उसे बताई भी- आप नग्नतावाद के लिए नई होने के बावज़ूद काफ़ी तनावरहित और प्राकृतिक दिख रही हैं।

“ओअ… अच्छा?” उसने उत्तर दिया,”धन्यवाद ! मैं सच में तनाव रहित हूँ। मैं सोचती हूँ कि मुझे इस छुट्टी की जरूरत थी और सच बताऊँ तो मैंने यह नहीं सोचा था कि मैं ऐसा करूंगी लेकिन अब तुम देख ही रहे हो !”

मैंने पूछा,” तो आप सोचती हैं कि नग्नता आपके लिए सही है?”

“निश्चित ही !” करेन बोली,” मुझे तो अब लगता है कि मैं तुम से बेहतर नग्नतावादी बन जाऊँगी।”

“मतलब?”

“मतलब कि मैं इसके प्रति तुम से ज्यादा समर्पित होती लग रही हूँ।”

“मज़े की बात है ना ! कि कुछ पल पहले लोगों के सामने वास्तव में नग्न होने से तुम्हें भय लगता है और जैस ही तुम इसमें कदम रखते हो, तुम्हें लगता है कि तुमने ऐसा पहले क्यों नहीं किया? पता नहीं कि सभी लोग ऐसा ही महसूस करते हैं या कुछ अलग?”

“शायद अलग-अलग !” मैंने उत्तर दिया,’ क्योंकि मेरा अनुभव कुछ अलग था।”

“अरे, ऐसा क्या? तो बताओ ना !”

” फ़िर कभी ! शायद तब जब हम बूढ़े हो जाएँगे !”

“हम कभी बूढ़े नहीं होंगे !” करेन ने अपनी बाहें ऊपर करके अंगड़ाई लेते हुए कहा।

वहां से हम वापिस अपने कैबिन की ओर चल दिए। इस वक्त करेन ने अपना कपड़ा इस तरह से अपनी कमर पर बांध लिया कि चलते समय उसकी नग्नता दिख रही थी।

कैबिन में पहुँच कर उसने इस कपड़े को अपने बदन से हटा कर एक तरफ़ फ़ेंक दिया और नग्न अपने कमरे में गई जो अगले ही पल सन-स्क्रीन की बोतल के साथ वापिस आ गई।

“आज तेज धूप है ! बेहतर होगा कि तुम भी इसे अपने बदन पर लगा लो !” करेन ने सलाह दी।

वह शीशे के सामने खड़ी होकर अपनी टांगों, बाहों पर क्रीम लगाने लगी। जैसे ही वह अपनी टांगों के ऊपरी हिस्से पर पहुँची, उसने बड़ी फ़ुर्ती से अपनी योनि पर काफ़ी क्रीम लगा ली और उसके बाद वो अपने पेट और स्तनों पर क्रीम मलने लगी।

मैं उसके पास गया और एक बार में ही काफ़ी सारी क्रीम लेकर उसे अपनी गरदन से घुटनों तक लगा लिया। इस समय हम चुपचाप अपना काम कर रहे थे और एक दूसरे की ओर कम ही ध्यान दे रहे थे।

“क्या तुम मेरी पीठ पर क्रीम लगा दोगे?” करेन ने पूछा।

मैंने समुचित मात्रा में क्रीम अपने हाथों में ली और इसे उसकी पीठ और कन्धों पर फ़ैला दिया। ऐसा करते हुए उसकी बगल से उसकी चूचियों को मेरे हाथ स्पर्श करना अपरिहार्य था लेकिन मैं इसे निर्विकार भाव से कर रहा था लेकिन करेन शीशे में मुझे यह करता देख कर मुस्कुरा रही थी।

” हे भगवान ! टिम ! इतने भी दब्बू मत बनो ! मैं तुम्हें पीटूंगी नहीं ! क्या तुम मेरे बदन के शेष निचले हिस्से पर भी क्रीम लगा दोगे?” करेन कुछ व्यंग्य से बोली।

मैं नीचे झुका और उसके कूल्हों के उभारों से बचते हुए उसकी जांघों के पिछले हिस्से और पिंडलियों पर क्रीम लगाने लगा।

“हो गया !” मैं बोला।

“तो घूम जाओ ! अब मैं यही काम तुम्हारे लिए कर देती हूँ।”

मेरी बहन जरा भी नहीं शरमा रही थी, उसने मेरी पीठ और कन्धों पर खूब जोर से क्रीम लगाई और फ़िर नीचे झुक कर मेरी जांघों के पिछले हिस्से और पिंडलियों पर !

“ही ही ! तुम नग्नता वादी हो लेकिन तुम्हारे चूतड़ काफ़ी गोरे हैं?” कहते हुए उसने मेरे कूल्हों को दबाते हुए काफ़ी सारी क्रीम वहाँ लगा दी।

उसके हाथ मेरी जांघों के अन्दरूनी हिस्सों पर घूम रहे थे और यदा-कदा मेरे अण्डकोशों को भी छू रहे थे।

एक महिला के इस तरह से स्पर्श से मेरा लिंग अपना सिर उठाने लगा। आने वाली इस अप्रिय स्थिति को भांप कर इससे बचने के लिए मैं बोला- बस हो गया !

और इसके साथ ही मैं करेन से दूर जाने लगा।

“ठीक है ! तो आज का क्या कार्यक्रम रहेगा दिन भर का?” करेन ने पूछा !

“बहुत गर्मी है आज !”

“नौकायन के लिए चले?”

“यह काफ़ी थका देने वाला होगा !”

“पूल पर चलें?”

“इतनी जल्दी क्या करेंगे वहाँ जाकर?”

“आपके लिए कोई फ़ैसला करना मेरे लिए मुश्किल है ! आप ही बताएँ कि क्या करें?”

करेन ने पल भर सोचा,”अम्म… चलो मनोरंजन हॉल की ओर चलते हैं !”

और पाँच मिनट में हम मनोरंजन हॉल के ठण्डे वातावरण में थे। वहाँ पर आरामदायक सोफ़े, एक छोटा पुस्कालय, टेबल टेनिस और पूल टेबल आदि थे। करेन ने कुछ समय नग्न पत्रिकाओं को देखने में बिताया उअर फ़िर उसने मुझे पूल टेबल पर खेलने के लिए उकसाया।

उसने टॉस जीता और जैसे ही खेलने के लिए क्यू-स्टिक लेकर मेज पर झुकी। तो बोली- जैसा मैंने सोचा था इसे खेलना काफ़ी कठिन है !

“क्यों ?”

“नग्न होकर खेलने से मेरे बड़े स्तन बाधक बन रहे हैं !” उसने हंस कर कहा।

मैं उसकी बात समझ सकता था, जैसे ही वह मेज पर झुकती थी, उसके वृहद वक्ष लटक कर उसके निशाना लगाने में अड़चन डाल रहे थे।

हम कुछ देर खेलते रहे कि तभी माइक अपनी पत्नी मियाको के साथ वहाँ घूमते फ़िरते आ गया।

“अरे टिम !” उसने पुकारा।

मैंने करेन को इस युगल से मिलवाया। तो करेन ने इस नवागंतुक जोड़े को युगल-खेल की चुनौती दे डाली।

माइक तुरन्त तैयार हो गया लेकिन मियाको ने पहले कभी यह खेल खेला नहीं था।

जब माइक उसके पीछे आकर उसे छड़ पकड़ कर खेलना सिखाने लगा तो यह दृश्य काफ़ी रोमांचक था।

हर शॉट को खराब करने के बाद मियाको का खिलखिलाना मुझे तो बहुत उत्तेजक लग रहा था। और जब वह खेलने के लिए मेज पर झुकती तो उसके पीछे से उसके चूतड़ों के बीच से झांकती उसकी चिकनी चूत का दिखना सच में एक लाजवाब कामोत्तेजक दृश्य था।

थोड़ी ही देर में मैं और मियाको खेल से लगभग बाहर हो गए क्योंकि करेन और माइक काफ़ी तन्मयता से खेल रहे थे।

मैं मियाको के साथ सोफ़े पर बैठ गया तो उसने अपना कैमरा निकाल लिया और मुझे सुबह खींची तस्वीरें दिखाने लगी और साथ ही एक एक तस्वीर के बारे में पूछने लगी कि कैसी और रखने लायक है या नहीं !

“ये सभी लाजवाब हैं !” मैंने उसे बताया,” और मुझे वहाँ अपने पास ठहरने देने के लिए धन्यवाद !”

“यह पहली बार हमने ऐसा किया है।” उसने बताया,” जब हम यहाँ आने की सोच रहे थे तो हमने सोचा कि एक बार कोशिश करेंगे ऐसा करने की, परन्तु नग्न होकर हम दोनों बहुत प्रसन्न है।”

“लेकिन मैं तुम्हें एक सलाह देना चाहूँगा,” मैंने कहा,”मैंने तुम्हारे साथ का आनन्द लिया परन्तु कुछ लोग ऐसे कृत्य का बुरा मान सकते हैं !”

“ठीक है ! हम ख्याल रखेंगे ! हम किसी को तकलीफ़ देना नहीं चाहते !” मियाको ने कहा।

इसके बाद क्या हुआ? यह रहस्य ही रहेगा क्योंकि यह कहानी इतनी ही मिली थी। भविष्य में अगर आगे की कहानी मिली तो प्रकाशित की जाएगी।

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