मीना के साथ बिताये रंगीन पल-1

मीना के साथ बिताये रंगीन पल-1

मेरा नाम सागर है मैं हरियाणा का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 23 साल है।

आज मैं जो आपको सुनाने जा रहा हूँ वो एक सच्ची कहानी है! यह घटना कुछ समय पहले की है जब हम कॉलेज़ में पढ़ते थे।

यह कहानी मेरी गर्लफ़्रेन्ड मीना की है, उसकी उम्र 21 साल है वो दिखने में बहुत सुन्दर है उसको देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है। उसका फिगर 34-32-34 का है उसकी गांड तो बहुत मस्त है।

अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ।

मैं और मीना एक साथ कॉलेज में पढ़ते हैं। हमने साथ-साथ स्कूल की पढ़ाई भी की थी, हम एक साथ स्कूल-कॉलेज़ जाते हैं और एक साथ ही आते हैं! मैं उसको अच्छी नजरों से देखता था। मेरे मन में उसके प्रति कोई गलत सोच नहीं थी, पर एक दिन क्या हुआ कि बहुत जोर से बारिश हो रही थी और हम दोनों कॉलेज़ जा रहे थे, उसका बदन पूरा गीला हो गया था, वो भीगे कपड़ों में बहुत सुंदर लग रही थी। मेरा मन उसको देखते ही फिसल गया था।

उस रात को मैं सो नहीं पाया, बार बार मुझे उसका भीगा हुआ बदन याद आ रहा था और मैं सोच रहा था कि काश वो मुझे सेक्स करने दे। उस रात मैंने दो बार मुठ भी मारी और जैसे तैसे करके रात गुजर गई।

जब सुबह हम एक साथ कॉलेज़ जा रहे थे तो मैंने मीना को कहा कि मैं तुम्हें कुछ कहना चाहता हूँ।

उसने कहा- कहो!

पर मेरे मुँह से आवाज नहीं निकल रही थी, मैंने उसको कहा- कल बताऊँगा।

तो वो जिद करने लगी।

तो मैंने कहा- कॉलेज़ में बताऊँगा।

फिर उसने कहा- ठीक है!

जब हम कॉलेज़ पहुँच गए तो मेरा मन पढ़ने में बिल्कुल नहीं लगा और जैसे ही हाफ़ टाइम हुआ तो वो मेरे पास आ गई और बोली- क्या बात थी? अब बताओ।

तो मैंने उसको कहा- तुम अकेली कमरे में आओ!

जब हम दोनों एक कमरे मैं गए तो मैंने उसको कहा- मैं तुमसे प्यार करता हूँ!

तो उसने कहा- मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ!

इतना कहने पर मैंने उसका हाथ पकड़ कर कहा- मैं तुमसे सेक्स करना चाहता हूँ!

तो उसने कहा- सागर मैं तुम्हें ऐसा नहीं समझती थी!

फिर मैंने कहा- मीना जब कल तुम्हारे कपड़े भीग गए थे तो तुम्हारा बदन बहुत सुन्दर लग रहा था। मैं तब से ही तुम्हारे साथ सेक्स करने की सोच रहा हूँ। और कल रात को मुझे नींद भी नहीं आई। उसने कहा- देखो सागर, मैं तुमको एक अच्छा दोस्त मानती हूँ! पर तुम तो!

इतना कह कर वो वहाँ से चली गई और मैं अपने कि कोसता रहा कि मैंने ये सब क्या किया।

फिर मैं निराश होकर वहाँ से घर चला गया। फिर दो दिन मैं कॉलेज़ नहीं गया तो दो दिन बाद उसका कॉल आया, उसने पूछा- तुम कॉलेज़ क्यों नहीं आ रहे हो?

मैंने कहा- तबियत ख़राब है!

तो उसने कहा- तुम्हारी तबियत खराब नहीं, उस दिन की बात से नाराज हो तुम!

मैंने कहा- ऐसा कुछ नहीं है!

फिर मैं उस दिन कॉलेज़ जाते समय लेट हो गया और उस दिन मैं अपनी बाईक लेकर कॉलेज़ गया।

मैडम ने पूछा- आज लेट क्यों आए हो?

मैंने कहा- मैडम, तबियत ख़राब थी!

मैडम ने कहा- ठीक है, अपनी सीट पर जाओ!

फिर जब हाफ टाइम हुआ तो मीना मेरे पास आई उसने कहा- तुम मुझ से नाराज हो क्या?

मैंने कहा- नहीं!

फिर जब कॉलेज़ की छुट्टी हुई तो मैंने मीना को कहा- मैं बाईक लेकर आया हूँ! हम दोनों बाईक पर चलेंगे!

तो वो मान गई। जब मैं बाईक चला रहा था तो उसकी चूची मेरी पीठ पर लग रही थी। ऐसे में मेरा लौड़ा खड़ा हो गया और जैसे तैसे मैंने उसके घर के सामने बाईक रोक दी, वो उतर गई।

मैंने उसको कहा- अब मैं चलूँ?

उसने कहा- घर पर आये हो चाय पी कर जाना!

तो मैंने कहा- ठीक है!

जब हम अन्दर गए तो अंदर कोई नहीं था, मैंने उसको कहा- घर के बाकी लोग कहाँ हैं?

तो उसने कहा- शादी में गए हुए हैं! तुम अंदर चलो न!

मैं अन्दर जा कर सोफे पर बैठ गया।

उसने कहा- मैं चाय बना कर लाती हूँ!
मैंने कहा- ठीक है!

वो चाय बना कर ले आई और हम दोनों ने चाय पी, फिर मैं बोला- अब मैं चलूँ?
उसने कहा- रुको ना!

मैंने कहा अब क्या हो गया? रूक कर क्या करूंगा?
फिर वो बोली- तुम रुको, मैं अभी आई!
मैंने कहा- कहाँ जा रही हो?
तो उसने कहा- कपड़े बदल कर आती हूँ!

फिर जब वो कपड़े बदल कर आई तो बहुत सेक्सी लग रही थी। उसने टी-शर्ट और लोअर पहना हुआ था, वो मेरे सामने बैठ गई, उसको देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया। जी कर रहा था कि साली को पकड़ कर अभी चोद दूँ!

फिर हमने इधर-उधर की बातें की, फिर उसने कहा- टीवी चला लो!

जैसे ही हमने टीवी चलाया तो एक लड़का एक लड़की को चूम रहा था। यह सब देख कर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और फिर मैंने मीना को पकड़ लिया- मीना, मैं तुमसे सेक्स करना चाहता हूँ!

तो मीना ने कहा- यह तुम क्या कर रहे हो? प्लीज़ मुझे छोड़ो!

पर मैंने उसको नहीं छोड़ा और मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और चूसने लगा। कुछ देर उसने बहुत कोशिश की छुटने की। फिर तो वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरे होंठों को चूसने लगी! मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा और वो अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह करने लगी।

फिर मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया और ब्रा के ऊपर से ही चूचियाँ दबाने लगा। उसको बहुत मजा आ रहा था, वो कह रही थी- और जोर से दबाओ! जोर से, और जोर से!

फिर मैंने उसकी ब्रा को भी निकाल दिया और उसकी चूची चूसने लगा और वो जोर जोर से ओह्ह्ह अह्ह्हह्ह की आवाज निकाल रही थी। फिर मैं कम से कम 5 मिनट तक उसकी चूची चूसता रहा!

फिर मैं उसको उठा कर बैडरूम में ले गया और वहाँ मैंने उसका लोअर उतार दिया, मैं उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को चूसने लगा और वो बस अह्ह ओह्ह्ह्ह की आवाज निकाल रही थी। फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी और चूत में ऊँगली करने लगा।

वो कह रही थी- दर्द हो रहा है, प्लीज़ आराम से करो!

मैंने उसकी चूत पर अपना मुँह रख दिया और चूत को चूसने लगा। कुछ देर बाद उसकी चूत से पानी निकलने लगा और वो मैं सारा का सारा पानी चाट गया।

फिर मैंने अपने भी कपड़े उतार दिए और अपना लौड़ा उसके हाथ पर रख दिया और कहा- लो इसे चूसो इसको!

तो वो मना करने लगी। मैंने ज़बरदस्ती उसके मुँह में अपना लौड़ा दे दिया और फिर लगा धक्के मारने और करीब 2 मिनट तक मैं उसके मुँह में धक्के मारता रहा।

फिर मैंने उसको कहा- तुम सीधी लेट जाओ!

और वो लेट गई।

फिर मैं उसके ऊपर आ गया और उसको दोनों टांगो को चौड़ी करके अपना लौड़ा उसकी चूत पर लगाया, एक हल्का सा धक्का मारा और मेरा लंड का ऊपरी सिरा उसकी चूत में चला गया और वो कहने लगी- उईईईईईई मर गई! छोड़ो मुझे!

पर मैंने उसकी नहीं सुनी और अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिए और चूसने लगा। कुछ देर बाद मैंने एक धक्का और मारा जिससे मेरा 3 इंच उसकी चूत में चला गया। उसने चीखने की कोशिश की पर मैंने आवाज को बाहर नहीं आने दिया और फिर मैं कुछ देर ऐसे ही उसके ऊपर पड़ा रहा।

फिर मैंने एक जोर का धक्का मारा तो मेरा पूरा लौड़ा उसकी चूत में चला गया जिससे उसके मुँह से आवाज आई- गर्रर उईईईईईए!

और उसकी आँखों से आँसू निकल आये और चूत में से खून निकल रहा था। पर मैंने उसकी परवाह नहीं की और कुछ देर उसकी चूची चूसता रहा और फिर जब उसका दर्द कम हुआ तो मैं जोर जोर से धक्के मारने लगा और वो भी पूरे जोश से मेरे धक्कों का जवाब कमर हिला कर दे रही थी और सेक्सी सेक्सी आवाज निकल रही थी, कह रही थी- फक्क मी ओह्ह्ह अह्ह्हह्ह ओह्ह अह्हह्ह आह!

फिर मैं उसकी 20 मिनट तक चुदाई करता रहा और फिर उसकी चूत में ही झर गया वो भी कम से कम दो बार झर चुकी थी।

मैंने उससे पूछा- कैसा लगा तुम्हें?
तो उसने कहा- बहुत अच्छा लगा!

फिर जब उसने अपनी चूत को देखा तो कहने लगी- यह क्या है?
तो मैंने कहा- पहली बार में ऐसा होता है, तुम डरो मत!

फिर हम उठ कर नहाने चले गए और जब हम वापिस आये तो मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। तो उसने कहा- यह क्या हो गया इसको? यह तो सो भी नहीं रहा है!

मैंने उसको कहा- तुम सुला दो इसको!
फिर हमने एक बार और सेक्स किया।
इस तरह मैं मीना के साथ बेहतरीन पल बिताता हूँ!

दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी कहानी? मुझे मेल करके बताएँ और मैं अगली कहानी में बताऊँगा कि कैसे मैंने उसकी गांड मारी!
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