प्यासी दीदी – दीदी: ahhhhhhhhhhh……. अब मजा आ रहा है… ऐसे ही चोदते रह मुझे

प्यासी दीदी – दीदी: ahhhhhhhhhhh……. अब मजा आ रहा है… ऐसे ही चोदते रह मुझे

मेरा नाम रोहित है, मैं ग्रेजुएशन की पढाई कर रहा हूँ. मेरे घर में मम्मी पापा और मेरी बड़ी बहन सिमरन रहती है. सिमरन दीदी २९ साल की मस्त पंजाबी माल है दिखने में बहुत ही खूबसूरत और सेक्सी है. फिगर ३८-३२-४० होगा.
दीदी का बदन पूरा गदराया हुआ है. बड़ी बड़ी चूचियां और उभरी हुई बड़ी सी गांड. दीदी को जो देखले एक बार उसका लंड खड़ा हो जाता है. दीदी एक कर्रिएर ओरिएंटेड गर्ल है. इसलिए वो बॉयफ्रेंड और शादी के चक्कर में नहीं पड़ना चाहती.
एकबार मैं अपने कमरे में नहा रहा था. और दीदी मुझे खोजते हुए मेरे बाथरूम में आ गयी. उस समय मैं पूरा नंगा नहा रहा था, और मेरा ९” का लौडा पूरा खड़ा था. मैंने देखा दीदी उसे काफी गौर से देख रही थी. थोड़ी देर बाद दीदी सॉरी बोल कर चली गयी. उस दिन के बाद से दीदी का बर्ताव बदल गया. अब वो मुझे अपना पूरा बदन दिखाती है. दीदी की हाइट बहुत अच्छी है, जिसमे उनकी बड़ी बड़ी चूचियां और चौड़ी गांड और कयामत ढाती है. दीदी घर पर टाइट कुर्ती पहनती है, जिससे उनके बदन का भूगोल पूरा दीखता है. दीदी झुक कर हमेशा मुझे अपनी चूचियों के दर्शन कराती है.

एकबार दीदी की सहेली की शादी थी. शादी दूसरे शहर में थी, इसलिए दीदी मुझे भी साथ ले गयी. शादी एक होटल में थी, जहा दीदी के लिए एक कमरा बुक किया था. मैं और दीदी वही रुके थे. शाम को दीदी ने एक सेक्सी रेड कलर की साड़ी पहनी, क्या गजब की माल लग रही थी. उनके ब्लाउज का बैक पूरा खुला था और गला काफी डीप था. साली की फुटबॉल जैसी चूचियां आधी से ज्यादा नंगी थी. आज दीदी का हुस्न देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. दीदी से साड़ी काफी निचे बंधी थी, जिससे उनकी गोरी कमर दिख रही थी और गांड काफी कसा हुआ लग रहा था.

दीदी: और भाई कैसी लग रही हूँ
मैं: दीदी आज तो आप ही दुल्हन लग रही हो
दीदी: चल झूठ मत बोल
मैं: सच दीदी आप आज बहुत सेक्सी लग रही हो.
दीदी: अच्छा चल पार्टी में चलते है

फिर हमने पार्टी अटेंड की. मैं पूरी पार्टी सिर्फ दीदी को ही ताड़ता रहा. पार्टी के बाद हम होटल रूम में वापस आ गए. मैंने देखा दीदी थोड़ी उदाश दिख रही थी.

मैं: क्या दीदी आप टेंशन में क्यू लग रही हो
दीदी: कुछ नहीं भाई.. मेरी सब सहेलियों की शादी हो गयी
मैं: दीदी आप भी शादी करलो
दीदी: नहीं भाई .. मुझे शादी के चक्कर में नहीं पड़ना है
मैं: तो दिक्कत क्या दीदी
दीदी: तुम नहीं समझोगे.. मेरी सब सहेलियों की शादी हो गयी है. सब मुझे अपनी सुहागरात की स्टोरी बताती है.
मैं: तो क्या हुआ दीदी?
दीदी: भाई मैंने बोला था तू नहीं समझेगा.. भाई मैं भी जवान हूँ मेरी भी कुछ जरूरते है
मैं: क्या दीदी
दीदी: भाई अब तू बड़ा हो गया… मेरी सब सहेली मुझे अपनी चुदाई की कहानी सुनाती है. तो मेरा भी मन करता है.. मुझे भी कोई चोदे अच्छे से.

दीदी ने अपना पल्लू हटा दिया, उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ क्या नजारा था, तरबूज जैसी अधनंगी दो चूचियां में सामने थी. जो दीदी की सांसो के साथ उछल रही थी.
दीदी: भाई ये बदन बहुत प्यासी है. मैं चाहती हूँ की तुम इसकी प्यास भुझाओ
मैं: क्या बोल रही हो दीदी?
दीदी: भाई तुम जवान हो गए.. और मेरी जवानी की आग को तुम ही ठंडा कर सकते हो. मेरा तेरा लंड देखा है, बहुत जालिम हथियार है तेरा
मैं: दीदी मुझे ठीक नहीं लग रहा है
दीदी: साले जब मेरी चूचियों और गांड को ताड़ता है तब तुझे ये ख्याल नहीं आता. मैंने देखा है तू मुझे देखकर अपना लंड मसलते रहता है
मैं: ऊऊफफफफफ दीदी क्या करू.. आपकी चूचियां इतनी बड़ी बड़ी है की चूसकर खा जाने का मन करता है. और आपकी मांसल चौड़ी गांड लंड में तूफ़ान ले आता है. मैं तो कबसे आपकी बूर और गांड चोदना चाहता हूँ.
दीदी: भाई तो सोच क्या रहा है. तेरी दीदी पल्लू उतर कर तुझे चोदने का न्योता दे रही है. आ भोग ले मेरी जवानी..

मैंने दीदी को पीछे से पकड़ लिया, मेरा लंड दीदी की गांड को रगड़रहा था. मैं दीदी की नैक पर किश कर रहा था, मैंने दीदी की चूचियों को दबाना सुरु कर दिया.. क्या मुलायम चूचियां थी साली की, मजा आ गया…

मैं: दीदी आप के आम बहुत बड़े बड़े है,
दीदी: भाई ले ले तेरे लिए ही है सब. आज से ये बदन तेरा हुआ.. तू जैसे चाहे इसे भोग ले…

मैंने दीदी का ब्लाउज खोल दिया, अब दीदी की चूचियां पूरी नंगी थी. दीदी की चूचियां बहुत बड़ी बड़ी थी. मेरे एक हाथ में नहीं आ रही थी. मैं उसे दबा दबा कर चूस रहा था..

दीदी: अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.. भाई … और चूस…..ओह्ह्ह्हह्ह
मैं: दीदी आप मेरा लौडा चुसो

दीदी ने पैंट से मेरा लंड निकला और एक प्रोफेशनल रंडी की तरह चूसने लगी. १० मिनट में दीदी ने मेरा माल निकाल दिया.. मैंने दीदी की साड़ी उतर दी. अब दीदी पूरी नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी. उनका जिस्म संगेमरमर की तरह चमक रहा था. दीदी का गदराया बदन आज नंगा मेरे बिस्तर में था. मैं दीदी के एक एक अंग को चुम रहा था. दीदी को जोश पूरी चरम सीमा पर थी. फिर मैंने दीदी की चिकनी और सुन्दर बूर को निशाना बनाया और चूसने लगा..

दीदी: बस कर भाई.. ज्यादा मत तड़पा.. चोद दे अपनी बहन..फाड़ दे मेरी बूर
मैं: ठीक है दीदी.. तो तैयार हो जायो.. आज आपका भाई आपको बहुत छोड़ेगा..

मैंने दीदी के बूर में अपना लंड लगाया और एक तगड़ा शॉट मारा. लंड दीदी की बूर को फाड़ता हुआ आधा घुस गया..

दीदी: भाई बहुत दर्द हो रहा है… उईईईईई माँ… मर गयी
मैं: बस दीदी थोड़ा और फिर मजे ही मजे है

एक और दमदार शॉट के साथ मैंने अपना पूरा लंड दीदी की बूर में पेल दिया. दीदी की आँखों में आंसू आ गए. दीदी की सील टूट गयी थी, बूर से थोड़ा ब्लड भी निकला. थोड़ी देर बाद मैं धीरे धीरे धक्का मारने लगा..

मैं: दीदी आपकी सील तोड़ दी मैंने… अब आप चुदी हुई औरत बन गयी हो
दीदी: ahhhhhhhhhhh……. अब मजा आ रहा है… ऐसे ही चोदते रह मुझे
मैं: येलो दीदी फिर…

मैं घाचा घच अपना लंड दीदी की बूर में पेलने लगा… लंड भी पुरे उफान में थे, ऐसा जवान बदन जो चोदने मिला था. मेरा लंड दीदी की बूर को बहुत तेजी से चोद रहा था…

दीदी: अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह ….. उईईईईई … और जोर से भाई…..
मैं: उफ्फ्फफ्फ्फ़ सिमरन मेरी रांड, क्या बदन है तेरा.. अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.
दीदी : और चोद बहनचोद …लम्बा शॉट मार.. ले ले मेरी जवानी का मजा

थोड़ी देर बाद मैंने दीदी को डॉगी स्टाइल में चोदने लगा… दीदी की बड़ी चुत्तड़ो को पकड़ कर चोद रहा था… क्या भरी हुई गांड थी..

मैं:अह्ह्ह्हह्हह दीदी .. मेरा मजा आ गया….
दीदी: हां भाई.. अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह…

मैं दीदी की झूलती हुई चूचियों को दबा दबा कर चोद रहा था. १ घंटा चोदने के बाद मैं दीदी की बूर में ही झड गया…

प्यासी दीदी - दीदी: ahhhhhhhhhhh....... अब मजा आ रहा है... ऐसे ही चोदते रह मुझे

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प्यासी दीदी – दीदी: ahhhhhhhhhhh……. अब मजा आ रहा है… ऐसे ही चोदते रह मुझे