अनजान भाभी की चुत और मेरा लंड
हैलो फ्रेंड्स, ये भाभी की चुत की मेरी पहली कहानी है, जो कि बिल्कुल सच्ची है. मेरा नाम गौरव है और मैं पुणे का रहने वाला हूँ. मुझे पुणे शिफ्ट हुए आठ साल हो गए हैं. मैं एक नॉर्मल कदकाठी का साधारण सा इंसान हूँ. साथ ही साढ़े छह इंच लम्बे मस्त लंड का मालिक हूँ … और सेक्स में बहुत देर तक एक्टिव रहता हूँ. वैसे तो मेरी कई गर्लफ्रेंड्स रह चुकी हैं. मैंने कई चूत चोदी हैं. मुझ में सेक्स का कीड़ा कुछ ज़्यादा ही उछलता है.
ये बात आज से दो साल पहले की है. तब मेरी उम्र छब्बीस साल की थी.
मैं पुणे में एक आईटी कंपनी में काम करता हूँ. मेरे काम का समय दस से नौ का होने के कारण मैं यहां कोई गर्लफ्रेंड नहीं बना पाया था. कहीं बात बनती भी थी, तो समय ना देने के कारण कोई भी ज़्यादा दिन तक साथ नहीं रहती.
ऑफिस में ज़्यादा काम ना होने पर मैं ऑनलाइन जुगाड़ ढूँढने लगा. कई साइट्स पर सेक्स के लिए अड्वरटाइज़ भी पोस्ट किए, पर किसी का कोई फ़ायदा नहीं हुआ.
एक दिन मेरी किसी एड पर एक लड़की का ईमेल आया. उसमें उसने मिलने के लिए इन्वाइट किया था. फिर कुछ देर चैटिंग करने के बाद पता चला कि वो एक शादीशुदा भाभी है और उसका नाम क्यारा है. उसका पति हफ्ते में एक दो दिन ही घर पर रहता था. कुछ देर बातें करने के बाद मैंने उससे उसका अड्रेस लिया और मिलने का समय फिक्स किया, जो कि अगली रात का फिक्स हुआ था.
अगले दिन तय समय पर मैं पुणे के एक इलाक़े के सुनसान जगह पर जा पहुंचा, जहां से वो मुझे पिक करने वाली थी.
कुछ देर इंतज़ार के बाद उसका कॉल आया. उसने मुझे बताया कि वो रेड कलर की पोलो में है, जो कि मेरे थोड़ी दूरी पर पार्क थी.
मैंने दूर से उसकी कार को देखा और उसे फोन पर बताया कि हां मुझे गाड़ी दिख गई. इस पर उसने मुझे कार में आकर बैठने को कहा.
चूंकि मैं पहली बार किसी अंजान लेडी को डेट करने वाला था, तो मेरी थोड़ी फटी हुई थी. मैं गाड़ी के पास गया, तो उसने शीशा नीचे करके मुझे बैठने के लिए बोला. मैं गाड़ी में बैठ गया और हम चल पड़े.
मैंने उससे पूछा कि हम कहां जा रहे हैं?
उसने बताया कि वो मुझे अपने घर ले जा रही है.
थोड़ी दूरी पर उसने एक वाइन शॉप पर कार रोक दी और मुझे व्हिस्की लाने को कहा और साथ में सिगरेट भी. मैं वो सब ले आया. फिर हम उसके घर पहुंचे. वो एक बड़ी सोसाइटी थी.
हम लिफ्ट की तरफ बढ़ रहे थे, तब मैंने उसे ठीक से देखा. आप को बता दूँ कि वो एक 35 वर्ष की महिला थी. इसकी हाइट लगभग साढ़े पांच फीट की थी, वो थोड़ी मोटी पर बहुत हॉट लेडी थी. लिफ्ट की तरफ बढ़ते वक़्त मैं उसके पीछे पीछे चल रहा था और उसकी माँसल गांड को देख कर ऊपर वाले का शुक्रिया कर रहा था.
हम दोनों क्यारा के घर पहुंचे. ये एक दो बेडरूम वाला फ्लैट था … जो कि काफ़ी अच्छी तरह से सजाया हुआ था.
उसने मुझे सोफे पर बैठने को कहा और वो किचन में चली गयी. वापस आने पर वो अपने साथ में दो ग्लास, पानी और आइस-ट्रे ले आई.
वो मेरे सामने सोफे पर आकर बैठ गयी. हम दोनों बातें करने लगे. उसने पूछा कि मैंने पहले भी किसी लेडी को डेट किया है?
मैंने ना में सिर हिलाया और कहा- लड़कियां तो बहुत चोद चुका हूँ, पर आप जैसी लेडी आज तक नहीं मिली.
उसने चुदाई शब्द सुना तो मुझे आंख मारी. इस बात पर हम दोनों हंस पड़े. फिर उसने ड्रिंक्स बनाना शुरू किया और एक ग्लास मुझे ऑफर किया. हम दोनों धीरे धीरे बातें करते हुए दो दो पैग पी चुके थे. साथ में सिगरेट भी मजा दे रही थी.
इसके बाद उसने खाना सर्व किया और हम दोनों ने साथ में ही खाना खाया.
इसके बाद क्यारा ने कहा कि वो नहाने जा रही है.
मैंने उसको हां बोल दिया.
उसके आने तक मैं एक ग्लास और खाली कर चुका था. अब मुझे थोड़ा नशा होने लगा था. करीब पंद्रह मिनट बाद क्यारा ने मुझे आवाज़ दी और अपने पास आने को कहा.
मैं दारू का पैग लेकर उसके बेडरूम में गया, तब भी वो बाथरूम में ही थी.
मैंने उसे आवाज़ दी- कितना सताओगी यार?
तो उसने हंस कर कहा- अगर तुमको फ्रेश होना है, तो बाहर एक और बाथरूम है, वो यूज़ कर लो.
मुझे भी जोरों की सूसू लगी थी, तो मैं हल्का होने चला गया. वापस आया तो देखा क्यारा अपने बेडरूम में ब्लैक ट्रांसपेरेंट नाइटी पहने हुए बेड पर बैठी थी. उसके होंठों में एक सिगरेट फंसी थी. मैं उसे इस तरह से देख कर देखता ही रह गया.
मेरे लंड ने उसे सलामी दे दी और मैं उसके पास खिंचता चला गया. उसके पास जाते ही मैंने उसे चूमना शुरू कर दिया, वो भी मेरा साथ दे रही थी. मेरे हाथ उसकी चौंतीस साइज़ की चुचियों पर अपना काम कर रहे थे. मैं दूसरे हाथ से उसकी जांघों को सहला रहा था.
क्यारा के मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं- आहह आहह ईइस … आस्स्स्सा… आहह!
उसकी आवाज से लग रहा था, जैसे वो कई दिनों से लंड के लिए तरस रही थी. नशा तो उसको भी हो रखा था और वो बड़बड़ा भी रही थी- आह राजा, दबाओ ज़ोर से मेरे चूचों को!
करीब पंद्रह मिनट के फोरप्ले में मैंने उसकी नाइटी और उसकी ब्रा को अलग कर दिया और उसके खरबूज जैसे चुचों को आज़ाद कर दिया. फिर मैं उसके चूचों को मसलने लगा और एक चुचे को मुँह में दबा कर चूसने लगा.
वो बावरी सी होने लगी और मुझे चूमने लगी. उसने मेरे कपड़े उतारे और मेरे लंड को देख कर अपने होंठों को दबा के कातिल स्माइल दी. वो मेरे लंड से खेलने लगी. अब तक मेरा हाथ उसकी चूत की ओर बढ़ रहा था. मैंने उसकी डोरी वाली ब्लैक पेंटी को खोल कर फेंक दिया और उसकी क्लीन शेव चूत को उंगली से सहलाने लगा.
मेरा हाथ जैसी ही उसकी चूत से टच हुआ, वो अचानक सिसिया उठी और फिर से मेरे लंड से खेलने लगी. कुछ देर में उसने 69 की पोज़िशन बनाने को कहा और हम एक दूसरे को चूसने लगे.
मैं अब सातवें आसमान पे था. मेरे लंड पर जैसे ही उसने अपनी जीभ से सहलाया … मुझे सनसनी हो गई. उसने लंड चाट कर अपने मुँह में भर लिया, इससे मेरी आंखें बंद हो गईं और मैं उसकी चूत चाटने लगा.
थोड़ी ही देर में वो बहुत गर्म हो चुकी थी, जिसका अंदाज़ा भाभी की गीली चुत से मुझे हो गया. वो ज़ोर ज़ोर से बड़बड़ा रही थी- ‘आहह उह ऊहह उम्म्ह… अहह… हय… याह… चाटो आअहाहह … मज़ा आ रहा है. तुम्हारी जीभ तो कमाल कर रही है.
मैं अपनी एक उंगली से उसकी चुत को मसल भी रहा था. फिर मैंने उंगली उसकी चुत में घुसेड़ दी और उसने मेरे लंड को मुँह से निकाल कर एक बड़ी गहरी सांस लेते हुए मुझे अपनी कामाग्नि का अहसास कराया. एक पल बाद वो फिर से लंड को चूसने लगी.
क्यारा- अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा. तुम जल्दी से अपने लंड को मेरी चुत में गाड़ दो और मेरी आग को बुझा दो.
मैंने झट से अपना हथियार निशाने पे लगाया और धीरे से एक झटका लगा दिया. मेरा आधा लंड उसकी चुत को चीरता हुआ अन्दर घुस गया और वो ज़ोर से चीख पड़ी- उउह आअहह आअहह … धीरे करो दर्द हो रहा है … मेरे पति का साइज़ तुमसे बहुत छोटा है … उउऊहह … आआहह.
मैं उसे किस करने लगा. मेरे दोनों हाथ उसके दोनों चुचे मसल रहे थे और वो मादक सिसकारियां ले रही थी. फिर मैंने एक और जोरदार झटके के साथ पूरा लंड उसकी चुत में घुसा दिया. उसकी आंखों से आंसू निकल आए, पर मैंने अनदेखा करके चुदाई शुरू कर दी.
करीब पंद्रह मिनट की चुदाई के बाद मेरा छूटने वाला था. मैंने उससे पूछा- कहाँ निकालूँ?
उसने कहा- मेरे चेहरे पे.
मैंने वैसे ही किया.
उसने मेरे लंड के पानी को बड़ा एन्जॉय किया. कुछ रस उसने चाटा भी और कहा- बड़ा टेस्टी माल है.
मैंने कहा- टेस्टी लगा है, तो लंड चूस कर साफ़ कर दो न.
उसने गप से मेरा लंड अपने मुँह में भर लिया और मेरे लंड में लगा मेरा और अपनी चूत का मिक्स रस चाट कर लंड साफ़ कर दिया.
मुझे उसकी ये पिपासा बड़ी रोमांचक लगी और मैंने भी उसके होंठों में लगा हम दोनों के रस को चूस लिया.
बिस्तर पर यूं ही नंगे पड़े रह कर उसने एक पैग उठाया. जिसे हम दोनों ने सिप सिप करके पिया. साथ ही सिगरेट का मजा भी लिया.
हम दोनों काफी चिपचिपे से हो गए थे. इसलिए हम दोनों नहाने चले गए. नहाते वक़्त मैंने उसे बाथरूम में फिर से चोदा.
उस रात हम दोनों ने चार बार चुदाई का मज़ा लिया. उसने मुझसे ढेर सारी बातें की और मुझे अपनी अधूरी वासना को लेकर अपना दुःख बताया.
मैंने उससे कहा- कोई दिक्कत की बात नहीं है, यदि तुम चाहोगी, तो मैं पूरी कोशिश करूंगा कि तुम्हारी चुत के लिए मेरा लंड मिलता रहे.
उसने भी मुझे अपनी कुछ फ्रेंड्स के साथ चुदाई का मजा दिलाने का वायदा किया.
इसके बाद मैंने उसे कई बार चोदा. एक महीने बाद ही उसने अपनी एक बड़ी हॉट से सहेली मुझे मिलवाया. उसने मुझसे एक ही बिस्तर पर थ्री सम चुदाई के लिए कहा, तो मैंने हां कर दिया. अब जल्द ही मैं उन दोनों को चोद कर रगड़ने वाला हूँ.
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