अनजान लड़के के साथ सेक्स
दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है.
हम सब अपने मोबाइल में फेसबुक चलाते हैं और मेरी कुछ सहेलियां भी हमेशा अपने मोबाइल में फेसबुक चलाती थी और हमेशा बिजी रहती थी. मेरा कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं था क्योंकि मैं हमेशा घर में ही रहती हूँ और मेरे घर वाले मुझे कहीं जाने भी नहीं देते हैं.
लेकिन एक दिन मैंने भी फेसबुक पर अपनी आईडी बना ली और मुझे फेसबुक पर एक लड़के का फ्रेंड रिक्वेस्ट आया और मैंने देखा कि उसने मुझे फेसबुक पर बहुत मेसेज किये.
और बाद में मैंने उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर ली तो वो मुझे रोज खूब मेसेज करता था और मैं भी उससे कभी कभी बातें कर लेती थी.
मेरी सहेलियाँ हमेशा बोलती थी कि फेसबुक पर बहुत सारे लड़के परेशान करते हैं. इसीलिए मैंने अब तक फेसबुक में आईडी नहीं बनाया था. लेकिन अब जब बना लिया तो मुझे परेशान करने वाला लड़का भी मिल गया और मैं जब उस लड़के से रोज फेसबुक पर बातें करने लगी तो मुझे भी फेसबुक अच्छा लगने लगा.
मुझे उसने बताया कि वो मुझसे सेक्स करना चाहता है और वो मुझसे मिलने के लिए बोलने लगा.
लेकिन मैं उससे बोली- मैं ये सब नहीं कर सकती हूँ!
और मैंने उसको अपने फेसबुक से हटाने की सोची लेकिन हटाया नहीं… तो वो मुझे रोज बार बार मेसेज करता था और मुझे बोलता था कि वो मुझसे मिलना चाहता है, मेरे साथ सेक्स करना चाहता है.
एक दिन मैंने भी सोचा कि इससे मिल ही लेती हूँ और सब कुछ इसको बता देती हूँ कि मैं उससे सेक्स नहीं कर सकती हूँ, मेरे घर वाले मुझे बाहर नहीं निकलने देते हैं.
एक दिन मेरे मम्मी पापा दोनों शादी में बाहर गए थे और घर में मेरे भैया और मैं थी और मेरी चाची थी. तो मैं अपने घर में हमेशा फ्री रहती थी तो पूरे दिन हम दोनों दोनों फेसबुक पर बातें करते थे. मैंने उसको अपने घर का पता दे दिया.
उस वक्त मेरे भैया बाहर गए थे और मेरे मम्मी पापा बाहर शादी में गए हुए थे और चाची अपनी पडोसी की आंटी के साथ बाजार गयी थी. वो लड़का मेरे घर के बाहर आ गया अपनी बाइक पर और मैं मैं उसको अपने घर के अन्दर लेकर आई और एक गिलास पानी लेकर आई.
वो देखने में अमीर लग रहा था, वो सोफे पर बैठा था और मुझे घूर घूर कर देख रहा था. वो मुझसे मिलने के लिए मेरे घर पहली बार आया था तो मेरे लिए गिफ्ट लेकर आया था. वो मुझे गिफ्ट दे रहा था पर मैं उससे गिफ्ट नहीं ले रही थी. वो मुझसे बोल रहा था- मैं ये गिफ्ट हम दोनों लोग की दोस्ती के लिए लेकर आया हूँ.
वो मुझे बोला- तुम मुझे अपनी जिस्म से मुझे खुश कर दो, मैं तुमको बहुत पसंद करता हूँ.
वो मुझे बोल रहा था- मैं तुमको बहुत अच्छे से चोदूँगा और तुमको मुझसे चुदवाने में बहुत मजा आएगा.
और वो मुझे अपने लंड की तरफ इशारा कर रहा था.
मैं आपको एक बात बता दूँ कि वो दिखने में बहुत स्मार्ट था इसलिए मैं भी उसको अन्दर ही अन्दर पसंद कर रही थी. मैं भी अपनी सहेलियों की तरह अपनी चुत चुदवाना चाहती थी लेकिन मुझे ये डर लगता था कि कहीं घर वालों को ये बात पता चल गयी तो वो लोग मुझे मारने लगेंगे. और मैं कभी कभी अपनी सहेलियों के साथ बाहर घूमने के लिए जाती हूँ, वो भी घर वाले मना कर देंगे.
वो मुझे वासना भरी निगाहों से देख रहा था और उसका लंड मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था. मैं भी उसको एक अलग नजर से देख रही थी और वो मेरी नजर को समझ गया था कि मैं भी चुदवाना चाहती हूँ. उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने गले लगा लिया और वो मेरे हाथ को किस करने लगा.
हम दोनों हंस हंस कर बातें भी कर रहे थे.
उसने मेरी चूची को अपनी मुट्ठी में लेकर मसल दिया और मुझे अपनी बाँहों में भर कर मुझे चूमने लगा.
मैं उसको बोली- रुक जाओ… कोई घर में आ जायेगा.
इसलिए मैं घर के पीछे वाले दरवाजे की तरफ गयी और वहाँ का दरवाजा खोल दिया और हम दोनों लोग पीछे वाले दरवाजे की तरफ गए और एक दूसरे को किस करने लगे.
वो मुझे बोल रहा था- तुम्हारे साथ एन्जॉय करने में अलग मजा है!
और वो बोल रहा था- तुम मेरे एक फ्रेंड से भी चुदवाओगी.
वो मेरी चूची को दबाने लगा और मैं मस्त मस्त सिसकारियाँ लेने लगी.
वो मुझे अपने से चिपका कर मुझे किस कर रहा था. अब उसने मेरी स्कर्ट को निकाल दिया और मेरे ऊपर के कपड़े को भी निकाल दिया और मुझे अपनी शर्ट और पैन्ट निकालने के लिए बोला.
मैंने उसका शर्ट और पैन्ट निकाल दी.
मैं ब्रा और पेंटी में थी और वो अंडरवियर में था और हम दोनों एक दूसरे को किस कर रहे थे. वो मुझे पीछे से हग करके मेरी चूची को दबा रहा था.
तभी उसने मेरी पेंटी को उतार दिया और मेरी चूत पर किस करने लगा. वो मेरी चूत को किस करने के बाद मेरी चूत को चूसने लगा और अपना अंडरवियर निकल दिया और अपना लंड हिलाने लगा.
मैं उसका लंड पकड़ कर रगड़ने लगी और वो मेरी चूत को अपने हाथ से सहला रहा था.
उसने मुझे नीचे बैठा दिया और लंड चूसने को कहा, मैं उसके लंड को चूसने लगी.
कुछ देर बाद वो मुझसे बोल रहा था- अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है!
और उसने मुझे लिटाया, अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा. मुझे मजा आ रहा था.
उसके बाद उसने एक झटका मेरी चूत में दिया और उसका लंड मेरी चूत में चला गया. मैं दर्द के मारे चिल्लाने लगी और वो मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिये और मुझे किस करने लगा. वो उसके बाद मुझे चोदने लगा और मैं भी बाद में अपनी गांड उठा उठा कर उसका साथ देने लगी.
वो मुझे जोश में चोद रहा था और मैं 2 बार झड़ गयी थी.
वो मुझसे बोला कि मैं अपनी चूत उसके मुंह पर लाऊँ, मैं अपनी चूत उसके मुंह पर ले गयी और वो मेरी चूत को चूसने लगा. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
कुछ देर मेरी चूत चाटने के बाद वो मुझे उसके लंड पर बैठ कर उछलने के लिए बोला और मैं उसके लंड पर बैठ गयी, उसका लंड मेरी चूत में घुस गया और मैं उछलने लगी.
हम दोनों जोर जोर से चुदाई का मजा लेने लगे.
और अब वो झड़ने वाला था, उसने मुझसे पूछा कि कहाँ निकालूं?
तो मैंने उसको कहा- बाहर ही निकालो!
और उसने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और हाथ से हिला कर झड गया.
हम दोनों चुदाई करने के बाद झड़ गए और ठन्डे हो गए. मैं उससे चुदवा कर खुश थी और उसने मुझे चोद कर मुझे खुश कर दिया था, मैं उससे चुदवा कर एकदम तृप्त हो गयी थी.
फिर मुझे उसने बहुत देर तक किस किया. मैं भी उसको किस कर रही थी और उसके लंड को सहला रही थी. हम दोनों बिस्तर पर लेट कर बातें कर रहे थे.
वो मुझे बोल रहा था कि वो अपने एक और दोस्त से मुझे चुदवाना चाहता है.
तो मैं उसको बोली- नहीं, मैं उससे नहीं चुदवाऊँगी.
तब वो मुझसे बोला- मैं तो मजाक कर रहा था कि तुम मुझसे प्यार करती हो या नहीं!
और वो बोल रहा था- तुम मेरी हो… मैं तुमको किसी की नहीं होने दूंगा और मैं ही तुमको चोदूँगा.
हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.
मैं भी उससे चुदवा कर खुश थी, मैं उसको बोली- मैं भी चुदवाना चाहती थी.
अब वो मुझसे बोला कि वो मेरी गांड को मारना चाहता है. वो बोल रहा था कि उसको गांड मारने में बहुत मजा आता है.
उसने मुझे उल्टा किया और उसने मेरे चूतड़ों को बहुत देर तक किस किया और मेरी गांड को चाटने लगा.
वो बोल रहा था कि गांड मारने में मजा आता है.
मैं उसको बोल रही थी- नहीं, गांड मरवाने में मजा नहीं आता है, दर्द होता है क्योंकि मेरी सहेलियां मुझे बताती थी कि गांड मरवाने में दर्द होता है.
पर वो बोला- गांड मरवाने में थोड़ा सा दर्द होता है और बाद में मजा आता है.
और उसके बाद उसने मुझे डोगी स्टाइल में किया और अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया. मुझे बहुत दर्द हो रहा था और मैं चिल्लाने लगी- मुझे दर्द हो रहा है… मुझे नहीं चुदवाना है… मैं मर गयी… आह उह्ह… प्लीज तुम अपना लंड बाहर निकालो!
लेकिन उसने धीरे धीरे अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया और मुझे चोदने लगा था, मेरी चीखें निकल रही थी.
उसने मेरी गांड को 15 मिनट तक चोदा होगा और तब मेरा दर्द थोड़ा कम हुआ. उसके बाद वो मेरी गांड को मारने के बाद झड गया.
हम दोनों चुदाई करने के बाद बिस्तर पर लेट गए और कुछ देर आराम करने के बाद हम दोनों लोग फ्रेश हुए. उसने मुझे अपनी बाँहों में लेकर मुझे किस किया और वो अपने घर चला गया.
मैंने उसको अपने घर के पीछे वाले दरवाजे से बाहर निकाला था.
उसके जाने के बाद मैं बाथरूम में गई और अपनी चूत को और अपनी गांड को साफ़ किया और नहा कर अपने कपड़े बदल लिए और घर का काम करने लगी.
मुझे चलने में दिक्कत हो रही थी और मुझे दर्द हो रहा था.
कुछ देर बाद उस लड़के का मुझे फ़ोन आया, वो मुझे धन्यवाद बोल रहा था.
मैंने उसको बताया कि मेरी गांड में दर्द हो रहा है.
तो वो मुझे बोला- थोड़ी देर बाद ठीक हो जायेगा.
मैं अपने रूम में गयी और सो गयी. मैं चुदाई करके थक गयी थी और मुझे नींद आ रही थी.
मेरी चाची कुछ देर के बाद घर आई और कुछ देर के बाद भैया भी घर आ गए.
उसके बाद से हम दोनों को चुदाई के लिए कोई भी मौका नहीं मिल रहा था और हम दोनों बस एक दूसरे से फेसबुक पर बात करते थे. मैं उससे फ़ोन पर भी बात नहीं करती थी क्योंकि मेरे घर पर मम्मी पापा भी आ गए थे और मेरी मम्मी हमेशा मेरे साथ रहती थी तो मैं किसी से फ़ोन पर बात नहीं कर पाती हूँ. मेरी मम्मी और चाचा तो मुझे फेसबुक के लिए भी मना करते थे लेकिन मैं चोरी छिपे फेसबुक पर उस लड़के से बात कर ही लेती थी.
वो तो हमेशा एक ही बात बोलता था- यार तेरी चूत और गांड की याद आ रही है… मुझे तेरी चुदाई करनी है… कोई मौक़ा ढूँढ ना..
मैं सब समझ रही थी कि उसको मुझे कोई प्यार नहीं है, उसे तो मेरी चूत और गांड से प्यार है. फिर भी मैं कामुकतावश उससे बात करती रहती थी कि कभी तो मौक़ा मिलेगा जब मैं उससे अपनी चूत और गांड मरवा पाऊँगी.
आप सबको मेरी चूत गांड चुदाई कहानी कैसी लगी, प्लीज मेल कीजियेगा.
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