आंटी ने सेक्स के लिए मसाज बॉय के लंड से चुदाई
दोस्तो, मैं इस आंटी सेक्स स्टोरी में आपको मालिश से चुदाई तक की सेक्सी स्टोरी सुना रहा हूँ।
बात एक महीने पहले की है, जब मैंने डोर टू डोर मसाज का नया काम शुरू किया था। मैं हाइ प्रोफाइल आंटीज या भाभियों की बॉडी मसाज करता हूँ और उनको पूरा संतुष्ट करता हूँ। मेरे इस काम से बहुत सारी आंटी संतुष्ट हैं। आप यह तो समझते ही होंगे कि मसाज बॉय को आंटी सेक्स के लिए ही बुलाती हैं.
एक दिन हुआ यूं कि मुझे एक कॉल आया.. उस तरफ से किसी आंटी की आवाज़ आ रही थी, उन्होंने कहा- मैं आपकी सर्विस लेना चाहती हूँ.. आप कितना चार्ज करते हैं?
मैंने उनको बताया- मैं एक कस्टमर से 3000 लेता हूँ।
तो उन्होंने बोला- ठीक है.. मैं आपको दोबारा कॉल करती हूँ।
मैंने कहा- ठीक है मैडम!
दो दिन बाद उनका फिर से कॉल आया कि मैं आपकी सर्विस लेना चाहती हूँ, पर घर पर नहीं.. किसी होटल में सर्विस लूँगी।
मैंने कहा- जैसी आपकी मर्ज़ी।
आंटी ने सेक्स के लिए होटल खुद ही बुक किया था तो अड्रेस मुझे भेजा, मैं वहाँ पहुँच गया।
मैंने कॉल किया- मैडम मैं होटल के नीचे खड़ा हूँ।
उन्होंने मुझे रूम नम्बर बताया और कहा- एक सिगरेट का पैकेट ले आना।
मैंने ब्रांड पूछा तो उन्होंने कहा- जो तुम्हें अच्छा लगे।
मैंने एक पैकेट ले लिया और रूम में पहुँच गया।
मैंने देखा कि एक 35-36 साल के बीच की आंटी सामने खड़ी हैं.. उन्होंने ब्लू रंग की नाभि दर्शना साड़ी पहनी हुई थी।
मैं आंटी को देखता ही रह गया.. सच में आंटी सेक्स की मूर्ति… माल लग रही थीं वो।
मैं रूम में अन्दर आया तो उन्होंने बोला- क्या लोगे.. चाय या कॉफी?
मैंने कहा- जो आपको पसंद हो।
उनका जबाव था- मैं तो बियर लेती हूँ।
मैंने कहा- कस्टमर की ख़ुशी में ही मेरी ख़ुशी है जी।
तो उन्होंने हंस कर कहा- गुड ब्वॉय।
फिर आंटी ने अपना परिचय दिया- मेरा नाम सोनिया है।
मैंने बोला- मैं विवान..
फिर उन्होंने एक सिगरेट को लाइटर से जला लिया और कश लेने लगीं।
मैं उनको मस्ती से देख रहा था।
अचानक सोनिया मैडम बोलीं- ऐसे क्या दिखेगा.. साड़ी में कुछ नहीं दिखता है.. उतार के देख लो ना।
मैं आंटी के शब्द सुनकर एकदम सुट्ट हो गया था
फिर बोलीं- मसाज कैसे करोगे.. ऊपर से नीचे.. या नीचे से ऊपर?
मैंने जबाव में कहा- जैसी आपकी मर्ज़ी।
तो वो बोलीं- मुझे ऊपर से नीचे चाहिए।
मैंने हाँ की और वो बाथरूम में गईं और दसेक मिनट में वापस आईं।
मैंने पूछा- इतना टाइम कैसे लगा?
तो उन्होंने कहा- पहली बार सर्विस ले रही हूँ.. तो और भी कुछ काम होते हैं।
मैंने कहा- ठीक है।
फिर उन्होंने मुझसे कहा- मेरी साड़ी तुम उतारोगे ना?
मैंने धीरे-धीरे उनकी साड़ी उतार कर एक तरफ रख दी।
अह.. क्या मस्त लग रही थीं आंटी।
अब मैंने आंटी के ब्लाउज की डोरियाँ खोल दीं और ब्लाउज उतार कर एक तरफ रखा, फिर पेटीकोट भी निकाल दिया।
आंटी पिंक रंग की पैंटी और ब्रा में खड़ी थीं.. ऐसा लग रहा था जैसे कोई परी जन्नत से उतर आई हो। उनको टू पीस में देख कर मेरे तो होश ही उड़ गए।
मैंने उनको बिल्कुल नंगी कर दिया और बिस्तर पर लिटा कर धीरे से मसाज करने लगा, पहले उनके कंधे पर हाथ फेरा.. फिर हाथ सरकाते हुए उनकी चुची पर ले आया।
अह.. क्या उठी हुई चुची थीं उनकी.. मानो मखमल के गोले हों।
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मैंने जैसे ही उनकी चुचियों को मसाज करना स्टार्ट किया.. वो ज़ोर-ज़ोर से साँसें लेने लगीं, आंटी कह रही थीं- आज तो बस मार ही डालना.. अह.. आज तो बस फाड़ ही डालना।
मैंने उनकी चुची को मसलना जारी रखा.. वो कामुक सिसकारियाँ लेने लगी थीं और मदहोश हुए जा रही थीं।
मैं मालिश करते हुए नीचे आया और धीरे से उनकी गांड में तेल डाल कर उंगली करने लगा। पहले तो उंगली डालते ही वो उछल पड़ीं जैसे कोई करेंट या बिजली का खंबा पकड़ लिया हो। लेकिन मैंने अपना काम जारी रखा।
उन्होंने बोला- क्या तुम अपना लंड मुझे खेलने के लिए दोगे?
मैंने अपना अंडरवियर उतारा और लंड आंटी के मुँह में दे दिया।
आंटी बिल्कुल ब्लू-फिल्म में सन्नी लियोनी की तरह लंड चाट रही थीं। मैंने भी देरी ना करते हुए अपनी ज़ुबान उनकी चुत पर रख दी और चाटने लगा। आंटी की फुद्दी एकदम तरगुलाबी और चिकनी थी।
मैंने अपनी ज़ुबान से उनकी चुत के दाने को छेड़ा तो वो मादक सिसकारियां लेने लगीं ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
फिर यही क्रिया लगभग 20 मिनट तक रुक-रुक कर चली.. जिससे अब तक दो बार वो झड़ चुकी थीं। मैंने भी उनकी फुद्दी की सारी क्रीम चाट ली और अपने लंड का रस भी उनके मुँह में छोड़ दिया, जिसे आंटी बड़े स्वाद लेकर खा गईं।
फिर थोड़ी देर बार वो फ़्रिज़ से दो बियर लाई.. हम दोनों ने पी और आंटी ने एक सिगरेट भी सुलगा ली थी।
पापा कसम… आंटी एक मंजी हुई छिनाल लग रही थीं।
इसके बाद हम दोनों फिर से अपने काम पर लग गए। मैंने अब देर ना करते हुए अपना लंड आंटी की चुत में टिकाया और पूरे दम से अन्दर पेल दिया।
जैसे ही लंड आंटी की चुत में घुसा, वो कराहते हुए बोलीं- मर गई रे.. तेरा बहुत तगड़ा है.. थोड़ा धीरे चोद।
मैंने कहा- ओके मैडम, पर धीरे से चूत को सुख नहीं मिलता।
तो आंटी बोलने लगीं- हाँ रे.. तू तो दम से चोद दे.. कम ऑन फक मी।
आंटी सेक्स का पूरा मजा ले रही थी.
मैंने धकापेल चुदाई जारी रखी, आंटी मजे में मादक सिसकारियां ले रही थीं, मैं भी हचक के लंड पेले जा रहा था।
तभी आंटी को चरम का मजा आने लगा और उनके मुँह से आवाज़ आने लगी- आह्ह.. फाड़ दो राजा.. इस निगोड़ी फुद्दी को.. अह.. इसने बहुत परेशान कर रखा है.. कम ऑन फक मी डियर.. कम ऑन बी फास्ट.. ओह या.. ओह यस..
करीब 20 मिनट बाद आंटी अब अकड़ चली थीं। मैंने समझ लिया था कि आंटी की फुद्दी रोने वाली है। सो मैंने 2-3 ज़ोर-ज़ोर के धक्के मारे और उनको बोला- मैं जाने वाला हूँ।
वो बोलीं- अपनी क्रीम मेरी चूत के अन्दर ही छोड़ना।
मैंने वैसे ही किया.. पूरा रस उनकी चुत में ही छोड़ दिया और जैसे ही लंड को बाहर निकाला, उन्होंने लंड अपने मुँह में ले लिया और पूरा चाट कर साफ़ कर दिया।
मैं निढाल होकर वहीं उनके ऊपर लेट गया। जब मेरी नींद खुली तो उन्होंने मुझसे कहा- मुझे तुम्हारी कुतिया बनकर भी चुदना है.. और जैसे कुत्ता अपनी कुतिया की चुत को चाटता है.. वैसे तुम मेरी चुत को चाटना।
मैंने वैसे ही किया और उनकी चुत को चाटना मैंने शुरू किया और वो भी मेरे लंड को ऐसे चूस रही थीं.. जैसे उनको कभी लंड मिला ही ना हो।
ये दौर ऐसे ही कुछ मिनट तक चला और फिर मैंने आंटी को कुतिया बना कर उनकी फुद्दी में लंड पेल दिया। वो कामुक सिसकारियां ले रही थीं।
मैंने भी कहा- आज तो तेरी चुत का भोसड़ा बना दूँगा।
उन्होंने पलट कर जबाव दिया- इसलिए तो तुझे बुलाया है राजा..
मैंने आंटी को चोदते-चोदते अपना लंड उनके मुँह में दे दिया और कुछ मिनट बाद मैं उनके मुँह में ही झड़ गया। आंटी भी बड़े मजे से मेरा लंड सारा रस पी गईं।
उस दिन मैंने उनको 3 बार चोदा। उनके चेहरे पर ख़ुशी झलक रही थी। फिर उन्होंने मुझे बहुत बार सेवा का मौका दिया.. ये सब मैं अगली कहानी में लिखूँगा कि कैसे आंटी की गांड फाड़ी.. कैसे उन्होंने मेरे लंड पर चॉकलेट लगा कर लंड को साफ़ किया।
आप मेरी आंटी सेक्स चुदाई की सेक्सी स्टोरी पर मुझे आपकी राय जरूर से भेजिएगा।
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