ऑफिस में बॉस से गांड चुदाई करवाती पकड़ी गई
मेरी पिछली हिंदी सेक्सी स्टोरी
बॉस के साथ दुबारा चुत चुदाई का मजा
में आपने पढ़ा कि मैंने और बॉस ने रात में सेक्स किया, फिर बॉस के जाने के बाद मैं सो गई.
फिर सुबह मेरी नींद 5 बजे खुली, जब मौसा जी का फ़ोन आया. मौसा जी और उनका बेटा सुबह की ट्रेन से दिल्ली आ गए थे. वे मेरे फ्लैट का पता पूछ रहे थे. मैंने उनको 6 बजे मेट्रो से अपने घर के पास वाले मेट्रो स्टेशन पर बुला लिया और जल्दी जल्दी अपना पूरा कमरा ठीक करके कपड़े पहन कर उन लोगों को लेने के लिए चली गई.
मैंने देखा मौसा जी और उनका बेटा अजय, जो मेरे से सिर्फ 2 साल छोटा था, मेट्रो स्टेशन के नीचे मेरा इन्तजार कर रहे थे. मैंने मौसा जी को नमस्ते की और अजय मेरे पैर छूने के लिए झुका तो मैंने रोक दिया. मैंने उससे हाथ मिलाया और कहा- इतने लम्बे हो, झुकने में प्रॉब्लम होगी.
फिर हम सब लोग हंस दिए और मैं उन लोगों को अपने फ्लैट पर लेकर आई. मॉम को फ़ोन करके बता दिया कि वे लोग आ गए हैं.
फिर मैंने सबके लिए चाय और ब्रेड का टोस्ट बना दिया. जब नाश्ता कर रहे थे तब मौसा जी ने बताया कि अजय का SSC का एग्ज़ाम है, इसके बाद वो दिल्ली में रह कर UPSC की तैयारी करेगा. इसको कोई अच्छा सा फ्लैट दिलवा देना, जहां रह कर ये पढ़ाई करेगा.
मैंने कहा- ठीक है, मौसा जी.
फिर मौसा जी बाथरूम चले गए और मैं अजय से बात करने लगी. थोड़ी देर हम लोगों ने बातें की, फिर मैं अपने ऑफ़िस के लिए तैयार हो गई. मौसा जी अपने किसी दोस्त से मिलने के लिए जाने लगे.
मैंने अजय को बता दिया कि यहीं पास में एक होटल है, वहां पर दिन में खाना खा लेना.
इसके बाद मैं ऑफ़िस के लिए निकल गई.
ऑफ़िस मैं थोड़ा लेट पहुँची थी, तो थोड़ी देर में बॉस ने अपने केबिन में बुला लिया. अन्दर जाते ही बॉस ने गले से लगा लिया और मेरे चूतड़ों को दबा दिया.
मैं- सर क्या कर रहे हैं, कोई आ जाएगा.
बॉस- नेहा बेबी जब तुम बांहों में रहोगी तब कोई नहीं आएगा, टेंशन मत लो.
मैं- सर आप आज कल बहुत उत्तेजित रहते हैं.. क्या बात है?
बॉस- नेहा, तुम्हारी जवानी मुझे पागल बना देती है.
फिर मैं बॉस की बांहों से निकल कर चेयर पर बैठ गई और बॉस मेरे सामने टेबल पर बैठ गए. बॉस ने मेरी चुचियों को पकड़ लिया और दबाने लगे. मैंने बॉस के लंड पर हाथ रख कर उसे सहलाना शुरू कर दिया.
बॉस ने अपना लंड पैंट से बाहर निकाल लिया और खड़े होकर मेरे मुँह में डाल दिया. अब मैं बॉस का लंड चूस रही थी और बॉस मेरे टॉप के अन्दर हाथ घुसा कर मेरी चुचियों को मसल रहे थे.
काफी देर मेरे मुँह को चोदने के बाद बॉस अपने चेयर पर बैठ गए.. जिससे उनका लंड टेबल के पीछे छिप गया.
बॉस- नेहा मेरे लंड के पास तुम्हारे लिए एक सरप्राईज है.
मैं- क्या है सर?
बॉस- खुद देख लो.. पर एक शर्त है.
मैं- क्या शर्त है?
बॉस- ये लेने के लिए तुमको मेरे लंड को अन्दर से खुशी देनी होगी.
मैं- सर लंड को अन्दर से कैसे खुश करते हैं?
बॉस- लंड को अपने अन्दर लेकर.
मैं- सर मेरी चूत आपकी है, आप कभी भी चोद दीजिए, पर ये ऑफ़िस है कोई आ गया तो बहुत बेइज्जती होगी.
बॉस- कोई नहीं आएगा जान.. और मेरे लंड को तुम्हारी चूत में जाने का अभी मन नहीं है.
मैं- तो कहाँ जाना चाहता है आपका लंड?
अब मैं उठ कर बॉस की तरफ जाने लगी.
बॉस के लंड पे एक लिफाफे जैसा कुछ रखा था.. जिसे मैंने उठा लिया. बॉस ने मेरी कमर में हाथ डाल दिया.
बॉस- नेहा, मेरी जान… मेरा लंड तुम्हारी गांड में जाना चाहता है.
अब बॉस ने मेरे जींस की बटन को खोल दिया और पेंटी के साथ एक झटके में नीचे कर दिया. मैं वो लिफाफा खोल कर देखने में बिज़ी थी. इतने देर में बॉस ने मुझे टेबल पर झुका दिया और पीछे बैठ कर मेरी गांड का छेद चाटना शुरू कर दिया.
मेरी आँखें बंद हो गईं और मैं भी मजे के साथ गांड चटवाने में बिजी हो गई. अब बॉस ने खड़े होकर मेरी गांड में दो उंगलियां डाल कर उंगली से मेरी गांड को फैलाने लगे और मुझे वो लिफाफा खोल कर देखने को बोल दिया.
मैं गांड में उंगली डलवाते हुए लिफाफे को खोलकर पढ़ने लगी तो मेरी ख़ुशी दोगुनी हो गई. लिफाफे में मेरा प्रमोशन लेटर था. मैंने खुश होकर बॉस को गले से लगा लिया और इसके लिए बॉस को थैंक्स बोला.
अब बॉस का एक हाथ मेरे पीछे मेरे गांड को सहला रहा था और बॉस का दूसरा हाथ मेरी नंगी चूत सहला रहा था.
बॉस- नेहा मेरी जान तुमको अच्छा लगा?
मैं- सर बहुत अच्छा लगा. मैं बहुत खुश हूँ सर. थैंक्यू सो मच सर.
बॉस- अब इस ख़ुशी के बदले मुझे क्या मिलेगा?
मैंने बॉस के होंठों को अपने मुँह में दबा लिया और उनकी जीभ को चूसते हुए अपना एक हाथ पीछे ले गई. बॉस की दो उंगलियों को पकड़ कर अपनी गांड में डलवा कर बॉस के मुँह में ही बोल दिया- ये मेरी गांड का छेद मिलेगा.
बॉस- तो दे दो गांड अपनी.. मेरा लंड तड़प रहा है.
मैंने बॉस को चेयर पर बिठा दिया और झुक कर उनके लंड को चाटने लगी, जिससे उनका लंड गीला हो गया. इसके बाद मैंने अपने नीचे के कपड़े उतार दिए और नंगी होकर बॉस के लंड के ऊपर चढ़ गई. अब बॉस ने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर रख दिया और मेरे चूतड़ों को पकड़ लिया. मैं बॉस के होंठों को मुँह में लेकर लंड पर बैठने लगी. जिससे मेरी गांड फैल कर लंड अपने अन्दर घुसवाने लगी.
मुझे गांड में दर्द हो रहा था, पर मैं बॉस को अन्दर की ख़ुशी महसूस करवाना चाहती थी इसलिए बिना चिल्लाये ही गांड में बॉस का आधा लंड ले लिया. अब मैं बॉस के लंड पर उछलने लगी, जिससे उनके लंड ने मेरी गांड को फाड़ना शुरू कर दिया. मैं बॉस के केबिन में गांड मरवा रही हूँ, ये ऑफ़िस में किसी को नहीं पता था. इसलिए मैं और मजे से गांड मरवाने लगी.
अब बॉस ने मुझे मेज के सहारे झुका दिया और पीछे से मेरी गांड में पूरा लंड डाल दिया. मैं आआह आह करके बॉस से गांड मरवा रही थी. बॉस ने मेंरे बालों को पकड़ लिया, जिससे मेरा सिर ऊपर उठ गया.
मैं- वाह सर बहुत अच्छा लग रहा है.. मेरी गांड को जोर से मारिये सर.
बॉस- नेहा मेरी रंडी, तेरी गांड बहुत मस्त है जान.
मैं- सर आपकी रंडी हूँ इसलिए गांड को मस्त बना लिया है.. आह अह जोर से सर.. फ़ाड़ दीजिए मेरी गांड.
बॉस गंदी गंदी गालियां देकर मेरी गांड मार रहे थे, जो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
बॉस- नेहा मेरी बेबी तू रंडी बन जा जानेमन.. तुझे बहुत चोदूँगा. सबसे चुदवाऊंगा तेरी चूत को.. बहुत मस्त है तू रांड मादरचोद नेहा मैं लंड से तेरी माँ चोद दूंगा.
मैं- आह सर मुझे रंडी बना कर रख लीजिए.. आह आह मेरी माँ चोद दीजिए सर.. मैं बहुत चुदक्कड़ हूँ सर.
बॉस- हां मेरी रांड तेरी माँ चोद दूंगा बहनचोद चुदक्कड़ नेहा.. तेरी बहन भी है ना.. उसको भी चोदूँगा.
मैं- आहह आहह चोदिए मुझे.. आपने मुझे पूरा रंडी बना दिया… जोर से चोदिए सर.. आहह मैं आपकी रंडी हूँ सर.. मेरी बहन भी आपकी रंडी बन जाएगी.. मेरी माँ भी आपकी रांड है.. आह.. सर प्लीज मेरी गांड जोर से मारिये.. आहह आहह आह्ह्ह्ह मेरी चूत को मजा आ रहा है.
अब बॉस का लंड फूलने लगा. बॉस ने मेरी गांड को और जोर से मारना चालू कर दिया और मेरी गांड मारते हुए जोर जोर से गाली देते हुए अपने लंड का पानी निकालना शुरू किया.
बॉस- नेहा रंडी मेरे लंड का पानी निकलने वाला है, तेरी गांड को भर देगा. मादरचोद लंड का रस पिएगी?
मैं- अभी नहीं सर.. गांड की सिंचाई कर दीजिए.
बॉस- ले मेरी रांड.. गांड में मेरा पानी ले ले.. आहह अह्ह्ह्ह नेहा रंडी मेरी जान.
अब बॉस लंड को अन्दर डाले ही मेरे पीठ पर लेट गए और हम दोनों अपनी सांसों को काबू में करने लगे.
इतनी देर में केबिन का गेट खुला और एक ऑफ़िस का लड़का विनय ने अन्दर देखा.
मेरी और बॉस की गांड फ़ट गई. हम दोनों ने उसे शॉक होते हुए देखा. मैं बॉस से जल्दी से अलग हो गई.
वो सॉरी बोल कर जाने लगा तो बॉस ने रोक लिया और अन्दर आने को बोला. अन्दर बुला कर बॉस ने कहा- दीवार की तरफ चेहरा करके खड़े रहो.
फिर बॉस ने अपने कपड़े ठीक किए और मैं अपने कपड़े ठीक करके जल्दी से वहां से चली गई.
फिर लगभग आधे घन्टे बाद वो लड़का बाहर आया और मुझसे आकर सॉरी बोलने लगा.
मुझे शर्म आ रही थी तो मैंने कुछ नहीं बोला. फिर वो मेरे पास बैठ गया और मेरे पैरों को हाथ से पकड़ कर सॉरी बोलने लगा. मैंने उसके हाथ को हटाया और उसे माफ कर दिया.
फिर उसने बोला- प्लीज बॉस को बोल दो कि तुमने माफ कर दिया क्योंकि बॉस ने मुझे जॉब से निकालने को बोल दिया है.
यह सुन कर मुझे दुख हुआ कि गलती मेरी थी और सजा इस बेचारे को मिल रही है. तो मैं बॉस के केबिन में गई और उनसे बोला कि वे ऐसा ना करें.
बॉस नहीं मान रहे थे तो मैं उनके गोद में बैठ गई और उनके होंठों को चूम लिया.
फिर मैंने कहा- मेरे लिए उसको माफ कर दीजिए सर.. उसकी गलती नहीं है, वो तो बस ऑफ़िस का काम कर रहा था. गलती हमारी है.. वो तो ऑफ़िस में नया है, तो उसको पता नहीं था कि नॉक करके अन्दर आना चाहिए.
अब बॉस को मेरी बातें ठीक लगीं, तो उन्होंने उसको बुला लिया. मैं अब बॉस की गोद से उतर कर नॉर्मली खड़ी हो गई.
बॉस ने उसको बोला- किसी को पता नहीं चलना चाहिए और दुबारा ऐसा मत करना.
वो चला गया तो बॉस ने मुझे फिर से अपनी गोद में बिठा लिया.
बॉस- नेहा बेबी आई एम सॉरी यार. मुझे नहीं पता था, ऐसा कभी होगा.
मैं- कोई बात नहीं सर.
अब मैं बॉस को किस करने लगी और बॉस ने मेरे टॉप के अन्दर हाथ डाल कर मेरी चुचियों को दबाना शुरू कर दिया.
बॉस- नेहा, मुझे अपना निप्पल दे दो, चूसने का मन कर रहा है.
मैंने अपने टॉप को ऊपर उठा दिया और बॉस के मुँह में अपना निप्पल डाल दिया. अब बॉस मेरे निप्पल को चूस रहे थे और हाथ मेरे जींस में डाल कर मेरी चूत को सहला रहे थे.
अभी जो हुआ, मैं उसके बारे में सोच रही थी, इसलिए मुझे उतना मजा नहीं आ रहा था. जिससे मेरी चूत गीली नहीं हुई.
तो बॉस ने पूछा- क्या हुआ नेहा? तुमको अच्छा नहीं लग रहा है?
मैं- सर अपको एक बात बतानी है.
बॉस- क्या नेहा?
मैं- मेरे फ्लैट पर मेरे मौसी का लड़का आया हुआ है, जो 2 या 3 दिन तक रहेगा. जब तक उसको कोई और घर नहीं मिल जाता.. तब तक हम लोग चुदाई नहीं कर पाएंगे.
बॉस- क्या? ऐसे कैसे मैं तुमको बिना चोदे रहूंगा नेहा? मेरे लंड का ख्याल कौन रखेगा?
मैं- सर इस बात के लिए मैं भी बहुत दुखी हूँ. मैं आपके लंड को बहुत प्यार करती हूँ और आपके लंड के बिना एक पल भी रहने का मन नहीं करता है.
बॉस- तो कहीं बाहर चलोगी, जहां खुल कर मैं तुमको चोदूँगा?
मैं- सर अभी पहले भाई के लिए कुछ इन्तजाम कर दूं, फिर चलूँगी नहीं तो घर वाले सोचेंगे कि मैंने छोटे भाई को ऐसे ही भटकने के लिए छोड़ दिया.
बॉस- ठीक है नेहा पर ऑफ़िस में चुदवाने आओगी ना?
मैं- सर आज जो हुआ, उसके बाद बहुत डर लग रहा है. कल को कोई बदनामी हो गई तो?
बॉस- उस लड़के को अभी निकाल देता हूँ.. कोई बदनामी नहीं होगी.
मैं- सर मैं सोच रही थी अगर आपकी परमीशन हो, तो मैं उस लड़के से चुदवा लूँ तो वो किसी को नहीं बोलेगा क्योंकि फिर वो भी मुझे चोदने के इन्तजार में रहेगा.
बॉस- ठीक है नेहा जो तुमको ठीक लगे.
अब बॉस ने मेरी चूत में उंगली डाल कर उंगली से मेरी चूत को चोदा और मेरे चूत के रस को चाट लिया. शाम को मैं वापिस घर आ गई.
मेरी हिन्दी सेक्सी स्टोरी जारी रहेगी.
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