गर्लफ्रैंड की मस्त मज़ेदार चुदाई
दोस्तो, मैं सैम शर्मा हाजिर हूँ अपनी एक और सेक्स स्टोरी के साथ कि कैसे मैंने लड़की पटाई और फिर उसकी चुदाई भी की।
आपने मेरी पिछली सेक्स स्टोरी
टीचर के साथ की पहला सेक्स
पढ़ी ही होगी.
मैं 21 साल का एक युवक हूँ। मैं महाराष्ट्र के धुले डिस्ट्रिक्ट मैं रहता हूँ। मैं दिखने में सामान्य हूँ और पतला हूँ पर जिम जाने की वजह से मेरी बॉडी टोंड है।
यह कहानी तब की है जब मैं 12 क्लास पास करके कॉलेज में आया था। हमारे कॉलेज में यों तो कई सुंदर लड़कियाँ हैं पर उनमें से जिस लड़की की तरफ मेरा ध्यान गया उसका नाम था अंजलि(नाम बदल हुआ)।
अंजलि दिखने में एकदम गोरी, उसकी हाइट 5.3 इंच, उसका फिगर एकदम कमाल का है। उसके बूब्स बहुत ज्यादा बड़े तो नहीं थे पर जैसे मैंने बताया है अपनी स्टोरी में कि मुझे नार्मल साइज के बूब्स भी अच्छे लगते हैं। उसे देख कर मेरे मन में एक ही ख्याल आया कि कुछ भी हो जाये इस लड़की को तो मैं पटाकर ही रहूंगा।
मैं लगातार उसके पीछे-पीछे घूमता। मैं उससे बात करने का कोई मौका नहीं छोड़ता। पर हमारी दोस्ती तब से ज्यादा गहरी हुई जब एक बार हमारे कॉलेज का फर्स्ट ट्यूटोरियल एग्जाम था। पर मेरी तो किस्मत खुल गयी थी क्योंकि अंजलि मेरे बेंच के एकदम साइड वाले बेंच पर थी।
फिर जब एग्जाम चालू हुआ तो उससे कुछ प्रश्नों में दिक्कत थी. वैसे मैं पढ़ाई मैं ज्यादा तेज तो नहीं हूँ पर औरों के मुकाबले होशियार हूँ। मैंने उसे एग्जाम में मदद की और फिर हमारी दोस्ती गहरी होती गयी।
उस साल मेरी किस्मत भी मेरे साथ थी क्योंकि इत्तेफाक से वो भी मेरे ही प्रक्टिकल ग्रुप में थी। मैं उसे मदद करने के बहाने उसे छू लेता, कभी उसके हाथ से मैं अपना हाथ टकरा देता तो कभी उसकी गांड के पास अपना लंड सेट कर देता. हमारा प्रैक्टिकल लैब बहुत छोटा था और टेबल्स बहुत पास पास थे। वो भी कभी कभार हंस देती।
फिर कॉलेज शुरू होने के लगभग 6 महीने बाद मैंने उसे प्रोपोज़ कर दिया। उसने भी हां कर दी। तब के बाद वो सेट हो गयी थी। हम फिर हर बार एक दूसरे से नजर लड़ाते थे और हमेशा एक दूसरे को देखते रहते। पर हमने कभी भी दूसरों को हम पर शक नहीं होने दिया। फिर हम एक दूसरे के कुछ ज्यादा ही करीब आ गए, हम कभी साथ में घूमते या कभी मैं उसे कॉफ़ी पिलाने के लिए ले जाता।
एक दिन मैं कॉलेज गया तो मुझे अंजलि का फ़ोन आया। उसने मुझे कहा कि वो कॉलेज की टॉप फ्लोर पर है और उसने मुझे वहाँ बुलाया।
मैं सबकी नजर बचाते हुए जैसे तैसे वहाँ पहुँच गया।
मैं आपको बता दूँ कि हमारे कॉलेज के टेरेस का दरवाजा बंद रहता है। मैं जैसे ही वहाँ पहुँचा, मैंने देखा कि वो सीढ़ियों पर बैठी मेरा इंतजार कर रही थी। मैं जैसे ही उसके समीप पहुंचा, उसने मेरी कॉलर पकड़ कर मुझे अपने पास खींच लिया और मरे होंठों को चूसने लगी। मैं भी उसे किस करने लगा।
फिर हम एक दूसरे को लगभग 15 मिनट तक ऐसे ही किस करते रहे। हम एक दूसरे की जीभ को मुँह में लेकर चूस रहे थे। कभी वो मेरी जीभ अपने मुंह में लेकर चूसती तो कभी मैं उसकी जीभ अपने मुंह में लेकर चूसता।
फिर मैं होंठों की किस छोड़ कर उसके गले को चूमने लगा। मैंने उसके गले को हर तरफ से और हर तरीके से चूमा चाटा। अब वो गर्म हो रही थी और सिसकारियाँ ले रही थी। फिर उसने मेरा हाथ अपने बूब्स पर रख और मुझे दबाने की कहने लगी। मैं भी पूरे जोर से उसके बूब्स दबाने लगा। अब वो मस्त होकर सिसकारियाँ ले रही थी।
फिर उसने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा और उसे पैन्ट के ऊपर से ही सहलाने लगी। इससे मेरा खड़ा लंड और ज्यादा तन गया। फिर मैं उसके क्लीवेज में अपनी जीभ से चाट रहा था और उसके बूब्स दबा रहा था।
फिर उसने अपना हाथ मेरे पैंट में डाल दिया और मेरे लंड से खेलने लगी। मैंने भी अब अपनी एक उंगली को उसके होंठों पर घुमाना शुरू किया। वो मेरी उंगली अपने मुंह में लेकर एकदम शिद्दत से चूसने लगी। जल्द ही मेरे उंगली पर से उसकी लार टपकने लगी, मैंने अपनी उंगली उसके मुंह से निकल कर चूस ली और फिर उसे उसकी पैंट में डाल कर उसकी चुत पर उंगली घुमाने लगा।
उसने मेरी इस हरकत से मेरा मुंह अपने बूब्स में दबा दिया और जोर से सिसकारियाँ भरने लगी और बोलने लगी- सैम श्ससस … ऐसे ही उंगली घुमाते रहो … आआह मजा आ रहा है।
फिर मैं अपनी उंगली उसकी चुत में डाल कर उसकी चुत की फिंगर फकिंग करने लगा। मैं उसकी चुत में उंगली करता रहा और उसके हाथ, गला, बूब्स को चूसता दबाता रहा और वो मेरे लंड को ऊपर नीचे करती रही।
फिर 10-15 मिनट बाद हम दोनों एक साथ ही अपने पैंट में ही झड़ गए। मैंने उसकी चुत के रस से सनी अपनी उंगलियों को चाटा और उसने मेरे लंड से निकला प्रिकम चाट लिया।
फिर उसने मुझे किस किया और चली गयी। कुछ देर बाद मैं भी क्लास ना लगा कर अपने घर चला गया।
मेरी निकर पूरी की पूरी गीली हो चुकी थी मेरे प्रीकम से तो मैं घर जाकर नहाया। फिर एक डेढ़ घंटे बाद मैंने उसे फ़ोन किया और पूछा कि उसे मजा आया या नहीं?
तो उसने मेरे फोरप्ले की तारीफ की। उसने मुझे शाम को कॉफ़ी शॉप पर मिलने बुलाया।
मैं अपनी बाइक लेकर वह पहुँच गया। कुछ देर बाद वो भी आ गयी। फिर उसने मुझे बताया कि उसके माता-पिता कुछ दिनों के लिए गांव जाने वाले हैं और वो पढ़ाई का बहाना बनाकर रुक गयी है। उसके माँ बाप दूसरे दिन सुबह निकलने वाले थे।
उसने मुझे कहा- कल तुम 10:30 बजे मेरे घर पहुँच जाना।
मैं घर गया और कल के बारे में सोचने लगा। मेरा किसी भी चीज़ मैं ध्यान नहीं लग रहा था। मैं रात को बेड पर लेटे लेटे ही उसकी चुदाई किस तरह से की जाए इस के बारे में सोचता रह गया। इससे सोच मैं कब मुझे नींद आ गयी मुझे पता ही नहीं चला।
अगले दिन मैं अपने रूम से सीधा उसके घर गया। फिर मैंने डोर बेल बजायी। फिर जब उसने दरवजा खोल मैं हक्का बक्का होकर उसे देखने लगा। वो पिंक कलर की टॉप और ब्लैक कलर की बहुत ही छोटी सी स्कर्ट पहनी खड़ी थी।
उसने मुझे अंदर खीच लिया और दरवाजा बंद कर लिया। मैं अंदर जाकर सोफे पर बैठ गया।
उसने मुझे कॉफ़ी के लिए पूछा तो मैंने हाँ कर दी।
जब वो कॉफ़ी बना रही थी तो मैंने उसके पीछे से जाकर उसे पकड़ लिया और उसकी गर्दन चूमने लगा। वो इस अचानक हुई हरकत से एकदम घबरा गई पर फिर बाद में नार्मल हो गयी और अपने हाथ ऊपर करके मेरा मुंह अपनी गर्दन पर दबाने लगी। शायद वो नहाई नहीं थी क्योंकि उसके बदन से उसके नेचुरल सेंट की भीनी भीनी खुशबू आ रही थी। मैं उसे ऐसे ही चूमता रहा।
तभी कॉफ़ी बन चुकी थी तो उसने एक कप लिया और उसने अपना सिप लिया और हम सोफे पर बैठ गए। मैंने उसे अपने कप से कॉफ़ी पिलाई। हम अपनी अपनी कॉफ़ी खत्म करके टीवी देखने लगे।
फिर उसने अपना हाथ मेरे जांघ पर रख दिया और मेरी तरफ कातिलाना अंदाज़ से देखने लगी। मैं उसके आँखों का इशारा समझ गया और उसे अपने पास खींच कर किस करने लगा। वो मेरे बगल में बैठी थी पर किस करते करते वो मेरी गोद में आकर बैठ गयी। उसने किस करते हुए मेरी शर्ट उतार दी। फिर वो मेरी छाती को चूमने लगी। मेरी चेस्ट जिम जाने की वजह से बहुत बड़ी है। उसने मेरे निप्पल को मुंह में लेकर भी चूसा।
फिर मैंने उसके टॉप के अंदर अपना हाथ डाल दिया और उसके बूब्स को दबाने लगा। वो भी मेरे बदन को चूमे जा रही थी।
फिर मैंने अपना हाथ उसके टॉप से निकल कर उसकी छोटी से स्कर्ट में डाल दिया। उसकी स्कर्ट घुटनों से बस थोड़ी ऊपर थी। उसने अंदर पैंटी पहन रखी थी। मैंने जब उसकी चुत को छुआ तो मुझे उसकी चुत की गर्मी को देखकर तो मैं शॉक हो गया। उसकी चुत किसी भट्टी की तरह गर्म थी और उसमें से पानी निकाल रहा था।
मैं समझ चुका था कि अब अंजलि बहुत गर्म हो चुकी है और कभी भी झड़ सकती है।
मैंने उसे उठाया और बैडरूम में लेजाकर पटक दिया और उसके होंठों पर किस करने लगा। फिर मैंने उसकी टॉप और स्कर्ट निकाल दी जिससे वो अब मेरे सामने अपनी स्लिप और पैंटी में थी।
मैं अब उसके बदन को चूसने चूमने लगा। मैंने उसे नैक किसिंग किया और फिर उसके बूब्स को स्लिप के ऊपर से ही चूसने लगा।
फिर मैं नीचे आया और उसकी स्लिप थोड़ी उचका कर उसके पेट को चूसने लगा। वो सिसकारियाँ भरती जा रही थी और मेरा सिर अपने पेट पर दबा रही थी। फिर मैंने उसकी नाभि को चूमा तो वो एकदम से सिहर उठी। ऐसे ही चूसते चूसते मैं उसके पैरों तक आ गया और उसकी जांघों को चूसने लगा, उसकी गोरी और मोटी गोल जांघों को चूसने लगा। उसकी गुलाबी रंग की पैंटी में उसकी चुत एकदम ठीक से नजर आ रही थी।
फिर मैंने उसे पलट दिया और उसी तरह से उसे पीछे से भी चूमा। फिर मैंने उसकी स्लिप निकाल कर फेंक दी और उसकी नंगी पीठ को चाटने लगा। उसी तरह से मैंने उसकी पैंटी उतारी और उस पर लगे उसके चुत के पानी को चाटकर उसकी पैंटी फेंक दी।
अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी।
मैं फिर उसकी गांड के गाल चाटते हुए धीर धीरे उसकी गांड के छेद के पास गया और उसकी गांड के छेद को चाटने लगा। अब वो बहुत कामुक होकर सिसकारियाँ भर रही थी। फिर मैंने उसे वापस सीधा किया तो वो अपनी चुत और अपने बूब्स को ढकने की कोशिश करने लगी।
जब मैंने उसे पूछा तो बोली- मैं तो पूरी नंगी हूँ पर तुमने अभी भी पैंट पहनी है।
फिर मैंने उससे ही अपनी पैंट उतारने को कहा।
उसने मेरी पैंट और अंडरवियर दोनो उतार दिए। अब हम दोनों पूरे नंगे थे। मैं उस पर टूट पड़ा और उसके बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगा। वो भी मजे ले रही थी। फिर मैं नीचे गया और उसकी चुत के लबों पर हल्का सा किस किया। इस हरकत से वो सिहर उठी और जोर से सिसकी भर ली।
उसकी चुत एकदम चिकनी थी पर बहुत छोटे छोटे बाल थे। शायद उसने दो दिन पहले अपनी चुत शेव की थी।
फिर मैं उसकी चुत पर टूट पड़ा। मैं उसकी चुत में अंदर तक जीभ डाल रहा था और वो मज़े ले रही थी। फिर मैंने अपनी एक उंगली से उसकी क्लिट को सहलाया और अपनी जीभ से उसकी चुत चूसता रहा।
अब अंजलि बोली- मुझे अब तुम्हारा लंड चूसना है।
तो हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और एक दूसरे के जननांगों को चूसने लगे। वो मेरा 6.5 इंच लंबा लंड बहुत मज़े से चूस रही थी।
5 मिनट बाद वो अचानक से सिकुड़ गयी और मेरे मुंह में ही झड़ गयी। उसकी चूत का पानी इतना मस्त और मीठा थी कि मैं सब पी गया और उसकी चुत चाटकर साफ कर दी। पर मेरा तो अभी बाकी था।
फिर उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे ऊपर आकर मेरे लंड को चूसने लगी। उसके चूसने से मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने उसके बाल पकड़े और जोर से उसका मुंह चोदने लगा। फिर 7-8 मिनट बाद मैं भी उसके मुंह में झड़ गया। वो भी मेरा सारा माल पी गयी और मेरा लंड चाट कर साफ कर दिया।
फिर हम दोनों ऐसे ही बेड पर लेटे रहे और और तब अंजलि मेरा लंड हाथ में लेकर खेल रही थी और मैं उसके बूब्स को चूस रहा था और उसकी चुत को रगड़ रहा था। फिर हम दोनों ही एक बार और जोश में आ गए, मेरा लंड फिर से तन गया था।
अब हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे। अब वो नीचे फर्श पर घुटनों के बल बैठ गयी और मेरा लंड चूसने लगी। फिर मैंने उसे उठाया और बेड पर लिटा दिया। मैंने उससे पूछा कि क्या उसकी सील अभी भी पैक है?
तो उसने बताया कि वो अक्सर अपनी चुत में गाजर मूली वगैरह डालती रहती थी जिससे उसकी सील पहले ही फट चुकी थी।
फिर मैंने अपना लंड उसकी चुत पर सेट किया और जोर का धक्का दिया जिससे एक ही झटके में मेरा पूरा लंड अंदर घुस गया। उसके मुंह से हल्की सी चीख निकल गयी। फिर मैं उसे ऐसे ही 5 मिनट तक चोदता रहा।
फिर वो बेड पर से उतर गयी और मैं उसके पीछे खड़ा हो गया और उसे झुका दिया और फिर से उसकी चुत मैं पीछे से लंड डालकर उसे चोदता रहा। मैं उसकी गर्दन को चूम रहा था और उसके बूब्स को पकड़ कर लगातार धक्के मारता रहा जिससे 20 मिनट बाद मैं झड़ने वाला था तो मैंने उसे बोल दिया।
वो झट से मेरे सामने बैठ गयी और मेरा लंड आगे पीछे करने लगी।
मैंने अपने वीर्य की धार उसके बूब्स पर मार दी और थोड़ा वीर्य उसके मुंह में भी चल गया। उसने सारा वीर्य उंगली से ले कर चाट लिया।
अब उसकी आँखों में संतुष्टि की भावना साफ नजर आ रही थी।
फिर हम दोनों बाथरूम में गए और वहाँ पर भी मैंने उसकी एक बार शावर के नीचे चुदाई की।
अब 12:30 बज रहे थे। फिर मैंने अपने कपड़े पहने और उसने मुझे किस के साथ विदा किया।
मुझे उसकी चुदाई करके बहुत मजा आया था। उसके बाद उसने अपनी एक सहेली की भी मुझसे चुदाई करवाई थी। मुझे यह बाद में पता चला कि वो और उसकी सहेली लेस्बियन हैं. और हम तीनों ने मिलकर कई बार थ्रीसम सेक्स किया।
उसके बाद जब भी हमें मौका मिलता हम चुदाई करते रहे। पर पिछले साल वो पढ़ाई के लिए दूसरे नगर में चली गयी। मैं यह नहीं बताऊंगा कि वो कहाँ गयी … नहीं तो आप में से ही कोई उसे चोद दे।
पर हम दोनों अभी भी फ़ोन पर सेक्स चैट करते हैं. और उसकी सहेली मेरे ही शहर में है तो मैं अब उसकी चुदाई करता हूँ और वो भी ये बात जानती है।
दोस्तो, आपको मेरी यह सच्ची सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे आप मेरे ईमेल पर बताइये.
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