गर्लफ्रैंड को दोस्त के खेत पर दबाकर चोदा
दोस्तो, मैं राज आर्य एक बार फिर से हाजिर हूँ एक नई कहानी के साथ!
आपने मेरी पिछली कहानी
चाची के घर में गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स
को बहुत पसंद किया और मुझे मेल भी किये इसके लिए आप सभी का बहुत धन्यवाद.
दोस्तो, जो लोग मुझे नहीं जानते हैं उनको मैं अपने बारे में बता दूँ कि मेरा नाम राज आर्य है, मैं मध्यप्रदेश के मन्दसौर जिले का रहने वाला हूँ. मैं एकदम फिट और आकर्षक बदन का मालिक हूँ क्योंकि मैं रोज अपने घर पर ही कसरत करता हूँ और आकर्षक, हैंडसम बॉय हूँ.
अब बात करते हैं नयी कहानी की!
दोस्तो, यह कहानी अभी एक साल पुरानी है. मेरी ज्योति नाम की गर्लफ्रैंड थी, वो बहुत ही खूबसूरत और क्यूट थी, उसका वक्ष 28″ का था, बाद में मैंने 32 तक कर दिया था.
यों तो हमने कई बार सेक्स किया था, लेकिन इस बार का कुछ ऐसा अलग हुआ जो मैंने भी सोचा नहीं था.
मैंने ज्योति को कॉल किया, उसने कॉल उठाया और हमने काफी बात की. फिर मैंने कहा- बहुत दिन हो गए हैं रोमांस किये!
तो वो बोली- तुम्हारा क्या प्लान है जानू?
उसको सब पता रहता है, वह जानती थी कि मैं पहले ही प्लानिंग बना लेता था. उसने बोला- ठीक है, कल चलते हैं.
उसने ऐसा बोला और मेरा मन खुश हो गया और आपको तो पता ही है कि लड़की सेक्स के लिए हां कर दे तो लड़कों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता है।
उसके पांच मिनट बाद मैंने मेरे दोस्त को कॉल किया, उसका खेत पर अच्छा सा घर बना हुआ है जहाँ वो भी अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई करता है, तो मैंने कहा- भाई, मुझे खेत वाले घर की चाबी चाहिए.
खेत वाले कमरे के अंदर मस्त बेड लगा हुआ है और गद्देदार गद्दा लगा हुआ है जिस पर रोमांस करने का एक अलग ही मजा आता है।
वो समझ गया कि किस लिए चाबी चाहिए, वो बोला- ठीक है ले जा!
क्योंकि हम बहुत अच्छे दोस्त हैं, दोस्त तो क्या भाई हैं।
मैं चाबी ले आया और अगली सुबह का इंतजार करने लगा. जैसे तैसे रात हुई और सुबह भी हो ही गई, मैंने ज्योति को कॉल किया उसने बोला- 11 बजे के बाद चलेंगे.
क्योंकि उसकी सुबह की कोचिंग क्लास रहती थी.
तो मैंने बोला- ठीक है!
मैं नहाया, खाना खाया और बाइक निकाल कर घर से निकल गया. 11 बजे मैंने ज्योति को कोचिंग क्लास से बाइक पर बैठाया और खेत की तरफ निकल गए. वहां से खेत की दूरी 40 किलोमीटर है और उस समय बरसात का मौसम बस शुरु होने वाला ही था.
उसी दिन लगभग 15 किलोमीटर आने के बाद बारिश शुरू हो गयी अचानक से हल्की सी … लेकिन हम दोनों ने ध्यान नहीं दिया क्योंकि हम तो बाइक पर बातो में मगन थे, वो मेरे पीछे चिपक कर बैठी हुई थी और मेरे सीने पर हाथ फेर रही थी.
बारिश की वजह से मेरा शर्ट गीला हो गया था तो बॉडी से चिपक गया था और वो और ज्यादा मजे से हाथ से सहला रही थी और मेरे गालों को चूम रही थी.
मैं बोला- सब कुछ यहीं करोगी क्या बाईक पर?
तो वह हँस पड़ी और बोली- मेरी जान बाईक पर किस करने का मजा ही अलग आ रहा है.
और सही भी था … मुझे भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था जब वो अपने गुलाबी होंठों से मेरे गाल पर चूम रही थी।
दोस्तो, आप भी कभी अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रैंड या पति के साथ बाइक पर जायें तो ऐसा करके देखना … आपको बहुत मजा आएगा।
खैर थोड़ी देर बाद हम खेत वाले घर पर पहुंच गए और मैंने बाईक को साइड में लगाया और चाबी निकाल कर कमरे का दरवाजा खोला, दोनों अंदर आये, मैंने दरवाजा लॉक कर दिया.
मैंने जैसे ही दरवाजा बंद किया पीछे से ज्योति ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया. मैंने कहा- क्या बात है मेरी रानी … आज बहुत रोमांटिक मूड में है?
तो वह बोली- आज इस बारिश ने मूड रोमांटिक कर दिया!
मैंने कहा- अच्छा ऐसी बात है तो आओ हम जन्नत में चलते हैं.
वो मुस्कुराई और वही खड़े खड़े मेरे होंठ चूमने लग गई. मेरा भी गजब का मूड बन गया था तो मैंने उसको नीचे से उठाया और अपनी कमर पर उसके पैरों को लपेट लिया. वह मेरी कमर पर टिक गई और मैंने उसे कस कर अपने सीने से लगा दिया और दोनों एक दूसरे के होंठों का रस पीने लगे.
लेकिन आज ज्योति कुछ अलग ही तरह से मेरे होंटों को चूम रही थी क्योंकि हर बार तो वह सामान्य ही चूमती थी लेकिन आज उसका मूड बड़ा अलग था. मैं समझ गया कि आज यह बहुत ज्यादा गजब के मूड़ में है तो मैंने अपने आप को उसके हवाले कर दिया और उसके मुलायम होंटों को चूमने लगा. हम दोनों एक दूसरे को कस कर चूम रहे थे. आज ज्योति मुझे टक्कर दे रही थी … दोनों एक दूसरे से कम नहीं पड़ रहे थे.
लेकिन आज उस कमीनी ने मेरे होंठों पर काट दिया जोर से और मेरे होंठों से हल्का सा खून भी आने लगा. मुझे लगा भी कि खून आ गया है लेकिन वो तो मेरे होंटों को और जोर से चूमने लगी और मेरे कटे हुए होंठ को मस्त जोर जोर से चूसती रही और खून बंद कर दिया.
करीब 20 मिनट बाद उसने मुझे छोड़ दिया और हाँफने लगी.
मैंने कहा- बस हो गया तेरा? और क्या बात है आज बहुत जोश में लग रही है?
तो वह बोली- हमेशा तुम ही जोश में रहते हो, तो आज मैंने अपना मन बनाया है कि आज मैं भी तुम्हारे मजे लूं.
मैंने कहा- ऐसी बात है फिर तो मजा आएगा.
क्योंकि दोस्तो, आप जानते हो कि जब आग दोनों तरफ बराबर मात्रा में हो तो रोमांस करने का मजा बहुत अलग ही आता है.
मैंने अपना शर्ट उतारा और उसका आसमानी कलर का टॉप उतार दिया. जैसे ही टॉप उतारा, उसके बोबे उछल गये.
मैंने कहा- क्या बात है … आज कुछ भी कंट्रोल में नहीं है.
तो वह हँस कर बोली- जब तुम साथ हो तो कैसे कंट्रोल में होगा।
और फिर मैंने उसको धक्का देकर बेड पर पटक दिया तो वह बोली- कितने जालिम हो!
मैंने कहा- आज मैं तुमको अपना जालिमपना दिखाता हूँ.
तो फटाक से वह बोली- मैं भी तुमको अपना चुड़ैलपना दिखाऊँगी.
मैंने कहा- आ जा … फिर तो डबल मजा आएगा.
मैं उसके ऊपर लेट गया और ब्रा के अंदर से ही बूब्स दबाने लगा और उसके गले में चूमने लगा, उसकी क्लीवेज में जीभ फेरने लगा जिससे वो और कामुक होने लगी.
अब मैंने उसकी ब्रा को उतार दिया, जैसे ही मैंने उसकी ब्रा को उतारा, उसने मेरा सर पकड़ कर अपने बूब्स में दबा दिया जैसे मुझसे कह रही हो कि ‘आज इनको मसल दो चूस लो, चूम लो।’
मैंने भी देर नहीं की और उसके मस्त गोरे गोरे चूचों पर मैं टूट पड़ा और एक हाथ से एक बोबा दबाने लगा जोर से और दूसरा बोबा मुंह में लेकर चूमने लगा और काटने भी लगा. वह और ज्यादा कामुक हो गई और बोलने लगी- जानू बस करो ना … मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने कहा- ठीक है, आराम से करता हूँ.
फिर उसने मुझे ‘आय लव यू…’ बोला और मैं फिर से उसे प्यार करने लगा. इस बार मैंने उसके निप्पल पर काट लिया और वो जोर से चिल्ला दी.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
वह बोली- तुमने फिर से मुझे काटा!
तो मैंने आंख मार दी.
वो बोली- तुम बहुत कमीने हो!
फिर मैंने कहा- तो चलो तुमको आज कमीनापन दिखाता हूँ।
मैंने उसके पेट पर हाथ फेरना शुरू किया और धीरे धीरे से उसकी कमर पर हाथ फेरने लगा और पेट को सहलाने लगा और उसके बूब्स को चूमते हुए पेट पर आने लगा. इधर मेरा हाथ उसकी जीन्स के अंदर जाने लगा लेकिन मेरा हाथ ज्यादा अंदर नहीं जा रहा था तो मैंने उसकी जीन्स ही उतार दी और वो सिर्फ पेंटी में रह गयी.
फिर मैंने उसके पेट पर चुम्बन किया और जीभ फेरने लगा, कभी चूमता तो कभी जीभ फेरता और वो मदहोश हो जाती. फिर मैं चूमते हुए नीचे की तरफ आने लगा तो मैंने उसकी पैंटी उतारकर उसकी कोमल सी गुलाबी रंग की चूत पर चूमना चालू कर दिया. वह कुछ बड़बड़ाने लग गई लेकिन मैं चूमता रहा और उसकी चूत को चाटने लगा.
यों तो कई बार मैंने उसकी चूत चूमी थी लेकिन आज एक अलग स्वाद आ रहा था और मैं उसकी चूत में मदहोश होने लगा और उसकी चूत के अंदर जीभ से कुरेदने लगा. ज्योति बहुत ज्यादा कामुक होने लगी और जोर जोर से उम्म्ह… अहह… हय… याह… करने लगी. मैं समझ गया कि उसका पानी निकलने वाला है तो मैं चूसने के साथ साथ चूत में उंगली भी करने लगा. उसे और ज्यादा मजा आने लगा और कमर उठा उठा कर चुत में उंगली लेने लग गई.
जरा सी देर में उसका पानी निकल गया और मैं उसका सारा पानी चाट गया. उस दिन पानी मे नमकीन के साथ हल्का सी मिठास भी आ रही थी तो मैं सारा पानी चाट गया।
और वो तो निपट गयी थी, अब बारी उसकी थी कि वह मुझे शांत करे; मैंने उससे कहा- अब तुम्हारी बारी है मुझे प्यार करने की!
तो वह बोली- आज तुमको तड़पाऊँगी.
मैंने कहा- अच्छा ऐसी बात है … ठीक है, मैं तैयार हूं.
मेरे ऐसा बोलते ही वह मेरे ऊपर आ गई और मुझे जोर जोर से चूमने लगी, मेरे होंठों को पूरा मुँह में भरकर चूस रही थी और काट भी रही थी. मुझे बड़ा मजा आने लगा. फिर उसने मुझे गर्दन में चूमना चालू कर दिया और धीरे धीरे मेरे सीने पर चूमने लगी, फिर पेट पर … कसम से मुझे बहुत गुदगुदी होने लगी थी. मैंने उसको रोक दिया, बोला- मुझे बहुत गुदगुदी हो रही है.
तो वह और ज्यादा चूमने लगी. मैं तो जैसे पागल हो गया … मजा सजा बन गया था।
फिर उसने अचानक मेरी अंडरवियर उतार दी. मैं चौंक गया क्योंकि आज तक उसने कभी ऐसा नहीं किया था. बस एक बार मैंने उसे बोला था कि ‘मेरा चूसोगी’ तो उसने मना कर दिया था कि उसको पसंद नहीं है तो उसके बाद मैंने कभी नहीं बोला.
लेकिन आज तो वह खुद सब करने लगी.
जैसे ही उसने मेरा अंडरवियर उतारा, मेरा लिंग उसके सामने एकदम कड़क होकर खड़ा हुआ था. पहले तो उसने कुछ सोचा, फिर एकदम से हाथ में पकड़ लिया और ऊपर नीचे करने लगी. पहली बार उसने मेरा लिंग हाथ में लिया था, मुझे मजा आने लगा. फिर ज्योति ने फाटक से लिंग को मुह में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगी वो … जैसे पोर्न फिल्मों में लड़कियां चूसती हैं. वैसे आज तक किसी ने मेरा लिंग मुँह में नहीं लिया था और न किसी ने चूसा था तो मुझे इस अहसास के बारे में पता नहीं था, मेरा पहली बार था ऐसा! कसम से, मैं आपको बयाँ नहीं कर सकता … मुझे इतना मजा आ रहा था. जब वह मुँह में भर कर आइस क्रीम की तरह चूस रही थी और लिंग को चाट रही थी मुझे बहुत आनन्द मिल रहा था.
फिर उसने जोर जोर से चाटना और हिलाना शुरू कर दिया और मेरा भी पानी निकल गया जिसे उसने मुंह में ही लिया और दो मिनट तक हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लेट गये.
फिर उसने कहा- मुझे थूकना है!
मैंने कहा- बाथरूम में जाकर थूक दो!
तो वह बोली- आप मुझे अपनी बांहों में उठाकर ले जाओ.
मैंने उसे बेड से उठाया और बाथरूम में ले गया. वहाँ उसने पेशाब किया और थूका भी और मैंने उसे वापिस उठा कर बिस्तर पर सुला दिया और मैं उसके ऊपर आ गया.
वह बोली- अब क्या करोगे?
मैंने कहा- अब तो खेल शुरू होगा!
मैंने अपनी पैन्ट की जेब से कंडोम का पैकेट निकाला और एक कन्डोम पहन लिया, फिर से उसके ऊपर आ गया. मैंने उसकी कमर के नीचे तकिया लगाया ताकि चूत ऊपर आ जाये और उसके पैरों को चौड़ा कर दिया.
फिर मेरे मन में शरारत सूझी तो मैंने उसकी चुत में उंगली कर दी और उसके चुत के दाने को मसलने लगा. तो वह तड़प उठी और बोली- बेबी क्यों तड़पा रहे हो? डालो न अंदर!
तो अब मैंने लिंग को उसकी चुत पर रगड़ना शुरू कर दिया तो वह और ज्यादा मचलने लगी और अपने हाथों से लिंग को चुत के अंदर डालने लगी.
लेकिन जैसे ही उसने लिंग को चुत पे लगाया, मैंने जोर से धक्का लगा दिया और पूरा एक बार में ही अंदर चला गया. ज्योति इस धक्के से कराह उठी, उसे दर्द भी हुआ, वो मुझे धक्का देने लगी तो मैंने उसे किस किया और प्यार किया, फिर आराम से धक्का मारने लगा और वो धीरे धीरे आह आह अहह करने लग गई.
मैंने मौका देखकर स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से धक्के मारने लगा. वह भी कमर उठा कर साथ दे रही थी. करीब पांच मिनट बाद ही वो एकदम कड़क हो गयी और बोलने लगी- मेरा काम तो होने वाला है!
तो मैं और जोर से करने लगा और वह झड़ गई.
लेकिन मेरा तो हुआ नहीं था तो मैंने धीरे धीरे धक्के मरना चालू रखा तो वह बोलने लगी- आज कितना करोगे, मुझे दर्द हो रहा है.
तो मैंने कहा- मेरा वीर्य तो गिरा नहीं अभी!
उसने बोला- जानू आराम से करो, बहुत दर्द हो रहा है.
तो मैंने उसे घूमने को बोला और वो घोड़ी बन गई. ज्योति के पुट्ठे बहुत मस्त थे बड़े बड़े … क्योंकि मैंने ही चोद चोद कर बड़े किये थे. मैंने उसके चूतड़ों पर दो तीन थप्पड़ मारे और पीछे से लिंग को चूत पर सेट किया और धक्के मरना चालू किया. फिर अचानक पता नहीं मुझे क्या हुआ और मैं जोर जोर से उसको चोदने लगा पूरी ताकत से!
वह चिल्लाने लगी, बोली- आराम से करो ना!
लेकिन मुझे पता नहीं क्या हुआ, मैंने उसकी एक नहीं सुनी और उसको सीधा लेटा दिया और उसकी टाँगें मेरे दोनों कंधों पर रख दी और जोर जोर से उसको चोदने लगा. और करीब दस मिनट तक चोदता रहा.
वह अपने आपको छुड़ाने लगी और बिस्तर पर इधर उधर भागने लगी लेकिन मैंने छोड़ा नहीं … मैं बस उसको चोदे जा रहा था. फिर मैं उसके होंठों को चूमने लगा और फिर मेरा वीर्य गिरने वाला था तो मैंने धक्के और भी बढ़ा दिए और मेरा वीर्य उसकी चुत में निकल गया, कंडोम लगा था तो कोई डर नहीं था.
अब मैंने उसको कसकर गले लगा लिया, करीब दस मिनट पड़े रहने के बाद मैंने उसको छोड़ा, अपना लंड चूत में से निकाल कर कंडोम निकाला.
ज्योति ने मुझे किस किया और पूछा- आज तुमको क्या हो गया था? मुझे इतना दर्द हो रहा था और तुम इतनी जोर से किये जा रहे थे?
मैं बोला- पता नहीं क्या हुआ था यार!
फिर मैंने उसकी चुत को देखा तो वह सूज गयी थी. मैंने उसे सॉरी बोला.
फिर मैंने उसे कपड़े पहनाये और खुद भी पहन लिए, फिर ज्योति ने मुझे गले लगा लिया और बोली- आय लव यू राज … तुम मुझे कितना प्यार करते हो, मेरा ख्याल रखते हो.
तो मैंने उसे किस किया और बोला- अब चलें या आज रात यहीं रुकने का प्लान है?
वह बोली- नहीं, जल्दी चलो वरना तुम मेरी हालत फिर से खराब कर दोगे!
तो मैं हँस दिया और हम वहां से घर के लिए निकल पड़े.
उसके छह महीने बाद उसकी शादी हो गई, उस बीच भी हमने बहुत एन्जॉय किया. अब वो अपने पति के साथ बहुत खुश है।
तो दोस्तो, यह थी मेरी गर्लफ्रेंड की सेक्स कहानी. आपको कैसी लगी, मुझे ईमेल जरूर करियेगा. मेरी ईमेल आइडी है [email protected]
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