गांव की रिश्ते की साली को चोदा-2
मेरी गर्म कहानी के पहले भाग
गांव की रिश्ते की साली को चोदा-1
में आपने पढ़ा कि मेरी साली हमारे घर आयी हुई थी. और मैं उसे चोदने के लिए अलग कमरे में ले आया था.
अब आगे:
मैंने फिर अपने लंड को उसकी चूत में डालना चाहा तो वह मारे डर के अंदर नहीं जाने दे रही थी.
काफी देर प्रयास करने के बाद जब मुझे सफलता नहीं मिली तो मैंने उसकी चूत को दोबारा से चाटना शुरू किया कि वह गर्म हो जाए तो शायद उछल कूद बंद कर दे.
कुछ देर तक उसकी चूत चूसने के बाद वह सिसकारियां भरने लगी और पूरी गर्म हो गई. मैंने फिर अपने लंड को उसकी चूत में डालना चाहा तो वह मारे डर के अंदर नहीं जाने दे रही थी.तभी मैंने अपनी पत्नी को आवाज लगाई. मेरी आवाज लगाते ही पत्नी तुरंत कमरे में आ गई और वहाँ हम दोनों जीजू साली को पूरी नंगी हालत में देख कर
मेरी पत्नी ने कहा- ओ माय गॉड … आप दोनों कितने हॉट लग रहे हैं! आप दोनों को एक घंटा हो चुका है अभी तक आपने नीरू की सील तोड़ी या नहीं?
मैंने कहा- नहीं यार, यह सील तोड़ने नहीं दे रही है, इसको बहुत घबराहट हो रही है. बार-बार जैसे ही मैं लंड को इसकी चूत के मुहाने पर लगाकर अंदर डालने का प्रयास करता हूं तो यह उछल पड़ती है.
इसी बीच मेरी पत्नी ने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए और वह भी बिल्कुल नंगी हो गई और वह मुझ पर टूट पड़ी. बोलने लगी- मैं आप दोनों को छुप कर देख रही थी और मेरी हालत बहुत खराब हो चुकी है. यह देखो मेरी चूत में कितना पानी आ रहा है. तो राजा जी, आप पहले मुझे शांत करो वरना मैं तो मर ही जाऊंगी. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
मैंने देखा कि मेरी बीवी की चूत पानी से पूरी तरह भीगी पड़ी थी.
वह तुरंत बेड पर आ कर लेट गई और मुझको अपने ऊपर खींच कर बोली- राजा जी, पहले मेरी चूत के अंदर डालो, नीरू की चुदाई हम बाद में करेंगे.
इतना कहते ही मैंने अपनी पत्नी की चूत के मुहाने पर अपना लंड लगाकर जोरदार धक्का मारा, मेरा लंड एक ही धक्के में पूरा चूत में समा गया. अब मैंने अपनी पत्नी की चूत में लगातार धक्के लगाने शुरू कर दिए.
हम दोनों पति पत्नी की चुदाई को नीरू बहुत गौर से देख रही थी और हमारी चुदाई देखकर वह अपनी चूत में उंगली चलाने लगी, अपने बूब्स को अपने हाथों से मसलने लगी. इसी बीच मेरी पत्नी ने अपनी पोजिशन बदली और वह मुझे नीचे लिटा कर मेरे ऊपर आ गई और उसने नीरू से बोला- नीरू, देख क्या रही है, अपने जीजू का लंड पकड़ कर मेरी चूत पर लगा ना!
उसने ऐसा ही किया और मेरा लंड पकड़ कर अपनी जीजी की चूत पर लगाया. मेरी पत्नी ने तुरंत मेरा लंड अपनी चूत में घुसा लिया और ऊपर बैठकर ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिए.
यह देखकर नीरू पूरी गर्म हो चुकी थी. अब मौका देख मेरी पत्नी ने मेरा लंड अपनी चूत से बाहर खींचा और नीरू को बेड के कोने पर डॉगी स्टाइल में बेड के कोने पर झुकने को कहा.
अपनी जीजी की आज्ञा का पालन करते हुए नीरू तुरंत ही बेड पर सिर रखकर डॉगी स्टाइल में खड़ी हो गई.
मेरी पत्नी ने मुझे कहा- अब आप नीरू के पीछे आइए!
मैं अपनी पत्नी की आज्ञा मानकर तुरंत नीरू के पीछे आ गया.
मेरी पत्नी ने पीछे जाकर नीरू की चूत को फैलाया लेकिन चूत में जगह ही कहां थी, बिल्कुल बंद थी, आज तक किसी ने छुआ तक नहीं था. मेरी पत्नी ने मुझसे कहा- इसकी चूत बहुत छोटी है और बिल्कुल बंद है, इसमें रास्ता बनाना पड़ेगा.
अब मेरी पत्नी ने कहा- पीछे बैठकर इसकी चूत में जीभ से चाटो!
मैंने अपनी पत्नी की आज्ञा का पालन करते हुए उसकी चूत को कुत्ते की तरह चाटना शुरू कर दिया.
कुछ देर से चाटने के बाद फिर मेरी पत्नी ने उसकी चूत में अपनी उंगली से रास्ता बनाना चाहा तो थोड़ी उंगली जाने के बाद ही वह दर्द से कराह उठी. मेरी पत्नी ने उसको समझाया- देखो नीरू, तुम्हें थोड़ा दर्द तो बर्दाश्त करना पड़ेगा. नहीं तो मजा कैसे लोगी? एक बार शुरू में थोड़ा सा दर्द सहन कर लो, फिर अपन तीनों को रोजाना मिलकर खूब मजे करा करेंगे! तूने देखा नहीं कि मेरी चूत में कैसे लंड को एक बार में ही पूरा ले लिया था और मैं कितना मजा लेकर उछल रही थी.
अपनी जीजी की बात सुनकर नीरू ने सहमति जताई.
अब मेरी पत्नी ने मुझसे कहा- आप पीछे आइए!
नीरू बेड पर सिर रखकर बैठ के किनारे पर डॉगी स्टाइल में खड़ी हुई थी. मैं नीरू के पीछे जाकर खड़ा हो गया. तभी मेरी पत्नी ने एक क्रीम की शीशी उठाई और मेरे लंड पर अच्छी तरह से उसको लगाया और कुछ क्रीम नीरू की चूत के मुहाने पर लगाई क्योंकि नीरू की चूत में बहुत हल्की सी दरार नजर आ रही थी, वह बिल्कुल बंद थी तो उसने उस दरार पर भी क्रीम लगा दी.
मेरी पत्नी ने एक साइड में आकर उसकी चूत को थोड़ा फैला लिया और मुझको अपना लंड नीरू की चूत पर सेट करने को बोला. मैंने ऐसा ही किया और अपने लंड का सुपारा नीरू की चूत पर सेट कर दिया. मेरी पत्नी ने मुझको इशारा किया कि अब धीरे से इसकी चूत के अंदर अपना सुपारा डालो.
मैंने अपनी पत्नी की आज्ञा का पालन करते हुए अपने सुपारे को धीरे से अंदर धक्का लगाया. क्योंकि मेरी पत्नी ने पहले ही नीरू की चूत को पीछे से फैलाकर जगह बना दी थी तो मेरा सुपारा नीरू की चूत में समा चुका था.
लेकिन सुपारा अंदर जाते ही नीरू चिल्ला उठी. तभी मेरी पत्नी ने मुझे इशारा दिया कि एक जोरदार धक्का लगाओ.
मैंने वैसा ही किया, एक जोरदार धक्का लगाया तो मेरा लंड नीरू की चूत को चीरता हुआ आधा अंदर तक जा समाया.
नीरू बुरी तरह चिल्ला उठी थी लेकिन मेरी पत्नी ने उसको डॉगी स्टाइल में इस तरह जकड़ा हुआ था कि उसकी एक न चली क्योंकि मेरी पत्नी ने उसकी टांगें चौड़ी करके फैलाई हुई थी और उनको जकड़ लिया था.
अब मैंने भी और इंतजार ना करते हुए अपना लंड थोड़ा बाहर खींचकर एक और जोरदार धक्का मारा तो मेरा लंड पूरा नीरू की चूत में समा चुका था नीरू की चूत से अब हल्का हल्का खून निकल रहा था और वह चिल्ला रही थी.
मेरी पत्नी उसको समझा रही थी- थोड़ा बर्दाश्त करो, कुछ देर बाद बहुत मजा आएगा.
और इसी बीच मेरी पत्नी ने उसके बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया था और उसके चूतड़ों पर प्यार से हाथ फेर रही थी.
तब मेरी बीवी ने मुझसे रुकने को कहा. मैं अब साली की चूत में लंड डालकर रुका हुआ था, धक्के मारने बंद कर दिए थे तो अब नीरू का दर्द कुछ कम हुआ.
मेरी पत्नी पीछे उसके चूतड़ को फैलाकर उसकी चूत में मेरे फंसे हुए लंड को देख कर बोली- माय गॉड … कितनी टाइट है! किस कदर फंसा हुआ है!
और उसने अपने मोबाइल निकालकर उसकी एक तस्वीर ले ली.
अब मेरी पत्नी ने नीरू से पूछा- नीरू, बतलाओ मेरी बहन, अब कैसा लग रहा है?
नीरू बोली- दीदी, अब दर्द कुछ कम हुआ है!
मेरी पत्नी ने पूछा- अब तुझे कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है?
उसने कहा- नहीं दीदी, अब ज्यादा दिक्कत नहीं है.
अब मेरी पत्नी ने मुझसे कहा- अब आप धीरे से धीरे धक्के मारने शुरू करो ताकि नीरू को मजा आना शुरू हो!
और मुझे हिदायत दी- यह मेरी बहन है, बहुत प्यार से करना है … धक्का जोर से नहीं लगाना … नहीं तो इसको दर्द होगा और फिर आपको इसकी चूत नहीं मिलेगी अगर आपने इसको दर्द दिया तो!
अब मैंने अपनी पत्नी का कहा मान कर नीरू की चूत में धीरे धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए. अब नीरू की चूत कुछ ढीली हुई और उसको मजा आना शुरू हो गया. अब नीरू दर्द भूल कर मजे भरी सिसकारियां भरने लगी और कुछ धक्कों के बाद मुझसे बोली- जीजू, थोड़ी स्पीड बढ़ाओ ना … अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.
उसके कहते ही मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी. अब वह पूरा मजा ले रही थी. इसी बीच मेरी पत्नी बोली- अब आप दोनों ही मजा लोगे या मुझको भी शांत करोगे? मैं भी तो बीच में ही रह गई थी. दोनों अपने मजे में मस्त हो, मेरी आग कौन बुझाएगा?
मेरी पत्नी अब नीरू की चूत में लग रहे धक्कों को उसके चूतड़ों की खाई फैलाकर मेरे लंड को अंदर बाहर जाते देख रही थी और कह रही थी- वाह क्या मस्त चूत है … एक भी बाल नहीं है. कितनी गोरी चूत है नीरू तेरी! और कितना मोटा लंड चूत में समाया हुआ है. अरे नीरू, तू इसे कैसे बर्दाश्त कर रही है, बता तो सही? तेरे जीजू का इतना मोटा लंड है कि मुझसे भी बर्दाश्त नहीं होता, बच्चेदानी में टकराता है और मुझे भी दर्द देता है.
नीरू बोली- जीजी, मुझे नहीं मालूम … लेकिन मैं तो मजे के मारे मरी जा रही हूं. जीजू से कहो कि जल्दी जल्दी धक्के लगाएं, मेरी चूत में चीटियां रेंग रही है और पूरा बदन अकड़ रहा है.
तभी मेरी पत्नी ने मुझे रुकने का आदेश दिया- अरे रुको, यह तो जाने वाली है … मुझे भी तो मजा लेना है नीरू से!
मैंने कहा- अरे तुम कैसे मजा लोगी?
मेरी पत्नी ने कहा- आप देखते जाओ!
और नीरू से कहा- तू बेड के कोने से हट और बेड के ऊपर डॉगी स्टाइल में आ जा!
मेरी पत्नी नीतू के मुंह के सामने अपनी चूत रख कर लेट गई और नीतू डॉगी स्टाइल में बेड पर आ गई. उसका मुंह मेरी पत्नी की चूत पर आ गया. मैंने पीछे से देखा कि नीरू की चूत पर खून लगा हुआ था. मैं मन ही मन बहुत खुश हो रहा था कि इतनी सुंदर लड़की की चूत की सील तोड़ने को मुझे मिली.
अब मेरी पत्नी ने नीरू को कहा- नीरू, अगर तुझे कोई परेशानी ना हो तो तू मेरी चूत को चाट और तेरे जीजू पीछे से तेरी चूत में अपना मोटा लंड घुसा कर तेरी चुदाई करेंगे. क्या तुझे यह पसंद है? नीरू ने तुरंत हामी भर दी और बोली- जीजी, आप जो भी कहोगे, मैं करूंगी लेकिन जीजू से कहो कि मेरी चूत में लंड डालकर मेरी चूत की गर्मी शांत करें. मैं मरी जा रही हूं. प्लीज जीजी … जीजू से कहो कि मेरी चूत में अपना लंड डालकर मेरी चूत की गर्मी को शांत करें! आप दोनों ने तो मुझे मार ही डाला!
मेरी पत्नी ने मुझसे कहा- आप पीछे से इसकी चूत में लंड डालकर इसकी ऐसी चूत चोदो कि ये जीवन भर याद रखे!
और नीरू से कहा- अब तू मेरी चूत में जीभ डाल कर मेरी चूत को चाट!
अब नीरू इतनी गर्म हो चुकी थी कि मेरी पत्नी जो उससे करने को बोल रही थी, वह सब कुछ करने को तैयार थी. नीरू ने मेरी पत्नी की चूत को चाटना शुरू किया और मैंने नीरू की छोटी सी चूत में पीछे से अपना मोटा लंड डालकर उसकी चुदाई करनी शुरू कर दी.
अब हम तीनों भरपूर चुदाई का मजा ले रहे थे. मेरी पत्नी की चूत को नीरू बड़े ही मजे से चाट रही थी और मेरी पत्नी चूत और उछाल उछाल कर मजा ले रही थी. मैंने भी नीरू की पीछे से डॉगी स्टाइल में ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी थी. मेरा लंड पूरा फंस कर नीरू की चूत की चुदाई कर रहा था. नीरू भी अपनी चुदाई का पूरा मजा ले रही थी, उसे देख कर ऐसा नहीं लग रहा था कि वह पहली बार चुदाई करा रही है. हम तीनों एक साथ पूरा मजा ले रहे थे.
मेरी पत्नी अब झड़ रही थी, बोल रही थी- मैं तो गई … मैं तो गई … मेरा हो चुका!
नीरू का भी होने वाला था, वो बोली- जीजू, मेरा शरीर अकड़ रहा है, और जोर से चोदो मुझे … मैं जा रही हूं!
मैंने अपनी पत्नी से पूछा- मुझे अपना माल कहां निकालना है? मेरा भी होने वाला है!
मेरी पत्नी ने कहा- आप अपना सारा माल अपनी साली की चूत के अंदर ही उड़ेल दो, कोई दिक्कत नहीं! मैं इसको गोली खिलवा दूंगी, बच्चा नहीं रहेगा. पहली पहली बार इसकी चुदाई हुई है, इसकी चूत को अपने माल से भर दो!
मैंने अपनी पत्नी की आज्ञा का पालन करते हुए अपना सारा माल उसकी चूत में उलट दिया.
मैं और नीरू दोनों एक साथ झड़ गये. फिर हम तीनों ने एक-दूसरे के अंगों को चाट कर साफ किया.
फिर मेरी पत्नी कमरे के बाहर चली गई और मैंने और नीरू ने एक बार फिर चुदाई का मजा लिया.
दोस्तो, फिर उसके बाद तो हम तीनों की यह दिनचर्या बन चुकी थी, हम आए दिन तीनों एक साथ चुदाई का मजा लेते रहे.
अब नीरू की शादी हो चुकी है लेकिन वह जब भी मायके आती है हम तीनों साथ में ही चुदाई का मजा लेते हैं.
मैं अगली कहानी में आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी साली नीरू और अपनी पत्नी की गांड मारी और नीरू ने कैसे गांव की ही एक युवा लड़की को मुझसे चुदवाया. हम चारों ने एक साथ सेक्स किया और उस लड़की की सील तोड़ने में नीरू और मेरी पत्नी ने मेरा सहयोग किस तरह किया.
आपको मेरी गर्म कहानी कैसी लगी जरूर बताएं.
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