ट्रेन में मिली मस्त लड़की की चूत चुदाई कहानी

ट्रेन में मिली मस्त लड़की की चूत चुदाई कहानी

हैलो दोस्तो.. हिंदी चूत चुदाई कहानी की इस मस्त साईट में मैं अयान आपका स्वागत करता हूँ। अभी मैं बंगलोर में रहता हूँ। आज मैं आपको अपनी पहली चूत चुदाई कहानी बताने जा रहा हूँ। आशा करता हूँ कि आपको पसंद आएगी और हाँ मेरी विनती अन्तर्वासना की पाठिकाओं से भी है क्योंकि उनके बिना मेरी चूत चुदाई की कहानी अधूरी है।

मित्रो आगे बढ़ने पहले आप मेरे लंड के बारे में भी थोड़ा जान लीजिए। मेरा लंड 6 इंच लंबा है और टेढ़ा है। वो कहते हैं ना.. कि टेढ़ा है पर मेरा है।

ये बात कुछ महीने पहले की है जब मैं इंजीनियरिंग का बैक पेपर देने ट्रेन में जा रहा था। उसी समय मेरे पास वाली सीट में मुझे एक लड़की अकेली दिखी, पर मैंने उससे कोई बात नहीं की और मैं सो गया।

जब मैं सो कर वापस उठा और बाथरूम गया तो आर्मी वाला मेरी सीट पर आकर बैठ गया। जब मैंने उससे हटने को कहा तो उसने मना कर दिया और मैं उस लड़की की सीट पर जाकर बैठ गया।

ऊप्स माफ़ करना मित्रों.. मैंने तो उसका नाम ही नहीं बताया और न ही उसके बारे में कुछ कहा।

उसका नाम शाजिया (बदला हुआ नाम) था और उसके बारे में क्या बताऊँ भाई, उसकी स्लिम फिगर, आखें.. काली-काली, झील सी गहरी और एकदम नशीली, हंसी ऐसी कि किसी के भी होश उड़ा दे। वो बातें ऐसी करती कि जैसे पूरे जहां की कशिश उसकी आवाज़ में भरी पड़ी हो।

जब मैं उसकी सीट पर बैठा तो उसे वक्त मुझे आर्मी वालों पर थोड़ा बहुत गुस्सा आ रहा था तो मैंने मिर्ची खाना चालू कर दिया।
तब उसने मुझे कहा- तुम मिर्ची क्यों खा रहे हो?
तो मैंने गुस्से में कहा- मुझे बहुत गुस्सा आ रहा है इन जनाब के ऊपर.. एक तो मेरी सीट पर आकर बैठ गए हैं और हट नहीं रहे हैं।
उसने कहा- कोई बात नहीं.. तुम हमारी सीट पर तो बैठ गए हो ना.. कोई बात नहीं यहाँ से मैं तुम्हें नहीं भगाऊँगी।

मैंने कहा- कमेंट मार रही हो क्या?
तो वो हंस पड़ी।

ओह माय गॉड.. क्या मस्त लग रही थी।
उसकी हंसी सुन कर सब लोग हमें देखने लगे तो मुझे कुछ अटपटा सा लगा और मैंने उसे एक च्यूंटी काट कर चुप रहने का इशारा किया, तब वो शांत हुई।

फिर हम एक-दूसरे के बारे में पूछने लगे.. और बातें होने लगीं, तभी मुझे उसका नाम मालूम हुआ था।

इस तरह रात हो गई तो हमने मिलकर खाना खाया।

अब तब हमारी बहुत बातें हो रही थीं तो सब यही समझने लगे कि वो मेरी गर्लफ्रेंड है, पर तब तक ऐसा नहीं था। दोस्तों एक बात बता दूँ.. मैं रात को जल्दी नहीं सोता हूँ।
इस वजह से मैंने उससे पूछा- क्या तुम जल्दी सो जाओगी?
तो उसने कहा- हुन्न.. नींद तो आ रही है।
मैं मुंडी खुजाने लगा।

उसने मुझसे भी कहा- तुम भी यहीं पे सो जाओ।
मैंने झट से कह दिया कि अगर कुछ हो गया तो मुझे मत कहना कि तुमने ये किया या वो किया।
तो वो हंस कर बोली- ऐसा क्या करोगे तुम.. मुझे भी बताओ.. मैं भी जानना चाहूँगी।

उसकी बातों से मुझे ऐसा लगा कि वो भी कुछ करने के लिए राज़ी है।

फिर लाइट्स ऑफ होने के बाद हम लोग ऐसे ही मज़ाक कर रहे थे। तो अचानक मेरा हाथ उसके मम्मों पर चला गया।

मैंने उससे माफी माँगी तो हंस कर बोली- चलता है यार..
फिर थोड़ी हिम्मत करके मैं उसके बालों को सहलाने लगा और अभी मैं खेल ही रहा था कि उसने कहा- ये क्या कर रहे हो तुम?
तो मैं बोला- कुछ नहीं.. बस तुम्हारा ख्याल रखने की कोशिश कर रहा हूँ शाजिया, तुम हो ही इतनी अच्छी कि नज़र ही नहीं हट रही है।

वो मुस्कुरा दी तो मैंने इसे उसकी तरफ से हरी झंडी समझी और मैंने बिना इज़ाज़त के उसके माथे पर किस कर दिया।
शाजिया- यह क्यूँ अयान?
मैं- हमारे नए रिश्तों के लिए।

तब उसने कुछ नहीं कहा.. बस वो रोने लगी और अचानक मुझे ज़ोर से किस कर लिया। मैंने उसको अपनी तरफ खींचा तो वो और जोर से किस करने लगी। तब मैंने उसके मम्मों में फिर से हाथ लगा दिए और बस प्यार की दुनिया में पूरा खो गए।

अब मैं उसकी टी-शर्ट ऊपर करके उसके मम्मों को दांत से काटने लगा तो वो थोड़ा ‘आहह..’ करके चिल्ला दी।
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फिर क्या था दोस्तों हम दोनों ने डिसाइड किया कि हम अपनी जर्नी ब्रेक कर लेते हैं। अब तक हम विजयवाड़ा आ चुके थे सो यहीं उतर गए और हम दोनों एक होटल में चले गए।

होटल के रूम में जाते ही उसने मुझे बिस्तर पर गिरा दिया और किसी प्यासी-चुदासी लौंडिया की तरह मेरे ऊपर चढ़ गई। हम दोनों एक-दूसरे में खो गए। मैंने उसकी टी-शर्ट खोल दी और उसने मेरे कपड़े उतार दिए। मैं उसके ऊपर चढ़ा हुआ था.. मैंने उसकी ब्रा खोल दी क्योंकि चुदाई के वक्त मम्मों को आज़ाद ही रहना अच्छा लगता है।

फिर उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और कुछ अपने में ही बके जा रही थी।
मैंने उससे कहा- मेरा लंड चूसो..
तो वो बहुत मस्त होकर मेरा लंड चूसने लगी।
‘आआहह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… ओफ़..’ क्या मस्त चूस रही थी।

फिर हम दोनों 69 पोज़ में हो गए, वो मेरा लंड और मैं उसकी फुद्दी चाट रहा था।
वो अजीब सी कामुक आवाज निकालने लगी- वाउ अयान.. यस कम ऑन बेबी.. सक मी पुसी.. ओह ययईई.. इस्स्स्स.. ओह माय गॉड अयान बेबी आई एम कमिंग.. अह..
और वो झड़ गई।

अब मेरी बारी थी.. एक और बात बता दूँ मेरे यारों मैं जल्दी गिरता नहीं हूँ। मुझे नेचुरली बहुत टाइम लगता है।

मैंने उसको सीधा लेटा दिया और अपने लंड को उसकी चुत की फांकों में सहलाया। फिर उसका इशारा मिलते ही मैंने अपना लंड उसके चुत में गाड़ दिया।
‘आआहह ह.. आहह.. प्लीज़ निकालो.. बहुत मोटा है..’
क्या बताऊँ यार वो तो रो पड़ी और उसका थोड़ा खून गिरने लगा।

फिर मैंने उसको थोड़ा रुक कर चोदा। अब वो भी साथ देने लगी थी, तो मैंने पोज़िशन चेंज की।

करीब 20 मिनट तक उसे धकापेल चोदने के बाद मैं उसकी चुत में ही झड़ गया। वो अब तक 3 बार झड़ चुकी थी। फिर हम दोनों नंगे ही चिपक कर लेट गए।

कुछ देर बाद हमने फिर से एक और बार चुदाई की और तबसे वो मेरी गर्लफ्रेंड बन गई।
अब तो हम लोग अक्सर मिलते और चुदाई करने लगे थे। दोस्तो, कैसी लगी मेरी चूत चुदाई कहानी, प्लीज़ लिखना, आप लोगों के मेल का इंतजार रहेगा।
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