देसी बुर की चुदाई की कहानी

देसी बुर की चुदाई की कहानी


देसी बुर की चुदाई की इस कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी गर्लफ्रेंड की सहेली से मेरी दोस्ती हुई. सेक्स चैट में उसने बताया कि वो अभी तक कुंवारी है और सेक्स करना चाहती है.

अंतर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। आशा करता हूं कि आप सबको
क्रिया की गांड चुदाई की कहानी
पसंद आयी होगी।

इस कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि मैंने अपनी गर्लफ्रेंड क्रिया की सहेली जरीना की देसी बुर की चुदाई कैसे की.
यह कहानी भाभियों को अपनी चूत में उंगली करने से नहीं रोक पाएगी. बस आप मेल करना मत भूलना।

पुष्कर से आने के बाद क्रिया के साथ साथ मेरी जरीना से भी नजदीकियां बढ़ने लगी थी।
ऐसा नहीं कि मेरा मन क्रिया से भर चुका था। बल्कि जरीना का नशा मुझे उसकी तरफ खींच रहा था. 5’4″ की हाइट, गोरा रंग, गोल चेहरा, 36″ के बूब्स, 28″ की कमर और 36″ की गांड।
ऐसे चलती हैं कि अच्छे अच्छे का लंड खड़ा हो जाए।

हम अक्सर कोचिंग के बाद समय बिताने लगे.

उसका घर मेरे घर के साथ बगल में है. लेकिन कभी मेरा उससे काम नहीं पड़ा तो मैं कभी गया नहीं।

हम फोन पर धीरे धीरे आगे बढ़ने लगे. फोन पर सेक्स चैट करने लगे।

उसने मुझे बताया कि वो अभी तक कुंवारी ही है। उसने एक बार अपने ब्वॉयफ्रंड के साथ सेक्स करना चाहा. लेकिन उसका खड़ा ही नहीं हुआ।
यह कहानी फिर कभी सुनाऊंगा।

हमारी बातें अब सेक्स तक पहुंच चुकी थी. लेकिन आगे नहीं बढ़ पा रही थी.
मेरा और क्रिया का तो सही चल रहा था लेकिन जरीना के साथ मौका नहीं मिल रहा था।

मेरा कमरा ऊपर था. रात को खाना खाने के बाद छत पर घूमता था तो जरीना भी अपनी छत पर आ जाती थी. बीच में 3′ की दीवार थी बस.
ऊपर से किस करना, बूब्स दबाना, चूसना, मसलना हो जाता था. लेकिन सेक्स नहीं हुआ था।

फिर एक दिन हमें मौका मिला. उसके मामा के लड़के की शादी थी लेकिन उसने एग्जाम होने के कारण जाने से मना कर दिया। उसकी अम्मी ने मेरी मम्मी को उसका ध्यान रखने के लिए बोल दिया।

शाम का खाना देने के लिए मम्मी ने मुझे उसके घर भेज दिया।
जब मैं उसके घर पहुंचा तो घंटी बजा कर खड़ा रहा.
थोड़ी देर में दरवाजा खुला।

देखा तो जरीना के बालों से पानी झर रहा था। लग रहा था कि नहाकर आई है. उसने मुझे अंदर बुलाया, मैंने उसे खाना दिया और वो मेरे लिए पानी का ग्लास लाई।
जरीना- आज रात को तैयार रहना, आज हमारी सुहागरात होगी। आज घर पर कोई नहीं है. रात को छत का दरवाजा खुला रखूंगी. फोन करूं तब आ जाना।

ये सुनते ही मैंने उसे पकड़ लिया और दीवार के सहारे टिका कर उसे किस करने लगा और एक हाथ उसकी पजामी के अंदर डाल दिया और उसकी देसी बुर को मसलने लगा.
उसकी बुर में से पानी निकलने लगा।

लेकिन उसने मुझे वहीं रोक दिया और मुझे जाने के लिए कहा।

उसके बाद रात होने का इंतजार करने लगा कि बस कब रात हो और मैं जरीना की देसी बुर की चुदाई करके उसका उदघाटन करूं।

मैं वहां से आ गया. आने के बाद लंड के बाल साफ़ किए. अच्छे से साबुन से धोया नहाया. उसके बाद खाना खाकर आज जल्दी अपने कमरे में आ गया. मैंने घर वालों को कह दिया कि नींद आ रही है।

ऊपर आकर छत का दरवाजा बंद कर दिया और जरीना के कॉल का इंतजार करने लगा।

रात के 11:30 बजे उसका कॉल आया. फिर चुपचाप उठकर मैं उसकी छत से होकर नीचे कमरे की तरफ जाने लगा.

पूरे घर में अंधेरा था उसके कमरे का दरवाजा हल्का सा खुला हुआ था।

जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो उसने पूरा कमरा सुहागरात की तरह सजाया हुआ था। एकदम लाल साड़ी में दुल्हन की तरह पलंग पर बैठी हुई थीं।

उसने जाते ही मुझे दूध का ग्लास दिया. आधा मैंने पीया, आधा उसको पिलाया. उसके बाद उसको लेटाया. वो एकदम दुल्हन की तरह तैयार हुई थी. वो गहने भी पहने हुए थी।

उसको लेटाकर मैंने उसके गहने निकाले और उसके पास लेट गया। मैं उसको किस करने लगा. उसने स्लीव लेस ब्लाउज पहना था, उसको उतारा.

अंदर उसने वेडिंग नाइट ब्रा पहन रखी थी पिंक कलर की!
उसको उतारकर उसके बूब्स पर किस करने लगा.

ज्यादातर लड़कियों के डार्क निप्पल होते है लेकिन उसके पूरे गुलाबी हैं एकदम. मैं उनको चूसने लगा जैसे कि उनमें से दूध निकाल दूंगा. उसने अपने बूब्स पर कुछ मीठा सा लगाया था. उसके बूब्स में मीठा मीठा सा लग रहा था।

उसके बाद उसका पल्लू नीचे की तरफ हटाया उसकी नाभि एकदम छोटी सी गोल सी है. उसमें जीभ डालकर चूसा. उसका भी मीठा सा टेस्ट था।
मै- ये तुम्हारी नाभि और बूब्स में मीठा कैसे लग रहा है?
जरीना- मिल्क पाउडर का पेस्ट लगाया था टेस्ट के लिए! नीचे भी लगा है।

बस इतना सुनते है मैंने उसकी साड़ी पूरी निकाल दी.

उसने अंदर बेबी पिंक कलर की पैंटी पहन रखी थी, उसको भी उतार दिया। उसके बाद नीचे जाकर उसके पैरों के अंगूठे को किस करने लगा और उसकी देसी बुर की तरफ बढ़ने लगा।
उसकी बुर एकदम पाव रोटी की तरह फूल चुकी थी।

झूठ नहीं बोलूंगा … उसकी देसी बुर एकदम सफेद है और अंदर से गुलाबी है. ये किसी किसी में अपवाद होता है। उसकी बुर को मैंने ऊपर से नीचे तक चाटा.

और उसकी गांड का छेद भी गुलाबी है. उसको भी चाटा. वहां से भी खुशबू आ रही थी।
उसकी बुर को मैंने चाट चाट कर साफ़ कर दिया। उसका एक बार पानी निकल चुका था।

उसने जल्दी से मेरे कपड़े भी उतार दिए। उसने अपने मुंह में लंड लेकर उसको गीला कर दिया. जो काम क्रिया ने नहीं किया, वो जरीना ने कर दिया।

जरीना- अब जल्दी से मेरी बुर फ़ाड़ कर मुझे अपना बना लो. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है।

मैं भी जरीना देसी बुर की चुदाई करने को मरा जा रहा था. मैं उसके नंगे बदन के ऊपर आया. मैंने जरीना को लंड बुर के छेद पर टिकाने को कहा. उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी बुर के छेद पर रखा.
फिर मैंने हल्का सा धक्का दिया.
लेकिन लंड फिसल गया.

मैंने उसको वेसलीन के लिए पूछा।
उसने मुझे वेसलीन तकिये के नीचे से निकाल कर दी. मैंने उसे अच्छे से लंड पर लगाया और उसकी बुर के छेद में भी मसल कर लगा दी।

उसने फिर लंड पकड़ कर छेद पर लगाया और मैंने उसके कंधे पकड़ कर जोर से धक्का लगाया। लंड उसकी देसी बुर को फाड़ता हुआ अन्दर चला गया उसकी घुटी हुई से चीख निकल गई।
जरीना- प्लीज़! अपना लंड बाहर निकालो! मुझे नहीं मरवानी अपनी चूत! मुझे बहुत दर्द हो रहा है।

मैंने उसे चुप करवाया. नीचे देखा तो उसकी बुर से खून निकल रहा था. लेकिन मैंने उसे बताया नहीं।

फिर मैं कुछ देर तक उसी तरह रुका रहा. फिर जरीना नीचे से धक्के लगाने लगी। तो मैं समझ गया कि लड़की तैयार है। फिर मैंने धीरे धीरे स्पीड बढ़ा दी।

जरीना- आआः आह आह अम्मी … धीरे चोदो … फ़ाड़ दोगे क्या आज ही?
मै- नहीं मेरी जान … ऐसे थोड़ी ना फ़ाड़ दूंगा. वरना फिर चोदूंगा किसे?
जरीना- उफ्फ … कितना गन्दा बोलते हो!
मै- इसी में तो मजा आता है मेरी जान।

फिर मैं 15 मिनट तक उसको चोदता रहा और उसके बूब्स मसलते हुए उसको किस करता रहा।
उसके बाद मेरा निकालने वाला था- जान, अंदर निकाल दूं?
जरीना- नहीं, ये चेहरे पर निकालो।

फिर मैंने बाहर निकाल कर उसके चेहरे पर वीर्य गिरा दिया. वो उसे फेसवॉश की तरह लगाने लगी।

उसके बाद वो उठने लगी. लेकिन उसकी चूत में दर्द कि वजह से उसे दर्द हो रहा था. मैं उसको उठाकर बाथरूम में ले गया. वहां गर्म पानी से उसकी चूत की सफाई की. उसने मुंह धोया।

फिर हम दोनों बेड पर आकर लेट गए.
एक बज रहा था.

उसके बाद उस रात हमने 2 बार और चुदाई की.

मैंने उसे गांड मारने के लिए कहा तो उसने कहा- आज नहीं, बाद में! पहले ये चूत का दर्द तो खत्म होने दो. कल मार लेना मेरी गांड।

उसके बाद 4 बजे सुबह जल्दी में अपने घर आ गया।

अगले दिन संडे था तो पढ़ाई का बहाना बना कर जरीना के घर चला गया.
वहां पर क्रिया भी थी और वो मुस्कुरा रही थी.

मैं इस सोच में था कि कहीं क्रिया को पता तो नहीं चल गया हमारे बारे में?

कहानी के अगले भाग में तब तक के लिए धन्यवाद। आपके मेल की प्रतीक्षा में!
देसी बुर की चुदाई की कहानी आपको कैसी लगी? कृपया इसमें तो कंजूसी ना करें. भाभियों व समस्त लड़कियों से निवेदन है।

मेरा ईमेल है [email protected] आप मुझसे हैंगआउट पर भी जुड़ सकते हैं।

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