देहाती मामा के साथ मेरे अरमान-2

देहाती मामा के साथ मेरे अरमान-2

दोस्तो, एक बार फिर मैं लव आप सभी प्यारे पाठकों का स्वागत करता हूँ कहानी के दूसरे भाग में.

इसके अलावा इस कहानी को लेकर आपका जो प्यार मिल रहा है, उसके लिए आपका और अन्तर्वासना का धन्यवाद.

कहानी के पिछले भाग
देहाती मामा के साथ मेरे अरमान-1
में आपने पढ़ा कि रवि मामा के लंड की तलब ने मुझे पागल सा कर दिया था और कई साल के इंतज़ार के बाद मैं उनसे अपने दिल की बात कह पाया था. अब मामा भी अपने लंड की मस्त चुसाई करवाना चाहते थे.

हम लोग फॉर्म हाउस से लगभग 300 मीटर दूर खड़े होकर अपनी रंगरेलियों में मशगूल थे.

>अब तो मुझ पर खुमार सा चढ़ गया था मैंने बिना देर किये लंड के गर्म सुपारे को अपने मुँह में भर लिया और लौड़ेपॉप की तरह चाटने लगा. रवि मामा भी मानो पागल ही हो गए थे. वो ज़ोर ज़ोर से कुछ बड़बड़ाते हुए आनन्द ले रहे थे.

लेकिन उनका बड़बड़ाना, हमारे लिए महंगा पड़ गया. जैसा कि हम लोग खेत के पास ही थे, इसलिए आवाज़ से नानाजी की नींद खुल गयी, वो खड़े हुए और खांसते हुए उन्होंने अपनी टॉर्च चालू कर दी.[email protected]

#दहत #मम #क #सथ #मर #अरमन2