पराई नार के साथ चूत चुदाई का पहला अनुभव
दोस्तो, मेरा नाम नरेश है, उम्र 38 साल है, मैं एक्सपोर्ट कंपनी में काम करता हूँ और मेरी पोस्टिंग रायपुर में हो गई है।
मैं घर 3-4 महीने में जाता रहता हूँ.. मैंने इस घटना तक कभी बाहर चुदाई नहीं की है।
यह मेरा पहला अनुभव है.. 3-4 महीने बगैर चूत के नहीं काट पा रहा था.. तो मैंने होटल में साफ-सफाई करने वाली को पटाया.. उससे दोस्ती बढ़ाई और एक दिन अपना विज़िटिंग कार्ड देते हुए उसको कॉल करने के लिए कहा।
बाद में उसने कॉल किया.. तो मैं उससे स्टेशन पर मिलने गया.. क्योंकि वो होटल में काम करने के लिए किसी पास के गाँव से आती थी। उसकी कसी हुई बॉडी मुझे बहुत ही अच्छी लगी, औरत की कसी हुई बॉडी का मैं बड़ा आशिक हूँ।
उस दिन के बाद उसको किसी तरह से पटा कर मैंने मुद्दे की बात पर आते हुए पूछा- मैं तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ.. क्या तुम मेरे साथ करना चाहोगी?
उसने कहा- मुझे भी सेक्स की ज़रूरत है.. पर इस होटल में नहीं.. कहीं और दूसरी जगह होटल में सही रहेगा.. यहाँ मुझे लोग जानते हैं।
बस फिर क्या था.. उसने होटल से शनिवार-इतवार की छुट्टी ले ली और हम लोग बस-स्टैंड पर मिले और रायपुर से 70 किलोमीटर धमतरी में एक बढ़िया से होटल में पति-पत्नी बनकर कमरा ले लिया।
होटल के कमरे में जाते ही सबसे पहले अपने बाँहों में लिया और चूमना-चाटना शुरू कर दिया।
फिर हम लोग नहाने की तैयारी करने लगे.. पहले वो नहा कर आई.. बाद में मैं नहा कर आया और पलंग पर आकर फिर एक-दूसरे को चूमने-चाटने लगे।
उसकी आँखों में आँसू थे।
मैंने पूछा- क्या हुआ?
उसने कहा- मेरे पति को मरे हुए 5 साल हो गए हैं.. तब से आज तक मैंने कोई सेक्स नहीं किया है.. आज जब मैं..
ये कह कर वो चुप हो गई.. फिर कुछ नहीं बोली।
रात में हमने खाने का ऑर्डर दिया और मैंने कमरे में अपने बैग से शराब की बॉटल निकाली और अपना पैग बना लिया.. वो ड्रिंक नहीं करती थी।
रात को हमने खाना खाया और चुदाई के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने लगे।
सबसे पहले उसे बिस्तर से उठाकर खड़ा कर दिया और साड़ी उतार दी.. फिर ब्लाउज उतारा.. फिर धीरे-धीरे उसको पूरी नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया।
ऐसा लग रहा था कि साक्षात किसी पोर्न फिल्म की अभिनेत्री मेरे सामने खड़ी हो।
उसको गले लगाते हुए चूमना-चाटना शुरू किया।
आधे घंटे के फ़ोरप्ले में उसने अपना पानी छोड़ दिया।
हम लोग 69 की पोज़िशन में आ गए, मैंने उसकी चूत चाटी और उसने मेरे लण्ड को चूसना शुरू किया।
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हमारे पास दो रात एक दिन का समय था.. जिसे हम दोनों पूरे मज़े के साथ मनाना चाहते थे।
फिर हमने अपना खेल शुरू किया.. वो मेरा लण्ड अभी तक चूस रही थी.. क्योंकि वो पूरे 5 साल से प्यासी थी।
मेरा लण्ड उसकी चुसाई से कड़क हो गया।
अब मैंने उससे कहा- अब चुदाई शुरू करते हैं।
वो बोली- ठीक है.. पर थोड़ा सम्भाल कर करना.. क्योंकि 5 साल बाद चुद रही हूँ।
मैंने कहा- ठीक है।
फिर मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधे पर रख लिए और उसकी दोनों गेंदों को हाथ में लेकर मसलने लगा.. और अपना लंड उसकी चूत के मुहाने पर रखकर धीरे-धीरे अन्दर डालने की कोशिश करने लगा।
लेकिन चूत काफ़ी छोटी लग रही थी.. ऐसा लग रहा था.. कोई 18 साल की कमसिन लड़की की चूत हो।
फिर भी मैंने उसकी चूत के मुहाने पर तेल लगा दिया.. ताकि ज़्यादा दर्द ना हो।
सेक्स का मज़ा तब आता है.. जब तक दर्द ना हो.. फिर भी उसकी चूत में धीरे-धीरे लौड़ा डालना शुरू किया।
जैसे-जैसे उसकी चूत में मेरा लण्ड सरकने लगा.. उसका दर्द बढ़ने लगा.. पर मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में भर लिया था और मैं उसके होंठों को चूसने लगा।
वो नीचे के दर्द को भूल कर होंठ चूसने का मजा लेने लगी कि तभी मैंने एक करारा झटका मारा और मेरा लण्ड उसकी चूत को फाड़ते हुए अन्दर समा गया।
वो ज़ोर से चिल्लाई और दर्द के मारे काँपने लगी।
मैंने अपनी गति नॉर्मल करते हुए धीरे-धीरे चुदाई करने लगा।
बिस्तर पर खून दिख रहा था, जिसका कारण था कि उसकी चूत ने पिछले पांच साल से लण्ड नहीं खाया था और मेरे जितना मोटा लण्ड तो उसकी चूत में फंस कर जा रहा था।
जब वो सामान्य हुई.. तो खुद अपनी कमर हिलाने लगी।
मुझे लगा अब अपनी गति बढ़ाना पड़ेगी.. तो मैंने अपनी गति को बढ़ा दी और उसकी चूत को चोदने लगा।
पूरी रात हमने 4 बार चुदाई की।
दूसरे दिन हम एक साथ नहाए और एक-दूसरे को अच्छी तरह से साफ किया। रात की चुदाई में मेरे लण्ड की चमड़ी छिल गई थी.. तो उसने अच्छी तरह से साफ करके बोरोलीन लगा दी।
फिर हमने दिन मैं एक बार चुदाई की और पूरी रात हमने चुदाई की क्योंकि उसे भी वापस होटल जाना था।
तो साथियो, आपको मेरी कहानी कैसी लगी.. आप ईमेल करें।
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