भाई बहनों की चुदक्कड़ टोली-1
दोस्तो, मेरा नाम हिरेन है. आज मैं अपनी चुदक्कड़ बहनों के बारे में आपको बताना चाहता हूं। मैं गुजरात से हूं और एक सरकारी स्कूल में जॉब करता हूं। मेरे परिवार में तीन बहनें हैं और मैं अकेला भाई। मेरी मम्मी ओर पापा उत्तराखंड घूमने गये हुये थे. उत्तराखंड में जब बाढ़ आई थी तो उसी दौरान उनका स्वर्गवास हो गया था. मेरी तीन बहनें हैं हेतल, मानसी और नीता. हेतल और नीता दोनों ही मुझसे बड़ी हैं. हेतल की शादी हो चुकी है और नीता जॉब करती है. छोटी बहन मानसी ने दो महीने पहले ही मीडिया में काम करना शुरू किया है।
मैं और मानसी अहमदाबाद (गुजरात) में रहते हैं. कहानी को और आगे बढ़ाने से पहले मैं आप लोगों को अपने बारे में भी बता देना चाहूंगा.
मेरी उम्र 26 साल है और मानसी की 24 साल। मानसी का शरीर बहुत अच्छे से उभरा हुआ है। उसके मम्मे और गांड बहुत ही मस्त हैं. जो बात मैं आपको बताने जा रहा हूं वह बात करीब 7-8 महीने पहले की है।
उस दिन रविवार था तो जॉब से मानसी की छुट्टी थी। सुबह मैं मानसी से पहले उठ गया और तैयार होकर बैठा था। उस दिन मैं कुछ ज्यादा ही जल्दी उठ गया था. मैं बैठा-बैठा बोर हो रहा था और मैंने सोचा कि मानसी को उठा देता हूं. वह उठ जायेगी तो चाय-नाश्ता बना देगी. मैं उसको उठाने के लिए उसके कमरे में गया तो मैंने देखा कि मानसी सो रही थी.
उसका टी-शर्ट उसके सीने से ऊपर पहुंच गया था और उसकी पिंक कलर की ब्रा भी दिखाई दे रही थी. मैं उसके और करीब जाकर देखने लगा तो मुझे उसके उठे हुए गोरे चूचों की दरार भी दिखाई दे गयी. मानसी के मोटे चूचे देख कर मेरा लंड वहीं पर खड़ा होना शुरू हो गया.
मेरा मन कर रहा था कि उसके चूचों को एक बार हाथ लगा कर छू लूं मगर डर भी लग रहा था कहीं यह नींद से जाग न जाये. इसलिए मैंने हाथ बढ़ाकर भी वापस खींच लिया. फिर पता नहीं कैसे उसकी आंख एकदम से खुल गई. वो मुझे अपने पास खड़ा देख कर बोली- अरे हिरेन, तू इतनी सुबह?
मैंने कहा- मैं तुझे ही उठाने के लिए आया था.
फिर उसका ध्यान उसके उठे हुए टी-शर्ट पर गया. उसने एक बार अपने टी-शर्ट को देखा और फिर मेरी तरफ देखने लगी कि कहीं मैं उसकी ब्रा को तो नहीं देख रहा हूं. उसके बाद मैंने नजर दूसरी तरफ कर ली. मैंने ऐसे ऐक्टिंग की जैसे मुझे कुछ पता ही न था. मैं उसके सामने बहुत भोला बनने की कोशिश कर रहा था लेकिन वो समझ तो गई थी. मगर उसने शर्म के कारण चुपचाप अपना टी-शर्ट नीचे कर लिया.
वो बोली- तू चल, मैं जरा फ्रेश होकर आती हूं.
उसके बाद मैं बाहर आ गया. मेरे दिमाग में मानसी के मोटे चूचे ही घूम रहे थे. मैंने उसके चूचों की घाटी देख ली थी आज. मेरा मन लंड बार-बार खड़ा हो रहा था.
फिर जब वो नहा-धोकर आई तो मैं उसे आज अलग ही नजर से देख रहा था. उसके गीले बालों में वो बहुत सेक्सी लग रही थी. उसके चूचे बिल्कुल जैसे किसी पहाड़ी के जैसे तने हुए थे. मैंने एक बार उसके चूचों को देखा और फिर दोबारा से टीवी देखने लगा.
हम दोनों ने साथ में टीवी देखते हुए नाश्ता किया. फिर दो-तीन घंटे ऐसे ही बीत गये और मानसी ने खाने के लिये पूछा तो मैंने बोल दिया कि आज बाहर से पिज्जा मंगवा लेते हैं. वैसे भी आज क्रिकेट मैच आ रहा है टीवी पर. आज कुछ बाहर का खा लेंगे.
वो बोली- ठीक है, मेरा भी मन नहीं था कुछ बनाने का.
मैंने कहा- ठीक है. तू बैठ कर टीवी देख. मैं अपने दोस्तों के पास से होकर आता हूं. फिर उसके बाद हम साथ में बैठ कर पिज्जा खायेंगे.
कहकर मैं बाहर चला गया.
मैं अपने दोस्तों के पास नहीं बल्कि आज मानसी के चूचों को दबाने की प्लानिंग कर रहा था. मेरे दिमाग में एक आइडिया आया.
मैंने बाहर जाकर दवाइयों की दुकान से नींद की चार गोलियां ले लीं और चार आइस-क्रीम भी ले ली. ये सब लेकर मैं वापस घर आ गया. अभी मैच शुरू होने में एक घंटा बाकी था.
मानसी टीवी देख रही थी. मैं भी उसके पास आकर टीवी देखने लगा. मैंने चुपके से अपने फोन में पॉर्न वीडियो डाउनलोड कर ली. मानसी की आदत थी कि वो शाम को मेरे फोन में कुछ न कुछ देख कर टाइम पास करती रहती थी. वैसे तो हम भाई-बहनों में काफी अच्छी बनती थी. हम एक-दूसरे से हर बात शेयर करते थे लेकिन अभी मैं उसके साथ सेक्स की बात नहीं कर पाया था.
मैच शुरू हो गया और हम साथ में टीवी देखने लगे. थोड़ी ही देर में वो बोर होने लगी. वो वहीं सोफे पर सो गयी. मैं मैच देखने में बिजी था.
दोपहर को जब वो उठी तो मैंने कहा मैं बाहर कुछ शॉपिंग करने के लिए जा रहा हूं.
वो बोली- मैं भी तेरे साथ चलूंगी. मैं यहां पर बोर हो रही हूं.
उसके कहने पर हम दोनों भाई-बहन शॉपिंग करने के लिए चल दिये.
हम लेडीज शॉप पर गये तो मानसी अपने लिये लैगिंग देखने लगी. वो बोली यहां तो मुझे कुछ भी पसंद नहीं आ रहा है. तुम जरा अपने फोन में ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर कुछ देख कर बताओ तो आजकल कौन सा ट्रेंड चल रहा है.
मैंने फोन में साइट खोली और उसके लिये लैगिंग देखने लगा. फिर मैंने उसका साइज पूछा तो वो बोली- 32 का साइज है मेरा.
मैं सोचने लगा कि कितनी बड़ी गांड होगी इसकी अगर इतना साइज है तो. फिर कुछ कलर सिलेक्ट करने के बाद उसने एक दो लैगिंग ले ली और हम वापस आ गये. उस दिन बहुत गर्मी हो रही थी.
कूलर को मैंने अपने कमरे में लगाने के लिए मानसी से पूछा तो वो बोली- ठीक है. तू अपने कमरे में ही लगा ले कूलर को. मैं भी वहीं आकर टीवी देख लूंगी.
मैंने तुरंत जाकर टीवी को अपने कमरे में लगा दिया.
मैच शुरू हो गया और मानसी भी मेरे कमरे में आकर टीवी देखने लगी. कुछ ही देर में कूलर के सामने लेटने से मुझे नींद आने लगी और मैं सोने के लिए कहने लगा.
तो वो बोली- तूने पिज्जा तो मंगवाया ही नहीं.
मैंने कहा- हां, मैं तो भूल ही गया.
फिर मैंने बाहर से पिज्जा मंगवाया और दोनों ने साथ में बैठ कर खाया. फिर मुझे नींद आने लगी. मैंने सारे पर्दे डालकर कमरे में अंधेरा कर लिया और मैं चादर ओढ़ कर सो गया. लेकिन अभी मैं सिर्फ सोने का नाटक कर रहा था क्योंकि मेरी प्लानिंग तो मानसी के चूचे देखने की थी.
फिर सच में मुझे नींद आ गई और मैं शाम के 6 बजे उठा.
मानसी ने कहा कि मैच तो खत्म भी हो गया.
मेरी प्लानिंग फेल हो गई क्योंकि मुझे नींद आ गयी थी. लेकिन अब मैं रात का इंतजार करने लगा. उसके बाद फिर हम लोग शाम को शॉपिंग मॉल में चले गये.
हमने वहां से कुछ कपड़े लिये और फिर वापस घर आ गये. फिर खाना खाने के बाद हम बे़डरूम में चले गये. मानसी फिल्म देख रही थी. उसने एक हाथ में मेरा फोन लिया हुआ था.
अब मैंने अपने प्लान पर काम करना शुरू किया और उससे कहा- मैं आइसक्रीम लेकर आता हूं.
मैंने आइसक्रीम के कप में पाउडर बनाकर नींद की गोली मिला दी. फिर मैं वापस आ गया और हम साथ में आइसक्रीम खाने लगे. कमरे की लाइट बंद थी और सिर्फ टीवी की रोशनी ही आ रही थी. मैं सोच रहा था कि मानसी पर नींद की गोली असर करेगी तो मैं उसको नंगी कर दूंगा. ये सोच कर मेरा लंड खड़ा हो रहा था.
उसके कुछ देर के बाद नींद की गोली ने असर किया और मानसी बोली- मुझे नींद आ रही है. मैं सो रही हूं.
वो कम्बल ओढ़ कर लेट गयी.
जब वो गहरी नींद में सो गई तो मैंने चेक करने के लिए उसको आवाज लगाई तो वो कुछ नहीं बोली. अब मेरा रास्ता साफ हो गया था.
मैंने उसके बदन से कम्बल हटा दिया. उसने पिंक कलर की नाइट ड्रेस पहनी हुई थी. जिसमें उसके चूचे बिल्कुल ऊपर उठे हुए दिखाई दे रहे थे.
फिर मैंने धीरे से उठ कर लाइट चालू कर दी.
उसके बाद आहिस्ता से उसकी नाइट पैंट को खींचने लगा लेकिन उसकी गांड बहुत भारी थी. बड़ी मुश्किल से मैंने उसकी मोटी गांड से उसकी नाइट पैंट को निकाला. उसने नीचे एक काले रंग की पैंटी पहनी हुई थी जिसमें उसकी गोरी गांड को देख कर मेरा दिल मचल गया. मैंने उसके चूतडों को चूम लिया. मैं उसकी गांड के छेद तक पहुंचने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसकी गांड का छेद अंदर की तरफ धंसा हुआ था.
उसके चूतड़ों को चूमते हुए मेरा लंड पूरा का पूरा तन गया था. मैंने उसकी पैंटी को थोड़ा खींचा तो साइड से उसके अंदर मुझे उसकी गांड के इर्द-गिर्द हल्के से बाल दिखाई दिये. मैंने थोड़ा और खींचा तो मेरी उंगली उसके छेद तक पहुंच गई. मैंने उसकी गांड को एक बार चाट लिया. अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने उसकी गांड पर लौड़े को लगा दिया और उसकी गांड पर रगड़ने लगा. मैंने पहली बार अपनी बहन की मोटी गांड को इस तरह से बिना कपडों के देखा था.
उसकी गांड पर लंड को रगड़ते हुए जल्दी ही मेरा वीर्य निकल गया क्योंकि मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गया था. मैंने उसकी गांड पर ही अपना माल गिरा दिया. फिर मैंने वीर्य गिरे हुए ही उसकी गांड के तीन-चार फोटो अपने फोन में निकाले. मैं उनको बाद में देख कर मुट्ठ मारना चाहता था. इसलिए वो सब मेरे काम आने वाले थे.
फिर मैंने मानसी की नाइट पैंट को वापस करके बंद कर दिया. अगले दिन भी मैं रात का इंतजार करने लगा. लेकिन पूरे दिन मेरे दिमाग में उसकी गांड ही घूमती रही. मैं दिन में जाकर दो कप आइसक्रीम और ले आया और साथ में वियाग्रा की गोली भी ले आया.
मानसी ने वो कप देख कर पूछा कि फ्रिज में पहले से ही दो कप रखे हुए हैं तो मैंने कह दिया कि आज मेरा मन ज्यादा खाने का कर रहा था.
बीती रात की तरह अगली रात को इंतजार करने लगा मैं. रात को जब वो गहरी नींद में सो रही थी मैंने पिछली रात की तरह ही उसको नंगी करना शुरू कर दिया. आज मैंने उसके कपड़े पूरी तरह उतार दिये. उसका नंगा और गोरा बदन देख कर मेरे अंदर का जानवर जैसे जाग गया. मैंने उसके चूचे पहली बार देखे. उसके चूचे बहुत मोटे थे और उसके निप्पल बिल्कुल गुलाबी रंग के थे. मैंने पहले तो उसके चूचों को खूब चूसा और फिर मैं धीरे-धीरे किस करते हुए उसके नीचे की तरफ चला जहां पर उसके काले झाटों के बीच में उसकी चूत छिपी हुई थी.
कुछ देर मैंने अपनी बहन की चूत को चाटा और उसके पेशाब की खुशबू ली. उसके पेशाब की खुशबू के बीच उसकी चूत को स्वाद बहुत ही लजीज लग रहा था. अब मुझसे रुका नहीं जा रहा था और मैंने उसकी चूत में अपना लौड़ा डालने की तैयारी कर ली. मेरा लंड बिल्कुल सख्त हो चुका था. मैंने अपनी आइसक्रीम में भी दवाई मिला रखी थी.
अपने तने हुए लौड़े को मैंने उसकी चूत पर रखा और धीरे से उसकी चूत को सहलाने लगा. पहले मैंने धीरे-धीरे अपने लंड से उसकी चूत को सहलाया और फिर आराम से उसकी चूत में अपना लंड डालने की कोशिश करने लगा. फिर मैंने एकदम जोर का झटका दिया तो मानसी जाग गई. वो एकदम से उठ कर बैठ गई. उसको देख कर मेरी गांड फट गई.
वो अपने आप को नंगी देख कर घबरा गई और गुस्से से बोली- तू ये क्या कर रहा है मेरे साथ … तुझे शर्म नहीं आती क्या?
मैं चुपचाप उसके सामने नंगा खड़ा हुआ था. वो अपने कपड़े पहनने लगी और मेरी चड्डी को फेंकते हुए बोली. मैं कल से तेरे साथ नहीं रहूंगी. मैं सुबह ही चली जाऊंगी.
यह सुनकर मैं घबरा गया. मैंने उसको मनाने की कोशिश करते हुए कहा- देख, पहले मेरी बात तो सुन ले. उसके बाद तुझे जो भी करना है, तू कर लेना. मैं नंगा ही उसके पास बैठ कर उसको समझाने की कोशिश करने लगा.
उसको समझाते हुए मैंने कहा- तुम भी तो सिंगल हो और मेरी भी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है. हम दोनों ही अकेले हैं. वैसे भी भाई-बहन के बीच सेक्स हो सकता है इसमें कोई बुरी बात नहीं है.
मैंने उसको यकीन दिलाने के लिए अपने फोन में पॉर्न वीडियो चला दी.
फिर मैंने उससे कहा- मानसी मैं तुझे बहुत पसंद करता हूं. तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो.
वो बोली- ये सब रहने दे. मैं तेरी बहन हूं. कल से मैं तेरे साथ नहीं रहूंगी.
वो उठ कर दूसरे कमरे में चली गई. मैंने सोचा कि यह सच में बुरा मान गई है. मैं उसको किसी भी हाल में सेक्स के लिए तैयार करना चाहता था. मैं उठ कर उसी के कमरे में चला गया. मेरे हाथ में आइसक्रीम थी जिसमें मैंने वियाग्रा की गोली मिला दी थी.
मैंने उससे कहा- मुझे पता है तू मुझसे नाराज है, लेकिन मैं सॉरी बोल रहा हूं. अब ये आइसक्रीम तो खा ले.
वो बोली- मुझे कुछ नहीं खाना है. तू जा यहां से.
फिर मैं उसके सामने रोने का नाटक करने लगा.
वो बोली- ठीक है लेकिन इस तरह से रो मत.
उसने पूछा- ये बता तुझे ये सब आइडिया आया कहां से?
मैंने कहा- मेरे ऑफिस में एक लड़का है. वो अंतर्वासना पर इसी तरह की कहानियां पढ़ता रहता था. उसने मुझसे भी कहानी पढ़ने को कहा और मेरा नजरिया तेरे लिए बदल गया. मैं तुझे सेक्स की नजर से देखने लगा था.
फिर मैंने कल रात को तेरी आइसक्रीम में नींद की गोली मिला दी थी और तेरी गांड को नंगी करके चाट भी लिया था.
वो बोली- साले हरामी, मुझे दिखा वो कहानी कहां पर है?
मानसी के कहने पर मैंने अंतर्वासना सेक्स स्टोरीज ओपन की अपने फोन में और उसको कहानी दिखाने लगा. मैंने उसके सामने भाई-बहन की स्टोरी ही खोली थी.
वो बोली- हिरेन ये सब सच होता है क्या?
मैंने कहा- हां, सच होता है. अगर तुझे यकीन नहीं है तो हेतल दीदी की ही बात बताता हूं. वो हमारे मामा के लड़के राज से चुदवाती थी.
मैंने मानसी को पटाने के लिए हेतल के बारे में झूठ ही कह दिया. लेकिन वो बोली- जो भी हो, लेकिन मुझे ये सब पसंद नहीं है.
वो नहीं मान रही थी तो मैंने कहा- ठीक है, ये आइसक्रीम तो खा ले.
वो बोली- नहीं तूने इसमें भी कुछ मिला दिया होगा.
मैंने कहा- इसमें मैंने कुछ नहीं मिलाया है.
वो बोली- ये पूरी पिघल गई है. थोड़ी देर इसको फ्रिजर में रख कर आ जा. जब ये सही हो जायेगी तब मैं खा लूंगी.
वापस आकर मैं मानसी के साथ ही बैठ कर उसको समझाने लगा. फिर मैं उसके लिए आइसक्रीम लेकर आया और उसको खाने के लिए दी.
वो बोली- सच बता, तूने इसमें कुछ मिलाया तो नहीं है ना?
मैंने कहा- सच बोल रहा हूं, मैंने इसमें कुछ नहीं मिलाया है.
फिर हम दोनों आइसक्रीम खाने लगे. मैं उसको अपने फोन में पॉर्न वीडियो दिखाने लगा.
वो बोली- ये फोन भी मुझे दे दे, इस फोन में उल्टी सीधी वीडियो देख कर तू बिगड़ गया है. उसने मेरे हाथ से फोन ले लिया और वहां से जाने के लिए कहा. मैं उठ कर अपने कमरे में आ गया लेकिन मेरा काम हो गया था. अब मैं इंतजार कर रहा था कि वियाग्रा का असर मानसी पर कब होना शुरू होगा.
कहानी अगले भाग में जारी रहेगी.
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