भाभी की गीली पैन्टी -2
कहानी का पिछला भाग: भाभी की गीली पैन्टी -1
अब तक आपने पढ़ा..
भाभी- चल अब छोड़ उस बात को.. अब केवल पढ़ाई पर ध्यान दे.. तेरी ज़िम्मेदारी अब मैंने ले ली है। तुझे अब तेरे भैया को नम्बर ला कर दिखाना ही पड़ेगें। मुझे बोर्ड्स में तेरे 80% से ऊपर नम्बर चाहिए।
मैं- हलवा है क्या भाभी 80%..? मेरे तो पास होने के ही लाले पड़ रहे हैं।
भाभी- मैं कुछ नहीं जानती.. मुझे तेरे बोर्ड्स में 80% चाहिए.. मैं चाहती हूँ कि तेरा एडमिशन एक अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में हो।
अब आगे..
मैं- इंजीनियरिंग.. भाभी मुझे फिज़िक्स और मैथ्स का घंटा भी नहीं आता..
भाभी- अगर तू मुझे भाभी मानता है.. तो तू 80% भी लाएगा और इंजीनियरिंग भी करेगा।
मैं- लेकिन भाभी मेरा पढ़ाई में मन ही नहीं लगता।
भाभी- मैं सब जानती हूँ कि तेरा मन किस चीज़ में लगता है।
मैं- भाभी..
भाभी- अच्छा सुन.. तेरे इन गंदी चीज़ों के कारण कम नम्बर आते हैं ना.. अब इन चीज़ों के कारण ही तू पढ़ेगा।
मैं- लेकिन भाभी मेरे नर्सरी में भी कभी 80% नहीं आए.. अब कैसे आएंगे।
भाभी- अगर मैं कहूँ कि तेरे सब गंदे सपने सच हो जाएँगे.. अगर तू 80% लाएगा तो.. तब भी बात नहीं बनेगी?
मैं- मतलब?
भाभी- मतलब ये मेरे ठरकी देवर.. कि मैं तुम्हें मेरे साथ सब कुछ करने दूँगी.. अगर..
मैं- सच भाभी..
भाभी कातिलाना अंदाज में मुस्कुराते हुए बोलीं- हाँ.. मेरे ठरकी देवर..
मुझे यकीन नहीं हो रहा था.. मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.. मैं कहीं खो गया था कि भाभी ने मुझे टोकते हुए कहा।
भाभी- ओए.. शेखचिल्ली.. ज़्यादा ख्वाब ना देख.. ये सब तब ही हो पाएगा.. जब तू ढंग से केवल पढ़ाई में मन लगाए.. अच्छा सुन मैंने तेरे लिए कुछ कंडीशन्स बनाई हैं।
1. तू केवल 15 दिन में एक बार पॉर्न देख सकता है और ‘मास्टरबेट’ कर सकता है।
2. मास्टरबेट केवल रात में करेगा और सो जाएगा।
3. मेरे बारे में इम्तिहान खत्म होने तक गंदे विचार नहीं रखेगा..
मैं- अगर रिज़ल्ट आने पर आपने मना किया तो?
भाभी आगे बढ़ीं और मेरे गाल पर एक सेक्सी सा चुम्बन किया।
भाभी- ये ले साले तेरी टोकन मनी.. तू इस बारे में टेन्शन ना लेना.. तुझे बीच-बीच में सरप्राइज इन्सेंटिव भी मिलेगा.. इन इन्सेंटिव के भी कुछ नियम हैं-
1. सेकंड टर्म में ऑल क्लियर और 70% से अधिक आने पर..
2. प्री-बोर्ड्स में ऑल क्लियर और 80% से अधिक आने पर..
3. बोर्ड्स में 80% आने पर..
इसके अलावा जैकपॉट तुझे अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन पर मिलेगा।
मैं तो पागल हो गया.. मैं कुत्तों जैसी नज़रों से भाभी को देखने लगा।
भाभी ने कातिल अंदाज में कहा- चल अब बाथरूम जाकर फ्रेश हो और मिशन चालू कर दे।
मैंने उसी दिन से टयूशन पर रेग्युलर जाना चालू कर दिया।
मेरे टयूशन पर एक लड़का था रमेश.. वो पढ़ाई में बहुत इंटेलिजेंट था। मैं उसे घर ले आया.. भाभी ने उसे थोड़ा क्लीवेज दिखा कर और उसके गालों पर गाल फेर कर बोल दिया- प्लीज़ रमेश.. तुम रोज़ टयूशन के बाद एक घंटा इधर आ जाया करो और राहुल को रिवीजन करा दिया करो।
रमेश पूरा लाल हो गया और उसने हाँ कर दी. अब मैं सब काम छोड़कर केवल पढ़ाई में लग गया।
रमेश रोज़ मेरा रिवीजन करा देता था।
ऐसे ही मैं 3 महीने तक निरंतर पढ़ता रहा। रात को भाभी 1-1 बजे तक मेरे लिए कॉफ़ी बना कर लातीं।
भाभी ने बोल रखा था कि जब भी मुझे 15 दिन में पॉर्न देखने की इच्छा हो.. तो मैं उनको बोल दूँ..
भाभी खुद मुझे पॉर्न सामग्री निकाल कर देखने देती थीं ताकि मेरा पॉर्न ढूँढ़ने में समय खराब ना हो।
मेरा सेकंड-टर्म का रिज़ल्ट आया.. रिज़ल्ट देख कर मेरे भैया तो बहुत खुश हुए.. पर मैं उदास हो गया।
मैं ऑल क्लियर तो हो गया था.. लेकिन मेरे 66 प्रतिशत नम्बर ही आये थे।
यानि कि मुझे भाभी का सरप्राइज इन्सेंटिव नहीं मिलेगा।
शाम के 5 बज रहे थे.. बारिश भी आ रही थी, मैंने भाभी से इन्सेंटिव के लिए को बोला।
मैं- भाभी प्लीज़.. वो सरप्राइज इन्सेंटिव दे दो..
भाभी- क्यूँ..? तुम्हारे 70% थोड़े आए हैं.. इन्सेंटिव तो 70% पर था।
मैं- प्लीज़ भाभी..
भाभी इतराती हुई बोलीं- नम्बर रूल्स.. अरे रूल्स तो मानने ही पड़ेंगे न..
मैं बाल्कनी में मुँह लटका कर खड़ा हो गया। करीब 15 मिनट बाद भाभी आईं।
भाभी- क्या हुआ?
मैं- कुछ नहीं..
भाभी- जा.. बाथरूम जाकर फ्रेश हो आ..
मैं- मुझे नहीं जाना..
भाभी- जा तो.. तेरा सारा मूड ठीक हो जाएगा..
मैं बाथरूम की ओर जा रहा था.. पीछे से भाभी ने आवाज़ लगाई- कुण्डी ढंग से लगा लेना..!
मैंने बाथरूम में घुस कर कुण्डी लगाई, जैसे ही देखा सामने भाभी की ब्रा-पैन्टी टंग रही थी।
फिर दुबारा भाभी की आवाज़ आई- प्लीज़ गंदी मत करना..
मैंने ब्रा-पैन्टी उतारी.. वो अक्वा रंग की सिल्क की थी।
मैं तो जैसे पागल ही हो गया। मैंने फटाफट पजामा उतारा और ब्रा को लंड पर लपेट कर.. पैन्टी को सूंघने-चाटने लग गया।
मैं सातवें आसमान पर था.. सिल्क की ब्रा मेरे लंड पर कमल की पंखुरी सी लग रही थी।
मैंने हाथ ब्रा पर रखकर लंड को आगे-पीछे करना शुरू किया.. बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मेरा निकालने वाला ही था.. ओह.. मैंने ब्रा लंड से हटा ली.. और इस तरह में झड़ गया।
मैंने ब्रा-पैन्टी वापिस टाँग दी और सफाई करके बाथरूम से बाहर आ गया।
मैंने भाभी को ‘थैंक यू’ कहा.. और पूछा- अगला इन्सेंटिव क्या होगा..?
भाभी ने बोला- 80% ले आना और खुद देख लेना..।
मैं वापिस पढ़ाई में लग गया।
अब मैं और भी ज़्यादा दम लगा कर पढ़ने लगा और फिर 4 महीने बाद मेरा प्री-बोर्ड का भी रिज़ल्ट आ गया।
मेरे 80% आए थे.. मैंने भैया को रिपोर्ट कार्ड दिखाया.. भैया भी काफ़ी खुश हुए।
मैंने भैया के जाने के बाद भाभी से इन्सेंटिव के लिए कहा.. तो भाभी ने मुझसे मेरा मोबाइल माँगा और अपना मोबाइल देकर कहा- बाथरूम में चला जा..
मैं- क्या भाभी.. 80% ला कर भी सिर्फ़ पॉर्न..?
भाभी- अरे तू बाथरूम में जाकर मोबाइल देख तो सही।
मैंने बाथरूम की कुण्डी लगा कर.. पजामा नीचे करके मोबाइल ऑन किया.. उसमें एक वीडियो था.. मैंने उसे प्ले किया।
वीडियो चलते ही मैं चौंक गया.. वीडियो में भाभी नाइटी पहन कर बैठी थी और मुठ्ठ मारने के लिए उकसा रही थीं.. मैंने भाभी की मादक और कामुक अदाओं को सुनते-देखते हुए मुठ्ठ मारी.. सच में बड़ा मज़ा आया।
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मैंने बाहर आकर भाभी को ‘थैंक्यू’ कहा और उन्हें मोबाइल वापिस दे दिया।
मैं- यह आपने कब बनाया?
भाभी- मुझे तुझ पर पूरा यकीन था.. मैंने यह वीडियो तेरे सेकंड टर्म के रिज़ल्ट के बाद ही बना लिया था।
मैं अब फाइनल्स की तैयारी मैं जुट गया। मैं कुत्तों की तरह रात-दिन एक करके पढ़ रहा था। भाभी भी मेरे खाने-पीने और सेहत का पूरा ध्यान रखती थीं।
बोर्ड्स के इम्तिहान चालू हुए.. मैं बस अपने कमरे में ही रहकर पढ़ता रहता।
फिर एक महीने बाद बोर्ड्स खत्म हुए। मेरे आखिरी पेपर देकर घर आते ही भाभी ने मुझे एक मस्त पॉर्न क्लिप देखने के लिए दी.. जिसको देखकर मैंने मुठ्ठ मारी।
अब मैं अपने रिज़ल्ट का इन्तजार बेसब्री से कर रहा था।
मेरी भाभी की कातिल जवानी की यह मस्त कहानी आपको हिला कर रख देगी.. बस आप मुझे अपने ईमेल से लिखते रहिएगा.. मेरा उत्साह बढ़ेगा।
कहानी जारी है।
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कहानी का पिछला भाग: भाभी की गीली पैन्टी -3
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