माँ के साथ मेरी सेक्स स्टोरी

माँ के साथ मेरी सेक्स स्टोरी

मेरी सेक्स स्टोरी उस वक्त की है.. जब मैं 12 वीं क्लास में पढ़ता था। मैं सेक्स के बारे में काफ़ी उत्सुक रहता था और हमारे घर के आस-पास की औरतों को हवस भरी नज़रों से देखता रहता था। ये हमारे फैमिली की सेक्स स्टोरी है।

मैं राज, दिखने में एक हट्टा-कट्टा जवान युवा हूँ। मैं अपनी उम्र के लड़कों से ज़्यादा ऊँचा और तगड़ा हूँ। मैं अपने घर में अपने माँ-पापा के साथ में रहता हूँ। हमारा खुद का 4 कमरों का फ्लैट है जो ग्राउंड फ्लोर पर ही है। मेरे घर में दो बेडरूम, हॉल, किचन आदि है, मेरा और माँ-पापा का बेडरूम लगा हुआ ही है। मैं छुप-छुप कर बाहर की खिड़की से माँ और पापा की चुदाई को देखता रहता था। ये खिड़की कूलर की वजह से थोड़ी ऐसी स्थिति में है कि आराम से कमरे के अंदर का नजर देखा जा सकता है।

एक दिन रात को जब मैं माँ-पापा की चुदाई देख रहा था, तभी पापा की नज़र मुझ पर पड़ गई। मैं डर कर अपने रूम में भाग आया।

थोड़ी देर बाद जब पापा ने मुझे आवाज दी, तो मैं सोने का नाटक करने लगा।
पापा ने मुझे हिलाते हुए कहा- मैं जानता हूँ कि तुम जाग रहे हो।
यह सुनकर मेरी तो गांड फट गई, मैं धीरे से उठ गया।
पापा मेरे पार बैठे और थोड़ी देर के बाद बोले- तुम खिड़की से क्या देख रहे थे?
मैं डर के मारे काँपने लगा।

पापा बोले- सच-सच बताओ.. तुम ये कब से देख रहे हो?
मैंने पापा को सच बता दिया।
पापा बोले- क्या तुमने अब तक किसी को चोदा है?
उनके मुंह से ये सुनकर मैं चौंक गया और ‘ना’ में मुंडी हिला दी।
तब पापा मुझसे बोले- मेरे साथ आओ।

मैं चुपचाप मुंडी नीचे करके उनके पीछे उनके बेडरूम में आ गया। पापा एक कुर्सी पर बैठ गए और माँ पलंग पर एक चादर ओढ़े लेटी हुई थीं, शायद वो पूरी नंगी लेटी हुई थीं।
माँ मुस्कुरा रही थीं.. मेरी शर्म के मारे फट रही थी।

तभी पापा बोले- आज तक तूने जो देखा, वो तू तेरी माँ के साथ कर1
ये सुन कर मैं चौंका और थोड़ा शर्मा गया।
पापा बोले- शर्मा मत शुरू हो जा1

मैंने देखा कि माँ और पापा हंस रहे थे।
पापा मेरा हाथ पकड़ कर बोले- आज से हम तीनों मिलकर सेक्स करेंगे।
उन्होंने मुझे बहुत समझाया.. इससे मेरी हिम्मत बढ़ी।

तभी मैंने माँ को देखा, उन्होंने चादर हटा दी और अपना नंगा शरीर मेरे सामने खोल दिया। मेरी नजरें उनके चिकने शरीर पर जम गईं। उनकी फिगर 34-30-36 की है, उस वक्त वो काफी सेक्सी लग रही थीं।

मैं बिस्तर पर उनके करीब हो कर बैठा ही था कि तभी माँ ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मुझे किस करने लगीं।
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मैं भी अपनी माँ की गांड पर एक हाथ से सहलाते हुए दूसरे हाथ से उनकी चुची दबाने लगा। पापा ने अपने कपड़े अलग कर दिए और खुद भी नंगे हो गए।
थोड़ी देर की चूमाचाटी के बाद माँ मेरे कपड़े उतारने के कहने लगीं। मैंने भी अंडरवियरछोड़ कर सारे कपड़े उतार दिए और उनकी चुची चूसने लगा।

इस वक्त मेरा लंड खड़ा हो चुका था और मुझे अपनी माँ को चोदने की जल्दी थी, इसलिए थोड़ी देर में मैंने माँ को बिस्तर पर अपने नीचे कर लिया।

माँ-पापा दोनों ही गालियाँ देते हुए मुझसे देकर चोदने के लिए कह रहे थे। मैंने अंडरवियर उतार कर अपना लंड माँ की चूत में पेल दिया ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ और उनको करीब 15 मिनट तक चोदता रहा था। फिर माँ और मैं एक साथ झड़ गए।

उस रात माँ और पापा ने मुझे चोदने के सारे स्टाइल सिखाए। सुबह मुझे माँ ने उठाया और हम सब मिलकर नहाए.. बाद में पापा ऑफिस चले गए।
इसके बाद से हम सब रोज चुदाई करते हैं।

साथियो, मेरी सेक्स स्टोरी एकदम सच्ची है.. मुझे अपनी माँ के साथ चुदाई की कहानी को खुल कर लिखने में थोड़ा संकोच हो रहा था।
आप मुझे मेरी सेक्स स्टोरी के बारे में मेल कीजिए।
धन्यवाद।
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