मेरी बहन की मुझसे चुदने की ख्वाहिश
हैलो फ्रेंड्स, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्स कहानी है। यह मेरे जीवन की एक सच्ची घटना है, मुझे उम्मीद है कि आप सभी इसको पसंद करेंगे।
मैं अपना नाम तो नहीं बताऊँगा लेकिन मैं आप सबके साथ अपनी लाइफ का एक ऐसा इन्सिडेंट शेयर करना चाहता हूँ जिसे मैं आज भी याद करके बहुत दुखी होता हूँ। आपको मेरी स्टोरी के अंत में पता चलेगा कि मैं दुखी क्यों होता हूँ।
पिछले 3-4 सालों से अन्तर्वासना पर हिन्दी सेक्स कहानी पढ़ पढ़ कर ख़ास तौर से ‘रिश्तों में चुदाई’ ने मुझे अपना ये वाकिया लिखने को मजबूर कर दिया।
मैंने कई बार सोचा कि इसे इस साइट पर शेयर करूँ.. पर अपराधबोध जैसा महसूस होने के कारण मैं इसे लिख नहीं पाया।
हालांकि मुझे तो नहीं लगता कि मैंने जितनी कहानियां पढ़ी हैं, उनमें से कोई सच्ची भी होगी या नहीं..
पर तब भी आज मैंने तय किया और इस घटना को लिख दिया।
दोस्तो मेरी उम्र इस वक़्त 21 साल की है, मैं शिमला का रहने वाला हूँ।
मेरी एक चचेरी बहन है.. जो मुझसे से 2 साल बड़ी है। वो मेरे ताऊ-ताई की बेटी है।
ये बात आज से तकरीबन एक साल पहले की है, मुझे तारीख ठीक से याद नहीं है.. पर मैं अपनी छुट्टियों में अपने ताऊ-ताई के घर पर गया था।
उनके 2 बच्चे हैं.. एक बेटा जो मुझसे 4 साल बड़ा है और बेटी जो कि मुझसे 2 साल बड़ी है।
वो देखने में इतनी क़यामत तो नहीं है.. लेकिन इतनी ज़रूर है कि कोई उसे एक बार देख ले तो रात को उसे याद करके एक बार मुठ तो ज़रूर मारेगा ही।
मतलब अगर मैं उसे नम्बर देने के लिए सोचूँ तो 10 में से दस नम्बर ही दूँ.. वैसे 8.5 तो बनते ही हैं।
तो जैसे कि मैं बता रहा था कि मैं अपनी छुट्टियों में उसके घर पर था, रात को मैं और मेरी बहन एक साथ सोते थे।
मेरे दिमाग़ में उसके लिए ऐसे तो कोई गलत भावना कभी भी नहीं आई थी.. लेकिन उस वक्त स्थिति कुछ ऐसी थी कि ना चाहते हुए भी मैं अपने आपको रोक नहीं पाया।
काफ़ी दिन उनके घर रहने के बाद एक रात हम दोनों किसी विषय पर बातें कर रहे थे।
कुछ दर बाद जब हम सोने जा रहे थे, तो उसने कहा- मैं जब सोने जाती हूँ तो मुझे एकदम से इतनी गहरी नींद आ जाती है कि अगर उस वक्त कोई मुझे हिलाए भी तो मुझे पता नहीं चलता।
मैंने कहा- ऐसा नहीं हो सकता है।
उसने कहा- यकीन नहीं होता तो मेरे सोने के 2 मिनट बाद ही मुझे कुछ भी करके देख लेना.. मुझे पता ही नहीं चलेगा।
मुझे लगा ये सच बोल रही होगी.. तो मैंने सोचा कि मैं इसे गुदगुदी करूँगा।
पर जैसे ही मेरे दिमाग में ये ख्याल आया, उसने एकदम से कहा- गुदगुदी नहीं करना..
फिर उसने आँखें बंद कर लीं और मैं सोचने लगा कि मैं क्या करूँ।
कुछ देर बाद उसने करवट ली तो उसकी पीठ मेरी तरफ हो गई।
उसकी कमीज़ इतनी ऊपर हो गई कि मैं उसके दूधिया जिस्म को आराम से देख सकूं।
मुझे नहीं पता.. यह उसने जानबूझ कर किया था या ग़लती से हो गया, पर मेरा तो दिमाग़ खराब हो गया।
फिर मैंने ज़्यादा नहीं सोचा और अपना हाथ उसकी कमीज़ में डालते हुए उसके पूरे पेट पर हाथ फेरने लगा.. फिर उसकी नाभि पर हाथ फेरा।
मैंने ये सब 2-3 बार किया और थोड़ा सा ऊपर होकर मैंने उसके गाल पर किस कर दिया।
ये सब करके मज़ा बहुत आया।
फिर मैं करवट बदल कर सोने की कोशिश करने लगा।
और मैं ये सब याद ही कर रहा था कि उसने अचानक से मेरा नाम लिया, मेरी फट कर हाथ में आ गई।
उसने बोला- मैंने तुझसे झूठ कहा था कि मुझे एकदम से नींद आ जाती है।
इतना बोल कर वो चुप हो गई।
मेरी इतनी बुरी तरह फटी पड़ी थी कि मैं पूरी रात वैसा का वैसा ही लेटा रहा।
सुबह हुई तो उसने ही मुझे उठाया।
मेरी तो हिम्मत ही नहीं हो रही थी कि मैं उसकी तरफ देखूँ भी.. मुझे बहुत डर सा लग रहा था कि वो ताऊ या ताई को या मेरे मॉम-डैड को कुछ बोल ना दे।
लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया और 2-3 दिन में मैं भी उसके साथ नॉर्मली बिहेव करने लगा।
जहाँ तक मुझे याद है 15-20 दिन बाद हम अपने गाँव गए। मैं ताई के साथ ही था और गाँव में हम सभी रिश्तेदार इकट्ठे हुए थे.. शायद कोई त्यौहार था और उसी में किसी की शादी भी थी।
दो-तीन दिन बाद मैं ओर मेरी बहन.. हम दोनों एक साथ एक ही रज़ाई में लेटे हुए टीवी देख रहे थे और उस कमरे में 6-7 लोग और भी थे।
हम सभी एक फिल्म देख रहे थे.. तो उसमें एक गाना आया जो उस टाइम के हिसाब से बहुत सेक्सी था.. पर इतना भी नहीं कि सब न देख सकें।
यह गाना आजकल मेरी जैसे उम्र के लिए तो ठीक ही था।
फिल्म खत्म हुई तो सब सोने लगे।
मैं और मेरी बहन एक साथ उसी बिस्तर पर सो रहे थे।
लाइट्स बंद करने के बाद मेरी बहन ने मुझसे बात करनी शुरू की।
मैं उससे नॉर्मली बात कर रहा था और पिछले वाकिये को मैं बिल्कुल भुला चुका था।
बातें करते-करते उसने मुझसे पूछ लिया- तुझे फिल्म कैसी लगी?
मैंने कहा- अच्छी थी।
फिर उसने उसी गाने के बारे में पूछा.. तो मैंने कहा- वो भी अच्छा था।
वो गाना कौन सा था मुझे अभी याद नहीं आ रहा है पर उस गाने में एक छोटा सा सीन याद है कि उसमे हीरो हिरोइन की नाभि से लेकर उसके मुँह तक टच करता हुआ जा रहा था.. वो भी होंठों से। उसने स्मूच नहीं किया था पर बंदी के मम्मों को होंठों से टच करता हुआ सीन दिखाया गया था।
फिर बहन ने बोला- जो हीरो उस गाने में हिरोइन के साथ कर रहा था.. वो मेरे साथ कर।
मेरी फिर फट गई.. मैं कर भी क्या सकता था.. चुपचाप पड़ा रहा।
उसने फिर मुझसे वैसा करने को बोला।
मैं फिर भी पड़ा रहा, मैंने जब कोई रिस्पोन्स नहीं दिया.. तो वो बोली- कर मेरे साथ.. जो गाने में हो रहा था.. नहीं तो मैं मामी-पापा को बता दूँगी कि तूने मेरे साथ घर पर क्या किया था।
मेरी तो जान हलक में आ गई।
मेरी हिम्मत की और नीचे को हुआ।
अब मैं उसकी नाभि के पास पहुँच गया और फिर ऊपर आने लगा.. पर उसे टच नहीं किया और जब उसके मम्मों के पास पहुँचा.. तो एकदम से ऊपर आकर बोला- मुझे याद नहीं है कि फिल्म में क्या हुआ था और क्या नहीं।
थोड़ी देर तक वो चुप रही ओर फिर बिना कुछ बोले सो गई।
सुबह सब नॉर्मल था और मैं उस घटना को भूल गया।
इस घटना को काफ़ी टाइम हो गया है पर इसकी याद बहुत आती है।
पहले तो जब कभी याद आती थी तो बहुत ही ज़्यादा अपराध बोध होता था।
पर अब जब मैं सोचता हूँ तो यही दिमाग़ में आता है कि अगर उस रात हिम्मत की होती तो आज मैंने उसके साथ कितने मज़े किए होते।
यह घटना मुझे तब बहुत याद आई, जब उसके बड़े भाई यानि मेरा चचेरे भाई की शादी हुई।
उस शादी में उसने डीप नेक वाला कुरता और लहंगा पहन रखा था।
जब वो तैयार हो रही थी तो मुझे उसकी क्लीवेज भी दिखी थी। अब मैं सिर्फ़ उसे याद करके मुठ ही मार सकता हूँ।
तो फ्रेंड्स कैसी लगी यह स्टोरी.. इसमें वो सब नहीं था जो आप सब चाहते थे पर ये एक सच्ची घटना थी।
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