मौसी के लड़के से बिंदास चुदी
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम रेखा है. मैं एक साधारण परिवार से हूँ. मैं बहुत ही ज्यादा कामुक हूँ और किसी से चुदवा लेती हूँ. मुझे शुरू से ही चुदवाने का बहुत शौक है. मैं हमेशा अन्तर्वासना की कहानी पढ़ती रहती हूँ और मुझे इधर प्रकाशित हर तरह की सेक्स से भरपूर चुदाई की कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है. इन चुदाई की सेक्स स्टोरी को पढ़ कर मेरी चुदास बहुत बढ़ जाती है. मैं आज आप सबको अपने एक शारीरिक सम्बन्ध के बारे में बताने जा रही हूँ कि कैसे मैंने अपनी चुदास को शांत करने के लिए अपनी मौसी के लड़के से चुदवा लिया. ये सच्ची चुदाई की कहानी मेरी असली आपबीती है.
मेरे घर में सब लोग एक साथ रहते हैं. मैं अपने घर की बाक़ी की महिलाओं के साथ खुद भी घर का काम करती हूँ. इस काम में मेरे घर की भाभी लोग भी मेरी सहायता करती हैं. घर के सभी काम करने से मेरा शरीर काफी फुर्तीला हो गया है. मैं दिखने में भी बहुत सेक्सी हूँ और बहुत मजबूत इरादे वाली लड़की हूँ. मेरी चूची और गांड भी बिल्कुल तने हुए आकार में हैं.. घर के काम करने से मेरी चूची एकदम टाइट रहती हैं.
मेरे उठे हुए मम्मे और मेरी तोप सी तनी हुई गांड किसी भी मर्द को मेरी ओर आकृष्ट करने के लिए पर्याप्त हैं. मैं कुल मिलकर बहुत मेहनती लड़की हूँ और मस्ती से चूत चुदवाने वाली भी हूँ. मैंने हाल ही में अपनी मौसी के लड़के से अपने शारीरिक सम्बन्ध बनाए हैं. उसी कहानी को आज मैं आपको बताने जा रही हूँ.
मेरी मौसी का लड़का चिराग अपनी पढ़ाई के चलते हमारे ही घर में रहने आ गया था. हम लोगों में मजाक होता रहता था. मैं थोड़ी खुली विचारधारा वाली लड़की हूँ और हर विषय पर खुलकर बातें कर लेती हूँ. वो जब भी मुझे छेड़ता था.. तो मैं उसकी गर्लफ्रेंड को गाली दे देती थी. एक दिन उसने मुझे मजाक में ही अपनी गर्लफ्रेंड बनाने के लिए मुझसे कहा कि वो मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहता है.
मैंने उस वक्त तो उसकी बात को मजाक में ले ली थी. लेकिन मुझे क्या मालूम था कि वो मुझसे सही में ऐसी दोस्ती करना चाहता था.
शुरुआत यूं हुई कि चिराग कभी कभी मेरा मोबाइल चला लेता था. मैं एक लड़के से मोबाइल पर बात करती थी. उसको ये बात मेरी कॉल रिकॉर्डिंग से पता चल गयी. वो मुझसे पूछने लगा कि मैं किससे बात करती हूँ?
मैंने उसको कुछ नहीं बताया.
उस दिन से वो मेरे ऊपर निगरानी रखने लगा. उसने बाद में मुझे बताया कि वो मुझे पसंद करता है. उसकी बात सुनकर मैं उसको दूसरी नजर से देखने लगी.
दूसरी तरफ संयोग से कुछ दिन बाद मैंने उस बाहरी लड़के से मोबाइल पर बात करना बंद कर दिया क्योंकि हम दोनों में झगड़ा हो गया था.
मैं और चिराग हम दोनों लोग पहले से ही एक दूसरे से बहुत बात करते थे. लेकिन अब हम दोनों लोग के बीच गर्लफ्रेंड ब्वॉयफ्रेंड की तरह बातें होने लगीं.
मैं जब घर का काम करती थी, तो मेरी मौसी का लड़का मेरे पीछे खड़ा होकर मुझसे बात करता था. वो मेरी खूबसूरती का दीवाना तो पहले ही हो गया था. अब वो मेरी खूबसूरती का तारीफ करने लगा था. उसकी इस तरह की बातें मुझे मस्त कर देती थीं. मैं भी उसको कुछ भी कहने की छूट देने लगी थी.
मेरी तरफ से कोई भी विरोध न पा कर अब वो मुझे किसी का किसी बहाने से मुझे टच भी करने लगा था. मैं उसकी हरकतों से अपनी चुदास को हवा देने लगी थी.
हमारे घर में रात को सब लोग जल्दी ही सो जाते थे तो मैं और चिराग, हम दोनों लोग देर रात तक एक दूसरे से बात करते रहते थे. हम दोनों लोग घर के अन्य अभी लोगों से थोड़ी दूरी पर ही सोते थे. सभी के अलग अलग बिस्तर थे.
मैं जब देर तक बात करने के बाद सो जाती थी.. तो मेरी चिराग मेरी गांड को देखता रहता था.. क्योंकि मैं उसकी तरफ गांड करके सोती थी.
चिराग इस तरह मेरे करीब आने लगा था. जब मैं ब्रा और पेंटी छत पर सुखाने के लिए जाती थी, तो वो मुझे ब्रा पेंटी को हवा में हिलाकर सुखाने के डालते हुए देख कर मुस्कुराता था.
इन सब वजहों से हम दोनों लोग के बीच कुछ चलने लगा था, जिसका अहसास हम दोनों करने लगे थे और एक दूसरे के साथ काफी हद तक घुल मिल गए थे.
चिराग ने पहले भी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स किया था और मैं भी अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुदी थी. हम दोनों लोग सेक्स के बारे में सब कुछ जानते थे.
मेरी मौसी का लड़का चिराग कभी कभी मुझे अपनी बाइक से बाजार लेकर जाने के लिए कहता था. तो मैं भी उसके साथ बाइक पर बैठ कर बाजार चली जाती थी. जब मैं उसके साथ बाइक पर जाती थी.. तो मैं दोनों तरफ टांगें डाल कर बाइक पर बैठ जाती थी, जिससे मेरी चूचियां उसकी पीठ से टकरा कर रगड़ जाती थीं वो भी मेरी चूचियों का मजा लेने के लिए बार बार अपनी बाइक के ब्रेक मार कर मुझसे चूची रगड़ने का सुख ले लेता था. उसकी इन हरकतों से मैं भी सेक्स के मूड में आ जाती थी.
फिर एक दिन चिराग ने मुझे हग करते हुए मुझसे कहा कि वो मुझे पसंद करता है. उसने जब मुझे अपने सीने से लगाया तो मैं भी गर्म हो उठी. हम दोनों की नजरें एक दूसरे से मिल रही थीं. तभी उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ धर के किस कर दिया. मैं भी उससे चिपक कर चुम्मी का मजा लेने लगी.
इसके बाद चिराग मुझे बहुत बार अपने साथ बाहर घुमाने के लिए ले गया. हम दोनों लोग अपने गांव से दूर शहर में कई सुनसान जगहों पर घूमने जाते थे और किसी पार्क में बैठकर एक दूसरे से सेक्स की बातें करते रहते थे. मेरा घर थोड़ा गाँव में था, इसलिए शहर में हम लोग कोई जानता नहीं था. तो हम लोग आराम से एक दूसरे की बांहों में हाथ डालकर घूमते थे.
अब हम दोनों लोग ब्वॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड की तरह रहते थे. मेरी मौसी का लड़का अब अक्सर मेरी मुलायम चूचों को दबा देता था और मेरी गांड को भी दबा कर सहला देता था. हम लोगों के बीच अब जिस्मानी सम्बन्ध बनने की राह तैयार होने लगी थी, पर मौका और जगह की कमी के कारण चुदाई में देरी हो रही थी.
एक दिन रात को सब लोग सो गए थे तो मैं और चिराग हम दोनों लोग अकेले में एक दूसरे से बात कर रहे थे. वो मेरी चूची को दबा रहा था और मेरे होंठों को चूस रहा था. हम दोनों ने ये सब बहुत देर तक किया और उसके बाद हम दोनों अलग होकर सोने चले गए.
इसी तरह से ये सब हम दोनों लोग के बीच आए दिन ये सब चलने लगा था और इसी वजह से हम दोनों के बीच और भी नजदीकियां हो गयी थीं. अब लगभग हर रात को हम दोनों एक दूसरे को किस करते थे. वो मेरे मम्मों को मसलता था और मैं उसके लंड को पकड़ कर सहला देती थी. चूंकि घर में होने के कारण ये सब कपड़ों के ऊपर से हो पाता था.
हम दोनों में एक दूसरे के साथ चुदाई की कसक दिनों दिन बढ़ने लगी थी. अब मैं और चिराग एक दूसरे के इतने करीब हो गए थे कि हम दोनों साथ में रात को अकेले में खाना खाते थे. एक दूसरे को खिलाते थे, वो मुझे अपने मुँह का निवाला मेरे मुँह में डाल देता था और मैं अपने मुँह में पानी भर के उसके मुँह में डाल देती थी. ये सब हमारे बढ़ते प्यार की निशानियां थीं.
एक दिन मेरी मौसी के लड़के ने रात को मुझे अकेले में बुलाया और मेरी चूची को चूसने लगा. मैं भी गर्म होने लगी और वो भी गर्म हो गया था. हम दोनों लोग को सेक्स करने का मन कर रहा था. लेकिन हम दोनों लोग को डर भी लग रहा था कि घर में सब लोग सो रहे हैं और कोई ने देख लिया तो हम दोनों को बहुत डांट पड़ेगी. इससे हम दोनों की बदनामी भी होगी. कुछ देर अपनी चूची चुसवाने के बाद मैं मौसी के लड़के को मना करके सोने चली गयी.
फिर मौसम बदला और गर्मी के दिन आ गए. एक दिन रात को मैं अकेले घर में सो रही थी और सब लोग बाहर सो रहे थे. मेरी मौसी का लड़का चिराग अन्दर आया और मेरे साथ ही मेरे बिस्तर पर आ गया. वो मेरी चूची को दबाने लगा. मैं सिसकारियां लेने लगी और मुझे सेक्स करने का मन करने लगा. मैं भी उसका साथ देने लगी और हम दोनों लोग एक दूसरे को किस करने लगे.
मैं आज अन्दर अकेले सो रही थी इसलिए मुझे डर भी नहीं लग रहा था कि कोई हमें देखेगा क्योंकि घर के सब लोग बाहर सो रहे थे.
हम दोनों लोग एक दूसरे को किस करने लगे. चिराग ने मेरे मम्मों को ब्रा में से निकाल दिया और मेरे मम्मों को चूसने लगा. वो एक हाथ से मेरे एक मम्मे को दबाने लगा और दूसरे को चूसने लगा. उसने मेरी ब्रा में से मेरे दोनों लोग मम्मों को निकाल लिया और मेरे मम्मों को चूसने लगा. जिससे मैं गर्म होने लगी. उसने मेरी सलवार का नाड़ा खोल दिया और मेरी पेंटी को निकाल फेंका. वो मेरी नंगी चूत को सहलाने लगा. मेरी चूत पर थोड़े से बाल थे. मेरी चूत गर्म हो चुकी थी और मेरी चूत से पानी आ रहा था.
चिराग मेरी चूत में उंगली करने लगा, इससे मुझे मजा आने लगा. वो मेरी चूत में उंगली कर रहा था और मेरी चूची चूस रहा था. मैं गर्म हो रही थी और मेरी चूत में से पानी भलभला कर निकलने लगा था.
मैं कामुक सिसकारियां लेने लगी- आह आह आह ओह्ह ओह्ह.
हम दोनों सेक्स करने के लिए बेचैन हो गए थे. उसने मेरी चूत में दस मिनट तक उंगली की और इतने में मेरी चूत ने दो बार पानी छोड़ दिया. उसके बाद वो मुझे अपना लंड चूसने के लिए बोलने लगा. मैं उसको लंड चुसाई के लिए मना कर दिया. उसने कुछ नहीं कहा और वो मेरी चूत को चाटने लगा. मेरी चूत गीली हो गयी. उसको मेरी चूत चाटने में अच्छा लग रहा था और वो मेरी चूत में जीभ के साथ उंगली भी कर रहा था.. वो मेरी चूत के दाने को भी चाट रहा था.
मैं एकदम से चुदासी हो गई और उससे लंड डाल कर चुदाई के लिए कहने लगी.
मेरी चूत का पानी नमकीन था और मेरी मौसी का लड़का मेरी चूत को चाट कर मजा लिए जा रहा था. कुछ देर बाद वो मेरी चूत को चाट कर अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा और मुझे लगने लगा कि बस ये जल्दी से लंड पेल कर चुदाई कर दे.
मैंने टांगें फैला कर उसे इशारा किया और अपनी गांड उठा कर उसके लंड को लीलने की कोशिश की तो उसने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया. मुझे मानो चैन पड़ गया था. हालांकि काफी दिन बाद चुदाई के कारण मेरी हल्की सी आह निकल गई, लेकिन चूत एकदम चिकनी और लिसलिसी होने के कारण उसका लंड सट से मेरी चूत घुसता चला गया.
चिराग अपना लंड डाल मुझे चोदने लगा. हम दोनों पूरी मस्ती में सेक्स कर रहे थे और साथ ही एक दूसरे को किस भी कर रहे थे. कुछ ही देर में हम दोनों के बीच में चरम जैसी स्थिति आ गई और हम एक दूसरे को किस करते हुए जल्दी जल्दी चुदाई करने लगे. वो मुझे किसी मशीन की तरह जल्दी जल्दी चोदने लगा. उसकी धकापेल चुदाई के कारण मेरी चूचियां हिल रही थीं.. मेरी कामुक सिसकारियां भी तेज हो गयी थीं. हम दोनों बीच बीच में थोड़ी देर तक एक दूसरे को किस भी कर रहे थे. फिर सेक्स करते करते हम दोनों झड़ गए और हमारा पानी एक साथ निकल गया.
चुदाई के बाद हम दोनों शिथिल अवस्था में पड़े रहे.. थोड़ी देर आराम किया.
फिर हमने अपना अपना पानी साफ़ किया और उसके बाद एक दूसरे को किस करने लगे. उसने मुझे अपने ऊपर सुला लिया और मुझे बहुत देर तक किस किया. कुछ ही देर में हम दोनों एक बार फिर से गर्म हो गए और एक दूसरे को किस करने लगे. कुछ ही देर में फिर से चुदास भड़क गई और उसने दुबारा मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया और हम लोग फिर से चुदाई करने लगे. दस धक्के के बाद उसने मुझे घोड़ी बना दिया और मैं बिस्तर पर ही चौपाया होकर घोड़ी सी बन गयी थी. वो मेरी गांड तरफ से लंड को मेरी चूत में पेल कर मेरे बाल पकड़ कर मेरी घुड़सवारी करने लगा. वो ऊपर से मेरी चूत को चोद रहा था और नीचे मेरी चूचियां बुरी तरह से हिल रही थीं. उसके लंड के धक्के से मेरी चूत में पानी आने लगा और मैं चुदासी आवाज निकालते हुए चुदाई का मजा लेने लगी. हम दोनों मदहोश होकर सेक्स कर रहे थे और गर्मी के कारण हम दोनों के शरीर से पसीना निकल रहा था.
कुछ बीस मिनट तक हम दोनों लोग सेक्स करते करते अब झड़ने वाले थे.
तभी उसने अपना लंड निकाल दिया और मुझे पलट कर मेरे ऊपर मिशनरी पोज में चढ़ गया. अब वो मेरी चूची को चूसने लगा और मेरी चूत में अपना लंड डाल कर मुझे चोदने लगा. हम दोनों ने सेक्स पोजीशन को बदल लिया था और अब मैं टांगें उठा कर उसका लंड अपनी चूत में लेने लगी थी. इस पोज में भी हम दोनों लोग जबरदस्त सेक्स करने लगे थे. वो मेरी एक चूची को चूस रहा था और दूसरी को आटा सी गूँथ रहा था. साथ ही वो अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत को चोद रहा था.
कुछ ही देर में हम दोनों लोग सेक्स करते करते झड़ गए. हम दोनों का एक बार फिर से साथ में ही पानी निकल गया. इस बार हम दोनों का बहुत सारा पानी निकला था.
झड़ने के बाद दो मिनट तक यूं ही एक दूसरे को चूमते रहने के हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए. मुझे चोदने के बाद वो बाहर सोने चला गया. मैं अपने बिस्तर पर उसके लंड को याद करते हुए लेटी रही थी. आज मुझे उससे चुदवाने के बाद बहुत अच्छा लग रहा था. मैं बहुत दिन के बाद इतने आराम से चुदी थी.
इसके बाद तो जब भी हम दोनों को मौका मिलता था.. तो हम दोनों सेक्स कर लेते थे.
मैं अपनी मौसी के बेटे चिराग अलावा भी अपने एक ब्वॉयफ्रेंड से चुदवाती थी.. लेकिन चिराग के बड़े लंड से चुदवाने में अच्छा लगता था. उसके साथ एक अच्छी बात ये भी थी कि हम दोनों लोग घर में ही बिना किसी डर के आराम से सेक्स कर लेते थे.
आप सबको मेरी चुदाई की कहानी कैसी लगी. प्लीज़ मुझे मेल करके बताएं. मैं आप सबके मेल का इंतजार करूँगी.
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