योगा से योनि तक-1
दोस्तो, मेरा नाम जयदीप है. आप सबने मेरी पिछली कहानियों को काफी सराहा इसके लिये धन्यवाद. अगर आप मेरी कहानी पढ़ना चाहें तो मेरा ईमेल आईडी इस वेबसाइट पर टाइप करके पढ़ सकते हैं. आप सभी के उत्तर देने का भरसक प्रयास करता हूँ पर खेद है कि मैं सभी के उत्तर नहीं दे सका.
अब जो कहानी कहानी आप पढ़ेंगे, उससे आपके लंड से पानी निकल जाएगा और चुत गीली हो जाएगी.. ये गारंटी है.
यह कहानी मेरे दोस्त रवि की है. इसे रवि की जुबानी ही सुनिए.
दोस्तो, मेरा नाम रवि है और मैं अहमदाबाद से ही हूँ और जयदीप जी का मित्र हूँ. दरअसल उसी ने मुझे इस सेक्स स्टोरी लिखने में हिम्मत दी और हेल्प की.. इसलिए उसका धन्यवाद.
मेरी बीवी मोना की उम्र 27 साल है और वो एक मदमस्त 36-28-38 की फिगर वाले जिस्म की मालकिन है. जो भी उसे एक बार देखे, वो मुठ मारे बिना नहीं रह सकता.
जब वो 23 साल की थी तब हमारी शादी हो गई थी. हम दोनों की सेक्स लाइफ बहुत मस्त चल रही थी. दो साल में उसने ट्विन्स को जन्म दिया. लेकिन उसके बाद वो दोनों बच्चे की देखभाल में लग गई और कभी कभी ही मुझ से चुदती. मैं भी उसकी परिस्थितियों को समझता था. हम सब संयुक्त परिवार में रहते थे. बाद में मेरे बिज़नेस की वजह से मैंने नया मकान लिया और हम दोनों वहीं शिफ्ट हो गए. इसलिए ज्यादा काम नहीं रहता था.
पर वो तीन साल में मोना का वजन 50 किलो से 80 किलो हो गया. उसी वजह से हमें सेक्स में दिक्कत होने लगी. हम दोनों ने कई उपाय किये, पर वजन नहीं कम हुआ. फिर एक दिन मैंने इंटरनेट पर सर्च किया तो प्राइवेट योग टीचर का पता मिला.
मैं- मोना, तुम्हारी समस्या का समाधान मिल गया.
मोना- सच? मजाक मत करो रवि.
मैं- मजाक नहीं कर रहा डार्लिंग, एक प्राइवेट योग टीचर मिला है. वो योग की विधि द्वारा तुम्हारी समस्या का निवारण कर सकता है.
मोना- ओके.. वैसे भी मैं क्लास नहीं जा सकती ना, दोनों बच्चे को कौन देखेगा. तुम उसी से बात कर लो.
मैं- ओके डार्लिंग.. अभी करता हूँ. बच्चों के लिए मैंने बात कर ली है इधर पास में ही एक चाइल्ड केयर सेंटर है, तू उससे बात कर लेना.
मैंने उस योग टीचर आनन्द से बात की और शाम को घर पे मीटिंग फिक्स की. ठीक समय 6 बजे घंटी बजी और ये उसी ने बजाई थी. मैंने जाकर दरवाजा खोला तो एक 38 साल का पहाड़ी आदमी अन्दर आया.
मैं- आईये आनन्द जी, यहाँ बैठिये.
आनन्द- ओके सर जी, थैंक्स.
मैं- क्या लेंगे चाय या ठंडा.
आनन्द- निम्बू शरबत और कुछ नहीं.
मैं- मोना, तीन गिलास निम्बू शर्बत बना लो. आनन्द जी आप बहुत फिट लगते हो.. इसका राज़ क्या है?
आनन्द- मैं पहले फौज में था. वहीं जवानों को योग ही सिखाता था.. और अब रिटायर के बाद प्राइवेट में रोज 2 घंटे योग सिखाता हूँ.
मैं- अच्छी बात है.. आपकी फीस क्या है?
आनन्द- मेरी फीस ज्यादा है अगर आप दे पाएं, तो ही बात आगे करते हैं. मैं दस हजार महीने का लेता हूं.
मैं- फीस की कोई दिक्कत नहीं पर मुझे रिजल्ट चाहिए.
आनन्द- डोंट वरी, मैं कभी फेल नहीं हुआ.
इतने में मोना शर्बत लेकर आ गई. हम सबने ठंडा पिया.
मोना- मैंने सुना है कि फौजी कड़क होते है, पर मैं तो बहुत आलसी हूँ. तभी तो ये वजन बढ़ गया है.
आनन्द- आपके वजन के साथ साथ आपका आलस भी दूर कर दूंगा.
यह कह कर आनन्द चला गया और रोज़ सुबह 7 से 9 बजे का आने का टाइम फिक्स हुआ.
उसके बाद हर रोज 2 घंटे योग का सेशन होता. उस सेशन के बाद मैं ऑफिस जाता था. आनन्द सचमुच नियम का पक्का था.
मोना का रोज पसीना निकलता था और धीरे धीरे वजन कम होने लगा. हम दोनों आनन्द के साथ घुल मिल गए और वो भी. उसने मुझे भी योग की आदत डाल दी. फिर मैं भी रोज योग करने लगा.
मेरी बीवी भी उसके तारीफ करती थी. वो उसमें थोड़ा इंटरेस्ट ले रही थी. ये सब 4 महीने तक चलता रहा. तब तक उसने कभी मोना को बुरी नजर से नहीं देखा, ये मैं जानता था.
अब मोना का वजन 50 के करीब आ गया था और मेरी बीवी का फिगर भी पहले जैसा दिखने लगा था जो कि जो सबके लंड खड़े कर दे. इसमें आनन्द का बचना भी मुश्किल था, पर जब तक मोना कोई पहल न करे और मुझे उस पर पूरा भरोसा था कि वो नहीं करेगी.
मैं कई बार मोना को फैंटसी की बारे में बात करना चाहता, पर वो हर बार मना कर देती ओर कहती कि तुम पागल हो गए हो.
एक दिन में 8 बजे उठा, पर सेशन तो 7 बजे स्टार्ट हो गया था. सेशन तो हॉल में ही होता है. मैंने बाहर निकल कर देखा रोज की तरह मोना केपरी और शार्ट टी-शर्ट में योग करती थी. आज कमर की कसरत थी, तो वो उल्टी पड़ी हुई थी. आनन्द उसकी कमर को दबा रहा था. कभी कभार वो उसके पेट पर भी हाथ रख देता था और मोना चुपके से मुस्कान दे देती थी इस तरह कि आनन्द को पता न चले.
आनन्द- अब आपकी बॉडी बहुत कम हो गई है मोना जी.
मोना- हां, पहले जैसी बॉडी हो गई है.
फिर वो धीरे धीरे मोना के पेट को सहलाने लगा और मोना भी हल्की हल्की आहें भरने लगी. मुझे तो विश्वास नहीं हो रहा था, पर ये सच था कि उसको आनन्द अच्छा लगने लगा था.
फिर आनन्द मोना के मम्मों को ऊपर से दबाने लगा.. और अपना हाथ ब्रा में डालने ही वाला था कि मोना ने उसे पकड़ लिया.
मोना- ये गलत है आनन्द.
आनन्द- इसमें क्या गलत है मोना?
मोना- मैं किसी की बीवी हूँ. मैं अपने पति को धोखा नहीं दे सकती.
तभी मैंने राहत की सांस ली और अपना दरवाजा नॉक किया और वो दोनों फिर से नार्मल हो गए.
मैं- मोना मेरे लिए नाश्ता बनाओ और आनन्द जी आपको फिटनेस के लिए हमने रखा था, वो लक्ष्य पूरा हुआ और ये रहे आपके पैसे.
आनन्द- जी धन्यवाद.. आपको मेरी ओर से कोई परेशानी हुई हो तो माफी चाहता हूँ.
मैं- ये क्या कह रहे हो. हमें तो आप से बहुत कुछ सीखने को मिला आनन्द जी.
मोना- ये क्या कर रहे हो आप? अभी तो मेरी लेग की कुछ एक्सरसाइज बाकी है. और आनन्द जी आपने इन्हें बताया क्यों नहीं?
आनन्द- मोना जी मैंने और रवि जी ने 3-4 महीने का डिसाइड किया था जो टाइम खत्म हो गया है.
मोना- रवि, अभी मेरी लेग की कसरत बाकी है, वो तो मुझे खत्म करनी ही है.
मैं- ओके डार्लिंग, सिर्फ 1 महीना.. उससे ज्यादा नहीं.
मोना- ओके नो प्रोब्लम डार्लिंग.
फिर आनन्द चला गया. मैंने जानबूझ कर मोना का फ़ोन गिरा दिया और वो टूट गया.
मोना- अरे ये क्या हो गया? अब मैं क्या करूँगी?
मैं- डोंट वरी डार्लिंग, मैं नया फोन लेकर तुम्हें दूंगा.
मोना- तुम कितना प्यार करते हो मुझसे जानू.. मैंने तुम्हारे लिए ये सब किया रवि.
मैं- ये तो सही है.. पर तुम्हारे जिस्म का जादू आनन्द पर भी सवार है, ध्यान रखना मोना डार्लिंग.
मोना- ऐसा कुछ नहीं है.. झूठे कहीं के.. बीवी जरा सा आगे निकल जाए, ये पतियों को पसंद ही नहीं. अब मुझे नाश्ता बनाना है.
मैं नाश्ता करके ऑफिस चला गया. आते वक्त मैंने एक मोबाइल लिया जिसमें सीक्रेट तरीके से फ़ोन रिकॉर्ड हो सके और किसी को पता न चले. वो लेकर में घर आया और मोना फोन देखकर बहुत खुश हुई.
फिर रोज योग का सेशन होने लगा और एक दिन मुझे रात को ऑफिस जाने का आईडिया आया और मैंने मोना को बताया तो वो थोड़ी नाराज हुई पर बाद में समझाने पर मान गई.
मैं उस दिन रात को गया और सुबह आया. मैं आते ही सोने गया और फिर आनन्द आया और योगासन शुरू हुए.
आनन्द- क्या आज रवि नहीं है या जल्दी चले गए?
मोना- वो सोये हुए है.. कल रात को उनकी नाईट शिफ्ट थी इसलिए.
आनन्द- ओके तो आज शांति से कसरत करेंगे.
पर मुझे नींद नहीं आ रही थी.. इसलिए मैं उन दोनों को सुनने का प्रयास कर रहा था.
थोड़ी देर में मैंने महसूस किया कि सन्नाटा सा हो गया. मैंने बाहर जाकर देखा तो मोना सीधी लेटी हुई थी और आनन्द उसके पेट को हल्के से चूम रहा था और धीरे धीरे मेरी बीवी के होंठों को चूस रहा था.
तभी मोना ने उसे हटाया और कहा- ये सही नहीं है.. रवि भी यही पास में सोये हैं.
आनन्द तो कुछ सुन नहीं रहा था. वो तो मोना को किस करे जा रहा था और मोना के जिस्म को सहला भी रहा था. फिर वो खड़ा हुआ और जाने लगा.
मोना- क्या हुआ?
आनन्द- तुम हर बार मुझे टाल देती हो.
मोना- मैं मेरे पति को धोखा नहीं दे सकती और तुम्हारे बिना रहा भी नहीं जाता.
फिर वो धीरे से आनन्द के पास गई और उसे किस करने लगी. आनन्द भी मेरी बीवी के होंठों के रस को पीने लगा.
मोना- अभी तुम जाओ, बाद में देखती हूं.
फिर आनन्द चला गया.
दूसरे दिन मैंने रात को आकर मोना का फ़ोन चैक किया तो आनन्द से थोड़ी बात हुई थी.. जो मैंने सुनी, वो दोनों दोपहर को मूवी देखने जाने वाले थे.
मैंने भी दोपहर से छुट्टी ले ली. मैंने उसके पीछे की लाइन में बुकिंग करवाई.
मूवी शुरू होने के 2 मिनट बाद मैं आया और बैठ गया.
मूवी में किस का सीन आया. आनन्द मोना का हाथ मसलने लगा. मोना कुछ नहीं बोली. फिर वो मोना की पीठ को सहलाने लगा. फिर धीरे धीरे आनन्द ने मोना के ब्लाउज में हाथ डाल दिया. मोना ने हल्की सी आह भरी. मेरा लंड तो खड़ा हो गया. मोना ने आनन्द की जींस की जिप खोली और उसके लंड को मसलने लगी. थोड़ी देर ये सब चला फिर वो दोनों उठकर वहां से चले गए. मैं भी उनके पीछे आ गया.
वो मेरे ही घर आ गए और सीधे बेडरूम में आ गए. दोनों आते ही एक दूसरे को किस करने लगे. वो योग गुरू आनन्द मेरी बीवी मोना के होंठों के रस को पी रहा था और मेरी बीवी के हुस्न की दावत उड़ा रहा था.
आनन्द ने साड़ी को उतार फेंका. इसके बाद ब्लाउज और पेटीकोट भी मोना के जिस्म से अलग हो गए. आनन्द मोना के पूरे बदन को चूमता रहा. अब तक मोना भी बहुत गर्म हो चुकी थी. वो आनन्द का सिर पकड़ कर अपनी क्लीवेज में घुसाकर दबाने लगी. आनन्द ने ब्रा का हुक खोल दिया और मोना के दोनों कबूतरों को आज़ाद कर दिया.
मोना को भी शर्म महसूस होने लगी और उसने अपनी आँखें बंद कर लीं. आनन्द मोना के मम्मों को चूसने और मसलने लगा और मोना ज्यादा गर्म हो गई.
मोना- आह.. चूसो आनन्द जी मसल दो इनको आह..
आनन्द- यस मोना.. आज तुमको मसल के रख दूंगा.
फिर उसी वक्त मैंने मोना को कॉल किया और उसको बोला- मैं 30 मिनट में आ रहा हूँ.
मोना- आनन्द तुम यहां से जाओ. मेरे पति आधे घंटे में आ रहे हैं.
आनन्द- डोंट वरी मोना, अभी आधा घंटा तो है ना.
फिर आनन्द ने अपना लंड बाहर निकाला तो करीब 9 इंच का था और मोटा भी बहुत था. उसको देख मोना चौंक गई.
आनन्द ने देर ना करते हुए मोना के मुँह से लगा दिया तो उसने लंड चूसने से मना कर दिया.. और लंड हटा दिया. आनन्द फिर लंड को चुत के होंठों के पास लेकर गया और मोना की चूत फैला कर एक जोर का धक्का लगा दिया, जिससे आधा लंड मोना की चूत में घुस गया.
मोना- अरे मर गई.. बहुत मोटा है.. आह.. निकालो इसे..
आनन्द- दर्द के बाद तो मज़ा है.
यह बोल कर उसने दूसरा दे धक्का दिया और पूरा लंड मोना की चूत में घुसा दिया. मोना चीखने लगी क्योंकि उसने कभी इतने बड़े लंड को झेला नहीं था. उसकी आँखों में अंधेरा हो गया. आनन्द फिर उसे किस करने लगा, कुछ पल बाद मोना को होश आया. बाद में वो लंड को धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा.
अब मोना को भी मज़ा आने लगा.
मोना- आह.. तेज़ करो आनन्द.
आनन्द- यस मोना.. तुम्हारे लिए.
आनन्द ने स्पीड बढ़ा दी.
मोना- आह, आह कम ऑन आनन्द.. फ़क मी हार्ड.
दस मिनट तक वो लेटे हुए चोदता रहा, फिर वो नीचे लेट गया और मोना को लंड पर बैठा दिया. अब वो नीचे से धक्के मारने लगा ओर मोना भी उसका भरपूर साथ दे रही थी.
फच फच और मोना की आह आह की आवाज़ से पूरा कमरा गूंज उठा. मोना खुलकर सीत्कार करने लगी. ऐसे आनन्द ने उसे 10 मिनट तक चोदा और उसने मोना के पेट पर अपने गर्म वीर्य की पिचकारी दे मारी.
फिर रूमाल से वीर्य को पोंछा और दोनों ने अपने कपड़े पहन लिए. वो मोना को किस करके जल्दी से मेरे घर से निकल गया.
उसके बाद मैंने बाहर आकर कॉलबेल बजाई. मोना ने तुरंत दरवाजा खोला. उसे देख कर लगा ही नहीं कि उसके साथ कुछ हुआ. वो बहुत खुश लग रही थी.
मैं- आज बड़ी खुश लग रही हो तुम.
वो- कुछ नहीं बस ऐसे ही. आप भी ना..
प्रिय पाठको, आपके मेल का इन्तजार रहेगा.
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कहानी का अगला भाग : योगा से योनि तक-2
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