योगा से योनि तक-2
मेरी बीवी की चुदाई कहानी के पिछले भाग
योगा से योनि तक-1
में आपने पढ़ा कि कैसे योगा टीचर ने मेरी सेक्सी बीवी को चोदा और मैं देखता रहा.
अब आगे:
उसके जाने के बाद मैंने बाहर आकर कॉलबेल बजाई. मोना ने तुरंत दरवाजा खोला. उसे देख कर लगा ही नहीं कि उसके साथ कुछ हुआ. वो बहुत खुश लग रही थी.
मैं- आज बड़ी खुश लग रही हो तुम.
वो- कुछ नहीं बस ऐसे ही. आप भी ना..
मैं- मेरे साथ गोवा चलोगी? मुझे कल ऑफिस के काम से 4 दिन जाना है.
वो- वाओ, गोवा.. मैंने कभी नहीं देखा.. मैं जरूर चलूंगी.
मैं- मैंने एक कमरा भी सितारा होटल में 201 नंबर का बुक करवा लिया है.
मैंने ये जानबूझ कर बताया था. वैसे भी मुझे ऑफिस में कुछ काम नहीं था. मैं भी छुट्टी पर था.
दूसरे दिन आकर मैंने मोना के फ़ोन की रिकॉर्डिंग सुनी.
मोना- हैलो आनन्द, एक खुशखबरी है.
आनन्द- क्या है जान?
मोन- मैं कल गोवा जा रही हूँ. चार दिन के लिए पति के साथ. उसने एक होटल में 201 नंबर का कमरा बुक करवाया है और वो ऑफिस काम से आए हैं इसलिए व्यस्त रहेंगे.
आनन्द- अरे ये तो बात बन गई. मैं भी गोवा आ जाता हूं. हम लोग वहां पर मस्त होकर घूमेंगे.
मोना- ठीक है तुम गोवा आकर मुझे अपने होटल और कमरा नम्बर वगैरह मैसेज कर देना. तब तक कोई बात नहीं.. अब रखती हूं.
ये सुनकर मेरे दिल को बड़ी तसल्ली हुई क्योंकि इसी लिए तो मैंने ये सब प्लान किया था. फिर हम दूसरे दिन गोवा के लिए फ्लाइट ले ली. दो घंटे में तो होटल में चैक इन भी कर लिया.
मैं कमरे की बाल्कनी में खड़ा था और मोना फ्रेश होने बाथरूम में थी. तभी मैंने नीचे एक टैक्सी को देखा. उसमें से आनन्द बाहर आया. कुछ पल बाद मोना के फ़ोन पर मैसेज आया. मैंने उसको न पढ़ना ही मुनासिब समझा.
इतने में मोना नहाकर आई तो मैंने कहा- किसी का मैसेज आया है.
उसने पढ़ा और खुश हो गई. मैंने उसके बाद मैसेज पढ़ा तो हैरान हो गया. वो आनन्द का मैसेज था. होटल सितारा और वो कमरा 200 में था.. मतलब बाजू में था. पर मैं भी कम नहीं था. मुझे भेष बदलना अच्छे से आता था और उसके लिए सब जरूरी सामान मेरे पास था. पहले भी मैंने कई बार ट्राय किया, मेरी बीवी कभी भी मुझे पहचान नहीं पाई थी. इसी लिए मेरा आत्मविश्वास और बढ़ गया.
मैं- मोना, मैं मीटिंग में जा रहा हूँ.. पर तुम कहां जाओगी?
मोना- पता नहीं.. कोई अच्छी जगह लगी तो जाऊँगी.
तभी उसके फ़ोन पर एक और मैसेज आया. मैं वहां से निकल कर सीधा गया कमरा 199 में.. ये कमरा भी मैंने बुक करवाया था. मैंने ऑफिस के कपड़े निकाल कर रोमियो हिप्पियों जैसे पहन लिए.. साथ में दाड़ी मूंछ भी लगा ली.. और फुल मेकअप करके मैं बाहर टहलने लगा.
थोड़ी ही देर में मोना सजधज के बाहर निकली. उसने ब्लू जींस और सफेद टॉप पहना था.. और बाल तो ऐसे बनाए थे कि बता नहीं सकता. मेरे लिए वो कभी भी इतनी सजी नहीं थी.
वो आनन्द के कमरे के पास गई और आनन्द भी बाहर आया. फिर वो दोनों गले मिले और हाथ में हाथ मिलाकर चले गए.
वो दोनों बीच पर घूमने गए, मैंने पीछे लगा था, बाद में वे दोनों पब में गए और काफी पी. इसके बाद 6 बजे वे लोग वापस होटल आ गए. लेकिन मेरा सपना पूरा नहीं हुआ. फिर मैं पुराने गेटअप में आ गया और कमरे में आया.
मैं- क्या हुआ मोना डार्लिंग आज किधर टाइम पास किया?
मोना- मैं तो अपनी एक सहेली के साथ रही, हम लोग कई जगह घूमने गए और काफी शराब भी पी.
मैं- वाह तुम्हारी सहेली भी आई है.. तो फिर ठीक है पूरे 3 दिन अपनी सहेली के साथ घूमना.
मोना- आई नहीं, यहीं बना ली है एक… चलो मैं फ्रेश होकर आती हूँ.
फिर हमने शाम को डिनर किया और मोना के साथ संभोग भी किया और दोनों सो गए. थोड़ी देर बाद मोना उठी. कमरे से बाहर आई. मेरी नींद तो कब की खुली हुई थी. मैंने तुरंत उसके कमरे के पास गया और झाँकने की कोशिश कर रहा था तभी दरवाजे के की-होल से देखा तो पूरा कमरा दिखाई दे रहा था।
मोना आनन्द के कमरे में गई. उसने काली नाइटी पहनी थी. वो सीधे जाकर आनन्द से गले मिली. फिर दोनों एक दूसरे के होंठों के रस का रसपान करने लगे. आनन्द फिर उसके गले तो चूमने लगा और फिर गाल, सिर, कान सभी जगह. फिर वापस होंठों को चूसने लगा साथ में मोना की गांड को सहलाने लगा. ये सब 20 मिनट तक चलता रहा. दोनों के हाथ लाल हो गए. मोना ने कभी इतना लंबा किस मुझसे नहीं किया था पर आनन्द के साथ काफी खुली हुई थी ये सच था.
उसके बाद मोना की नाइटी को आनन्द ने उतार दिया. इसकी वजह से मोना सिर्फ ब्रा और पेंटी में रह गई. उस वक्त काफी सेक्सी लग रही थी. खुले हुए बाल, भोलेपन वाली हंसी, तने हुए स्तन और मदमस्त यौवन. ऐसा लगा कि कोई अप्सरा मेनका धरती पर आ गई हो.
आनन्द उसके पास गया और दोनों हाथों से पकड़ कर उसका चेहरा थोड़ी देर देखा और बोला- तुम आज काफी सुंदर लग रही हो. इतनी तो घर पे भी नहीं लग रही थी मोना.
मोना ने शर्माते हुए कहा- ये सब आप के लिए किया आनन्द जी.. मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं.
आनन्द वापस उसे किस करने लगा, फिर उसके स्तनों के बीच में बनती रेखा को चूमने लगा. इससे मोना रोमांचित हो उठी. वो आनन्द का सिर पकड़ कर उसके सर को दबाने लगी और अपने मुँह से आह आह सीत्कार निकालने लगी.
उसके साथ साथ आनन्द उसके स्तनों को ब्रा के ऊपर से मसलता रहा. वो मेरी बीवी के कोमल और तने हुए स्तनों को दबाकर उसको और गर्म कर रहा था.
जब जब वो स्तन को मसलता हर बार मोना की ‘आह आह..’ सीत्कार निकलती.
थोड़ी ही देर में आनन्द ने ब्रा को स्तनों से अलग कर दिया. आनन्द ने फिर मोना की ओर देखा तो मोना शर्मा कर नीचे देखने लगी. तभी आनन्द ने उसे कमरे में रखे सोफे पर बिठाया और वो घुटनों के बल नीचे बैठ गया. फिर आनन्द मोना की नाभि को चूमने लगा. धीरे धीरे वो उसको चूमते हुए स्तनों तक आ गया. उसने मोना के एक निप्पल को धीरे से काटा.
मोना- आह काट क्यों रहे हो जानू?
आनन्द- अच्छा नहीं लगा जान?
मोना- बहुत अच्छा लगा.. पहली बार किसी ने ये किया.
आनन्द- तुम्हारे पति ने कभी नहीं काटा?
मोना- कभी नहीं.
आनन्द- आज मैं तुम्हें सभी अहसास करवाऊंगा.
फिर आनन्द बारी बारी से एक एक स्तन को अपने मुँह में लेकर चूसता और कभी कभी निप्पलों को काट भी लेता था.
मोना- आह.. और चूसो और मसलो जानू.. आह आह आह..
यह बोल कर आनन्द के सिर को और जोर से दबा देती. बीच बीच में आनन्द मोना के होंठों का रसपान भी करने लगता. करीब 15 मिनट तक उसके स्तनों को चूम कर और मसल कर लाल कर दिया.
उसके बाद मोना की पेंटी को उतार दिया. और उसकी योनि के दाने को छुआ, तो वो ‘आउच..’ करके मचल उठी और आनन्द के हाथ को पकड़ लिया.
मोना- ये तो गलत है जानू.. तुम इसको छू नहीं सकते.. दूर चले जाओ.
आनन्द ने घबराते हुए कहा- क्या हुआ जान? मुझसे क्या भूल हुई?
मोना- यही कि मेरे कपड़े उतार कर मुझे नंगी कर दिया, पर खुद के कपड़े नहीं उतारे..
आनन्द- अरे जानू इस बात के लिए मुझसे नाराज हो? चलो ऐसा करो तुम्हीं अपने हाथों से उतार दो.
मोना ने आनन्द के कपड़े उतारने शुरू किए. पहले टी-शर्ट को उतारा. आनन्द का सीना भी बालों से भरा हुआ था. मोना उसके सीने को चूमने लगी. थोड़ी देर बाद उसका लोअर भी उतार दिया. उसने अन्दर कच्छा तो पहना भी नहीं था, शायद वो सीधे संभोग के लिए ही तैयार था.
फिर आनन्द ने मोना के पैरों को चूमना शुरू किया. उसके पैर के अंगूठे को पहले चूम कर वो धीरे से आगे बढ़ा. फिर वो मोना की जांघों को प्यार से चूम कर वापिस उसकी योनि के पास आ गया. वो धीरे से योनि को सहलाने लगा और मोना ‘आ..आह.. ’ करने लगी.
फिर आनन्द ने दोनों हाथों का इस्तेमाल करके मोना की योनि को थोड़ा सा खोल दिया. मोना की चूत की फांकों पर अपनी जीभ फेर कर चूत को चूमना शुरू किया. अब मोना भी उसके लंड को पकड़ लिया और चमड़ी को नीचे उतार कर सुपारा बाहर निकाल लिया. मोना लंड को हिलाने लगी. थोड़ी ही देर में आनन्द का लंड काफी बड़ा हो गया, करीबन 9 इंच का. फिर दोनों 69 की अवस्था में आ गए. मोना उसके लम्बे लंड को मुँह में लेकर मुख मैथुन कर रही थी और आनन्द उसकी योनि का रसपान कर रहा था. दोनों दस मिनट तक इस अवस्था में रहे.
वो दोनों एक दूसरे को चुंबन करने लगे, उसके बाद आनन्द अपना लिंग मोना की योनि के पास रगड़ने लगा.
मोना- अब कितना तड़पाओगे जानू? डाल दो ना
आनन्द- तड़प में ही मज़ा है जान.. अभी तो थोड़ी देर लगेगी.
मोना- कितनी देर? अब यही तो बचा है.
आनन्द मोना के स्तन मसलते हुए बोला- थोड़ा सब्र रखो मेरी जान.
फिर उसने बैग में से एक पाऊच निकाला, उसमें जैम था. मोना देखकर हैरान रह गई और पूछने लगी- इसका क्या करोगे जानू?
आनन्द कुछ बोले बिना ही जैम को मोना के स्तनों पर लगाने लगा. जैम ठंडा होने की वजह से मोना मचलने लगी. आनन्द ने मोना के दोनों स्तनों को जैम से पूरा लाल कर दिया. फिर थोड़ा जैम उसकी योनि में भी लगा दिया. अब उसने मेरी बीवी का एक स्तन अपने मुँह में भरा और निप्पल चूसने लगा.. फिर पूरा स्तन मुँह में भर लिया. साथ ही वो अपने हाथ से मोना की योनि को मसलने लगा जिससे मोना मचलने लगी.
मोना- आह जानू, बहुत अच्छा लग रहा है… आह आह..
आनन्द- तुम्हारा पति कुछ नहीं करता इस तरह?
मोना- आह जानू, कभी भी नहीं.
आनन्द- औरत को खुश करना भी नहीं आता चूतिये को.
मोना- हम्म आह आआआह करते रहो.
ये देख कर मुझे ऐसा लग रहा था कि उसका इंटरेस्ट मुझसे थोड़ा कम हुआ है पर वो तो आने वाला वक्त ही बताएगा. फिर आनन्द ने मोना के दूसरे स्तन को मुँह में लिया और चूसने लगा. अपना एक हाथ पहले स्तन पर रख कर मसलने लगा. उसके हाथ गीले होने की वजह से स्तन पर फिसल से रहे थे. बाद में वो मोना के गले को चूमने लगा. मोना ने उसके बालों को कसके पकड़ लिया और अपना प्यार जताने लगी. फिर वो एक दूसरे को किस करने लगे.
आनन्द- अब तुमको असली सुख दूंगा जान.
मोना- जल्दी करो मेरे राजा.. मेरी मुनिया कब से तड़प रही है.
आनन्द ने अपने लिंग की नोक को मोना की योनि द्वार पर रख कर एक जोर का झटका दिया और आधा लिंग योनि में घुस गया.
मोना चीख पड़ी- आह मर गई जानू..
फिर आनन्द ने दूसरा धक्का दिया और पूरा लिंग चला गया योनि कि जड़ में उतर गया.
मोना चिल्लाने लगी- निकालो इसे आनन्द, मैं मर जाउंगी..
आनन्द थोड़ा रुक गया और मोना को स्मूच करने लगा. थोड़ा दर्द कम होने पर धीरे धीरे धक्के देने लगा. दो मिनट बाद मोना का दर्द कम हुआ. फिर उसने मोना को अपने लिंग के ऊपर बैठा दिया. धीरे धीरे नेहा को भी मज़ा आने लगा. वो उछल उछल कर आनन्द को साथ देने लगी.
मोना- आज पहली बार मेरी योनि में बड़ा मूसल ठीक से गया है और एडजस्ट भी हुआ है.. आह उम्म्ह… अहह… हय… याह… और तेज़ करो आनन्द.
आनन्द- आह आह आह उफ्फ..
मोना- यस फ़क मी हार्ड..
दस मिनट की चुदाई के बाद आनन्द ने लिंग को बाहर निकल कर मोना की योनि के ऊपर अपने वीर्य की पिचकारी डाली. फिर एक रूमाल से उसकी योनि को साफ किया.
आनन्द मोना के पास लेट गया और उसको किस किया. फिर बोला- मज़ा आया जान?
मोना- बहुत मज़ा आया जानू, तुमने तो मुझे जन्नत की सैर करा दी. आज तो ऐसा लग रहा था कि असली सुहागरात थी.
आनन्द- अभी सुहागरात पूरी कहां हुई.
मोना- मतलब? मैं अभी रवि से चुद कर आई हूं.. फिर तुमने चोदा.. क्या अब फिर से? मेरी चूत सूज जाएगी.. नहीं जानू.
आनन्द मोना की गांड पर एक चांटा मार कर बोला- इसका तो बाजा बजाना बाकी है.
मोना- नहीं आनन्द, गांड नहीं.. सुना है दर्द होता है.
आनन्द ने बिना कुछ बोले मोना को घोड़ी बनाया और अपना लिंग मोना की गांड पर रगड़ने लगा. फिर अपने बैग से एक क्रीम निकाल कर मोना की गांड के छेद पर लगाई, फिर अपने लिंग पर. मोना मना करती रही, पर उसकी एक ना सुनी.
आनन्द ने एक धक्का दिया तो थोड़ा ही लिंग अन्दर गया, इतने में तो मोना छटपटाने लगी.. जैसे मुर्गी कटने वाली हो.
मोना- ऊई माँ, मर गई जानू.
आनन्द ने थोड़ी देर बाद दूसरा धक्का दिया और पूरा लिंग घुसा दिया. थोड़ी देर तो ऐसा लगा कि मोना बेहोश हो गई.. पर फिर जोर से चीखी.
आनन्द- बहुत कसी हुई गांड है जान तेरी.. लगता है किसी ने नहीं मारी.
मोना- आह प्लीज निकालो इसे.. बहुत दर्द हो रहा है.
आनन्द धीरे धीरे धक्के लगाता रहा और उसका लिंग मेरी बीवी की गांड में एडजस्ट हो गया. अब तो मोना को भी मज़ा आने लगा. मोना भी अब गांड हिला कर आनन्द का साथ दे रही थी.
मोना- बहुत मज़ा आ रहा है जानू, अहह आआआह..
आनन्द- दर्द के बाद मज़ा ही होता है.
मोना- आआआआह… और तेज करो जानू.
आनन्द मोना की हिरनी जैसी पतली कमर को पकड़ कर तेज़ धक्के दे रहा था. हर धक्के पे मोना के चेहरे पर प्यास और बढ़ रही थी और थोड़ी सन्तुष्टि का भाव भी दिख रहा था.
फिर आनन्द ने मोना को दीवार के सहारे खड़ा किया और उसके स्तनों को पकड़ लिया. मोना के स्तनों को मसलते वापस वो उसकी गांड मारने लगा. कुछ मिनट बाद उसकी गांड में ही झड़ गया. उसके बाद गांड से लंड निकाल कर दोनों बाथरूम की और गए. मोना तो ठीक से चल भी नहीं पा रही थी.
दोनों ने एक दूसरे को रगड़ रगड़ के साफ किया और बेड पे आकर एक दूसरे से चिपक कर बातें करने लगे.
मोना- आज तो पागल बना दिया आनन्द तुमने. सच में आज पहली बार मेरी असली सुहागरात हुई.
आनन्द- तुम जैसी जवान और खूबसूरत लड़की के साथ संभोग करने मिला यही बहुत है. वैसे तुम्हारा पति चूतिया है ना?
मोना- क्यों?
आनन्द- तुम जैसी पटाखा माल और गोवा में भी मस्ती की बजाए ऑफिस जाता है.
मोना- मेरे लिए तुम तो हो ना.
फिर वो दोनों सो गए. मैं भी बीवी की चुदाई देख मुठ मार के सो गया.
प्रिय पाठको, बीवी की चुदाई की आगे की दास्तान अगले भाग में पूरी करूँगा. आपके मेल का इन्तजार रहेगा.
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