लेस्बो मकान-मालकिन की चूत की प्यास -2
पोर्न स्टोरी के पिछले भाग
लेस्बो मकान-मालकिन की चूत की प्यास-1
अब तक आपने पढ़ा..
मैं उसकी चूत को ज़ोर-ज़ोर से चाटने लगा और वो मेरा लण्ड ज़ोर-ज़ोर से चूस रही थी। मुझे भी मजा आ रहा था फिर उसकी चूत ने गरम-गरम पानी छोड़ दिया.. जिसे मैं पूरा चाट गया।
फिर मैं उसके ऊपर से खड़ा होकर अपना लण्ड उसकी चूत पर रगड़ने लगा।वो मुझे मना करने लगी और बोलने लगी- प्लीज़ अभी मैं लेट हो रही हूँ.. तुम्हें जो करना है.. आज रात को कर लेना।
मैं मान गया और अपना लण्ड उसके मम्मों के बीच में लगाकर रगड़ने लगा और वो भी मेरा ज़ोर-ज़ोर से साथ दे रही थी। वो एकदम पूरी रंडी की तरह मेरे लण्ड के साथ खेल रही थी।
अब आगे..
मेरा पानी निकलने वाला था.. तो मैंने अपना लण्ड उसके मुँह में दे दिया और सारा पानी उसके मुँह में छोड़ दिया।
वो मेरा सारा पानी पी गई और फिर मेरे लण्ड को चाट-चाट कर साफ़ कर दिया। अब वो मेरे सामने ही जाने के लिए तैयार होने लगी.. मैंने अपने कपड़े पहने और रात को चोदने की बोला..
तो वो बोली- हाँ यार चोद लेना.. आज के बाद तो मैं तुम्हारी रंडी हूँ.. तुम रात को जो चाहो सो कर लेना।
मैं रात के 8 बजे का इंतजार करने लगा.. आज मेरा टाइम ही नहीं कट रहा था.. मैं अपने मोबाइल में किरण और पूजा की लेस्बियन क्लिप को देखने लगा और मेरा लण्ड फिर से कड़ा हो गया।
कुछ देर बाद किसी ने मेरा दरवाजा नॉक किया.. तो मैंने बोला- खोलता हूँ।
जब दरवाजा खोलकर देखा तो सामने पूजा खड़ी थी।
मैंने बोला- बोलो.. क्या काम है?
तो बोली- मुझे मैथ्स में कुछ समझना है.. क्या मेरी हेल्प करोगे?
मैंने कहा- ओके.. आ जाओ।
वो मेरे कमरे में अन्दर आ गई और बिस्तर पर बैठ गई। उसके बाद मैं उसे उसकी प्रॉब्लम समझाने लगा। उस समय उसने रेड टॉप और ब्लू जीन्स पहन रखी थी। मेरी जब वो थोड़ा सा नीचे झुकी.. तो मुझे उसके टॉप में से उसके मम्मों की झलक मिली। उसने अन्दर ब्लैक ब्रा पहन रखी थी। मेरा लण्ड फिर से खड़ा होने लगा मेरी नज़र बार-बार उसके मम्मों पर जा रही थी।
फिर मेरी नज़र जब उसके मम्मों पर थी.. उसने मुझे देख लिया और सीधी होकर बैठ गई.. पर मेरे लण्ड को अब कहाँ चैन था.. वो तो पूरा खड़ा हो गया था।
पूजा की नज़र मेरे लोवर के उभार पर पड़ी.. तो वो भी बार-बार वही देखने लगी थी।
मैंने उसको देखा.. तो वो अपनी बुक में देखने लगी।
कुछ देर बार पूजा चली गई और मैं भी लेट गया। फिर से मैं 8 बजे का वेट करने लगा और ये 2 घन्टे कट ही नहीं रहे थे।
मैं उठा और मार्केट चला गया। फिर मैं अपने दोस्तों के पास चला गया और वहाँ अपने दोस्तों के साथ खाना ख़ाकर कमरे पर वापस आने को हुआ और जब मैंने मोबाइल निकाल कर टाइम देखा तो 9 बजने वाले थे.. तो मैं वहाँ से जल्दी से अपनी बाइक लेकर अपने कमरे पर आया और देखा.. तो किरण और पूजा दोनों बैठ कर टीवी देख रही थीं।
मैंने मकान मालकिन से पूछा- आज पूजा घर नहीं गई?
तो बोली- अभी पढ़ रही थी न.. फिर टीवी में सीरियल आने का टाइम हो गया.. तो देखने लगी।
मैं भी वहीं बैठ कर नाटक देखने लगा। कुछ देर बाद पूजा का भाई उसको बुलाने आया तो बोली- मैं नाटक देख कर आ रही हूँ।
पूजा उसके बाद 9.30 बजे घर चली गई।
मैं उठा और बाहर आया.. अपने कमरे को बंद किया और मैंने गेट को अन्दर से लॉक किया.. क्योंकि अब कोई और आने वाला नहीं था। मैं अन्दर गया और किरण से पूछा- अब पूजा तो नहीं आएगी न?
वो बोली- नहीं अब नहीं आएगी।
तो मैंने बोला- ठीक है.. पर मुझे पूजा को देखकर कुछ होने लगता है।
तो बोली- मुझे पता है।
मैंने बोला- कैसे?
तो उसने मुझे बताया कि पूजा बता रही थी।
मैंने पूछा- क्या?
तो वो बोली- आज जब तुम पूजा को मैथ्स पढ़ा रहे थे.. तो तुमने उसके मम्मों देखा.. और उसके बाद तुम्हारा लण्ड खड़ा हो गया था।
मैंने बोला- फिर क्या हुआ?
तो वो बोली- पूजा ने भी तुम्हारा लण्ड देखा..
मैं बोला- देखने दो.. कुछ दिन बाद वो मेरे लण्ड को अपने हाथ में भी लेगी और मुँह में भी लेगी और चूत में भी लेगी।
किरण हँस कर बोली- ठीक है..
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अब मैं उठा और मकान-मालकिन किरण के बिस्तर पर जाकर बैठ गया और उसके मम्मों को दबाने लगा।
बोली- आर्यन.. आराम से करो ना.. मैं कहीं भागी तो जा नहीं रही हूँ।
तो मैं लेट गया और उसको किस करने गया। मैं उसके होंठों को चूसने लगा अब वो भी मेरा साथ दे रही थी। मुझे तो जन्नत का मज़ा आ रहा था। फिर मैं उसके ऊपर आ गया और उसके होंठों को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा।
वो मेरा साथ दे रही थी.. फिर जब मैंने उसके होंठों छोड़े.. तो उसकी साँसें तेज हो रही थीं.. और वो चुदास से हाँफ़ रही थी।
मैं उसके चेहरे पर किस करने लगा और अपने दोनों हाथों से उसके मम्मों को दबा रहा था।
उसे भी मज़ा आ रहा था.. वो भी मेरा साथ दे रही थी।
उसके बाद मैंने उसकी साड़ी को हटाने के लिए उसको खड़ा किया और उसकी साड़ी को खोलने लगा।
उसकी साड़ी को उसके मम्मों से हटा कर मैं उसके ब्लाउज के ऊपर से उसकी चूचियों पर किस करने लगा। मैं किस करते-करते उसके पेट पर आ गया और उसने साड़ी को नाभि से नीचे बाँध रखी थी। मैं उसकी नाभि पर किस करने लगा और फिर उसकी सेक्सी नाभि में अपनी जीभ देकर चाटने लगा।
उसके मुँह से अब ‘एयेए.. एयेए.. हूउ..’ की आवाज़ आने लगी। फिर मैंने उसकी साड़ी को नीचे से भी खोल दिया।
अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्लाउज और पेटीकोट में खड़ी थी।
मैं भी खड़ा हुआ और उसके पीछे जाकर अपने लण्ड को उसकी गाण्ड में सैट किया और उसकी गर्दन को चूमने और चाटने लगा। मैं अपने हाथों से उसके मम्मों को दबा रहा था। उसके मुँह से लगातार ‘ हा.. उउउ.. आआ.. उउउ..’ की आवाज़ आ रही थी।
मैं उसको बिस्तर पर ले जाकर लेट गया और किस करने लगा। मैं उसके ब्लाउज के बटन खोलने लगा और उसके ब्लाउज के पूरे बटन खोल कर उसको अलग कर दिया, अब वो सिर्फ़ ऊपर काली ब्रा में थी.. क्या मस्त लग रही थी.. गोरे बदन पर काली ब्रा.. आह्ह..
मेरा लण्ड तो फुल खड़ा हो गया था..
मैंने उसके पेटीकोट का नाड़ा पकड़ा और खींच दिया, उसका पेटीकोट खुल गया और मैंने उसकी टाँगों को नीचे से उठा कर उसका पेटीकोट निकाल दिया।
नीचे भी उसने काली पैन्टी पहनी थी.. वो ब्रा-पैन्टी में बहुत सेक्सी लग रही थी। काली ब्रा और पैन्टी में उसका बदन गोरा होने के कारण उसके ऊपर काली ब्रा और पैन्टी बहुत मस्त लग रही थी।
फिर मैं उसकी सेक्सी जाँघों को चाटने लगा और किस करने लगा। मैंने उसे उल्टा किया और उसकी ब्रा को खोल दिया और उसकी कमर पर किस करने लगा।
अब मैं उसके चूतड़ों पर किस करने लगा.. फिर मैंने अपने कपड़े निकाल दिए और सिर्फ़ अंडरवियर में उसके ऊपर आकर उसको सीधा किया और उसके मम्मों को चूसने लगा।
उसके गुलाबी निप्पलों को चूस-चूस कर मैंने लाल कर दिया और उसके गोरे मम्मों को भी लाल कर दिया।
उसके मुँह से लगातार ‘आहह.. उउउ.. अओउउ.. एयेए..’ की आवाज़ आ रही थी। मैं उसकी पैन्टी के ऊपर से उसकी चूत पर अपनी फिंगर फिराने लगा। उसके मुँह से लगातार सिसकारी निकल रही थी और मेरी फिंगर उसकी चूत के अन्दर-बाहर हो रही थी।
फिर मैं उसको किस करते-करते नीचे आया और उसकी पैन्टी को निकाल कर उसे पूरी नंगी कर दिया।
किरण मेरे सामने पूरी तरह नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी। उसका सेक्सी बदन मेरे सामने पूरा नंगा था और उसकी चूत से उसका रस निकल रहा था।
वो पूरी तरह से गरम थी.. पर मैं उसे और तड़पाना चाहता था.. तो मैं नीचे झुक कर उसकी चूत को चाटने लगा। अपनी जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा।
वो बुरी तरह से ‘एयेए..आहह..’ कर रही थी और मुझे जन्नत का मज़ा आ रहा था। मैं बुरी तरह से उसकी चूत को चाट रहा था और अपनी जीभ से उसकी चूत को चोद रहा था।
वो ‘आ.. आअहह..एम्म्म..आहह..’ कर रही थी और मुझे गालियाँ दे रही थी, वो बोल रही थी- आर्यन और चाट.. मेरी चूत को खा जा साले.. बहनचोद कुत्ते!!
मैं बोला- अभी रुक मेरी रंडी.. तेरी आह फाड़ कर रख दूँगा।
मैं फिर से उसकी चूत को चाटने लगा।
वो मुझसे गाली देकर बोल रही थी- मादरचोद चाट.. और चाट.. खा जा मेरी चूत को.. बहन की लौड़ी.. साली बहुत दिन से परेशान कर रही है.. चाट मादरचोद और चाट..
मैं बोला- साली कुतिया.. बहन की लौड़ी.. तेरी माँ की चूत.. साली रंडी.. आज तुझे मैं अपनी रंडी बना कर रहूँगा.. और तेरी चूत मैं अपना मोटा लण्ड घुसा कर तुझे अपनी रंडी बना कर चोदूंगा..
फिर एकदम से उसका जिस्म टाइट होने लगा और उसने अपने हाथों से मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा दिया और अपना पानी छोड़ दिया।
मैं उसका पूरा पानी पी गया और उसकी चूत को चाट-चाट कर साफ़ कर दिया।
अब उससे रुका नहीं जा रहा था.. वो बोली- आर्यन मुझे चोद दो..
मैंने बोला- साली रंडी.. इतनी जल्दी तेरी चूत में आग लग गई.. आज तेरी चूत को पूरा मजा दूँगा.. बहुत दिनों से मुझे कोई चूत नहीं मिली थी।
बोली- हाँ.. मेरी ले लो..
मैं बोला- तू तो मेरी है ही.. अब तो तुझे जब मन करेगा.. जब चोदूँगा और तेरे साथ-साथ पूजा की चूत को भी लूँगा।
तो बोली- बहुत दिनों से मेरी चूत लण्ड के लिए तड़प रही है.. इसलिए मैं पूजा के साथ लेस्बियन करती हूँ.. और अपनी चूत की गर्मी शान्त करती हूँ।
मैं बोला- अब तुझे मैं रोज चोदूँगा..
बोली- प्लीज़ अभी तो जल्दी से मुझे चोद दो.. मुझसे रुका नहीं जा रहा.. साले हरामी.. जल्दी से अपना लण्ड घुसा दे.. मादरचोद.. मेरी चूत में.. अपनी माँ की उमर की औरत को चोद दे.. और बन जा मेरा राजा.. मुझे अपनी रंडी बना ले.. आज बहुत दिनों बाद मेरी चूत को लौड़ा मिलेगा.. साली कब से परेशान करती है..
मैं लौड़ा सहलाता हुआ बोला- ठीक है.. आ जा..
दोस्तो.. किरण की चूत की चुदाई का मंजर आपके सामने पूरा पेश करूँगा.. साथ ही पूजा की चूत को चौड़ा करने का प्लान भी है.. मेरे साथ बने रहिए!
आप ईमेल जरूर लिखिएगा।
कहानी जारी है।
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