मेरी चूत में केले वाले का लिंग
में शादीशुदा हूँ फिर भी दिखने में सेक्सी लगती हूँ और मेरा रंग गोरा, बाल एकदम काले और मेरी आखें एकदम भूरी है। मुझे देखकर कोई भी मुझे शादीशुदा नहीं कहता, क्योंकि में अपने शरीर पर बहुत ज्यादा ध्यान देती हूँ। दोस्तों मेरे पति से मेरी शादी कुछ साल पहले ही हुई और मेरे पति एक प्राइवेट कम्पनी में काम करते है। वो सुबह 9 बजे अपनी नौकरी पर चले जाते है और फिर शाम के 7 बजे तक वापस आ जाते है, तो घर का सारा काम और अपने पति की देखभाल में ही करती हूँ और में दिखने के साथ साथ एक बहुत ही सेक्सी औरत हूँ। मुझे सेक्स करना और नाईटडिअर डॉट कॉम पर सेक्सी कहानियाँ पढ़कर अपनी प्यासी चूत में उंगली करके झड़ना बहुत अच्छा लगता है। मैंने अब तक इस पर कुछ सालों में बहुत सारी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी और वो सभी मुझे बहुत अच्छी लगी। लेकिन दोस्तों मेरे पति 6-7 दिनों में केवल एक ही बार मेरी चुदाई करते है, जिसकी वजह से मेरी सेक्स करने की भूख कभी भी नहीं मिट पाती और में हमेशा प्यासी ही रह जाती हूँ, क्योंकि में बहुत जमकर चुदवाना चाहती हूँ और अपनी प्यासी चूत की खुजली मिटाना चाहती हूँ। दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक चुदाई की सच्ची कहानी सुनाने जा रही हूँ, जिसमे मैंने अपनी चूत को बहुत जमकर चुदवाया। यह कहानी अभी कुछ समय पहले की है जिसमे मैंने एक सब्जी वाले से अपनी चूत चुदवाई और अब में सीधी अपनी आज की कहानी पर आती हूँ।
दोस्तों हमारे मोहल्ले में घूम घूमकर सब्जी और फल बेचने वाले आते रहते है और उनमें से एक फल बेचने वाले का नाम मोहन था। वो हमेशा मुझसे बहुत ही मुस्कुराकर बात किया करता और कभी कभी मज़ाक भी कर देता था और वो दिखने में भी एकदम ठीक ठाक था। उसका बदन एकदम गठीला था। तो एक दिन मैंने उसे देखकर मन ही मन में सोचा कि क्यों ना में मोहन को थोड़ा सा अपनी तरफ आकर्षित कर दूँ तो हो सकता है कि शायद मेरी बात बन जाए और मुझे उसके लंड से चुदवाने का मौका मिल जाए और मेरे मोहल्ले के सभी लोग मेरे पति को बहुत अच्छी तरह से जानते पहचानते थे इसलिए मुझे इस बात का डर था कि अगर मैंने मोहल्ले में किसी के साथ चुदवाया तो मेरे पति को पता चल जाएगा। वैसे हमारे मोहल्ले में ज़्यादातर नौकरी करने वाले ही रहते थे और सुबह 10 बजे के बाद हमारे मोहल्ले में एकदम सन्नाटा हो जाता था। तो एक दिन में मोहन का बहुत इंतज़ार करने लगी और करीब 11 बजे मुझे मोहन की आवाज़ सुनाई पड़ी। केले ले लो केले।
तो वो जब मेरे घर के सामने आया तो मुझसे बोला कि क्यों मेडम केले चाहिए? आज मेरे पास बहुत ही लंबे और मोटे केले है। तो मैंने कहा कि लेकिन तुम पहले मुझे अपने केले तो दिखाओ और वो मेरे पास आया और उसने अपने सर से फल की टोकरी को उतारकर ज़मीन पर रख दिया और फिर उसने मुझे एक बहुत बड़ा केला दिखाते हुए कहा कि मेडम जी आप तो यह केला ले लो। यह बहुत ही लंबा, अच्छा है आज आपको मज़ा आ जाएगा। तो मैंने मुस्कुराते हुए सेक्सी अंदाज़ में उससे कहा कि मोहन यह केला तो बहुत मुलायम है, मुझे तो एकदम टाईट और बहुत बड़ा और मोटा केला चाहिए। तो उसने मुझे दूसरा केला दिखाते हुए कहा कि तो फिर मेडम जी आप यह ले लो। फिर मैंने कहा कि मुझे कोई स्पेशल केला दिखाओ, जिसे एक बार देखकर मेरा मन उसे लेने को पागल हो जाए। में उसकी हर बात का बहुत मुस्कुराकर जवाब दे रही थी और अब वो मुझसे बहुत खुश था। तो उसने दूसरा केला निकाला और मुझे दिखाते हुए बोला कि तो फिर आप इसे ले लो। दोस्तों उस समय मोहन ने निक्कर और बनियान पहनी हुई थी और मुझे उसके निक्कर के ऊपर से ही उसका लंड महसूस हो रहा था और वो ऊपर से देखने में ही मुझे लगा। उसका लंड करीब 9 इंच से कम लंबा नहीं होगा। फिर मैंने शरारती अंदाज में उसके लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा कि तुमने तो वहाँ पर एक स्पेशल केला छुपाकर रखा है, क्या उसे नहीं दिखाओगे? तो वो बोला कि आप मज़ाक कर रही है। तो मैंने कहा कि में मज़ाक नहीं कर रही हूँ और फिर वो शरमाते हुए बोला कि में यह केला यहाँ पर कैसे दिखा सकता हूँ? तो मैंने इधर उधर देखा तो आस पास कोई नहीं था और फिर मैंने एकदम मोहन से कहा कि तुम अंदर आ जाओ और मुझे अपना केला दिखाओ। तो वो मेरे पीछे पीछे मेरे घर के अंदर आ गया और मैंने दरवाज़ा बंद कर लिया और फिर मैंने उससे कहा कि हाँ अब तुम मुझे अपना वो केला दिखाओ। तो वो बोला कि मेडम जी यह केला बिल्कुल भी आपके लायक नहीं है क्योंकि यह बहुत ही बड़ा और मोटा है और फिर मैंने कहा कि हाँ यह तो और भी अच्छी बात है क्योंकि मुझे बड़ा केला ही चाहिए।
तो उसने शरमाते हुए अपना लंड अपने निक्कर से बाहर निकाला और बोला कि लो मेडम जी देख लो। तो मैंने उसे देखकर कहा कि वाह यह तो बहुत ही अच्छा केला है। मुझे तुम्हारा यह केला बहुत पसंद है और अब मुझे यही केला चाहिए। तो वो बोला कि नहीं मेडम जी आपको बहुत दर्द होगा। मैंने कहा कि लेकिन बाद में मज़ा भी तो आएगा। तो वो बोला कि हाँ मज़ा तो बहुत आएगा, लेकिन यह केला खाने से आपकी चूत फट सकती है? क्योंकि मैंने जब सुहागरात को अपनी बीवी को यह केला खिलाया था तो वो दूसरे ही दिन मायके चली गयी और फिर आज तक लौट कर नहीं आई, उसकी चूत कई जगह से फट गयी थी। तो मैंने कहा कि हाँ में तो बहुत दिनों से ऐसा ही केला खोज रही थी, जो एक ही बार में मेरी चूत को शांत कर सके और उसे फाड़कर भोसड़ा बना दे, तो वो बोला कि आप एक बार और सोच लो, क्योंकि में आपको इस केले का मज़ा देने के लिए तैयार हूँ, लेकिन उसके आगे आपकी मर्ज़ी। फिर में मोहन के नज़दीक गई तो उसके बदन से बदबू आ रही थी। मैंने कहा कि तुम्हारे बदन से तो बदबू आ रही है पहले तुम नहा लो, उसके बाद में तुम्हारे इस केले का स्वाद चखूँगी। तो वो बोला कि ठीक है आप मुझे कोई अच्छी सी खुश्बू वाला साबुन दे दो। तो मैंने उसे एक बहुत अच्छा खुश्बूदार साबुन दे दिया और वो उठकर बाथरूम में नहाने चला गया।
तो में भी उसके पीछे पीछे बाथरूम तक चली गयी और उसने अपनी बनियान और निक्कर उतार दी और नहाने लगा। में उसे देखती रही, उसने जब अपने लंड पर साबुन लगाकर उसे बहुत रगड़ा तो उसका लंड एकदम टाईट हो गया। में उसके 9 इंच लंबे और बहुत ही मोटे लंड को देखती ही रह गई और मेरे बदन में उसके लंड को देखकर एकदम आग सी लगने लगी और फिर मैंने बाथरूम में अंदर जाकर उससे कहा कि लाओ में तुम्हारे इस केले पर साबुन लगा देती हूँ। तो उसने मुझे वो साबुन देते हुए कहा कि हाँ लो आप ही लगा दो और फिर मैंने उसके लंड पर साबुन लगाना शुरू कर दिया। में उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे करके साबुन लगाने के बहाने मुठ मार रही थी और थोड़ी ही देर में उसके लंड का जूस निकलने लगा। तो मैंने उससे कहा कि क्यों तुम्हारे लंड का जूस तो बहुत ही जल्दी निकल गया? तो वो बोला कि मेरे लंड पर किसी औरत ने अपना हाथ लगभग एक साल बाद लगाया है और इसलिए में बहुत जोश में आ गया था, लेकिन अब इसका जूस जल्दी नहीं निकलेगा।
फिर मैंने पूछा कि अब तुम्हारे लंड का जूस कितनी देर में निकलेगा? वो बोला कि अब तो इसे लगभग एक घंटा लगेगा। तभी मैंने उससे कहा कि अब तुम जल्दी से नहाकर बाहर आ जाओ और मुझे अपने केले का स्वाद चखने का मौका दो। तो वो बोला कि मेडम बस में अभी बाहर आता हूँ और 5 मिनट में ही वो नहाकर एकदम नंगा मेरे बेडरूम में आ गया और अब उसका बदन पानी से गीला और खुशबू से महक रहा था। मैंने उसका लंड अपने हाथ से सहलाना शुरू कर दिया और थोड़ी देर के बाद मैंने उसका लंड अपने मुहं में ले लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी। तो वो कुछ देर के बाद मुझसे बोला कि मेडम जी अगर आप कहें तो में एक बार आपकी चूत को अपनी जीभ से चाट लूँ? मैंने कहा कि तब तो और भी ज्यादा मज़ा आएगा, रुको में लेट जाती हूँ और तुम मेरे ऊपर आ जाओ। तो में एकदम चित्त होकर लेट गयी और वो मेरे ऊपर 69 की पोज़िशन में आ गया। मैंने उसका लंड मुहं में लेकर चूसना शुरू कर दिया और वो मेरी चूत को चाटने लगा। लेकिन जैसे ही उसने अपनी जीभ को मेरी चूत पर लगाई तो मेरे बदन में सनसनी सी होने लगी और में सिसकियाँ भरते हुए उसके लंड को तेज़ी के साथ चूसने लगी।
फिर दो मिनट के बाद ही मेरी चूत एकदम गीली हो गई। में बड़े प्यार से मोहन का लंड चूस रही थी। वो बोला कि मेडम जी अब आपकी चूत गीली हो चुकी है और अब अगर आप कहें तो में आपकी चुदाई शुरू कर दूँ? तो मैंने कहा कि नहीं अभी और थोड़ी देर तक मेरी चूत को चाटो, फिर उसके बाद मेरी चुदाई करना और वो फिर से मेरी चूत को चाटने लगा। करीब 5 मिनट के बाद में झड़ गई और फिर मैंने उससे कहा कि अब तुम मेरी चुदाई करो। तो वो मेरे दोनों पैरों के बीच में आ गया और उसने मेरे चूतड़ के नीचे दो तकिये रख दिए जिसकी वजह से मेरी चूत एकदम ऊपर उठ गयी और उसके बाद उसने एक पका हुआ केला लेकर मसल डाला और केले का थोड़ा सा गूदा मेरी चूत पर लगा दिया। तो मैंने उससे कहा कि तुम यह क्या कर रहे हो? वो बोला कि बस आप चुपचाप देखती जाओ, में आज क्या क्या करता हूँ? और फिर उसने थोड़ा सा केले का गुदा अपने पूरे लंड पर लगा लिया और उसके बाद उसने अपने लंड का सुपड़ा मेरी चूत के होंठो को फैलाकर बिल्कुल बीच में रख दिया और बोला कि अब केले के गुदे की वजह से मेरा यह लंबा और मोटा लंड पूरा का पूरा आपकी चूत में बहुत आसानी से घुस जाएगा।
तो उसने अपना लंड धीरे धीरे मेरी चूत के अंदर दबाना शुरू कर दिया और उसका लंड बहुत आराम से फिसलते हुए मेरी चूत में घुसने लगा। लेकिन मुझे हल्का हल्का दर्द होने लगा और जैसे ही उसका लंड मेरी चूत में लगभग 5 इंच तक घुसा तो मुझे बहुत ज़्यादा दर्द महसूस होने लगा और मेरे मुहं से चीख निकलने लगी अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मोहन अऊह्ह्ह्हह्ह आईईईईइ थोड़ा धीरे प्लीज बहुत दर्द हो रहा है। तो वो बोला कि मेडम जी बस थोड़ा और सब्र करो, अब यह आपकी चूत में पूरा का पूरा बड़ी आसानी से घुस जाएगा और उसने अपने लंड को मेरी चूत पर दबाना लगातार जारी रखा। लेकिन अब दर्द के मारे मेरा बहुत बुरा हाल था, मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई गरम लोहा मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर घुसता जा रहा हो। मेरा सारा बदन थर-थर काँपने लगा और मेरी टाँगें जवाब देने लगी और जब उसका पूरा का पूरा लंड मेरी चूत के अंदर घुस गया तो मैंने मोहन से रुक जाने को कहा और फिर वो रुक गया। अब वो मेरे बूब्स को मसलते हुए मुझे चूमने लगा और थोड़ी ही देर बाद जब मेरा दर्द कुछ कम हो गया तो मैंने कहा कि अब तुम बहुत ही धीरे धीरे अपना लंड मेरी चूत के अंदर बाहर करो वर्ना मेरी चूत फट जाएगी और फिर वो अपना लंड मेरी चूत में धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा, लेकिन मुझे फिर से दर्द होने लगा और में दर्द के मारे चीखने चिल्लाने लगी अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मोहन प्लीज थोड़ा धीरे करो आईईईइ माँ बचाओ मुझे उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ और मेरा सारा बदन पसीने से नहा गया था और वो 5 मिनट तक बहुत ही धीरे धीरे अपना लंड मेरी चूत के अंदर बाहर करता रहा और अब मेरा दर्द कुछ कम हो चुका था और मुझे मज़ा आने लगा था।
फिर दो मिनट के बाद ही में झड़ गई, तो मैंने मोहन से कहा कि अब तुम जिस तरह से चाहो मेरी चुदाई करो, में तुमसे कुछ भी नहीं कहूंगी और फिर उसने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया और ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाने लगा। अब मुझे और ज़्यादा मज़ा आने लगा और में अपना चूतड़ उठा उठाकर मोहन का साथ देने लगी। मुझे एकदम ज़न्नत का मज़ा मिल रहा था जो कि मुझे आज तक कभी नहीं मिला। वो मेरे बूब्स को मसलते हुए मेरी चुदाई कर रहा था। दस मिनट और चुदवाने के बाद जब में फिर से झड़ गयी तो उसने अपने लंड को मेरी चूत के बाहर निकाल लिया। तो मैंने उससे पूछा कि अब क्या हुआ? तो वो बोला कि अब में अपना लंड और आपकी चूत को साफ कर देता हूँ और फिर से आपकी चुदाई करूँगा और अब इस केले के गुदे का कोई काम नहीं है। वो तो मैंने अपना यह लंबा और मोटा लंड आपकी चूत में आसानी से घुसाने के लिए लगाया था। तो उसने बेड की चादर से मेरी चूत को साफ कर दिया और फिर अपने लंड को साफ करने लगा। उसके बाद उसने अपने लंड को फिर से मेरी चूत में धीरे धीरे घुसना शुरू कर दिया। मुझे फिर से दर्द होने लगा, लेकिन मैंने उसे नहीं रोका और धीरे धीरे उसने अपना पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में घुसा दिया और मुझे धीरे धीरे धक्के देकर चोदने लगा और दस मिनट तक चुदवाने के बाद में फिर से झड़ गयी तो उसने मुझे डॉगी स्टाइल में कर दिया।
फिर उसके बाद उसने अपना पूरा का पूरा लंड एक ही झटके से मेरी चूत में डाल दिया। मेरे मुहं से ज़ोर की चीख निकली लेकिन वो फिर भी नहीं रुका। वो मुझे एकदम आँधी की तरह से चोदने लगा और सारा बेड ज़ोर ज़ोर से हिलने लगा। रूम में छप-छप और धप-धप की आवाज़ गूँज रही थी, में जोश से पागल सी हुई जा रही थी और मैंने और तेज, और तेज कहना शुरू कर दिया था और मोहन ने भी मेरी आवाज़ सुनकर बहुत ही जोरदार धक्के लगाते हुए मेरी चुदाई करनी शुरू कर दी और अब उसके हर धक्के से मेरे बदन का सारा का सारा जोड़ हिल रहा था। वो बहुत ही बुरी तरह से मेरी चुदाई कर रहा था। में भी पूरे जोश के साथ मोहन से चुदवा रही थी और करीब 10-15 मिनट की चुदाई के बाद में फिर से झड़ गई तो उसने फिर से अपना लंड मेरी चूत के बाहर निकाल लिया और मुझे बेड के किनारे पर लेटा दिया और उसके बाद वो मेरी टाँगों के बीच में आकर ज़मीन पर खड़ा हो गया और मेरी चुदाई करने लगा और अब वो मेरे दोनों बूब्स को मसलते, दबाते हुए मुझे बहुत ही तेज़ी के साथ धक्के देकर चोद रहा था और मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था और मेरे मुहं से ऊहहआअहह और तेज, हाँ और तेज, हाँ आज फाड़ दो मेरी चूत को की आवाज़ निकलने लगी।
तो वो भी पूरा जोश और दम लगाकर मेरी चुदाई कर रहा था। इसी तरह से उसने मुझे लगभग 45 मिनट तक चोदा और फिर मेरी चूत में ही झड़ गया और उसके साथ ही साथ में भी झड़ गई। वो मेरे ऊपर लेट गया और मुझे चूमने लगा, लेकिन अब हम दोनों की साँसें बहुत तेज चल रही थी और में इस चुदाई के दौरान 5 बार झड़ चुकी थी और आज मुझे पहली बार चुदवाने का वो मज़ा मिला जिसका में बरसों से इंतज़ार कर रही थी और थोड़ी ही देर के बाद जब उसका लंड मेरी चूत में एकदम ढीला पड़ गया तो उसने अपना लंड झट से बाहर निकाल लिया और एकदम मेरे ऊपर से हट गया। उसने अपने कपड़े पहन लिए और बोला कि अब में अपने धंधे पर जा रहा हूँ। फिर मैंने उससे कहा कि अब तुम हर रोज आकर मेरी चुदाई ज़रूर करना, मुझे तुम्हारा चुदाई करने का तरीका बहुत अच्छा लगा तो वो बोला कि मुझे भी आज आपकी चुदाई करने में वो मज़ा आया है कि उसे शब्दों में नहीं बता सकता और अब में रोज ही आपकी चुदाई करूँगा। उसने मुझे कुछ फल दिए और कहा कि आप इसको खा लेना बदन में ताक़त आ जाएगी और आपकी यह सारी थकान मिट जाएगी। में आपका साबुन अपने घर ले जाता हूँ, कल से में घर से ही नहाकर आऊंगा और फिर से आपकी चुदाई करूँगा। तो उसके बाद वो चला गया, लेकिन उसके दूसरे दिन से ही में उससे लगातार एक महीने तक रोज चुदवाती रही और बहुत मज़े लेती रही। फिर एक दिन चूत मरवाने के बाद मैंने मोहन से कहा कि अब में तुमसे अपनी गांड भी मरवाना चाहती हूँ तो वो मेरी यह बात सुनकर बहुत ही खुश हो गया और मोहन से पहली बार गांड मरवाने के बाद में तीन चार दिनों तक ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। लेकिन उसके बाद में मोहन से आराम से गांड भी मरवाने लगी और अब मुझे उससे गांड मरवाने में भी बहुत मज़ा आता है। वो हर रोज ही मेरे पास आता और तरह तरह की स्टाइल में मेरी बहुत ही बुरी तरह से चुदाई करता था और अब वो लगभग एक घंटे के बाद ही झड़ता था और वो मेरी गांड भी बहुत ही बुरी तरह से मारता था। लगभग एक महीने तक मैंने मोहन से चूत और गांड दोनों ही मरवाई, लेकिन उसके बाद वो अपने गावं वापस चला गया और मुझे मोहन के लंड से चुदवाने में जो मज़ा आया, वो मज़ा मुझे अब तक नहीं मिला और ना ही मोहन के जैसा लंबा और मोटा लंड मिला ।।
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