भैया ने रगड़ डाला – Sex Kahani & Antarvasna Story

भैया ने रगड़ डाला – Sex Kahani & Antarvasna Story

हाय दोस्तों, मेरा नाम दीपिका है, मैंने अभी अभी एक कंपनी ज्वाइन कियाहै और ट्रेनिंग के लिए पुणे आना पड़ा. मैं अपना परिचय दे दूँ, मैं २३ साल की एक जवान लड़की हूँ, मॉडर्न ख्यालो की खूबसूरत और सेक्सीलड़की, मेरा बदन पूरा भरा हुआ है, ३८ के तरबूज के साइज की चूचियां है, गदराया हुआ बदन और ४० की भरी हुई चौड़ी गांड है. कुलमिलाकर कोई देखले तो बिना मुठ मारे नहीं रह सकता.

पुणे में मेरे एक ममेरे भैया है, ३२ साल की उम्र है. उन्होंने मेरी पढाई में काफी हेल्प की थी. मैं उन्ही के पास जाकर रूक गयी. वोह बहुत अच्छे है और मैं उन्हें बहुत पसंद करती हूँ. मैं घर में हमेशा छोटे कपडे पहनती हूँ. एक टाइट टीशर्ट और छोटी सी निकर. जिसमे मेरा बदन पूरी तरह से दीखता है. यह मस्त जिस्म भैया की भी नींदे उड़ा राखी थी. एक बार मैं नहा रही थी तो मुझे लगा मुझे कोई देख रहा है, मैं समझ गयी की भैया ही होंगे. मैंने भी नंगी होकर पूरा नजारा दिखाया भैया को. अपनी बड़ी बड़ी चूचियों को खूब मसला और गांड के दर्शन कराये.

मेरे नहाने के बाद भैया बाथरूम में गए और मूठ मरने लगे. भैया का लण्ड ८” लम्बा था और ३” चौड़ा. मैंने सुना वह मेरा नाम लेकर मूठ मार रहे है.

भैया: अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह दीपिका, मेरी जान तेरी बूर में यह लण्ड घुसा दूँ. चूचियों को दबा दबा कर चोदूंगा.. उफ्फफ्फ्फ़ जानेमन क्या गांड है.

भैया बहुत तेजी से मेरे नाम की मूठ मार रहे थे और थोड़ी देर में झड गए. मैं तो देख कर डर गयी, की भैया कही सही में मुझे चोद न दे.

दिवाली की छुट्टियों से पहले ऑफिस में फंक्शन था, जिसमे मैंने साडी पहनी थी. मैं उस साड़ी में काफी सेक्सी लग रही थी. ब्लू कलर की ट्रांसपेरेंट साड़ी थी, साथ में बैक पूरा खुला हुआ था. ब्लाउज का बड़ा काफी बड़ा था, आधी से ज्यादा चूचियां दिख रही थी. फंक्शन के बाद मैं घर के लिए निकली, पर इतनी बारिश हो रही थी, की मैं पूरा भींग गयी.

जब घर पहुंची तो देखा, भैया दारु पी रहे थे. उन्होंने मुझे ऊपर से निचे तक देखा. मेरा बदन पानी से भींग चूका था, चूचियां ब्लाउज से चिपक गयी थी. मैंने देखा की भैया के पैंट में तम्बू बना हुआ है.

भैया: अरे दीपिका, तुम तो पूरी भींग गयी हो. आओ बैठो
दीपिका: हाँ भैया

फिर उन्होंने मुझे अपने पास बैठा लिया.
भैया: दीपिका, एक पेग लगा लो, ठंड नहीं लगेगी.
दीपिका: नहीं भैया, मैं ठीक हूँ.

भैया ने बहुत जोर दिया तो मैं भी पिने लगी भैया के साथ. भैया को नशा चढ़ा हुआ था. २-३ के बाद मैं भी होश खोने लगी.

भैया: दीपिका, आज तो बहुत सेक्सी लग रही हो.
मैं: क्या भैया आप भी झूठ बोल रहे हो.
भैया: नहीं रे सच में गजब की माल लग रही हो.
मैं: थैंक्यू भैया

भैया: दीपिका, तेरी चूचियां तो बहुत बड़ी बड़ी हो गयी है, तरबूज के सामान.
मैं: हाँ भैया बहुत बड़ी हो गयी, सँभालने में दिक्कत होती है.
भैया: हाँ वह तो है, पर यहाँ कैसी शर्म

मैंने देखा भैया मेरी चूचियों को देख रहे थे, मेरा पल्लू साइड हो गए थे, और भैया को पुरे चूचियों के दर्शन हो रहे थे. भैया ने म्यूजिक लगाया और मेरे साथ डांस करने लगे. उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया और डांस करने लगे. मुझे अब थोड़ा अजीब लगने लगा. थोड़ी देर में उनका हाथ मेरी गांड में था, जिसे वह दबा रहे थे.

भैया: दीपिका, क्या गांड है तेरी, बिलकुल भरी हुई.
दीपिका: भैया अब मैं सोने जाती हूँ.
भैया: रुको सिस्टर, अपनी चूचियों के दर्शन तो करवाओ पहले.

उन्होंने ब्लाउज के ऊपर से चूचियों को दबाने लगे. उनको काफी चढ़ गयी थी.

मैं: भैया आप कण्ट्रोल में नहीं है. मैं आपकी बहन हूँ,
भैया: साली तेरी जैसे माल के लियेतो मैं बहनचोद बन जाओ.

मैंने भैया से छूट कर भागने लगी, पर भैया ने मुझे दबोच लिया और मेरे बदन से मजा लेने लगे.
दीपिका: भैया छोड़ दो.
भैया: साली आज इस गदराये बदन का पूरा मजा लूँगा. बहुत खड़ा किया है मेरे लण्ड को तेरी गांड ने और इन चूचियों ने.

मैं समझ गयी की आज चुदाई तो पक्की है. पर मैं बचने की कोशिश कर रही थी. पर भैया ने मेरा ब्लाउज एक ही झटके में फाड़ दिया, सारे बटन टूट कर गिर गए, और मेरी चूचियां नंगी हो गयी भैया के सामने. जिसे देखते ही भैया पागल हो गए और चूचियों को चूसने लगे और खूब दबाने लगे.

मैं: भैया छोड़ दो प्लीज, मैं आपकी बहन हूँ.
भैया: आज तो तू चुदेगी साली, सोचले मर्जी से चुदना है या फिर रेप करवाना है.

मैं कुछ सोच पति उससे पहले भैया ने मुझे पीछे किया और मेरी साड़ी उठा कर चड्डी उतर दी. फिर उन्होंने अपना मोटा लण्ड मेरी बूर में सटा दिया और एक झटके में अपना लण्ड उतर दिया.

मैं: अह्ह्ह्हह भैया, यह क्या किया अपने, अपनी बहन को ही चोद दिया.
भैया: मेरी सेक्सी बहन, ऐसे जिस्म का मजा ही कुछ और है.

मेरी बूर फट चुकी थी, और मेरी चुदाई स्टार्ट हो गयी. भैया डोग्गी स्टाइल में मेरी चुदाई कर रहे थे. चूचियों को दबा दबा कर अपना लण्ड बूर में पेल रहे थे.

भैया: आह्हः दीपिका, क्या गांड है साली, जब लण्ड से टकरा रही है तेरी भारी गांड तो मजा दुगुना हो रहा है. उफ्फ्फ्फ़..
मैं: भैया छोड़ दो अभी भी कुछ नही हुआ है.
भैया: अब तो चुदाई स्टार्ट हो गयी है तेरी, बहुत अपने चूचियों के दर्शन करवाए है तुमने और बहुत गांड मटका के चलती थी. तुम्हारी गांड भी मरूंगा मैं.

फिर भैया ने मुझे अपने बेड पर फेंक दिया और मेरे ऊपर चढ़ गए. लण्ड को फिर बूर के निशाने में लिया और पूरा घुसा दिया..

मैं: अह्हह्ह्ह्ह .. उईईई..

भैया ने १ घंटे मुझे छोड़ा फिर मेरे बूर में झड गए. थोड़ी देर बाद जब उनको होश आया तो अपनी गलती का एहसास हुआ.

भैया: सॉरी दीपिका, मुझे माफ़ कर दो, मुझसे नशे में क्या हो गया.
मैं: भैया चुदवाना तो मैं भी चाहती थी, मुझे बहुत मजा आया.
भैया: सच में
दीपिका: हाँ भैया

फिर मैंने भैया का लण्ड चूसकर खड़ा किया. भैया मेरी चूचियों को दबा रहे थे. उसके बाद फिर हमारी चुदाई शुरू हो गयी. भैया ने उस रात मुझे सोने नहीं दिया, ६ बार दमदार चुदाई की मेरी.

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