डर से बना कुत्ता
तन्हा आवारा
नमस्कार दोस्तो,
मेरा नाम जय है, मेरा लंड 7 इंच का है, ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश में रहता हूँ, अन्तर्वासना पर कहानियाँ मैं पिछले 4 साल से पढ़ता आ रहा हूँ।
मैं आपको अपनी जिन्दगी का पहला अनुभव बताने जा रहा हूँ, आशा करता हूँ जो आप सब को पसंद आएगा।
ठंड के मौसम की बात है, मेरे पड़ोस में एक लड़की रवीना रहती थी, वैसे तो उसकी चार बहनें और एक छोटा भाई था। उसकी उम्र 21 थी, वो क्या कमाल की दिखती थी, बिल्कुल परी उसका फिगर 34-30-38 होगा, उसकी मोटी मोटी जांघें और गांड देखकर मोहल्ले के सभी लड़कों के लंड सलामी देने लगते थे।
मेरे और उसके घर के बीच में एक दीवार थी। उसके छत पर कपड़े डालने के लिए एक डोरी बन्धी थी जो आधी मेरे छत पर भी आती थी। वो उस पर रोज अपने कपड़े सुखाने के लिए डालती थी, उन कपड़ों में उसकी ब्रा भी रहती थी। मेरी छत पर दो कमरे हैं जिसमें से एक मेरा है ओर एक स्टोर है।
तो मैं अकसर उसकी ब्रा बाथरूम में ले जाकर उससे अपने लन्ड पर मूठ मार देता था। शायद उसको एक दिन शक हो गया कि कोई उसकी ब्रा के साथ छेड़खानी करता है। जब मैंने अगले दिन रात को उसकी ब्रा लेने की क़ोशिश की तो मुझे नहीं पता था कि वो मुझे छुप कर देख रही है।
जैसे ही मैंने उसकी ब्रा उठाई, उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। उस समय मैं बहुत डर गया, वो मुझे बहुत गुस्से से देख रही थी और कहने लगी- तेरी मम्मी से जाकर अभी बोलती हूँ !
मैं बहुत डर गया, मैंने उससे कहा- प्लीज, मेरी मम्मी से मत कहना।
मैंने उसके पैर पकड़े और कहा- तुम्हें जो चाहिए वो ले लो !
पहले तो उसने मुझे बहुत डराया, फिर कहा- जो मैं बोलूँगी, वो करेगा?
तो मैंने कहा- जो बोलोगी, वही करूँगा।
तो उसने कहा- कल दिन में 1 बजे तू मेरे घर आ जाना।
मैंने कहा- ठीक है।
जब मैं अगले दिन उसके घर गया तो मैं यह देखकर चौंक गया कि वह घर पर अकेली थी, उसके भाई और बहनें स्कूल गये थे और पापा काम पर और मम्मी रिश्तेदार के यहाँ गई थी। उसने सूट पहना हुआ था, उसके बड़े बड़े बूब्स क्या लग रहे थे, लग रहा था अभी उसे जाकर पेल दूँ।
उसे देखकर मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा।
वो बोली- मेरे पास आ !
मैं उसके पास गया तो उसने मुझसे कहा- पहले डॉग बन !
उसने कहा- डॉग बन, नहीं तो कल रात की बात तेरी मम्मी को बता दूँगी।
मैं डर गया और कुत्ते की तरह बन गया।
फिर उसने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और कहा- मेरी चूत को चाट !
मैं उसकी चूत को चाटने लगा।
फिर उसने कहा- अब मेरी गांड चाट और उसमें उंगली डाल।
मैंने वैसा ही किया जैसे उसने मुझे कहा।
फिर उसने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए और बोली- तेरा लंड तो बहुत बड़ा है। तभी तू मेरी ब्रा को पूरी तरह से खराब कर देता है?
और मेरे लंड पर भूखी शेरनी की तरह टूट पड़ी, मेरे लंड को पूरा मुँह में ले लिया। यह मेरा फर्स्ट टाइम सेक्स था इसलिए मुझे अजीब लग रहा था, और मैं जल्दी झड़ गया। पर वो नहीं रुकी, उसने मेरा पूरा माल निगल लिया।
फिर उसने मुझसे कहा- मेरे बूब्स को ज़ोर से दबा कर चूस।
मैंने ऐसा ही करना शुरु कर दिया, उसके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थी।
थोड़ी देर बाद फिर से मेरा लंड खडा हो गया। फिर उसने कहा- अब मुझसे रहा नहीं जाता, फाड़ दे मेरी चूत को अपने तलवार जैसे लंड से !
मुझे जोश आ गया, फिर मैंने उसकी चूत के छेद पर अपना लंड टिकाया और थोड़ा सा धक्का दिया तो मेरा लंड 3 इंच अंदर गया जिससे उसे थोड़ा सा दर्द हुआ और बोली- बहुत दर्द हो रहा है।
फिर मैंने एक जोर का झटका लगाया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया।
उसके मुँह से बहुत आवाज़ आ रही थी, पूरा कमरा उसकी आवाज़ से गूँज रहा था।
कुछ देर के बाद तो उसके मुँह से सिसकारियों की आवाज़ निकलने लगी- आ आहं !
इसलिए मैंने उसके होठों पर फ्रेंचकिस करना शुरु कर दिया और नीचे उसकी चूत में अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था।
मैं उसे तब तक किस करता रहा जब तक मैं झड़ नहीं गया मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में गिरा दिया।
फिर हम दोनों किस करने लगे, 10 मिनट बाद फिर से मेरा लंड ख़ड़ा हो गया।
मैंने उससे कहा- अबकी बार मैं तुम्हारी गांड मारूँगा।
पहले तो उसने कहा कि बहुत दर्द होगा पर थोड़ा जोर देने के बाद वो मान गई।
मैंने उससे कहा- जाकर कोल्ड क्रीम ले आ !
वो तुरंत जाकर अलमारी में से कोल्ड क्रीम ले आई।
फिर मैंने थोड़ी सी कोल्ड क्रीम निकाल कर उसकी गांड के छेद पर लगा दी उसके बाद मैंने अपने लंड पर भी कोल्ड क्रीम लगा दी। जिससे लंड गांड में आसानी से चला जाए। फिर मैंने उससे कहा- अब तू कुतिया बन !
मैं अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रख कर अंदर करने की क़ोशिश करने लगा परंतु उसकी मोटी गांड बहुत टाइट थी जिसमें मेरा लंड आसानी से नहीं घुस रहा था। मैने लगातार दबाव बनाया, एक ज़ोर का झटका लगाया जिससे मेरा आधा लंड उसकी गांड में समा गया।
वह दर्द से चिल्ला उठी और मुझे बोलने लगी- कुत्ते, बाहर निकाल !
उसकी आँखों से आँसू आने लगे थे, पर मैं कहाँ रुकने वाला था, मैंने भी उसको छोड़ने की जगह स्पीड को तेज कर दिया।
थोड़ी देर बाद वो सामान्य हो गई और मज़ा लेने लगी। 20 मिनट बाद हम दोनों झड़ गये और मैने अपना सारा माल उसकी गांड में गिरा दिया।
वो बोली- तू बहुत अच्छा है ! आई लव यू !
फिर हम दोनों ने कपड़े पहन लिये क्यूँकि उसकी बहनों के आने का समय हो गया था। उसके बाद जब जब हम दोनों अकेले होते हैं तो एक दूसरे को घर बुलाते हैं और चुदाई का मज़ा लेते हैं।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी, अपनी राय जरूर दें।
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