ट्रेन में अजनबी के साथ गे सेक्स का मजा

ट्रेन में अजनबी के साथ गे सेक्स का मजा

हेलो दोस्तों, मैं ३२ साल का हूं. मैं एक वर्सटाइल गे हूं, लेकिन मुझे बॉटम रोल ज्यादा पसंद है. मैं आज आप लोगों से अपनी पहली गे सेक्स की कहानी शेयर करने जा रहा हूं. यह बात तब की है जब मैं २१ का था और किसी काम से अहमदाबाद जा रहा था. मैं राजधानी एक्सप्रेस में एसी टू टायर की बोगी में था. उस टाइम ट्रेन में ज्यादा लोग नहीं थे और कुछ 8 लोग ही उस बोगी में रहे होंगे, मेरे कंपार्टमेंट के पार्ट में सिर्फ एक और आदमी था वह कुछ ४३ साल का होगा.

ट्रेन चलने के बाद हम में थोड़ी बातचीत शुरू हुई, हम थोड़ा घुल मिल गये, थोड़ी देर के बाद में अपनी उंगलियां चटका रहा था उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और कहा रुको मैं आराम दिलाता हूं और बड़े प्यार से मसाज किया, मुझे यह अच्छा लगा. डिनर के बाद हम दोनों सोने की तैयारी करने लगे. हमारी बर्थ ऊपर थी, तभी वो बोले मैंने चार्ट देखी है, इस बोगी में कोई नहीं चढ़ने वाला और बोले चलो उपर चढकर लैपटॉप पर एक मूवी देखते हैं.

मुझे मूवीज देखना अच्छा लगता है तो मैं तुरंत ही मान गया, एसी का टेंपरेचर काफी कम था तो हम एक ही कंबल में बैठ कर मूवी देखने लगे, थोड़ी देर बाद वो मेरा हाथ लेकर मसाज करने लगे, मुझे अच्छा लग रहा था तो मैंने कुछ कहा नहीं. कुछ देर बाद जब आस पास की सारी लाइट ऑफ हो गई और हम भी कर्टन डाल के अंदर बैठे थे, उन्होंने हमारी भी लाइट ऑफ कर दी, थोड़े समय बाद मेंने उनका हाथ अपने थाई पर महसूस किया. वह बड़े प्यार से मुझे सहला रहे थे, मुझे अच्छा लग रहा था. हम दोनों लोवर और टी शर्ट में थे.

थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरा हाथ अपने लोवर पर लंड के ऊपर रखवा दिया और उसके ऊपर अपना हाथ रख के दबाने लगे, यह सब मेरे साथ पहली बार हो रहा था तो मैं कुछ बोल नहीं पाया..

थोड़ी देर तक उसी पोजीशन में रहने के बाद उन्होंने मेरा हाथ उठाया और अपने लोवर के अंदर अपनी अंडरवियर के अंदर डाल दिया, अब उनका लंड मेरे हाथ में था.  मैं कुछ बोल नहीं पा रहा था, मुझे अजीब भी लग रहा था और कुछ अच्छा सा भी लग रहा था.

कुछ देर उन्होंने मुझे वैसे ही छोड़ दिया. थोड़ी देर बाद उनका लोडा बड़ा हो गया मुझे वह पकड कर अच्छा लग रहा था, फिर उन्होंने यह देखते हुए कि मैं कुछ नहीं करूंगा अपना हाथ भी मेरे कच्छे में डाल दिया और मेरा लंड भी उनके हाथ में था. वह मेरा लंड धीरे धीरे सहला रहे थे, मेरा लंड भी तन गया था. हम दोनों एक दूसरे को एंजॉय कर रहे थे, तभी वह धीरे से मेरे कान में बोले चलो ट्रेन पूरी खाली जा रही है और अंधेरा भी है अब मजे ले लेते हैं, एक दूसरे से थोड़े. मैं ह्म्म्म कह पाया.

वह लैपटॉप शेल्फ पर रख के मुझे अपने साथ लेटा दिया, फिर वो धीरे से मुझ से पूछे, छोटू अभी तुझे अच्छा तो लगा ना? मैंने धीरे से हां कहा, फिर उन्होंने मुझे मेरे  गाल पर किस किया.

फिर मेरे गले को स्मेल कर के किस करने लगे, हम दोनों एक ही कंबल में थे, वह मेरी बॉडी को स्मेल कर रहे थे और यह वहां पर किस भी कर रहे थे. मैं भी पूरा गरम हो गया था, फिर उन्होंने मेरा टी शर्ट उतार दिया और मेरी बॉडी को टच कर रहे थे. अब उन्होंने मेरी बॉडी को स्मेल करना और स्मूच करना शुरू कर दिया. वह मेरे बगल को भी स्मेल कर के चाटने लगे, मुझे वो काफी अच्छा लग रहा था. फिर उन्होंने अपना टी शर्ट भी उतार दिया, उन्होंने बड़े प्यार से अपनी लोवर उतारने को कहा. मेने बिना कुछ बोले अपना लोवर उतार कर बाजु में रख दिया. लोवर के  साथ मेंने अपना अंडरवियर भी उतार दिया, वह खुश हो कर मुझे किस करने लगे और फिर मुझे स्मूच करने के लिए पूछा.

यह बात मुझे बहुत अच्छी लगी वह मुझसे कुछ भी जबरदस्ती नहीं करवा रहे थे, मेने धीरे से हम्म कहा और हम स्मूच करने लगे. उन्होंने अपनी पूरी जीभ मेरे मुंह में डाल दी और मैं वह चूसने लगा, थोड़ी देर के बाद उन्होंने अपनी लोवर और अंडरवियर उतार दी.

अब हम दोनों नंगे साथ लेटे हुए थे, फिर उन्होंने मुझे प्यार से अपना लंड चूसने को पूछा, मैं थोड़ा हिचकिचाया, उन्होंने कहा चलो पहले मैं करता हूं, वह नीचे गये और मेरा लंड मुह में ले लिया, वह मेरा लंड बहुत अच्छे से चूस रहे थे, थोड़ी ही देर में जड़ गया और उन्होने मेरा पूरा माल अपने मुंह में ले लिया.

वह मेरे पास आए और मेरा माल उनके मुह में दिखा के पि गए. इस तरह से जड़ के मुझे काफी रिलैक्स फील हुआ, फिर मैंरे कान में धीरे से बोले की जान अब तुम्हारी बारी है, मैं धीरे से बोला कि मुझे इस तरह से पीना नहीं है, एम सॉरी. वह बोले कोई बात नहीं जान, रिलैक्स हो जाओ. फिर वह मेरी गांड सहलाने लगे. फिर वह मेरे छेद में अपनी उंगली सहलाने लगी, उन्होंने थोड़े जोर से मेरी गांड में  उंगली करनी चाही लेकिन मुझे दर्द हुआ और मेरी सिसकारी निकली, उन्होंने तुरंत रोक दिया और थोड़ा थूक मेरी गांड पर लगाया, फिर अपनी उंगली मेरे मुंह में डाल कर चूसने को कहा और मैं उंगली गीला कर दिया. फिर उन्होंने और ज्यादा थूक लगाया.

फिर उंगली डालने की कोशिश की, इस बार थोड़ी सी अन्दर गयी. फिर वह बोले जान घबरा मत ज्यादा दर्द नहीं होने दूंगा. फिर वो नीचे गए और मेरी गांड को बड़े प्यार से चाटने लगे, ५ मिनिट चाटने के बाद फिर ऊपर आकर मुझे लंड चूसने को पूछा. मेने माल वाली बात फिर कही, तो उन्होंने अपने वालेट से कंडोम निकाला और लगाकर बोला जान अब तो ले सकते हो ना?? अब मैं मना नहीं कर पाया. मैं नीचे गया और चूसने लगा, थोड़ी देर चूसा फिर उन्होंने मुझे ऊपर कर दिया और किस करने लगे, फिर उन्होंने खूब सारा थूक मेरी गांड में लगाया वह गीलापन मुझे काफी अच्छा लग रहा था.

फिर उन्होंने मुझे उल्टा लेटा कर अपना लंड सेटक से मेरी गांड में डाल दिया, वह दर्द भरा अहसास था, लेकिन मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. थोड़ी देर उन्होंने लंड वैसे ही छोड़ा, जब में थोड़ा रिलैक्स हो गया, तब उन्होंने धीरे धीरे अंदर बाहर कर के चोदना शुरू किया. १० मिनट बाद हो जड गया..

ट्रेन में अजनबी के साथ गे सेक्स का मजा

#टरन #म #अजनब #क #सथ #ग #सकस #क #मज

ट्रेन में अजनबी के साथ गे सेक्स का मजा