चूत और गांड दोनों चोदा पहली बार (Meri Pehli Chudai Chut Aur Gaand Ko Choda Pehli Baar)
मेरे हाथों में मोच आने पर, मकान मालकिन ने मेरी हाथों की मालिश की। इस दौरान ही मुझे Meri Pehli Chudai का मौका मिला। तब मैंने उनकी गांड और चूत दोनों मारी..
हेलो दोस्तो,
मेरा नाम महफूज है और मैं दिल्ली में रहता हूँ! मैं मेरी सेक्स स्टोरी का नियमित पाठक हूँ और यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है। आशा करता हूँ, कि आपलोगों को यह कहानी पसंद आए।
मैं एक औसत शरीर वाला, और कम ऊँचाई का लड़का हूँ। मैं हमेशा यही सोचता था! कि मैं कभी किसी के साथ चुदाई नहीं कर पाउँगा। पर! यह मेरी गलत फ़हमी थी।
अब मैं कहानी पर आता हूँ। यह कहानी पिछले दो महीने पहले की है, जब मैं एक फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रहा था। जिसकी वजह से मुझे काफी शहरों में जाना पड़ता था।
इस बार! मैं एक मुस्लिम परिवार के यहाँ रह रहा था। उस समय मेरी ऐसी कोई भावनाएँ नहीं थी, कि जिससे मैं अपने मकान मालिक से साथ चुदाई कर सकूँ। पर! हालात ऐसे थे, कि मैंने उनके साथ सब कुछ किया।
मैं रोज अपनी ट्रेनिंग के लिए जाया करता था। एक दिन! मेरी मकान मालकिन ने मुझे अपने घर पर बुलाया और पूछा- बेटा, मेरा एक काम कर दोगे?
मैंने कहा- हाँ! क्यों नहीं!
तभी उन्होंने बोला- हमारा बिजली वाला कोड काम नहीं कर रहा है! कृप्या! इसे ठीक कर दो।
मैंने कहा- ठीक है! यह कहते हुए, मैंने उनके कोड को ठीक कर दिया। इस दौरान मुझे थोड़ा बिजली का झटका भी लगा!
उन्होंने पूछा- बेटा, तुम ठीक तो हो ना?
मैं बोला- कोई बात नहीं! मैं ठीक हूँ, और आपका कोड ठीक हो चुका है! अचानक! मेरी नजर मकान मालिक पर गई।
वो बिल्कुल दूध जैसी सफ़ेद थी! अगर, कोई उन्हें छू ले तो, उन्हें दाग लग जाए! उनकी शरीर की औसत बनावट थी। उनके पति सरकारी विभाग में काम करते थे, और काफी शौक़ीन मिजाज के थे!
कोड ठीक करने के बाद! मैं जब जाने लगा, तब उन्होंने आवाज़ दी और कहा- बेटा, एक और काम कर दोगे! कृप्या!
तब मैंने सोचा! कि मुझे तो देर हो ही चुकी है, तो यह भी काम करके जल्दी भाग जाऊँगा! तभी उन्होंने बोला- बेटा, थोड़ा सिलिंडर चेंज कर दो!
मैंने सिलिंडर बदल दिया, और खाली सिलिंडर रखते वक्त! मेरे कलाई में मोच आ गई। मैं जोर से चिल्लाया! मकान मालकिन दौड़कर वहाँ आ गईं और पूछी- क्या हुआ बेटा?
मैं बोला- लगता है! मेरी कलाई में मोच आ गई है।
वो बोली- मैं तेल लगा देती हूँ! दर्द कम हो जाएगा, और वो मेरा पकड़कर अपने कमरे में ले गई। मुझे अपने बेड पड़ बिठा दिया, अब वो मेरे हाथ की मालिश करने लगी।
मुझे मिला पहली चुदाई का मौका
एकाएक! मेरी नजर उनकी छातियों पर गई, जिससे उनकी गहरी बीच की रेखाएँ साफ नजर आ रही थी। इस बात को उन्होंने भी गौर किया और मुस्कुराने लगीं।
अब मैं समझ गया! कि कुछ गड़बड़ तो जरुर है! मैं तुरन्त नजरें हटाकर बोला- आंटी, मुझे नीचे भी थोड़ा दर्द है!
तभी वो बोली- कहाँ पर? वहाँ भी मालिश कर देती हूँ, तुम लेट जाओ! मैं भी बेड पर लेट गया। अब उन्होंने मेरी जीन्स उतार दी। और अब मैं सिर्फ अपने चड्डी में था।
उन्होंने मुझसे पूछा- बेटा, कहाँ पर दर्द है?
मैं बोला- नीचे घुटने में! मैं बेड से सटकर बैठ गया, और वो मेरे घुटने की मालिश करने लगी! तभी मैं बोला, कि थोड़ा और ऊपर! वो धीरे-धीरे ऊपर आने लगी, और मेरे लण्ड के कोने तक मालिश करने लगी।
अब मेरा लण्ड एकदम से खड़ा हो गया! तभी उनकी नजर मेरे खड़े लण्ड पर गई। उनकी आँखें खुली की खुली रह गई! और वो अब मेरे लण्ड को छूने के लिए आगे बढ़ी। तभी उनकी नजरें, मेरी नजरों से टकरा गई, तब वो शर्माकर भाग गई!
अब मैं सोचने लगा! कि अभी नहीं तो कभी नहीं! मैं भी झट से उनके पीछे गया, तब वो दीवार से सटकर मुस्कुरा रही थीं!
गांड में लण्ड घुसाने का अलग मजा
यह देखकर! मैंने एकदम से उनकी नाईटी को ऊपर उठाया, और अपना खड़ा लण्ड उनकी गांड के छेद लगाकर झटका दिया! (उन्होंने पैन्टी भी नहीं पहनी थी शायद! उन्होंने पैन्टी पहले ही निकाल दी थी!)
मेरा आधा लण्ड उनकी गांड में घुस चुका था! वो अब सिसकारने लगी- शी! आह! ना! करने लगी। अब मैंने आव देखा ना ताव! और मैं धक्के देने लगा। पहले 15 मिनट तक! थोड़े धीरे धक्के दिए।
अब उनकी टाँगों को उठाकर अपने हाथ में लिया! और उनको दीवार के सटा दिया। अब मैं जोर-जोर से धक्के देने लगा और थक गया, तो उन्होंने अपनी गांड को नीचे किया।
शायद! अब उनको भी मजा आने लगा था! मैं और जोर से धक्के देने लगा, अब मेरा पूरा लण्ड उनकी गांड के अन्दर समां चुका था। 15 मिनट चुदाई करने के बाद! हम दोनों लम्बी लम्बी साँस लेने लगे।
अब मैंने अपना लण्ड बाहर निकाला, मेरा लण्ड पूरा लाल हो चुका था! वो मेरे लाल हुए लण्ड को देखते के साथ! अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी। उन्होंने करीब 5 मिनट तक मेरा लण्ड चूसा!
अब मैंने उनको उठाकर, बेड पर लिटा दिया, और दोनों टाँगों के बीच चूत को चाटने लगा! वो मस्ती में मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी। मैं उनकी चूत चूसने के बाद! उनकी बड़ी-बड़ी चूचियों को पीने लगा।
उसके बाद! मैंने उनकी दोनों टाँगों को चौड़ा किया, और उनकी चूत में अपना लौड़ा पेल दिया। अब चूत को जोर जोर से चोदने लगा, कुछ देर बाद! हम दोनों झड़ने वाले थे।
मैं और जोर जोर से धक्के देते हुए बोला- आंटी, मैं आने वाला हूँ! चूत में ही निकाल दूँ?
लण्ड के रस को चूस चूस कर पी गई
उन्होंने मुझे रोकते हुए कहा- नहीं! मुझे तेरे लौड़े का रस पीना है! यह सुनकर मैंने धक्के और तेज कर दिए उन्होंने मुझे पूरा खींच लिया, शायद! वो झड़ चुकी थी।
मैंने अचानक से! अपने लौड़े को उनकी गांड से बाहर निकाला और उनकी चेहरे पर अपने वीर्य को छोड़ दिया। वो मेरे लण्ड को लोलीपोप की तरह पूरा चूस गई।
मैं और वो पूरे थक चुके थे, तो हम दोनों नंगे ही जमीन पर लेट गए! करीब 15 मिनट बाद! हमें होश आया, तब उन्होंने मुझसे बोला- अगर! समय मिला, तो शाम को भी आओगे?
मैंने उनके गालों को चूमा और बोला- हाँ! मेरी जान! अब मैं जाऊँगा भी कहाँ? यह कहकर मैंने अपने कपड़े पहने, और बाहर निकल गया।
दोस्तो, यह थी मेरी पहली चुदाई की कहानी! उम्मीद करता हूँ! आप लोगों ने खूब मजा लिया होगा!
अगर मेरी कहानी आप लोगों को अच्छी लगी हो, तो अपने विचार हमें इस ईमेल पर भेजें।
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मालिश करते करते! वो मेरे लण्ड वाले कोने पर आ गईं। मेरा लण्ड चड्डी फाड़कर बाहर आने को तैयार था। यह देख! वो मेरे लण्ड को छूने लगी, कि तभी उसने मुझे देखा लिया और वो शरमाकर भाग गई. मैं इस मौके को गंवाना नहीं चाहता था, और उनकी गांड और चूत की जमकर चुदाई की, और मैंने Meri Pehli Chudai का भरपूर मजा लिया..
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