गर्लफ्रेंड ने घर बुला कर अपनी प्यास बुझवाई

गर्लफ्रेंड ने घर बुला कर अपनी प्यास बुझवाई

हाय मेरे सेक्स के दीवानियो.. मेरा नाम सेक्स का राजा है, मेरी उम्र 20 साल है, मेरा लण्ड पूरा 6 इंच का है।
मैं जानता हूँ कि रंडियों के लिए ये नाप छोटा है.. लेकिन इस लंड ने एक लड़की की चूत को फाड़ दिया है। चलिए बताता हूँ कि ये सब कैसे हुआ।
अन्तर्वासना डॉट कॉम पर मेरी पहली कहानी है।
यह मेरा पहला सेक्स अनुभव था।

मेरी एक गर्ल फ्रेण्ड है सेजल… वैसे तो वो मस्त माल है.. पर बहुत चिपकने वाली है।
यह रविवार की बात है.. उसने मुझको फोन किया, हम दोनों ऐसी सामान्य बात कर रहे थे।
उसने कहा- मैं तुमसे मिलना चाहती हूँ।
मैंने कहा- ठीक है रेस्टोरेन्ट में मिलते हैं।
तो उसने कहा- नहीं.. तुम मेरे घर आ जाओ.. मैं घर पर अकेली हूँ।
मैंने कहा- ठीक है.. आ रहा हूँ।

उसका घर मेरे घर से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है.. तो मैं कुछ मिनट में उसके पास पहुँच गया।

उस दिन वो बड़ी मस्त लग रही थी। मेरा मन तो कर रहा था कि उसे अभी चोद दूँ लेकिन मुझको डर लग रहा था कि कोई उसके घर आ ना जाए।
मैंने उससे पूछा- कहाँ गए हैं सब?
तो उसने बताया- दिल्ली गए हैं.. और कल आएंगे।

मैंने उससे नशीले और कामुक अंदाज से पूछा- अब क्या करना है?
तो वो शर्मा गई और बोली- जो तुम चाहो।

जैसे ही उसने ये बोला.. मैंने उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया, उसने भी मेरा पूरा साथ दिया।
फिर क्या था.. हम दोनों लगभग 10 मिनट तक ऐसे ही एक-दूसरे को चूसते रहे।
फिर वो मुझे अपने कमरे में ले गई, मुझे कमरे में बिठा कर बोली- तुम रुको.. मैं अभी आती हूँ।
मैंने कहा- ठीक है.. पर जल्दी आना।

वो अपने बगल वाले कमरे में गई और उसने मुझे आवाज दी- बाबू यहाँ आओ..
मैं चला गया।

मैंने उस कमरे में जाकर देखा तो वो सिर्फ सफेद ब्रा और नीली पैन्टी में थी। मेरा लंड पहले ही उसके होंठों की वजह से दहक रहा था। सेजल को इस हालत में देखकर वो और ज्यादा दहकने लगा। मैंने अपना शर्ट उतार दिया था, सिर्फ लोअर पहना था।
मैं भी उसने चोदने की उम्मीद लेकर गया था।

मेरे लोअर में मेरा 6 इंच का लंड खड़ा हुआ उसे साफ दिख रहा था।
उसने कंटीली अदा से कहा- वहाँ क्यों खड़े हो राजा.. अन्दर आओ..

सेजल के बोलते ही मैंने उसे पीछे से अपनी बाँहों में जकड़ लिया और उसकी ब्रा को उतार दिया।
उसके मम्मों के निप्पल काले थे.. लेकिन उसका बदन बहुत मस्त था।
मैंने उसके मम्मों को चूसना शुरू कर दिया.. वो भी सिसकारियाँ लेने लगी और मेरा साथ देने लगी।

उसके रसीले मम्मों को चूसते हुए मैंने उसकी पैन्टी भी उतार दी।
उसने अपनी झांटें पहले से साफ कर रखी थीं.. तो उसकी चूत बिल्कुल मस्त लग रही थी।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

सेजल अब गरम हो चुकी थी.. तो उसने एकदम से मेरा लोअर उतार दिया और टी-शर्ट भी निकाल दी। मेरे 6 इंच लम्बे और 3 इंच मोटे लण्ड को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी। कुछ ही पलों में हम दोनों 69 की स्थिति में आ गए.. और एक-दूसरे को मुख मैथुन का सुख देने लगे।

इस स्थिति में उसके साथ मैं भी एक बार झड़ चुका था, वो भी झड़ चुकी थी, उसकी चूत का पानी बहुत अच्छा था।
अब वो बोली- बाबू.. मुझसे अब कंट्रोल नहीं हो रहा है.. प्लीज मेरी प्यास बुझा दो।

मैंने भी बिना टाइम लगाए उसकी चूत पर लंड रख दिया।

उसने डरते हुए कहा- बाबू.. तुम्हारा लम्बा तो ठीक है.. पर मोटा ज्यादा है, तो आराम से चोदना।
मैंने पूछ लिया- लण्ड की डिटेल तो ऐसे बता रही हो जैसे और किसी का लंड भी देखा है।
तो उसने कहा- अरे नहीं यार.. ये मेरी पहली चुदाई है.. अब तक मैंने सिर्फ ब्लू फिल्म में ही लण्ड देखा है। प्लीज.. अब और मत सताओ.. बस अब चोद दो..

अब मैं भी कंट्रोल से बाहर हो रहा था.. तो मैंने भी उसकी चूत पर पहला हमला कर दिया।
वो पहली धक्के में ही चिल्ला पड़ी.. मेरा लंड लगभग 2 इंच उसकी चूत में अन्दर घुस गया था।
उसने दांतों को भींच कर मुझे रोकना चाहा.. पर मैंने उसके होंठों को चूस कर और उसकी चूत पर हाथ फेरकर उसका दर्द कम किया।

कुछ पलों बाद जब वो शांत हो गई.. तब मैंने दूसरा धक्का हल्के से मारा.. लेकिन यह धक्का हम दोनों को जोर से महसूस हुआ।

उसकी चूत में से खून निकलने लगा, मेरे लंड में भी दर्द हुआ। ऐसा लग रहा था कि मेरे लंड में से भी खून निकलने लगा हो लेकिन मैंने दर्द को नजर अंदाज किया और उसके होंठों को चूमता रहा।
फिर मैंने एक धक्का और मारा.. इस बार मेरा लंड पूरा अन्दर चला गया.. लेकिन अब उसकी चूत से खून बाहर निकलने लगा था।

वो भी दर्द के कारण अब रोने की स्थिति में थी.. लेकिन उसके होंठों को मैंने छोड़ा नहीं।
आखिकार उसका जब दर्द कम हुआ और मैंने धक्के मारने स्टार्ट कर दिए.. तो वो भी मेरा साथ देने लगी।

काफ़ी देर तक धकापेल चुदाई के बाद अब मैं झड़ने की हालत में आ चुका था तो मैंने उससे पूछा- बेबी कहाँ निकालूँ?
उसने बोला- अन्दर ही झाड़ दो राजा.. मैं दवाई खा लूँगी.. मेरे पास है।
मैंने कहा- ठीक है..
मैंने अपने धक्कों की स्पीड बेखौफ बढ़ा दी और मैं उसकी चूत में ही झड़ गया। हम दोनों को खूब मजा आया।

आप सभी को मेरी ये सच्ची कहानी कैसी लगी.. मेरे मेल पर जवाब दीजिएगा।
बाय.. फिर आऊँगा… नई हकीकत लेकर।
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