हर्ष अंकल ने मम्मी को चोदा
मेरा नाम सन्नी है और मेरी उम्र 19 साल है. में एक प्राइवेट नौकरी कर रहा हूँ और में अपनी मम्मी के साथ रहता हूँ और उनका जब में 5 साल का था तब तलाक हो गया था. अब उनकी उम्र 44 साल है उनका नाम दलजीत कौर है और उनकी हाईट 5.8 इंच है. हाईट के कारण और उनकी गांड और बूब्स तो बहुत ही अच्छे है भरे हुए और गोल गोल और सुडोल है.. ज्यादा लटक नहीं रहे है और गोरी तो वो इतनी है कि उनके सामने दूध भी फीका पड़ जाए और वो बहुत सेक्सी है.
दोस्तों में हर रोज़ स्कूल से आने के बाद ट्यूशन जाता था और मेरी ट्यूशन का टाईम 4 बजे से 6 बजे का था. तो एक दिन जब में स्कूल से घर आया तो मम्मी घर पर मौजूद थी. में उन्हे देखकर बहुत खुश हुआ और मैंने मम्मी को हग किया और फिर मैंने मम्मी से पूछा कि आज आप घर पर कैसे? तो वो बोली कि बेटा आज घर पर कोई भी नौकरानी नहीं है तो आप खाना कहाँ पर खाते तो इसलिए मैंने सोचा कि आज लंच आपके साथ किया जाए और कुछ काम भी था और फिर मुझे हग किया. फिर हमने बहुत देर तक मस्ती की और एक साथ बैठकर लंच भी किया.
फिर हमने थोड़ी देर इधर उधर की बात की और मम्मी ने मुझसे मेरी पढ़ाई के बारे में पूछा.. मेरी ट्यूशन कैसी चल रही है और वो मुझसे बोली कि आज रात को आप मुझे अपनी पढ़ाई का पूरा काम बताना कि आपका कितना कोर्स बाकि है और आपने कितना पूरा किया है और फिर कहा कि चलो जल्दी करो अब आपके ट्यूशन का टाईम हो गया है.. बाकी बातें ट्यूशन से आने के बाद करेंगे. तो में जल्दी से तैयार हुआ स्कूल के कपड़े बदले और ट्यूशन के लिए निकल गया. मेरा ट्यूशन घर से ज़्यादा दूर नहीं है और में हर रोज़ वहाँ पर साईकल से जाता हूँ और जब में ट्यूशन पहुँचा तो पता चला कि मेरे सर के घर पर कुछ मेहमान आए हुए है तो आज सर क्लास नहीं लेंगे.
फिर में वापस घर जाने लगा और रास्ते में मैंने सोचा कि में अपने एक दोस्त के घर होता हुआ चलूं.. उससे पूछ लूँ कि वो खेलेगा क्या? और जब दोस्त के घर गया तो पता चला कि वो किसी की जन्मदिन पार्टी में जाएगा. फिर में घर चला गया और में जैसे ही घर पर पहुँचा तो मैंने देखा कि बाहर एक गाड़ी खड़ी हुई थी.. मुझे लगा कि हो सकता है कि हमारे यहाँ भी मेहमान आए होंगे? तो मैंने घंटी नहीं बजाई और मेरे पास रखी चाबी जो कि मेरे पास रोज़ ही रहती है उससे दरवाजा खोला और अंदर चला गया और उस वक़्त 4:35 का समय हो रहा था और मैंने अंदर आकर देखा.. लेकिन हॉल में तो कोई नहीं था और फिर मम्मी के रूम से अचानक मुझे ज़ोर से किसी के हंसने की आवाज़ें आने लगी.
में उस रूम की तरफ गया और दरवाजे को धीरे से धक्का दिया.. लेकिन वो अंदर से लॉक था और एकदम से हंसने की आवाज़ें बंद हुई और मम्मी के मोन करने की आवाज़ आने लगी. तो मुझे लगा कि शायद अंदर कुछ हो रहा होगा.. में फिर पास वाले रूम में गया और वेंटीलेटर्स से झाँकने लगा और मुझे डर भी बहुत लग रहा था कि कहीं वो लोग मुझे देख ना लें.. वैसे दिखने का चान्स ना के बराबर था.. लेकिन फिर भी जैसे ही मैंने अंदर देखा तो मम्मी और हर्ष अंकल बेड पर नंगे लेटे हुए थे और अंकल मम्मी को चोद रहे थे और किस भी कर रहे थे.. मुझे देखकर करंट का झटका भी लगा और बहुत दुख भी हुआ कि मेरा बहुत ज़्यादा सीन छूट गया.
फिर अंकल मम्मी के बूब्स दबाने लगे और उन्हे धक्के देकर चोदे जा रहे थे और मम्मी आहें भर रही थी आहह्ह्ह्ह आह हाँ आहह्ह्ह. फिर अंकल मम्मी के ऊपर से हटे और बेड से उठकर अलमारी की तरफ गये और दूसरा कंडोम निकालकर ले आए.. उन्होंने पहले पहना हुआ कंडोम निकाला और नया लगा लिया. तब मेरा ध्यान उनके लंड पर गया और वो बहुत बड़ा था.. लगभग 7 इंच या 7.5 इंच का होगा. कंडोम लगाने के बाद अंकल फिर से बेड पर आए और आते ही उन्होंने मम्मी के होंठ चूसने शुरू कर दिए.
फिर अंकल ने मम्मी से धीरे से कुछ कहा और मम्मी पलट कर लेट गयी. तो अंकल ने उनकी कमर के नीचे एक तकिया लगाया और अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ने लगे.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और खुशी भी थी कि पूरा शो नहीं निकला और फिर अंकल ने ज़ोरदार एक दो धक्के लगाए और उनका लंड आसानी से मम्मी की गीली चूत में चला गया.
तो वो मम्मी के ऊपर लेट गये और फिर मुझे अंकल का लंड मम्मी की चूत में जाता और बाहर आता साफ साफ दिख रहा था और उनके आंड मम्मी की गांड पर टकराते हुए दिख रहे थे उस दिन तो बहुत अंधेरे से कुछ भी नहीं दिख रहा था.. लेकिन आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मम्मी की चूत एकदम साफ दिख रही थी और उनकी चूत बालों से बहुत भरी हुई थी और अंदर से गुलाबी कलर की थी. फिर अंकल ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाते गये और मम्मी आहें भारती जा रही थी.. आहआह अहह्ह्ह्ह और अंकल बीच बीच में मम्मी की कमर पर, कंधों पर और गर्दन के पास काटते और पीठ को चाटते.
फिर अंकल अपना एक हाथ आगे ले गये और मम्मी के बड़े बड़े आम की तरह झूलते हुए बूब्स को पकड़कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगे. तो मम्मी आह अह्ह्ह्ह और ज़ोर से और ज़ोर से अह्ह्ह हाँ और ज़ोर से दबाओ बोल रही थी. और अपना हाथ पीछे की तरफ करके अंकल की गांड को दबा रही थी. वो बहुत उत्तेजित सी लग रही थी और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था. खैर में उस वक़्त सेक्स के बारे में सब कुछ नया नया ही सीखा था और फिर अंकल थोड़ा सा उठे और मम्मी के बूब्स को पकड़कर पीछे की तरफ खींचा और अब वो दोनों अपने घुटनों पर थे और मम्मी ने पीछे हाथ करके अंकल के गले में बाहें डाल दी.. जैसा गले लगते वक़्त डालते है और दोनों किस करने लगे. दोस्तों मैंने इससे पहले ऐसा किस नहीं देखा था. मुझे बहुत मस्त लगा और शरीर में करंट लग रहा था और फिर अंकल ने मम्मी के बूब्स ज़ोर से दबाए और उन्हे चोदने लगे. तो मम्मी की तो चीख ही निकल गयी.. अहह आउफ़फ्फ़ उफ़फ्फ़ उउउम्म्म्मम. तो अंकल ने ऐसे ही मम्मी को 5-7 मिनट तक चोदा और मम्मी झड़ गयी और एकदम से बेड पर गिर गयी. अंकल का लंड अब भी मम्मी की चूत में था और दोनों अपने घुटनों पर थे.
अब मम्मी ने अपने दोनों हाथ आगे टिका दिए और सर तकिये पर छुपा लिया.. यह चुदाई करने के लिये शानदार पोज़िशन बन गई थी और अंकल दो मिनट रुककर मम्मी को चोदना शुरू किया और हर धक्के के साथ मम्मी का बदन कांप उठता तो मम्मी ने अपना हाथ पीछे करके अंकल तो थोड़ा पीछे धक्का दिया और कहा कि..
मम्मी : प्लीज बस अब बाहर निकालो.
अंकल : क्या हुआ?
मम्मी : अब नहीं लिया जाएगा.. यह वाला तो बहुत ज़ोरदार धक्का है.
दोस्तों यह तो सच है कि मम्मी की चूत से पानी बेड पर टपक रहा था.. लेकिन एक एक बूँद टपक रहा था.. ऐसा कोई बहुत ज़्यादा नहीं था और मेरे लिए तो यह सब नया था क्योंकि मैंने ऐसा तो पॉर्न फिल्म में भी नहीं देखा था.
अंकल : ठीक है नार्मल हो जाओ.. लेकिन आप तो पूरी तरह कांप रही है.
मम्मी : अरे आज तो आपने क्या किया है (और वो हांफते हांफते हंसने लगी) ऐसा सेक्स और ऐसा मज़ा तो कभी नहीं आया.. ऊफ अह्ह्ह उह्ह्ह.
फिर मम्मी साईड में लेट गयी.. लेकिन अंकल का काम सभी भी नहीं हुआ था और इतने में मम्मी बोली कि..
मम्मी : क्यों आपको पिछली बार क्या हुआ था? 10 मिनट ही विकेट पर टिके और आज तो रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हो.
अंकल : आज आप पर मेरा प्यार बरस रहा है.. उस दिन तो बस मौका मिला था तो वो सिर्फ सेक्स था और उन दिनों में बहुत टेंशन में भी था और टेंशन तो हर काम को अटकाती ही है.
मम्मी : क्या इतनी? लेकिन मुझे ऐसा लग ही नहीं रहा कि पिछली बार आप ही थे. आज तो हाँ बस रब्बा रहम करे.. रोकना बहुत मुश्किल हुआ है.
फिर दोनों हसने लगे और अंकल ने मम्मी को ज़ोरदार किस किया और फिर जैसे ही अंकल किस तोड़ने जा रहे थे तो मम्मी ने अंकल के गाल को दोनों हाथों से पकड़ा और फिर से उनके होंठ चूमने लगी और वो दोनों अपने किस में व्यस्त हो गए.. शायद अब दोनों शांत हो चुके थे.
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