मैं लंड की भूखी हूँ

मैं लंड की भूखी हूँ

मैं लंड की भूखी हूँ

नमस्कार मेरे प्रिय पाठको, आप सभी को मेरी प्यासी चूत कि तरफ से सादर प्रणाम | मेरा नाम रज्जो रंडी है | मैं बिहार के एक गाँव कि रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 34 साल है और मैं दिखने में सांवली हूँ | मैं एक विधवा औरत हूँ जो अपनी चूत की भड़कती आग में झुलसती रहती है | मेरे पति का देहांत हो चुका था मेरी शादी 6 महीने बाद ही तब से मैं लंड की भूखी बन चुकी हूँ | मेरे न तो कोई बच्चे हैं और नहीं मेरे सास ससुर जो किसी भी चीज़ में अडंगा डाले | मैं सेक्स स्टोरीज की बहुत बड़ी दीवानी हूँ, पर आज से पहले कभी मैंने अपनी कोई भी कहानी नहीं लिखी है | आज जो मैं आप लोगों को अपनी कहानी बताने जा रही हूँ ये मेरे जीवन कि पहली कहानी है | तो अब मैं आप लोगों को ज्यादा बोर न करते हुए सीधा कहानी में आती हूँ |

ये घटना तबसे शुरू हुई जब मेरे पति का देहांत हो गया था और उनकी जगह मेरी बैंक में नौकरी लग गयी थी | पर मुझे बैंक में नौकरी तब ही मिली जब मैंने अपने बैंक मेनेजर से चुदवाई | उस समय मैं अपने पति की मौत के कारण सदमे में थी और इसी सदमे में मैं बैंक के चक्कर काट रही थी | मेरा बैंक मेनेजर मुझे हमेशा कोई न कोई बहाना बनाते हुए नौकरी के लिए टाल देता था जी वजह से मेरे दो महीने बड़ी ही गरीबी में कटे थे | मेरे घरवालो ने मुझे खूब मनाया कि मैं दूसरी शादी कर लूं पर मैं अपने पति से प्यार करती थी जिस वजह से मैं उन्हें मना कर देती थी |

एक दिन मैं बैंक गयी और बैंक मेनेजर जिसका नाम मोतीलाल अहिरवार था | वो भी एक शादीशुदा बूढा था पर साला नियत का हरामी था | मैंने उनसे कहा सर आप मुझे नौकरी क्यूँ नहीं दे रहे हैं आखिर आप मुझसे चाहते क्या हैं ? बोलिए ! तब उसने मुझसे कहा कि मैं तुम्हे चोदना चाहता हूँ तो मैंने भी गुस्से में बोल दिया तो चोद दो मुझे पर ये नौकरी मुझे दे दो | मुझे इसकी बहुत जरुरत है | तो उसने कहा ठीक है तुम कल से ज्वाइन कर लेना पर आज मुझे चोदने दो | तो मैंने कहा ठीक है आप रात में मेरे घर आ जाना | इतना बोल कर मैं वहां से घर गयी और सोचने लगी कि मैंने या क्या बोल दिया उसको | मुझे ऐसा नहीं बोलना चाहिए था | फिर मैंने मन ही मन में कहा कि चलो छोडो फिलहाल मेरी ही गरज है कम से कम इसी बहाने मुझे नौकरी तो मिल जायगी |

रात को 9 बजे वो मेरे घर आया तो मैंने उसे अन्दर आने दिया वो मेरे पीछे पीछे चल रहा था ओर एक दम से मुझे पीछे से पकड लिया | खैर इस चीज़ के लिए तो मैंने भी तैयार हो चुकी थी | वो पीछे से मुझे पकड़ कर मेरी गर्दन को चूमने लगा और मेरे मम्मो को दबाने लगा जोर जोर से | तो मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए बोली कि आराम से करो न दर्द होता है | तो उसने कहा दर्द हो इसलिए तो ऐसा कर रहा हूँ फिर मैं चुप हो गयी | वो मेरे दूध को जोर जोर से दबाये जा रहा था और पीछे से अपना लंड मेरी गांड में घुसेड़ने की कोशिश करने लगा था | मुझे उसका लंड साफ़ समझ में आ रहा था कि खड़ा हो गया है | फिर उसने मुझे पलटाया और मेरी मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर उसे चूमें लगा | मैं भी मजबूरी में उसका साथ देने लगी और उसके होंठ को पीने लगी थी | फिर उसने मेरी साड़ी उतार दी और ब्लाउज भी | ब्रा उतार के वो मेरे दूध को जोर जोर से पीने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी | अब मैं भी गरम हो चुकी थी और अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए अपने दूध को चुस्वाने लगी | फिर वो अपने कपडे उतारने लगा और जरा देर में नंगा हो गया था उसका लंड ज्यादा बड़ा नहीं था इसलिए मुझे उसके लंड से डर नहीं लगा | अब मैं समझ गयी थी कि वो क्या चाहता है तो मैं अपने घुटनों के बल जमीन पर बैठ कर उसके लंड को चाटने लगी | फिर उसके लंड को चाटने के बाद मैंने उसे अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी | और वो मादरचोद ठरकी अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रहा था | उसे बहुत मजा आ रहा था |

10 मिनट तक मैंने उसके लंड को खूब चाटा और चूसा | फिर उसने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और मेरी चूत जो की गीली हो चुकी थी उसे जोर जोर से चाटने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते जा रही थी | एक बात तो थी इस बुड्ढ़े में कि वो मेरी चूत बहुत अच्छे से चाट रहा था | मेरी चूत को चाटते हुए ऊँगली से चोद भी रहा था और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करे जा रही थी | 15 मिनट मेरी चूत चाटने के बाद उसें अपना लंड जोर से मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा | और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए सिस्कारियां भर रही थी | मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद उसने सेक्स की गोली खायी है क्यूंकि मैं दो बार झड़ चुकी थी और वो एक बार भी नहीं झडा था | वो बहुत जोर जोर से झटके मार मार के मुझे चोद रहा था और मैं भी मस्त हो कर उससे चुद्वाते हुए अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी |

२० मिनट के बाद वो मेरी चूत के ऊपर झड़ गया और मेरे बाजू में ही लेट गया | थोडा आराम करने के बाद उसने मुझे किस किया और जोइनिंग लैटर दिया | मैं र्थोड़ा खुश हुई कि चलो मेरी जिन्दगी कि ट्रेन अब पटरी पर आ जायगी | फिर मैंने अगले दिन ही ज्वाइन किया बैंक | एक साल कैसे बीत गये कुछ पता ही नहीं चला | उसके बाद उस मोतीलाल अहिरवार का भी ट्रांसफर हो गया | ऐसे दिन बीतते जा रहे थे कि मेरी दोस्ती एक लड़के से हो गयी थी जो बैंक में क्लीर्क था | वो दिखने में बहुत अच्छा था और उसकी हाईट हेल्थ सब बहुत मस्त थी | ऐसा लगता था जैसे वो जिम जाता है | उसकी शादी नहीं हुई थी वो अभी कुंवारा था | उसकी उम्र यही कोई 27 साल के आस पास ही थी | वो मुझे रोज लाइन देता था पर मैं उसे इग्नोर कर देती थी क्यूंकि मुझे बैंक में नौकरी करते हुए बस २ साल ही हुए थे |  और मैं नहीं चाहती थी कि कोई पंगा हो जाये | पर धीरे धीरे अब मैं भी उसे पसंद करने लगी | एक दिन उसने मुझे अपने प्यार का इज़हार कर दिया था और मैं भी मान गयी थी |

एक दिन उसने मुझसे मिलने इच्छा जाहिर की तो मैंने उसे अपने घर पर ही बुला लिया | क्यूंकि ये एक दम सेफ जगह है | जब वो आया तो सीधा उसने मुझे किस्स करना चालू कर दिया और मैं भी उसका साथ देने लगी थी | किस करने के बाद उसने मुझे पूरी नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया | मेरे मुंह मैं तो पानी आ गया था जब मैंने उसका लंड देखा | उसका लंड बहुत ही मजबूत और बड़ा था मैं उसे मुंह में भरा कर चूसने लगी | मुझे उसका लंड चूसने में मजा आ रहा था | फिर उसने मुझे बिस्तर में लेटा दिया और बहुत ही अच्छे से मेरे दूध को पिया | उसके बाद उसने उसने मेरी चूत को चाटा और बहुत ही अच्छे से मेरी चूत चाटने के बाद मेरी मेरी चुदाई की | 45 मिनट तक उसने मुझे चोदा था | अब मैं उससे रोज ही चुदवाने लगी थी | पर कुछ ही साल के बाद उसकी शादी हो गयी थी और मैं उनके रिश्ते में काँटा नहीं बनना चाहती थी तो मैं ही अलग हो गयी उसकी जिन्दगी से | अब मैं रोज ही ही किसी न किसी को मुर्गा बना कर उससे अपनी चुदाई करवा लिया करती हूँ |

तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी | आशा है आप लोगों को पसंद आई होगी | आप लोग अपनी अपनी राय जरुर दीजियेगा | मुझे इंतजार रहेगा आपकी राय का |

मैं लंड की भूखी हूँ

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