मैं नहीं चोद सकता-2
भाभी मेरे लंड को चूसने लगी और कह रही थी- तुम मेरी चूत को ज़ोर ज़ोर से चूसो, नहीं तो मैं तुम्हारे लंड को खा जाऊँगी।
मैं मजबूर होकर थोड़ा थोड़ा चूसता रहा और भाभी मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से मुँह में हिला रही थी। और क्या पता मेरे लंड में एक गर्मी महसूस हुई और मेरे लंड से गर्म पानी निकला और पुष्पा भाभी हँसने लगी, कहने लगी- तुम्हारा इतना ज्यादा गाढ़ा पानी निकला।
फिर मैंने कहा- अब मुझे नींद आ रही है, मैं सो रहा हूँ।
पर भाभी मेरे ऊपर पूरे रात तक पड़ी रही और मुझे चूमती रही।
सुबह किसी तरह मैं उनसे पीछा छुड़ा कर अपने घर आया।
यह होने के बाद आठ दिन के बाद फिर भाभी का फोन आया और कहा कि मुझे आज फिर वही करना है।
मैंने इस बार न कह दिया पर वो मुझसे कहने लगी- अगर तुम आज रात नहीं आए तो मैं यह सबसे और मेरे पति से कह दूँगी !
और फिर मुझे उसकी बात माननी पड़ी। रात को नौ बजे मैं उसके घर गया, वहाँ जाकर देखा तो उसके साथ उसकी सहेली भी थी, मैंने भाभी से पूछा- यह कौन है?
भाभी कहने लगी- यह मेरी सहेली पूजा है, उस दिन की सारी बातें मैंने पूजा को बताई तो यह अब मुझसे ज़िद करने लगी, कहने लगी कि अब फिर से अमित को बुला और हम साथ में ही ऐसा करेंगे !
मैंने पुष्पा भाभी को कहा- ये सारी बातें तुम्हें अपनी सहेली पूजा को नहीं बतानी चाहिए थी।
वो दोनों कहने लगी- अब यह बात भूल जाओ और अब हम पूरी रात मज़े करते हैं।
पर मैंने कहा- हाँ, पर मैं सिर्फ और सिर्फ और हस्त मैथुन और मुख मैथुन करूँगा।
तब दोनों ने कह दिया- कोई बात नहीं, यही करेंगे।
दोनों ने अपने अपने कपड़े निकाल दिये और मुझे भी नंगा करके वो कहने लगी- नहीं अमित, आज तो हम तुझसे चुदवायेंगे ही, इसके बिना तुझे आज नहीं जाने देंगी।
मैंने कहा- यह ग़लत बात है, मैंने किसी को वादा किया है, और तुम्हें तो यह मैंने हर बार कहा है। मुझे यह सब पसंद भी नहीं है।
पर वो पूरी तैयारी किये हुई थी, पूजा ने मुझे एक गोली दी और कहा- इसे खा लो!
मैंने पूछा- यह क्या है?
कहने लगी- यह विएग्रा की गोली है, इससे सब लोगों को मज़ा आयेगा।
उसने मुझे वो गोली खिला दी, फिर भाभी ने मुझे बिस्तर पर लिटा कर कहा- अमित मैं तुमसे चुदवाना चाहती हूँ, उस दिन मैं प्यासी की प्यासी रह गई पर आज मैं तुम्हें नहीं छोड़ने वाली।
पूजा मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर चूसने लगी और भाभी को कहा- अब तू अमित के मुँह पर अपनी चूत रख दे।
भाभी ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत मेरे चहरे पर घिसने लगी, अपने चुच्चे मेरे हाथ में दे दिये और कहा- इन्हें ज़ोर ज़ोर से दबाओ।
और मैं मजबूरी के कारण सब करने लगा, और पूजा ने तो मेरा लॅंड खड़ा होते ही मुझे ज़ोर से काट लिया, और कहने लगी- अब मैं अमित के लंड को मेरा मज़ा चखाऊँगी।
वो अपनी चूत में मेरा लंड डालने लगी, तब मेरा थोड़ा ढीला था और अन्दर नहीं जा रहा था, उसने मेरे लंड को मुँह में लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने और हिलाने लगी, कह रही थी- कम ओन, कम ओन !
फिर थोड़ी देर के बाद लण्ड खड़ा हो गया, तब चूत में लंड डालने लगी और थोड़ा गया तो कहने लगी- अब जा रहा है अमित का लंड मेरी फ़ुद्दी में !
और फिर उसने मेरे ऊपर पूरा का पूरा मेरा लंड चूत में लील लिया। पूजा मुझ पर बैठ कर ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे होने लगी।
अचानक भाभी कहने लगी- अब मुझे करने दे!
पूजा नीचे उतर गई और भाभी ने मेरा लंड अपनी चूत में ले लिया और कहने लगी- वाह क्या लंड है!
और वाकयी में मैं महसूस कर रहा था कि भाभी की चूत बहुत ही गर्म थी। वो और ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगी तो मेरे गोटों में दर्द होने लगा क्योंकि भाभी की गांड बहुत भारी थी और पूजा मुझसे अपने निप्पल चुसवाने लगी।
भाभी लगभग 20 मिनट तक मेरे लंड से खेली।
उसके बाद फिर से पूजा की बारी आयी, वो मुझ पर चढ़ी और बस तब मेरा लंड जवाब देने लगा था और आख़िर वो 4 या 5 शॉट उछलने के बाद मेरा पानी छूट गया, तब वो मुझसे चिढ़ गई, कहने लगी- यह क्या? मुझे तो मज़ा भी नहीं आया।
और मुझे गाली देने लगी।
भाभी बोली- कोई बात नहीं, अब थोड़ी देर बाद फिर से करते हैं, पता नहीं क्यों गोली का असर इतनी जल्दी उतर गया?
पूजा बोली- गोली का असर शायद अब हो तो?
तब भाभी ने कहा- तब तू मज़ा ले लेना।
मैंने कहा- नहीं, अब और नहीं प्लीज़! मुझे जाने दो!
पर वो नहीं मानी- नहीं, अभी रात भर हम तुझे परेशान करेंगे।
मैंने कहा- मुझे पेशाब करनी है।
तब पूजा ने कहा- हाँ, मुझे भी लगी है, चल साथ में करते हैं।
हम दोनों साथ गये पेशाब करने, मैं कमोड में पेशाब करने लगा तो पूजा कमोड पर बैठ गई, बोली- मेरी चूचियों पर मूत!
बाद में पूजा पेशाब करने लगी, तब मैं थोड़ा दूर हो गया था, पूजा ने कहा- अमित, ज़रा इधर आना!
मैं पूजा के पास गया तो उसने मेरा सर पकड़ा और उस पर पेशाब करने लगी, मैंने कहा- यह क्या कर रही हो, उसने बोला मुझे ऐसा करने में मज़ा आता है, फिर वो जबरदस्ती मुझे अपनी पेशाब चटवाई और कहा- अमित क्या तुझे और पेशाब लगी है?
मैंने कहा- नहीं, मैंने अभी तुम्हारे ऊपर की है।
वो बोली- नहीं, देखो मैं क्या करती हूँ, तुम पेशाब करने का ज़ोर लगाओ, मैं तुम्हारा लंड चूसती हूँ। आ जाएगा।
मैंने ज़ोर लगाया और उसने इतनी ज़ोर से मेरे लंड को चूसा कि मेरे लंड में से थोड़ा पेशाब आ गया, पूजा कहने लगी- वाह, क्या स्वाद है तेरे पेशाब का ! पीने का मज़ा आया।
और फिर मैं अपने लंड को धोकर बाहर आ गया।
भाभी और पूजा ने मुझे फिर से बेड पर लेटा दिया और एक तरफ भाभी और दूसरी तरफ पूजा थी।
भाभी ने कहा- अमित, आज हम लोग चाह रहे हैं कि तेरा चोदन कर दें। पर तू इतना अच्छा है कि हमको यह नहीं करना चाहिए।
वो दोनों मुझे चूमने चाटने लगी, पूजा मेरा लंड चूसने लगी और भाभी ने थोड़ा और ऊपर आकर स्तनों को चुसवाने लगी और पूरा का पूरा वजन मुझ पर डाल दिया।
पूजा पूरी गरम हो गई वो फिर से मेरे लंड पर चढ़ बैठी और ज़ोर ज़ोर से मेरे लंड और पूरे शरीर को हिलाने लगी, उसने लगभग 20 मिनट तक मुझे चोदा, वो भाभी को कहने लगी- मेरी चूत 4 बार पानी छोड़ दिया है।
फिर मैंने कहा- अरे अब बस करो, मेरा लंड दर्द कर रहा है।
पर वे दोनों इतने जोश में आ गई थी कि मेरी बात नहीं सुन रही थी, भाभी ने कहा- चल पूजा, अब तू हट, मुझे करने दे।
पर पूजा नहीं मान रही थी, कहने लगी- नहीं, जब तक अमित दूसरी बार पानी नहीं मेरी फ़ुद्दी में छोड़ेगा, तब तक मैं करती रहूँगी।
और आख़िर थोड़ी देर बाद वो मेरे लंड को बाहर निकाला और फिर चूसने लगी और मेरे लंड में दर्द होने लगा- अरे पूजा, मेरे लंड को निकाल दो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।
पर पूजा नहीं मानी और ज़ोर ज़ोर से मज़े लेने लगी, और काफ़ी देर बाद मेरा लंड पानी छोड़ दिया पूजा की चूत में, मैं और पूजा थोड़ी देर तब एक दूसरे को लिपट कर पड़े रहे, मेरे तो होश ही उड़ गये थे तब, मुझे तब नींद आ गई थी।
जब मेरी नींद खुली तब वो कहने लगी- अमित एक बार और हमें करना है।
मैंने उनको कहा- नहीं, प्लीज़, अब और नहीं ! मेरा लंड बहुत दर्द कर रहा है, मेरे हाथ पाँव तो खोल दो।
मेरे ऊपर पूजा चढ़ गयी और मेरा लंड पकड़ कर अपनी गांड में डालने लगी और मैं चिल्ला रहा था- भाभी बस अब बस !
पूजा ने कहा- यह मैं करके रहूंगी।
पूजा ने ऐसा झटका दिया कि पूरा लंड पूजा की गांड में चला गया।
उसने कहा- अमित, हम दोनों को तेरा यह लंड अच्छा लगा है इसलिए इसको हम इतनी आसानी के साथ कैसे छोड़ सकते हैं।
पुष्पा भाभी नीचे से मेरी गांड के छेद में अपनी उंगली डाल रही थी, उसने मेरी गांड में उसकी बीच की उंगली पूरी की पूरी डाल दी, फिर पूजा भी गांड मरवाते मरवाते थक गई, फिर उसने नेप्किन पेपर लिया और मेरे लंड को साफ किया, फिर मुँह में मेरे सुपारे को चाटने लगी, और बस अचानक मेरे लंड का पानी पूजा के मूह में छूट गया, मैं ठंडा पड़ने लगा, मैंने कहा- बस अब नहीं।
वो दोनों बोली- अब तुम्हें इसी तरह कभी कभार आना पड़ेगा।
वो दोनों हँसने लगी और इस तरह जब दोनों मुझे बुलाती हैं तब मुझे जाना पड़ता है और भाभी और पूजा मज़े लेती हैं।
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