एक ही इंसान से मैं भी चुदती हूँ मेरी बेटी भी चुदती है
Ma beti ka yaar ek, ek hi mard ma ko bhi chotdta hai aur beti ko bhi : हेलो दोस्तों मेरा नाम कोमोलिका है और मेरी बेटी का नाम सहारा है मैं नोएडा में रहती हूं। मेरी एक ही बेटी है मैं अपने पति से अलग रहती हूं। मैं www.merisexkahani.com की बहुत बड़ी फैन हूं मैं रोजाना यहां पर कहानियां पढ़ती हूं मुझे यहां पर कहानियां पढ़ना बहुत ही सेक्सी लगता है।
इसलिए आज मैं अपनी कहानी आपको इस वेबसाइट पर सुनाने जा रही हूं। आशा करते हो मेरी यह कहानी आपको पसंद आएगी क्योंकि मैं सच लिखूंगी आज क्योंकि यह मैं किसी को बता नहीं सकती तू ही सबसे अच्छा प्लेटफार्म है जहां पर मैं अपनी बात को रख सकते हैं ताकि मैं हल्का हो जाऊं।
यह बात तो सच है दोस्त हूं कि जब किसी औरत को सेक्स नहीं मिले तो वह तो घर के बाहर मुंह मारेंगे मेरा भी यही है मैं अपने पति से करीब 8 साल से लग जा रही हूं मेरी उम्र 42 साल है कुछ दिनों तक तो मैं सेक्स के बारे में नहीं सोचा पर बाद में मुझे लगा कि जिंदगी तो मेरी खत्म हो रही है धीरे धीरे उम्र बीत रहा है अगर ऐसे रह गई तो जिंदगी के मजे कैसे लूंगी यह सब बात सोच कर मैं जिंदगी जीने के लिए और वह मैं सारे काम करने के लिए जो मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा है और मैं कर नहीं पा रही हूं।
इस कहानी में मैं आपको यह बताने जा रही हूं यह हमारे फ्लैट के सामने वाला इंसान कैसे मुझे चोदा फिर मेरी बेटी को चोदा। क्योंकि मेरी बेटी भी बिना बाप के रहते रहते बिगड़ गई थी तो मुझे लगा कर बाहर वह जाकर मुंह मारेगी से बढ़िया है कि घर के बगल के इंसान के साथ ही सेक्स कर ले तो कोई दिक्कत नहीं है।
अब मैं पूरी कहानी आपको बताऊंगी कि क्या कब कैसे और क्यों हुआ था आखिर रिश्ते कैसे बन गए मैं कब चोदी मेरी बेटी कब चोदी। पूरी कहानी अब आपको मैं सुनाने जा रही हूं।
मेरे सामने फ्लैट में एक आदमी रहता है उसकी उम्र करीब 35 के करीब होगी वह एक बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है वह अकेला रहता है क्योंकि उसकी वाइफ विदेश में रहती है उसके कोई बच्चे भी नहीं है। उसकी वाइफ साल में एक दो बार ही आई है क्योंकि वह भी सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते हैं।
1 दिन की बात है मैं अपने बालकनी में कपड़े टांगने के लिए गए यानी के सुखाने के लिए गई। तुम्हें देखे कि वह मुझे घूर घूर कर देख रहे थे और उनका घुटने का कारण भी था कि मैं एक सेक्सी ड्रेस पहनी हुई थी मेरी बड़ी-बड़ी चूचियां साफ साफ दिखाई दे रही थी। मेरे गोल-गोल गांड साफ-साफ दिखाई दे रहे थे। शायद मेरे जिस्म को देखकर अपने आंखों से करें थे। मुझे भी उनका घूरना अच्छा लगने लगा था पर मैं चाहते थे घूमने से भी कुछ ज्यादा हो। पर एकदम से आपको भी पता है दोस्तों की तुरंत कुछ नहीं होता थोड़ा सा समय लगता है।
1 दिन की बात है मेरी बेटी कॉलेज गई थी मैं घर में अकेले थे तो मैं सोचा कि आज इनसे चोदने का सही समय है। मैं बालकनी में गई तो मुझे वह दिखे तो मैं उनको बोली क्या आप से थोड़ा सा काम है क्या मेरे घर पर आएंगे। तो वह तैयार हो गए बोले ठीक है मैं आ रहा हूं। ऐसे भी करो ना का समय था तो लोग अपने घरों में बंद रहते हैं तो कोई देखने वाला भी नहीं था वह मेरे फ्लैट पर आ गए।
मैंने उनको कहा कि मैं एयर कंडीशनर में लगता है कोई दिक्कत है। क्योंकि कुल ज्यादा नहीं कर रहा है रात को काफी गर्मी हो जाती है सोने का मन नहीं करता है। तो उन्होंने बस रिमोट में ही से सेटिंग मुझे बता दिया और ऐसी अच्छे से चलने लगा। जबकि यह मुझे भी पता था लेकिन मैं बहाना बनाकर उनको अपने फ्लैट पर बुलाई थी।
उसके बाद मैंने ठंडा बनाई उनको पिलाई और हम दोनों सोफे पर बैठ कर बात करने लगे। उन्होंने पूछा कि आपके पति आपके साथ क्यों नहीं रहते हैं तुम्हें साफ-साफ बता दें कि मेरे पति को एक जवान लड़की से प्यार हो गया है जो कि 20 साल की है जितने भी मेरी बेटी है अब उसी के साथ रहते हैं इसलिए मैंने अलग रहने का फैसला कर लिया।
तो उन्होंने बोला कि क्या अलग रहना इतना आसान है आप अलग रहते हैं तो मैं बोली कि क्या करें जिंदगी कई बार किस मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है कि लोगों को पता भी नहीं चलता मेरे साथ भी यही हुआ रहती हूं और। ऑनलाइन सामान बेचते हो इसी से मेरा खर्चा चलता है।
तो उन्होंने बोला क्या आपको मन नहीं करता कि आपके साथ आपका पति रहे या आप दूसरी शादी कर ले तो मैं बोली की दूसरी शादी की आसान नहीं होती पता नहीं कौन क्या मिले और कैसा मिले सेक्स की ही तो बात होती है बस उसके बिना भी तो इंसान रहा जा सकता। और अगर कुछ ऐसा हुआ किसी के साथ में संबंध बना सके तो बना लूंगी पर शादी नहीं करुंगी।
इतना कहते ही मैंने अपने जिस्म की नुमाइश करने लगे मैं थोड़ा झुक गई तो मेरे बड़ी बड़ी गोल-गोल चूचियां साफ़ साफ़ उनको दिखाई देने लगे वह भी मेरी चूचियों को ध्यान से देखने लगे। फिर मैं बोली कि आप बहुत हॉट हो और सेक्सी आप भी तो बिना सेक्स के ही रह रहे हो।
उन्होंने कहा कि क्यों ना एक काम करते हैं जिस चीज की आपको जरूरत है और जिस चीज की मुझे जरूरत है दोनों की जरूरत है एक है और हम दोनों ही अलग-अलग रहते हैं अकेले रहते हैं और किसी को पता भी नहीं चलेगा हमारे रिलेशनशिप का।
मैं भी यही चाहती थी उन्होंने यह बात बोल कर मेरे मन की बात कह दी। दे मैं अपने सोफे से उठकर उनके पास जाकर बैठ गई और दे देते अब हम दोनों एक दूसरे के बाहों में आ गए पता ही नहीं चला। मुझे किस करने लगे चलने लगे मेरी चूचियों को दबाने लगे और मैं भी उनको चूमने लगी उनके बदन को टटोलने लगी।
फिर क्या दोस्तों दोनों तरफ से ही बराबर की आग लगी हुई थी जैसे हम दोनों ने कपड़े उतार दिए बेडरूम में चले गए उन्होंने मुझे लिटा कर पहले मेरी चूचियों को मसला फिर मेरी चूत में उंगली डालें। उसके बाद वो चाटने लगे मेरी चूत से गर्म गर्म पानी निकलने लगा और खाने का मजा लेने लगे। मैं आह आह ओह्ह्ह ओह्ह्ह करने लगी। काफी दिनों बाद मुझे कोई मर्द चुम रहा था और मेरी चूचियों को दबा रहा था।
उसके बाद उन्होंने मेरे दोनों टांगों को अलग अलग किया बीच में अपना मोटा लंड लगाया और जोर से घुसा दिया मेरी चूत के अंदर पूरा का पूरा लंड घुस गया था अंदर चला गया था मैं अब गांड घुमा घुमा कर उसके लंड को अपनी चूत में लेने लगी।
मेरे रोम रोम खड़े हो रहे थे मैं सिसकारियां ले रही थी अंगड़ाइयां ले रही थी और वह जोर-जोर से मुझे चोद रहे थे। पहली बार करीब 8 साल में किसी मर्द से में चुद रही थी, मुझे काफी अच्छा लग रहा था। उनका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर बाहर अंदर बाहर जा रहा था मेरे रोम रोम से हट गए थे मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। ऐसे ही चुदाई की कल्पना में इस वेबसाइट को देखकर और पढ़कर करते थे ऐसा लगता था मुझे भी कोई चोदे मेरा सपना साकार हो गया।
दिन में चोदने के बाद रात को फिर आए इस बार शराब लेकर आए थे। हम दोनों ने मिलकर शराब पी उस दिन मेरी बेटी घर पर नहीं आई थी क्योंकि वह अपने दोस्त के घर गई हुई थी। तो रात को हम दोनों ने शराब दिया और पूरी रात एक दूसरे के जिस्म को टटोल दे रहे चुदाई करते और करवाते रहें।
मजा आ गया था जिंदगी का दोस्तों। पर बात बिगड़ गई मेरी बेटी घर में कैमरा लगा दी थी और वह सब कुछ देख लिया था उसने। दूसरे दिन आकर वह मुझे बोलने लगे कहने लगे कि जब मैं बाहर चुदने तो तुम्हें खराब लगता है। पर आज जब मैं बाहर थे तो आप रंगरेलियां मना रहे थे।
तो मैंने कहा एक काम करो तुम भी तो अपने जिस्म की गर्मी को शांत करने बाहर जाती हो तब घर में ही शांत रख लिया करो क्योंकि बाहर का माहौल ठीक नहीं है। कोरोना का समय है बाहर से बनाए हैं और जिसे तुम अपनी गांड मरवाने जाते हो वह सही इंसान भी नहीं है इसके लिए मैं तो कहता हूं चूत की गर्मी को घर में ही निकाल लिया करो।
और फिर 1 दिन की बात है मैं कहीं बाहर गई थी। जब मैं घर पर आए तो देखी दरवाजा अंदर से लॉक नहीं था खुलकर जब अंदर आई तो देखी सोफे पर मेरी बेटी चुद रही है मेरे ही यार से। फिर क्या था दोस्तों जैसे ही मैं अंदर गई वह दोनों चुपचाप बैठ गए। पर मुझे तो पता था कि आज ना कल होना है। तो मैं भी कुछ नहीं बोले उन दोनों ने कपड़े पहन ले मैं उन दोनों के लिए चाय बनाई खुद के लिए भी चली और सोफे पर बैठ कर पीने लगे।
उस दिन के बाद तो दोस्तों वह आदमी तो मेरे घर का ही सदस्य हो गया कभी मुझे चोदता था कभी मेरी बेटी को चोदता है। तो दोस्तों अब मैं मां बेटी दोनों ही मजे में हूं कोई दिक्कत नहीं है कोई शिकवा शिकायत नहीं है एक ही आदमी से चुद रही हूँ। खुश हूँ।
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