माँ-बहन की चुदाई अपने ही मुस्लिम दोस्त और उसके अब्बू से Part 2

माँ-बहन की चुदाई अपने ही मुस्लिम दोस्त और उसके अब्बू से Part 2

लगभग चार घंटे बाद फरहान आया और वो बहुत खुश लग रहा था।
मैंने विजय से पूछा की- आज फरहान बहुत खुश लग रहा है। लगता है स्वेता ने फरहान को कोई नहीं चिड़िया दी है।
विजय बोला- हाँ यार लगता तो कुछ ऐसा ही है।
तब तक फरहान हमारे पास आ गया और मुझे बोला- और साले साहब क्या हाल-चाल है ?

मैं एकदम से चौक गया और मेरे दिमाग में तुरंत यही बात आई की क्या मैं शर्त हार गया और ये बात सही थी की मैं शर्त हार चूका था। मैं इन सबका साला बन चूका था और मेरी बहन इन सबकी रंडी बनने के लिए तैयार हो गयी थी।

पंकज बोला- क्या बोल रहा है भाई ! क्या इसकी बहन प्रिया फस गयी ?
फरहान मेरी तरह देख कर मुस्कुराते हुए बोला- हाँ फस गयी। साली को अपना लौड़ा चुसवा के आ रहा हूँ।  मा कसम बहुत मज़ा आया। बस उसकी चूत पर झांटे बहुत ज्यादा है इसलिए उसे चोदा नहीं, नहीं तो आज ही उसे चोद कर उसकी बुर का भोसड़ा बना देता।

ये बात सुन कर छोटू और लकी भी वही आ गए।

फरहान आगे बोला- साली एकदम कड़क माल है, एकदम हॉट और सेक्सी। एकदम कसी हुयी चूची, उठी हुयी गांड और सबसे बड़ी बात की अभी तक साली की बुर सील पैक है।
फरहान की ये बाते सुन कर सभी चौक गए और एक साथ बोल पड़े – क्या बात कर रहे हो गुरु ! साली अभी तक सील बंद है ?

छोटू अपना लौड़ा मसलते हुए बोला- फरहान भाई क्या आप सच बोल रहे हो ! मुझे भी उस साली के मज़े दिलवाना भाई।

लकी सब को बीच में टोकते हुए बोला- क्यों दीपक भाई की गांड फाड़ रहे हो ? कोई साबुत हो तो बताओ।

मैं भी दबी आवाज़ में बोला- हाँ कोई साबुत हो तो बात करो, नहीं तो मैं जा रहा हूँ। और मैं उठ कर खड़ा हो गया।
फरहान ने मेरा हाँथ पकड़ लिया और बोला- अबे साले तुझे साबुत चाहिए ! रुक अभी सबूत सुनाता भी हूँ और दिखता भी हूँ। जब तक तेरी बहन ने कपडे पहने थे तब तक की वॉयस रिकॉर्डिंग है और जब तेरी बहन ने अपने कपडे उतारना शुरू किये और जब तक उसने दुबारा अपने कपडे नहीं पहने तब तक की वीडियो रिकॉर्डिंग भी बनायीं है। अगर तुझे और साबुत चाहिए तो ये ले अपनी बहन के कपडे। फरहान ने अपने बैग से एक समीज़, ब्रा और पैंटी निकाल कर मेरी तरह फेंका।

ये मेरी प्रिया दीदी की ही समीज़, ब्रा और पैंटी थी, मैं इन कपड़ो को अच्छे से पहचानता था।

फिर फरहान मुझसे बोला- भोसडीके तेरी सीधी-साधी बहन आज पुरे कॉलेज में बिना ब्रा, पैंटी और समीज़ के और दुप्पटे में बिना सेफ्टी पिन लगाए घूम रही है। एकदम रंडी की तरह। जा कर देख ले।

ये सुन कर और अपनी बहन के ये कपडे देख कर मेरे हाँथ-पैर ठंडे पड़ गए। मैं कुछ बोल नहीं पाया।

छोटू जो उस कैंटीन में बर्तन धोने और सबकी झूठी प्लेट साफ़ करने वाले ने मेरी आँखों के सामने मेरी बहन की पैंटी उठाई और अपने मुंह से लगा कर सूंघने लगा और बोला- लगता है चूत में भी सेंट लगाती है।
छोटू की ये बात सुन कर सब हंसने लगे।

पंकज ने मेरी प्रिया दीदी की ब्रा उठाई और उसे देखते हुए बोला- साली की चूची अभी छोटी है लगता है अब हमें ही बड़ी करनी पड़ेगी।
सब फिर से हंसने लगे।

छोटू अभी भी मेरी बहन की पैंटी को अपनी नाक में लगा कर सूंघ रहा था। मैं खड़े हो कर सब देख रहा था पर अब मैं कुछ कर नहीं सकता था।

साबिर बोला- यार इन पंडित लोगो के साथ सबसे बड़ी परेशानी यही है की खुद की माँ-बहन बाहर रंडियों की तरह चुदवाती रहेंगी और ये लोग दूसरे की लड़कियों पर मुंह मारते रहते है और बोलते है की हम पंडितों की लड़कियां बहुत सीधी और शरीफ होती है।

ये सुन कर सब हंसने लगे और मेरी आँखों में आंसू आने लगे, पर मैं कुछ बोल नहीं पा रहा था।

फरहान ने मेरा हाँथ पकड़ कर मुझे कुर्सी पर बैठाया और बोला- देख यार रो क्यों रहा है ! कल को जब तेरी बहन की शादी होगी तो भी कोई उसे चोदेगा। बस अभी फर्क इतना है की वो शादी से पहले चुद रही है और जब तेरी बहन को अपनी बुर देने में कोई प्रॉब्लम नहीं है तो तुझे क्यों कोई प्रॉब्लम हो रही है। आज तक मैंने और तूने कितनी लड़कियों को चोदा है। वो भी तो किसी की बहन थी और किसी की माँ बनेंगी। ये सब छोड़ और रोना बंद कर। अब तू भी अपनी बहन और माँ की चुदाई के मज़े ले। तू ये पंडित, चमार, जमादार, मुसलमान छोड़ इन सबसे कुछ नहीं होता। लड़की के पास चूत होती है और उन्हें लण्ड चाहिए फिर वो लण्ड चाहे किसी का भी हो। तू यहाँ रो रहा है और वहां जा के देख तेरी बहन बिना कपड़ों के कितनी खुश है। अगर हमने तेरी बहन और माँ को चोदा तो इसमें तेरा भी फायदा होगा।
मैंने फरहान की तरफ आंसू भरी आँखों से देखा और बोला- इसमें मेरा क्या फायदा होगा ?
फरहान बोला- तुझे मालुम है की तेरी बहन प्रिया क्यों चुदने के लिए तैयार हुयी।
मैं रोते हुए बोला- नहीं ! मुझे नहीं मालुम।

फरहान मुस्कुराया और बोला- एग्जाम में 1st आने के लिए, क्लास में टॉप करने के लिए। अगर तेरी बहन अपने लिए मुझसे और मेरे अब्बू से यहाँ तक की एक गन्दी प्लेट धोने वाले छोटू से चुदने के लिए तैयार है तो सोच अपने भाई के लिए वो क्या कुछ नहीं करेगी।

मुझे फरहान की ये बात अच्छी लगी और मेरे चेहरे पर हलकी सी मुस्कान आ गयी जिसे देख कर सब लोग हूटिंग करने लगे। जिससे मेरा डर और शर्म थोड़ी काम हुयी। मुझे अच्छा भी लगा और मैंने सोचा की सच में अगर वो अपने नंबर बढ़वाने के लिए ये सब कर सकती है तो मेरे लिए भी करेगी और अच्छे नंबर और 1st आने में मेरा ही फायदा है। उसे कल किसी न किसी से चुदना ही है। अगर प्रिया दीदी मेरे दोस्त फरहान और उसके अब्बू से चुद जाये और मेरा फायदा हो तो इसमें क्या बुराई है। खैर मैं कुछ बोला नहीं सिर्फ हल्का सा मुस्कुरा दिया।

फरहान बोला- यही नहीं मेरे साले साहब, अगर तेरी बहन के साथ-साथ तेरी माँ भी हमसे चुदवाने लगी तो सोच तुझे कितनी आज़ादी मिल जाएगी। जब चाहो जहां चाहो जाओ, जो तेरा मन करे वो करो, कोई रोकेगा नहीं, पैसे देने में भी वो कभी आना-कानी नहीं करेगी, पूरी आज़ादी ही आज़ादी। क्यों सही बोल रहा हूँ न मैं ?

अब मुझे भी थोड़ा-थोड़ा अच्छा लगने लगा था। मैं अपने आंसू पोछते हुए और हल्का सा मुस्कुराते हुए बोला- हाँ ठीक है भाई, पर मेरी छोटी बहन रिया का क्या करोगे ?

फिर से सब ने हूटिंग की और मेरा साथ दिया। साथ देते भी क्यों नहीं, उन्हें मेरे घर की लड़कियां जो मिल रही थी फ़ोकट में। मैं समझ गया था की अब मेरी छोटी बहन रिया भी ज्यादा दिन बच नहीं पायेगी। इसलिए मैंने उसके बारे में भी पूछ लिया। मैंने एक गहरी साँस ली और देखा की छोटू अभी भी मेरी प्रिया दीदी की पैंटी सूंघ कर अपना लण्ड मसल रहा है। मैंने मुस्कुराते हुए तुरंत उसके हाँथ से पैंटी ले ली और बोला- साले पंडित लड़की मिली नहीं की अपना कमीनापन शुरू कर दिया।

सब लोग हंसने लगे और लकी छोटू के कंधे पर हाँथ रखते हुए बोला- कोई बात नहीं छोटू अब तुझे पैंटी नहीं सूंघनी पड़ेगी अब तो पण्डिताइन को चोदने की तैयारी कर ले।

सब लोग फिर हसने लगे और मैं भी उन सब के साथ हंस दिया।

मैंने पंकज के हाँथ से अपनी बहन की ब्रा भी ले ली और समीज़ जो की अभी भी टेबल पर पड़ी थी उसे भी ले कर अपने बैग में रख ली।

साबिर बोला- यार दीपक एक बार हम सब को अपनी माँ की बुर दिला दे फिर तेरी बहन को जॉकी की कट वाली पैंटी और नेट वाली ब्रा पहनाएंगे।

फरहान बोला- क्यों इसकी माँ को चोदने के बाद क्यों ? अभी क्यों नहीं ?
साबिर बोला- भाई अभी पैसे कौन देगा ? इसका बाप। वो तो इसकी माँ और बहनो को हमसे चुदने के लिए छोड़ गया है। अब इसकी माँ हमसे चुदेगी और हमें पैसे भी देगी। तभी तो इन्हे फैशन कराऊंगा। इसकी माँ कमाती भी है।

सब हसने लगे और मैं बोला- अब मेरी माँ और दोनों बहने तुम लोगो की अमानत है। जो करना हो करो पर मैं कुछ नहीं करुगा। मैं सिर्फ देखूंगा और मज़े लूंगा।

फरहान बोला- ठीक है। हम रोज तेरी माँ और बहनो की चूत मारेंगे और देख कर मज़े लेना।
साबिर बोला- मैं तो इसकी माँ को चोद कर एक बच्चा भी पैदा करवाऊंगा।

सब लोग फिर से हंसने लगे और मैं भी इनके साथ हंस दिया। अब मुझे अपने दोस्तों की बाते ख़राब नहीं लग रही थी और न ही मुझे अब गुस्सा आ रहा था।

इस बीच लकी फरहान से बोला- अच्छा चल भाई अब प्रिया का ऑडियो और वीडियो तो दिखा। मैं भी तो देखू अपनी होने वाली रंडी को।

मुझे छोड़ कर सभी लोग फरहान से यही बोलने लगे।

फरहान बोला- ठीक है। लेकिन अपनी होने वाली प्रिया रांड की एक छोटी सी शर्त है।

विजय बोला- यही ना की ये बात किसी को पता न चले। हमें मंजूर है। आखिर अपने जिगरी दोस्त की बहन है कोई सड़क पर चलती रंडी तो है नहीं ।
सब हसने लगे मैं भी थोड़ा मुस्कुरा दिया।

फरहान बोला- हाँ ये तो है पर एक प्रॉब्लम और है। प्रिया के 2-3 दिन में पीरियड्स शुरू होने वाले है। वो बोली है की वो सबके सामने चुदने के लिए तैयार है, पर जब उसकी सील टूटेगी तो सिर्फ एक ही उसकी सील तोड़ेगा और जब तक उसकी चूत का दर्द खत्म नहीं हो जाता तब तक कोई उसे चुदाई के लिए नहीं बोलेगा।

साबिर बोला- मादरचोद रांड के नखरे बहुत है। कब तक छिनार की चूत में दर्द रहेगा ?

फरहान बोला- सील टूटने के 2-3 दिन तो उसकी चूत में दर्द रहेगा, फिर उसके बाद उसकी चूत खून देने लगेगी यानि की उसके पीरियड्स शुरू हो जायेंगे। लगभग एक हफ्ता लगेगा उसे नार्मल होने में और तुम लोग उसके बाद ही उसकी चूत मार पाओगे।

छोटू बोला- इतना लम्बा बयाना क्यों ले ले लिया भईया जी ? आप तो कल ही उस छिनार के मज़े ले लोगे और हम लोग इतने दिन इंतजेर करें छिनार के लिए।

साबिर बोला- हाँ यार इतना लम्बा बयाना क्यों लिया ? अब जब तक मेरा लण्ड इसकी रंडी बहन की बुर नहीं मारेगा तब तक मेरे लण्ड को चैन नहीं मिलेगा।
फरहान बोला- यार अपने दोस्त की बहन है, कोई सड़क चलती छिनार नहीं है। वैसे भी अब वो रांड कहाँ भाग के जाएगी! पीरियड्स में चुदाई के अलावा सब कुछ करेगी। लण्ड चूसेगी, अपनी चूची दबवएगी, चूची पिलाएगी बस अपनी बुर में नहीं डलवा पायेगी। इतना तो सब्र कर लो दोस्तों।

पंकज बोला- चल ठीक है कोई बात नहीं। इसकी बहन नहीं तो इसकी माँ को चोदेंगे। अब दीपक हमारे लिए इतना तो कर ही सकता है। क्यों दीपक हमें अपनी माँ की चूत दिलाएगा न ?

मैं थोड़ा मुस्कुराते हुए बोला- हाँ ठीक है, जैसा तुम लोगो को सही लगे।

सब ने हाँ में सर हिल दिया। सबके मन में मेरी बहन और माँ को चोदने की कसक साफ़ दिख रही थी।

छोटू बोला- फरहान भाई अब जल्दी से दिखा दो मेरी पंडिताइन की चूत-चूची और क्या बात हुयी उस रंडी से ये भी सुना दो।

पंकज, विजय, साबिर और लकी सब फरहान से दिखाने और सुनाने के लिए बोलने लगे।

फरहान बोला- ठीक है। बस एक बात और है। दीपक तू अपनी बहन की समीज़, ब्रा और पैंटी छोटू को दे दे। मैंने तेरी बहन से बोला है है कॉलेज बंद होने के बाद वो अपने ये कपडे छोटू से ले लेना और आज तेरे भाई दीपक को इस बारे में कुछ नहीं बताएँगे। इसलिए तू ये ऑडियो और वीडियो देखने के बाद यहाँ से चले जाना। जब तेरी बहन छोटू से अपने ये कपडे लेने आएगी तब हम लोग उसके साथ थोड़ा मज़ा लेंगे और उसको कपडे पहना कर आएंगे।

मैंने हाँ में सर हिला दिया और अपने बैग से अपनी प्रिया दीदी की समीज़, ब्रा और पैंटी निकाल कर छोटू को दे दी। छोटू वो कपडे ले कर खुश हो गया और उसने मेरी प्रिया दीदी की ब्रा-पैंटी अपनी गंदे से कच्चे के अंदर डाल लिया और समीज़ को हाँथ में पकडे रहा और बोला- भाई अब जल्दी से शुरू करिये।

फरहान ने अपनी जेब से मोबाइल निकाला और सब को चुप रहने को बोला। सब चुप हो गए।

फरहान ने सबसे पहले ऑडियो शुरू किया जिसमे उसकी और प्रिया दीदी के बीच की बात-चीत रिकॉर्ड थी।

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माँ-बहन की चुदाई अपने ही मुस्लिम दोस्त और उसके अब्बू से Part 2