मेरे पति के दोस्त मेरे हमसफ़र

मेरे पति के दोस्त मेरे हमसफ़र

मेरे पति के दोस्त मेरे हमसफ़र

नमस्कार पाठको, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी कुशलमंगल होंगे | आज मैं अपनी जिन्दगी की पहली कहानी लिखने जा रही हूँ इसलिए मुझे पता नही है कि कहानी लिखते कैसे हैं ? अगर आप लोगो को मेरी कहानी में कुछ गलत नजर आये तो मुझे माफ़ कर देना | मेरा नाम सविता है और मैं कानपुर की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 36 साल है और मैं शादीशुदा महिला हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा फिगर गदराया हुआ है | मेरा कद बड़ा है जिस वजह से सब मेरी चूतड़ के दीवाने हैं क्यूंकि मेरी गांड गोल और उठी हुयी हैं | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश कर रही हूँ इसमें मेरे और मेरे पति के दोस्त के बीच की चुदाई के बारे में है | इस कहानी में आप लोगो को बताउंगी कि कैसे मैंने अपने पति के दोस्त को पाने प्यार में फंसा कर उससे अपनी चूत की जलती हुयी प्यास बुझाई | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय ना लेते हुए अपनी कहानी शुरू करती हूँ |
ये घटना दो साल पहले कि है | दोस्तों मेरे पति मुझसे बहुत प्यार करते हैं और मैं भी उनसे बहुत प्यार करती हूँ | मेरे पति से मुझे एक बेटा है जो कि स्कूल में पढता है | मेरे पति की अचानक से पता नही किस वजह से दारू पीने की आदत हो गयी है | वो रोज लाल की दारू पी के सो जाते हैं और मेरी चूत प्यासी रह जाती है | इनका ये नाटक मैं तीन साल से झेल रही थी | मेरे पति के एक दोस्त हैं जिनका नाम अंकित लुल्ला है | लुल्ला उनका सरनेम है | वो दिखने में काफ़ी हेंडसम है और उनकी कद काठी ऐसी है कि मैं उन्हें पहली बार देखते ही उनकी दीवानी हो चुकी थी | पर मैं कभी उनके बारे में गलत नही समझती थी और न ही कभी गलत भावना रखती थी | वो जब भी घर आते थे तो मुझे घूर घूर कर देखा करते थे | ये चीज़ मुझे बिलकुल पसंद नही थी | पर मैं क्या करती अगर पति को बताती तो वो शायद दारू पी के मुझसे ही लड़ बैठते | इसलिए मैंने छुप रहने में ही अपनी भलाई समझी | वो जब भी मेरे घर आते तो मैंने चाय पानी दे कर तुरंत ही उनकी नजरो से दूर हो जाती | पर अब मुझे उनका घूर घूर कर देखना अच्छा लगने लगा था और अब वो भी जब भी मुझे देखते तो मैं भी मुस्कुरा देती | एक दिन की बात है मेरे पति नहाने गये हुए थे और तभी अंकित जी किचन में चले आये और मेरे हाँथ को अपने हाँथ में ले कर कुछ बोलने ही वाले थे कि मेरे पति की आवाज आई तो मैंने अपना हाँथ हटाया और उनके पास चली गयी | तो उन्होंने मुझसे कहा कि यार टोवल दे दो मैं भूल गया हूँ | उसके बाद मैंने टोवल दी और वापस किचन में आई और अंकित से कहा कि यार तुम ऐसे मेरे हाँथ मत पकड़ा करो | अगर मेरे पति को ज़रा भी शक हुआ तो वो मेरी जान ले लेंगे |
फिर उसने कहा कि मुझे तुमसे बात करनी है | तो मैंने कहा कि यार अभी तो मेरे पास ऐसा टाइम नही है कि मैं खुल के तुमसे बात कर पाऊ तो अभी तो ये मुमकिन नही है | फिर वो किचन से निकल कर वापस सोफे में जा कर बैठ गए | एक दिन की बात है मेरे पति ऑफिस से नही आये थे और उन्हें आने में टाइम था | मेरा बेटा भी कोचिंग गया हुआ था | तभी अंकित आ गया और उसने मुझसे कहा कि आज मैं ऑफिस से जल्दी निकल कर आया हूँ | मैंने उनसे कहा कि यार उनके आने का टाइम हो रहा है तो उन्होंने कहा कि तुम टेंशन मत लो मैंने उससे कहा है कि मैं तुम्हारा घर में इन्तजार करूँगा | तो मैंने उनसे पूछा कि क्यू कही जाना है क्या आप लोग को ? तो अंकित ने बोला कि हाँ यार तुम्हारा पति इतना पीता है कि क्या बताऊ ? उसी ने मुझसे कहा कि यार तू भी मेरे साथ चल जबकि उसे पता है कि मै दारू नही पीता | मैंने कहा अच्छा तो ये बताओ उस दिन तुम किचन में क्या बोलने वाले थे | तो उसने कहा कि सविता मैं तुमसे प्यार करता हूँ | तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हूँ | तो मैंने भी अपने दिल की बात कह दी कि अंकित तुम भी मुझे अच्छे लगते हो | पर मुझे डर है कि कही मेरे पति को पता चल गया तो तुम्हे तो ख़ैर कुछ नही बोलेंगे पर मेरी जान ले लेंगे | तो उसने कहा कि तुम चिंता मत करो मैं ऐसा कुछ कभी होने नही दूंगा | फिर उसने मुझे आई लव यू कह दिया | मैंने भी उसे आई लव यू टू कह दी और तभी उसने मुझे गले लगा लिया | थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा कि अब छोड़ो भी उनके आने का टाइम हो गया है | फिर मैंने उसे बैठाया और चाय बनाने चली गयी | तभी मेरे पति भी आ गए | उसके बाद मेरे पति फ्रेश हुए तो मैंने उन दोनों को चाय दी | उसके बाद मेरे पति ने मुझसे कहा कि मैं एक पार्टी में जा रहा हूँ तो मुझे आने में देर हो जायगी |
मैंने भी कह दी कि ठीक है पर आप ज्यादा शराब मत पीना | तो उन्होंने कहा कि ठीक है मै नही पियूंगा ज्यादा | फिर उसके बाद वो दोनों चले गये और तभी मेरा बेटा भी आ गया | फिर मैं खाने की तैयारी में जुट गयी | खाना बनाने के बाद मैं और मेरा बेटा साथ में डिनर किया | खाना खाने के बाद मेरा बेटा सोने चला गया और मैं टीवी देखने लगी | अंकित और मेरे पति रात को 11 बजे आये और बहुत नशे में थे | पर इतना नशे में थे कि उन्हें होश था | उसके बाद अंकित चले गए पर वो मुझे अपना नंबर दे कर गये | मेरे पति अपने रूम में जा कर सो गए और फिर मेरी चूत प्यासी रह गयी | कुछ देर बाद मैं भी सो गयी |
अगले दिन मेरे पति ऑफिस चले गये तो मैंने अंकित को कॉल किया और पूछा कि कहाँ हो ? तो उसने बताया कि मैं घर में हूँ आज ऑफिस नही जा पाया | तो मैंने उसे अपने घर आने को कहा तो वो एक घंटे के बाद आया | सुबह के 10 बज रहे थे मेरे बेटे को भी आने में २ घंटे का वक़्त था | उसके बाद जब अंकित आ गए तो सीधा मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर किस करने लगे | मैं भी उनका साथ देते हुए उन्हें किस करने लगी | फिर हम दोनों ने एक दूसरे के पूरे कपडे उतार दिये और नंगे हो गए | अब वो मेरे दूध को चूसने लगे मसल मसल कर तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | फिर उसके बाद मैंने उन्हें सोफे पर बैठा दिया और उनके लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हए सिस्करिया लेने लगे | उसके बाद हम दोनों मेरे रूम में गये और उन्होंने मुझे लेटा कर मेरी टाँगे चौड़ी कर के मेरी चूत को चाटने लगे और ऊँगली से चोद भी रहे थे और मैं बस आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर को अपनी चूत में दबाने लगी | फिर उन्होंने अपने लंड को मेरी चूत में टिकाये और मेरी चूत में घुसेड दिए | अब वो मेरी चूत को जोर जोर से धक्के लगा कर चोदने लगे और मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बना दिए और पीछे से मेरी चूत में अपना लंड डाल दिए और चोदने लगे और मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी | करीब आधे घंटे के बाद उन्होंने मेरी पीठ पर अपना माल छोड़ दिया | अब हम दोनों को जब भी मौका मिलता है तो चुदाई कर लेते हैं | आज इतना टाइम हो गया है चुदाई करते हुए पर अभी तक मेरे पति को जरा भी शक नही हुआ |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी पसंद आई होगी |

मेरे पति के दोस्त मेरे हमसफ़र

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