मेरी बीवी ने जवान लड़के से चूत चुदाई-2
अब तक की इस सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि मेरी बीवी को, मेरा दूध वाला रोहित चूमे जा रहा था. मेरी बीवी संजू भी उसके चूमने चाटने से गरमा उठी थी. उन दोनों की इस काम क्रीड़ा को मैं खिड़की से देखते हुए अपना लंड हिला रहा था.
अब आगे..
एकाएक उसने अपनी आंखें खोलीं और रोहित को देखकर बहुत ही कामुक मुस्कान लाते हुए लंबी लंबी सांसें छोड़ने लगी.
रोहित ने संजू को इस कामुक अवस्था में देखा, तो वो बेकाबू हो गया. आखिर किशोरावस्था का जोश था. उसने आव देखा ना ताव, संजू का सर पकड़कर अपनी तरफ खींचते हुए अपनी जीभ निकालकर संजू के मुँह में प्रवेश करा दी. संजू भी पूरी गर्म हो गई थी, वो उसे चुभलाने लगी. अब संजू ने भी अपनी जीभ रोहित के मुँह में दे दी, तो रोहित बेतहाशा जीभ को चुभलाने लगा.
ये सब काम क्रीड़ा गेस्ट रूम में हो रही थी.
कुछ पल बाद संजू थोड़ा रुकी और रोहित को प्यार से देखते हुए मुस्कुरा कर बोली- अरे इतना अच्छा सेक्स करना कहां से सीखा?
रोहित बोला- भाभी मैंने दो माह में बहुत सारी ब्लू फिल्म देख ली हैं, वहीं से.
संजू बोली- अच्छा और क्या क्या सीखा है?
ये कह कर संजू ने बड़े कातिलाना अंदाज में अपना नेकलेस और बड़ा वाला मंगलसूत्र गले से उतार दिया.
संजू बोली- चलो बेडरूम में चलते हैं.
उसने अपना गिरा हुए पल्लू को समेटना चाहा, तो रोहित ने पल्लू को पकड़ लिया और बोला- भाभी प्लीज इसे खोल दो ना.
संजना हंसकर बोली- तो रोका किसने है … खुद खोल दो.
ये सुनकर रोहित ने संजू की साड़ी को उसके बदन से उतार दिया. अब वो सिर्फ ब्लाउज-पेटीकोट में थी.
इस अवस्था में वो गजब लग रही थी. उसकी कसी हुई चुचियां ब्लाउज के ऊपर से बड़ी मादक लग रही थीं, पेटीकोट जो उसने नाभि के दो इंच नीचे पहना था, उससे उसकी गांड का उभार स्पष्ट दिख रहा था. उसके ब्लाउज और पेटीकोट के बीच का नग्न भाग काफी गोरा और सेक्सी दिख रहा था.
रोहित संजू को देख देख कर ही कामांध हो रहा था. वो नीचे बैठा और संजू की नाभि में अपनी जीभ घुसा कर उसे चाटने लगा और कमर से लेकर पूरा पेट को अपने जीभ से चाट गया. इससे संजू को बड़ी अजीब गुदगुदी हो रही थी, वो आंखें मूंदे रोहित के बालों को सहला रही थी.
एकाएक संजू बोली- अब बेडरूम में चलें?
ये सुनकर रोहित उठा … और ये क्या … उसने झट से संजू को अपने गोद में उठा लिया और बेडरूम में ले जाने लगा.
संजू किलकारी भरते हुए बोली- अरे वाह बहुत ताकत है तुममें?
रोहित बोला- भाभी असली ताकत तो मैं अब दिखाऊंगा.
संजू ने उसकी बात का मतलब समझते हुए रोहित के गोद में ही मुस्कुराते हुए कहा- अच्छा मेरे छोटे आशिक.
इधर मैं भी झट से बेडरूम वाले खिड़की पर जाने लगा, तो एकाएक मेरी नजर कमरे के मेन गेट के बगल में स्थित डस्टबिन पर पड़ी. मैंने देखा उसमें मर्दाना ताकत की दो गोली का रैपर पड़ा हुआ है. मैं समझ गया कि ये रोहित ने ही संजू के साथ जबरदस्त सेक्स करने के लिए खाई है.
खैर मैंने बेडरूम की तरफ खिड़की के पास जाकर अन्दर झांका तो पाया कि अभी भी संजू रोहित की गोदी में ही थी. मुझे रोहित का शक्ति का अनुमान हुआ, आखिर वो एक देहाती यादव का लड़का था. उसके देसी बदन की ताकत का अंदाजा मुझे हो गया था.
अब रोहित ने धीरे से संजू को नीचे उतारा. संजू ने खुद ही अपने ब्लाउज को उतार दिया. अब वो सिर्फ ब्रा और पेटीकोट में थी.
संजू की ब्रा बड़ी सेक्सी थी. वो संजू की सुडौल चुचियों के कुछ भाग को ही ढकने में समर्थ थी. संजू की अधिकांश चूचियां दिख रही थीं जिन्हें देख रोहित पागल हुए जा रहा था. ऐसी जवान, सेक्सी, सुंदर और वासनामयी औरत को पाकर एक चुदास भरा लड़का गर्म नहीं होगा, तो क्या होगा.
संजू बोली- क्या देख रहे हो?
रोहित बिना जवाब दिए संजू के पास आकर उसकी एक चुची को बड़े प्यार से सहलाने लगा और दूसरी चुची को ब्रा से निकाल कर उसके निप्पल पर किस करने लगा.
इससे संजू के मुँह से ‘ईस्सस … अह …’ की आवाज निकली. रोहित अब चुची को मुँह में भरकर पीने लगा और दूसरी सुडौल चुची को निकाल कर उसका मर्दन करने लगा.
इससे संजू के शरीर में झुरझुरी दौड़ गई. वो आंखें मूंदे आहें भरने लगी. रोहित कभी इस चुची को पी रहा था … तो कभी उस चुची को … और साथ ही साथ चुची का मर्दन भी कर रहा था.
एकाएक संजू बोली- अब बस …
एक आज्ञाकारी कुत्ते की भांति रोहित ने चुचियों को चूसना छोड़ दिया. संजू की चुचियां से ब्रा से बाहर थीं. उसकी चूचियां जबरदस्त चुसाई और मर्दन से लाल हो गई थीं.
फिर संजू ने खुद रोहित की टी-शर्ट उतार दी. अन्दर उसने गंजी नहीं पहनी थी, अब संजू रोहित के गर्दन पर किस की, फिर उसके होंठ पर चूमा. रोहित की छाती पर उसके छोटे छोटे से निप्पलों को चूसने लगी.
रोहित ‘ईस् … सस … अअ…’ कर उठा.
संजू नीचे बैठ गई और रोहित के पेट, नाभि को चूसते हुए उसके पजामे को नीचे खींच कर उतार दिया. रोहित का लंड फनफनाता हुआ बाहर निकल आया. रोहित का लंड उस दिन की अपेक्षा आज ज्यादा भयानक लग रहा था. उसके लंड की सभी नसें पूरी उभर कर सामने आ गई थीं, लग रहा था … जैसे अभी फट कर उससे खून निकल आएगा. शायद ये गोली का कमाल था.
रोहित को लंड देखते ही संजू के मुँह से ‘ईस् … स … स..अ … अह…’ की आवाज निकल गई. रोहित के लंड को अपने हाथों से छूते हुए संजू बोली- बाप रे … इतना टाई.ई..ट …
संजू ने रोहित के लंड को एक दो बार आगे पीछे किया और लंड से निकल रहे प्रीकम (वीर्य की पहली पतली धार) को जीभ बाहर निकाल कर अपने अन्दर ले लिया. फिर वो लंड के छेद में अपनी जीभ फेरने लगी.
इससे रोहित कसमसाया और बोला- भाभी दर्द कर रहा है.
संजू ने आव देख ना ताव पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया और लेमनचूस की तरह चूसने लगी.
रोहित आंखें मूंदे ‘आह … आह..’ करने लगा.
संजू लगभग चार-पांच मिनट तक लंड को बेतहाशा चूसती रही … और फिर उसने अपने मुँह से लंड को निकाल कर रोहित के लंड को देखने लगी. आज संजू की आंखों में गजब का नशा दिख रहा था. ऐसे लग रहा था जैसे कि उसने दो बोतल दारू पी ली हो.
अब संजू उठी और उसने रोहित को बिस्तर पर ठेल कर पीठ के बल गिरा दिया. साथ ही संजू अपनी जॉकी की ब्लैक ब्रा उतार कर ऊपर से पूरी नंगी हो गई. उसकी चुचियों के निप्पल पूरे खड़े हो गए थे.
अगले ही पल वो रोहित के ऊपर लद गई और उसे चूमने लगी. एक दो पल बाद वो पलट गई, जिससे उसके पैर रोहित के मुँह की तरफ … तथा मुँह रोहित के लंड की तरफ हो गया था. एक पल की भी देर न करते हुए उसने रोहित के लंड को मुँह में ले लिया और चूसने लगी.
आज मेरी सेक्सी बीवी इतनी अधिक गर्म थी कि मैं देख कर चौक गया. संजू ने रोहित के आंड को तक अपने मुँह में भर लिए थे और मस्ती से चूसने लगी थी.
रोहित बेहद कसमसा रहा था … और संजू ‘उम्ह … उम्हअअ…’ करते हुए रोहित के आंड चूसे जा रही थी.
तभी रोहित ने संजू के पेटीकोट का नाड़ा खोल कर पेटीकोट को अलग कर दिया. संजू गजब की सेक्सी लग रही थी. उसका सुंदर चेहरा, सुंदर एवं गदराई हुई गोरी चमड़ी वाला जवान शरीर मेरी आंखों को एकदम चुंधिया रहा था.
इस समय संजू सिर्फ पैन्टी में रह गई थी. रोहित ने संजू की पेंटी में उंगली घुसाना चाही, तो वहां उसे कुछ उठा हुआ महसूस हुआ.
उसने पूछा, तो संजू बोली- अभी वो महीने से है.
रोहित ने नासमझी दिखाते हुए पूछा- वो क्या होता है?
इस पर संजू हंस कर बोली- हर महीने में तीन-चार दिन तक हरेक औरत के यहां से खराब खून निकलता है.
इस पर रोहित थोड़ा उदास होकर बोला- तो फिर आज चुदाई कैसे होगी.
संजू रोहित के चेहरे पर उदासी देखकर ठहाका मारकर हंसी और बोली- चिंता मत करो मेरे छोटे आशिक … कभी कभी इस दौरान भी हम लोग सेक्स कर लेते हैं.
संजू ने रोहित के रॉड के समान कड़क हो चुके लंड को हाथ में पकड़े हुए आग पीछे करना शुरू कर दिया. संजू लंड को ललचाई नजरों से देखते हुए मादक आवाज में बोली- वैसे भी हमको इस दौरान सेक्स करने में मजा ज्यादा आता है.
फिर संजू बेड से उठी और बोली- रुको … मैं जरा चुत साफ करके आती हूँ.
रोहित बोला- मैं भी देखूंगा.
संजू हंस कर बोली- चलो.
वो बाथरूम की तरफ जाने लगी. संजू का शरीर जहां पूरा भरा हुआ था, वहीं रोहित का पतला शरीर था. उन दोनों में कोई मेल नहीं था. वो दोनों बाथरूम चले गए.
एक मिनट बाद बाथरूम से संजना के ठहाके की हंसी सुनाई पड़ी, मैं सोचने लगा कि वहां न जाने क्या हो रहा होगा. मैं फिर वहां से बाथरूम की खिड़की, जो थोड़ी ऊंचाई पर थी, वहां गया और बगल में रखी दो ईटों को नीचे रखकर उस पर चढ़ कर बाथरूम के अन्दर झांका.
मैंने देखा कि वे दोनों पूर्णतः नंगे हैं. संजना की पेंटी बाथरूम के एक कोने में पड़ी है … और उसका मेन्सिस वाला नैपकिन भी एक कोने में फेंका हुआ था.
रोहित का लंड अभी भी जस का तस खड़ा था. रोहित संजू की बुर को अपने हाथों से धो रहा था, जिसमें खून लगा हुआ था.
संजू पैर फैलाए खड़ी थी तथा रोहित बैठा हुआ था. उसने संजना की एक टांग नीचे तथा दूसरी टांग बाथरूम में रखे एक छोटे से स्टूल पर रखी हुई थी, जिससे संजना की बुर पूरी खुल गई थी.
इस समय रोहित संजना की बुर पर साबुन लगा कर साफ कर रहा था. संजू बड़े प्यार से ये सब देख रही थी, उसे मजा आ रहा था.
कुछ ही पलों में संजू की बुर साफ हो गई थी. उसकी बुर के बाल भी साफ थे.
एकाएक तभी उसी पोजीशन में रोहित ने संजू की बुर पर अपना मुँह रख दिया और चूमने चाटने लगा. संजू ने मना किया कि आज नहीं … मैं मेन्सिस में हूँ ना.
रोहित बोला- अब ये साफ तो हो गई है, आज मैं इसे खा जाऊंगा.
वो फिर से संजू की बुर को उसी अवस्था में चूसने और चाटने लगा. संजू कुछ ही देर में आहें भरने लगी और रोहित के बालों को पकड़ कर उसका मुँह को अपने बुर में और चिपका दिया.
रोहित और जोर जोर से संजू की बुर को चूसे जा रहा था. संजू की आंखें मुंदी थीं. वो उसी अवस्था में ‘आह … ओह. … अह….’ किए जा रही थी.
पांच मिनट बुर चुसाई के बाद एकाएक संजू का भाव बदल गया और वो जोर जोर से सांसें लेने लगी. उसकी चुचियां ऊपर नीचे होने लगीं. एकाएक तभी उसका शरीर टाईट हो गया और वो रोहित के सर को अपनी बुर की तरफ ठेलते हुए झड़ने लगी. पूरी स्खलित हो जाने के बाद संजू ने रोहित को अपनी चुत से अलग किया और दोनों पैरों पर खड़ी हो गई.
रोहित का लंड अभी भी जस का तस खड़ा था … उसमें जरा भी ढीलापन नहीं आया था.
अब रोहित भी उठा, उसने संजू को बांहों में कसकर दबोच लिया और चिपक गया. करीब एक मिनट ऐसे ही रहा.
संजू बोली- क्या हुआ?
मेरी नंगी बीवी को रोहित ने और कसके जकड़ लिया, जिससे संजू की उन्नत चुचियां रोहित के पतली छाती से चिपक कर छितरा गईं.
रोहित फफकने लगा.
मुझे समझ नहीं आया कि उसे क्या हो गया.
संजू भी प्यार से बोलने लगी- अरे क्या हुआ बाबू?
रोहित उसी अवस्था में भोलेपन से बोला- भाभी, इतनी ज्यादा ख़ुशी मैंने जिंदगी में कभी नहीं पाई, भाभी आपको कभी भी मेरी जरूरत होगी, तो मैं आपके लिए जान भी दे दूंगा.
यह बात सुनकर संजू को उस पर प्यार आ गया और वो उसके बालों पर हाथ फेरते हुए बोली- ऐसा नहीं कहते.
फिर उसे सीधा करते हुए उसकी आंखों से आंसू पौंछने लगी. उसने रोहित का मुँह अपने चूचों में सटा दिया और उसके बालों को सहलाने लगी.
रोहित अब संजना के गदराई हुई चुचियों का रसपान करने लगा. संजू की आंखें मुंदी हुई थीं, वो बड़े प्यार से उसके बालों को सहला रही थी. उसी समय रोहित ने अपनी एक उंगली संजू की फिर से गीली हो चुकी बुर में घुसा दी.
संजू के मुँह से एकाएक ‘आह … अह..’ निकली. संजू बोली- अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है … चलो ना बेडरूम में चलते हैं.
फिर दोनों बेडरूम में चल दिए. अब चुदाई की बेला आ गई थी.
मेरी इस फैंटेसी भरी सेक्स कहानी के लिए आपकी मेल का स्वागत है.
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सेक्स कहानी जारी है.
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