कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-1

कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-1 लेखिका : नेहा वर्मा मैं गर्मी की छुट्टियों में रतलाम आ गई थी अपने पापा के पास। घर में छुट्टियों में बहुत पाबन्दी …

क्या छिपा रहे हो?

क्या छिपा रहे हो? सभी आंटियों और लड़कियों की फड़कती चूतों को मेरा प्यार भरा चुम्बन ! ज्यादा वक़्त बर्बाद ना करते हुए मैं सीधा अपनी कहानी शुरू करता …

जासूसी का सच

जासूसी का सच हाय जान… याद है ना तुम्हें पिछले कॉन्फेशन में मैंने तुम्हें बताया था कि… कैसे मैं महक के साथ डाउनटाउन पहुंची और कुछ शोर सुनकर एक …

गर्लफ्रेंड की चचेरी बहन और उसकी सहेली

गर्लफ्रेंड की चचेरी बहन और उसकी सहेली यह मेरी सच्ची कहानी है। मेरी एक गर्लफ्रेंड हुआ करती थी पायल ! करीब छः साल पहले हम दोनों एक दूसरे के …
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