चूत की पिचकारी यानी चरमोत्कर्ष का मजा
दोस्तो, मेरा नाम अच्युत है। मेरी उम्र 40 साल है। मैं अपंग हूँ.. मेरी कमर से नीचे का भाग काम नहीं करता है। मेरा लंड भी काम नहीं करता है.. इसलिए मैं अपने को हीन मानता था। लेकिन मैंने इन्टरनेट से Squirting के बारे में पता लगाया।
एक दिन मैं अपने घर से दूर सड़क के किनारे व्हीलचेयर में बैठा था। तभी एक अठारह साल की लड़की मेरे करीब आई।
उसने मेरे बारे में पूछा- आपकी ये यह अवस्था कैसे हो गई?
मैंने उसे बताया- एक गाड़ी दुर्घटना में मेरी रीड की हड्डी टूट गई।
उससे काफी देर तक मेरी बात होती रही, फिर वो मेरी व्हीलचेयर को धकेलती हुई मुझे मेरे कमरे तक छोड़ गई।
उसका मेरे घर के पास की सड़क से रोज ही निकलना होता था। वो अक्सर मेरे पास आती और मुझसे बात करने लगी थी। मेरी हालत पर उसने बहुत दुःख जताते हुए वो मुझसे बात करती थी.. तो मेरे सामने झुक कर मुझसे बात करती थी जिससे उसके मम्मों की झलक मुझे बहुत उत्तेजित करती थी।
एक दिन मैंने उससे उसकी खूबसूरती के लिए कहा- तुम बहुत खूबसूरत हो।
तो वो मुस्कुरा दी।
उस दिन उसके हावभाव से मुझे उसकी चुदास सी दिख रही थी।
मैंने उसे मेरे घर तक छोड़ने को रिक्वेस्ट की। वह मान गई। जब मेरे कमरे में पहुँची तो मैंने उसे बैठने के लिए कहा।
मैंने उसे बताया कि मैंने Squirting के बारे में पढ़ा है.. लेकिन कभी प्रयोग नहीं किया है।
मैंने उसे प्रयोग करने के लिए मनाया।
वो शायद कुछ मूड में थी। मैंने उसका हाथ पकड़ा। उसने कोई विरोध नहीं किया। तो मैंने उसे किस किया और उसकी चूची पकड़ ली। उसको शायद यही चाहिए था कि कोई उसको बिना चोदे मजा दे दे।
मैंने जब उसकी मसली तो महसूस इया कि उसकी चूचियां बेहद कड़क थीं। मैंने उसे करीब खींच लिया और उसके टॉप को उठा कर चूचियों के गुलाबी निप्पलों को चूसने लगा। वो भी मुझे मजा दे रही थी।
फिर मैं अपना हाथ उसके नीचे ले गया। मैंने उसकी टाँगों के बीच में हाथ घुसा दिया। उसकी चुत तो पहले से खुली हुई थी। मैंने पूछा तो उसने बताया कि उसकी सील तो टूट चुकी थी।
मैंने पूछा- तुमने किसके साथ सेक्स किया था?
वह बोली- मैंने अभी तक सेक्स नहीं किया है, मेरी तो पहले से ऐसे ही है।
पर मुझे पता हो गया कि इसने कई लंड लिए होंगे ये झूठ बोल रही है।
मैंने पहले उसका क्लिटोरिस दबाया। उसकी चुत गीली होने लगी। फिर उसकी चूत में उंगली अन्दर डालकर उसके ‘जी-स्पॉट’ पर काम किया। वो एकदम से गरम हो गई।
वह अब तक खड़ी थी.. पर जैसे ही उसके ‘जी-स्पॉट’ पर उंगली से रगड़ की.. तो वह ‘आह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… आह..’ करने लगी और मेरे ऊपर गिर पड़ी, वो मेरे को खूब किस करने लगी।
कुछ देर बाद वह बोली- अब मैं खड़ी नहीं रह पाऊँगी।
वह मुझे बिस्तर के करीब लाकर बिस्तर पर जाकर लेट गई, मैं भी बिस्तर पर आ गया। मैंने उसको खूब किस किया.. उसके मम्मे दबाए, उसकी जाँघ में भी खूब किस किया, उसकी गोरी जाँघों में किस करने में मुझे बहुत मजा आया।
मैं फिर से उंगली को उसके ‘जी-स्पॉट’ पर ले गया।
लड़कियों का ‘जी-स्पॉट’ चूत के ऊपरी ओर की भित्ति में खुरदरा क्षेत्र होता है। इस क्षेत्र में उंगली से थपथप करके दबाने से महिला बहुत ही उत्तेजित हो उठती है।
यही हुआ.. कुछ ही देर में वह तो बेसुध और मदहोश हो गई। वो ‘आह.. आह..’ करने लगी, मेरे से लिपटने भी लगी, उसकी चूत से बहुत स्राव निकला, फिर वो शान्त हो गई।
मैंने उसकी तरफ देखा तो बोली- बहुत मजा आया।
मैंने दस मिनट बाद उसको फिर से मजा दिलाया। मैंने उसकी आँखों में बहुत सन्तोष देखा। फिर दस मिनट बाद एक बार और उसका स्खलन कराया।
फिर मैंने उसके साथ ऐसा मजा बहुत बार लिया। अब उसके माँ-बाप ने उसकी शादी कहीं और कर दी। मैं अकेला रह गया।
अब भी वह कभी-कभी आती है, पर लंड के चक्कर में मेरी उंगली को भूल गई है।
यह मेरी कहानी थी.. आपको कैसी लगी मुझे मेल भेजिए.. मेरा ईमेल है।
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