पति के सामने ही चुद रही थी दिवाली के दिन अपने भाई से
पति के सामने ही चुद रही थी दिवाली के दिन अपने भाई से
Bahan Bhai Sex Story, Diwali ki raat Chudai, Diwali Sex Kahani, Bother Sister Sex Diwali Par : कल रात दिवाली की रात अमावस की रात खुशियों की रात दिवाली की रात पर एक वासना से भूखी बहन को भाभी ने पति के सामने ही चोद दिया। दिवाली की सेक्स कहानी आपने जरूर पढ़ी होगी पर आज जो कहानी मैं लिख रही हूँ। वो भी सुबह सुबह ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर वो सबसे अलग है। कल रात मेरा भाई मुझे जम कर चोदा। गले लगना पर गया भारी, दिवाली की बधाई देने के लिए गले लगाई। आप खुद बताओ क्या किसी को गले लगना नहीं चाहिए? क्या अपने भाई को भी गले लगाने से बहन को बचना चाहिए? आपको इन सभी बातों को जवाब आपको इस कहानी में मिल जायेगा।
मेरा नाम कोमल है मेरी उम्र 28 साल है। खूबसूरत हो हॉट हु सेक्स हु। मेरी शादी के सात साल हो गए पर अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है। शायद मैं अपने पति से माँ भी नहीं बन पाऊं क्यों की उसका वीर्य काउंट बहुत कम है। जहाँ मैं एक नंबर की सेक्सी औरत हूँ, मुझे चुदाई बहुत पसंद है वहीँ मेरा पति विपरीत है। उसको चुदाई क्या किसी औरत का लड़की का जिस्म भी उसको आकर्षित नहीं करता। अब आप समझ गए होंगे वो एक नामर्द आदमी है उसको औरतों मे लड़कियों में किसी भी प्रकार को कोई इंटरेस्ट नहीं है।
अब ऐसा क्यों वो भी जान लीजिये। मेरा पति मेरे साथ सोने से अच्छा अपने बात के साथ सोना चाहता है। मेरे पति का मेरे ससुर के साथ नाजायज सम्बन्ध है। मेरे पति का गांड आप देखेंगे तो समझ आ जाएगा। औरतों की तरह गांड है। ससुर ने इतना गांड मारा और इन्होने अपने बाप का इतना गांड मरा की बाप बेटे की गांड चौड़ी और बाहर की तरह निकल आया है। मेरे पति और ससुर दोनों गे है। आपको गे के बाते में पता होगा। एक आदमी को जब एक औरत में नहीं बल्कि एक आदमी इन इंटरेस्ट आने लगे दोनों के साथ गांड मारने का गांड चोदने का रिस्ता कायम हो जाये तो समझो वो गे है। कई लोग भारतीय भाषा में गांडू भी कहते हैं।
आपको लग रहा होगा की जब मेरा पति मुझे खुश नहीं कर पाता , मेरी चुदाई नहीं कर पाता तो फिर अपने पति के साथ मैं रही ही क्यों रही हु? क्यों ना मैं दूसरी शादी कर लेती हूँ? तो इसका जवाव है। अथाह सम्पति ससुराल की और अकेली वारिस हूँ। JCB और ट्रक 28 है 100 बीघा जमीन। सास नहीं ननद नहीं। मैं अकेली हूँ, पति और ससुर है। घर में अकेली औरत हूँ। किसी चीज की कमी नहीं है। अब मैं इसको छोड़ कर कैसे कहीं चली जाऊं?
अब सीधे कहानी पर आती हूँ। कल दिवाली यानी 24 अक्टूबर 2022 की रात दिवाली पर मेरा भाई मेरे यहाँ आया। मैंने कभी भी अपना दुःख अपने भाई को नहीं बताई थी। ये बात सिर्फ मेरी माँ जानती है। की मेरा और मेरे पति के बिच शारीरिक सम्बन्ध नहीं है। कल रात मैं टूट गयी थी। दिवाली की पूजा की दिए जलाये। ये सब काम मैं अकेली ही कर रही थी। तभी मेरा भाई आया। उसने मुझे विश किया मैंने भी विस् किया दिवाली का। मैं अंदर ले कर आई मेरे बैडरूम में जो सोफा है वही बैठा वो।
उसने पूछा की कहाँ है राजवीर जी ? यानी मेरे पति। तभी बगल बाले कमरे से आवाज आ रही थी। अअअअअ आआ आआ ओह्ह्ह्हह्ह आआ की वो दौड़कर बाहर गया की क्या हुआ देखने मैं तो आराम से बाहर निकली क्यों की मुझे पता था। बगल वाले कमरे में ससुर और मेरे पति एक दूसरे को गांड मार रहे है। अक्सर ऐसा होता है। जब को ऐसी ख़ुशी का मौक़ा हो। और नए कपडे पहनते हैं दोंनो तो एक दूसरे के करीब आ ही जाते है। उन दोनों को ये भी पता नहीं होता है की समय क्या हुआ है। मैं कहाँ हूँ। वो दोनों जब भी तैयार होते हैं एक दूसरे के करीब आ जाते हैं फिर दरवाजा बंद हो जाता है। और फिर क्या होता होगा वो आपको पता ही है।
उसने कहा क्या हुआ? क्या हो रहा हैं अंदर ? मैं रो दी और भागकर अपने कमरे में आ गयी। वो भी मेरे पीछे पीछे दौड़ता हुआ आया। पूछा क्या हुआ है? फिर मैंने उसको बताया की ससुर और मेरे पति के बिच सेक्स सम्बन्ध है। वो दोनों ही गे है। मेरा भाई अवाक् रह गया। फिर उसने कहा और तुम्हारे साथ रिश्ता? मैंने कहा कुछ भी नहीं अभी तक कुंवारी ही समझो। उसने कहा क्या माँ को नही बताया। मैं बोली घर में माँ और पापा को भी पता है।
उसने कहा फिर तुम यहाँ क्यों हो? मैंने कहा प्लान है उसकी के हिसाब से काम कर रही हूँ। मेरे भाई को सब समझ आ गया। उसने अपना हाथ फैलाया और मैं भी अपना हाथ फैला दी दोनों एक दूसरे के बाएं में आ गयी और फिर जब एक आदमी औरत ऐसी हालात में जब गले मिले तो मामला तो बढ़ ही जाता है। वो भी गले लगाया और मैं भी गले लगा कर उसको बोली हैप्पी दिवाली उसने भी हैप्पी दिवाली बोला।
पर आग लगते देर नहीं लगी जिस्म में मेरी हॉट और सेक्सी बदन उसपर से पारम्परिक पहनावा दिवाली का जेवर नथ लाल साडी कसी हुई चोली। सुर्ख लाल रंग की लिपस्टिक और आँखों में भरकर काजल उसको पिघला दिया। वो मेरे हॉट पर अपना होठ रख दिया और मेरे पीठ को सहलाते हुए वो मेरी चूचियों को सहलाने लगा। हम दोनों भी एक दूसरे की आगोश में आ गए। वो मेरे जिस्म को टटोलने लगी। और फिर मेरे होठ पर गाल पर चूमने लगा और हम दोनों ने ही अपने लिप लॉक कर लिए।
हम दोनों की वासना भड़क उठी थी। मैं अब अपने आप पर काबू नहीं रख पाई मेरा भाई जो जो करता गया मैं साथ देती गयी। उसे ब्लाउज का हुक खोल कर जब ब्रा को मेरे जिस्म से अलग किया वही से दोनों की अन्तर्वासना भड़क गयी और एक दूसरे के प्यासे हो गए। उसने तुरंत ही मुझे गॉड में उठा कर पलंग पर लिटा दिया और मेरी दोनों बड़ी बड़ी सुडौल चूचियों को मसलते हुए। मेरी चूचियों को पीने लगा। जब वो मेरी निप्पल को दांत लगाया तो मैं पागल हो गयी।
अपनी टांगो को अलग कर के अपनी पेंटी उतार दी। टांग फैला दी और उसको आमंत्रित की चूसने के लिए चाटने के लिए मेरा भाई तुरंत ही मेरी चूत को चाटने लगा। मैं गरम गरम पानी छोड़ती रही वो अपनी जीभ से मेरी चूत को चाट कर गरम गरम चूत को पानी को पीने लगा। मैं व्याकुल हो गयी अंगड़ाइयां लेने लगी। मेरा भाई अपना लंड मेरी मुँह में दे दिया। मैं चूसने लगी उसके लंड को। उसने कहा बहन अब तुम्हे किसी चीज की कमी नहीं होगी। आज से मैं तुम्हे जिस्मानी रूप से सुख पहुँचाऊँगा।
और उसने मेरी चूचियों को मसलते हुए अपने लंड को मेरी मुँह के अंदर बाहर करने लगा। मैं बहुत ज्यादा गरम हो गयी थी अब लंड चाहिए था चूत में। उसने भी इस बात को समझ लिया था। तुरंत ही उसने अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर रखा और जोर से अंदर घुसा दिया। जैसे ही उसका लंड मेरी चूत के अंदर पहुंचा मैंने एक लम्बी साँसे ले और फिर जिस चीज कि कमी थी वो पूरा होने लगा। वो जोर जोर से चुदाई करने लगा मेरे मुँह से सिर्फ आआआ आआआ ओह्ह्ह्हह्हह ओह्ह्ह्हह्हह अअअअअअअ उफ्फ्फफ्फ्फ़ आआआ को आवाज निकलने लगी।
भाई जोर जोर से चोद रहा था। तभी मेरा पति मेरे कमरे में आ गया। वो मुझे देखा मैं हॉट और सेक्सी अंदाज में चुद रही थी और मेरा भाई मुझे चोद रहा था। कोई रिएक्शन नहीं किया उसने। वो सामने खड़ा रहा और चुदती रही। क्या बोलेगा वो। वो खुद भी गांड मरवा कर आ रहा था। मेरा भाई जोर जोर से पेल रहा था मुझे चुम रहा था मैं गांड हिला हिला कर गोल गोल घुमा घुमा कर चुदवा रही थी। फिर क्या उसके सामने ही करीब बीस मिनट तक मेरा भाई चोदा फिर हम दोनों ही शांत हो गए।
मेरा भाई उठा और अपने जीजा को बोला जीजा जी हैप्पी दिवाली। और फिर मैं भी अपने कपडे पहन ली और फिर वही पलंग पर बैठ गयी। रात खाना खाकर सब लोगो सोने चले गए। मेरे पति गुस्से से कल रात को छत पर बने कमरे में सोये पर मैं अपने भाई के साथ अपने बैडरूम में सोई और पूरी रात मजे को। मैं दूसरी कहानी भी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखूंगी की बाद में क्या हुआ मेरा पति मेरे से क्या पूछा और मेरी ज़िंदगी कैसी चल रही थी।
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