सुनीता की दो सील दो दिन में तोड़ी
हेल्लो मेरा नाम विकास है में पेशे से डॉक्टर हूँ में चमड़ी, कॉस्मेटिक और सेक्स रिलेटेड बीमारी का इलाज करता हूँ इस कारण मेरे पास जयादातर सुंदर लडकिय ही आती है मेरी उम्र 28 साल है मेने आज तक बहुत सेक्स किया और हर प्रकार का किया लेकिन में सेफ्टी का बहुत ध्यान रखता हूँ क्योकि आजकल सेक्स से होने वाली बीमारी बहुत ज्यादा हो गयी है इसलिए सेफ्टी में ही सबकी भलाई है अब में अपनी कहानी पर आता हूँ मेरे एक दोस्त है उनकी उम्र मेरे से काफी ज्यादा है वो मेरे नजदीक ही रहते है उनकी एक लड़की सुनीता है जिसने अभी बारह क्लास पास की है मेडिकल साइंस से, उसकी उम्र लगभग 18 साल होगी दिखने में बहुत ही सुंदर है 45 किलो वजन. वाइट कलर. स्मार्ट,5.2 लम्बाई है, फिगर 30- 26 -32 का है वैसे तो हम डेली साथ खेलते रहते थे लेकिन मेरा ऐसा कोई विचार नहीं था एक बार फरवरी में उसकी चूत में फंगल इन्फेक्शन हो गया जिस से वहां पर खुजली होने लगी, सफ़ेद पानी आने लगा और कुछ दाने निकल गए, उसकी मम्मी मुझे दिखाने के लिए लाई,मेने उसकी सलवार निकलवाई और चेक कर के उसको दवाई दे दी. इस तरह से वो ३ बार मेरे से दवाई लेके चली गयी लेकिन में उस बारे में ऐसा कुछ नहीं सोच रहा था, अब उसके एग्जाम ख़तम हो गए थे तो उसने प्रीमेडिकल एंट्रेंस का फॉर्म भर रखा था उसका सेंटर दिल्ली आ गया किस्मत ऐसे थी की जिस दिन उसका एग्जाम था उसके पिताजी की चंडीगढ़ में कोई मीटिंग थी इसलिए वो उसके साथ नहीं जा सकते थे। उन्होंने मेरे से रिक्वेस्ट की की आप सुनीता के साथ एग्जाम के लिए चले जाओ एक दिन की ही बात है, तो मेने भी हाँ कर दी, में और सुनीता शाम को अम्बाला से गुडगाँव वाली बस में बैठ गए करीब रात 9 बजे बस ने हमे धोलाकुन उतार दिया,हमारा सारा सफ़र लैपटॉप के सहारे पास हो गया, वहां जा कर हम दोनों कैंट में एक होटल में रूम में चले गए मेने लैपटॉप ओन किया और नीचें चला गया आर्डर देने के लिए में वापिस आया तो सुनीता लैपटॉप में इन्टरनेट पर कुछ देख रही थी, मेने टोवेल लिया और बाथरूम में चला गया वह मुझे ब्लू फिल्म की थोड़ी आवाज़ सुनाई दी में समज गया की सुनीता ब्लू फिल्म देख रही है लेकिन मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था।
थोड़ी देर में में बहार निकला तो सुनीता ने लैपटॉप बंद कर रखा था, इतनी देर में वेटर एक बियर, एक पेग व्हिस्की. कोल्ड ड्रिंक और आइस ले के आ गया। मेने बियर मग में डाली और पीना स्टार्ट कर दिया सुनीता बाथरूम में चली गयी फ्रेश होने के लिए. थोड़ी देर में सुनीता बहार आई तो उसने एक लूस टीशर्ट और एक निकर पहन रखा था. मेने उसको कोल्ड ड्रिंक दिया हम दोनों का ड्रिंक ख़त्म हुआ तो मेने खाना मंगवा लिया दोनों ने खाना खाया, फिर में बोला चलो सुनीता सो जाओ सुबह एग्जाम देना है, हम दोनों बेड पर लेट गए मुझे भी हल्का हल्का नशा होने लगा, थोड़ी देर में सुनीता ने अपना टॉपिक स्टार्ट कर दिया की मेरी चूत में खुजली क्यों होती है, पानी क्यों निकलता है और मेरे पास आ गयी, धीरे -धीरे टॉपिक सेक्स पर आ गया और बातो बातो में हम दोनों एक दुसरे से सट गए, मेने सुनीता को चूमना स्टार्ट कर दिया उसके गर्दन पर किस करना स्टार्ट कर दिया. एक हाथ से उसकी चूची दबाना स्टार्ट कर दिया. फिर उसको उठा के उसकी टीशर्ट निकाल दी और उसके मिल्की बूब्स को अपने मुह में ले लिया और दुसरे हाथ को उसकी पन्टी में डाल दिया उसकी चूत पे हलके हलके से बाल थे, मेने उसके क्लाइटोरिस को अपनी ऊँगली से रगड़ना शुरु कर दिया जिस से वो बहुत ज्यादा गरम हो गयी फिर मेने उसकी निकर और पन्टी को निकल के साइड में रख दिया. अब मेने अपने भी सारे कपडे निकाल दिए, वो आंख बंद कर के लेटी थी और सी-सी की आवाज़ निकाल रही थी फिर उसने मेरी चेस्ट को चूमना सुरु कर दिया अब मेने देखा की उसकी चूत एक दम गरम थी और उस से पानी निकलने के कारण चिकनी हो गयी थी, मेने उसकी चूत पे अपने होठ रख दिए और अपनी जीभ चूत के अंदर घुसा दी. इससे उसकी सिसकारी और तेज हो गयी अब उसने अपनी आंखे खोल दी और नीचे मेरे लिंग की तरफ देखा और खड़ी हो गयी, बोली मुझे और कुछ नहीं करना में मर जाउंगी, लेकिन मेरा सरुर बन चुका था और उपर से सुनीता एक कच्ची कली थी। फिर कैसे छोड़ता उसे. मेने ५ मिनट सुनीता को समझाया तो वो मान गयी लेकिन बोली धीरे-धीरे करना ।
में उठा और बाथरूम से तेल की सीसी उठा के ले आया, तेल निकाल के सुनीता की चूतत में अंदर तक अच्छे से लगा दिया. फिर अपने 7-8 इंच के औजार पर तेल लगाया अब सुनीता की दोनों टांगे चोडी कर के उनके बीच में आ गया, एक टॉवल सुनीता की गांड के नीचे लगा दिया ताकि बेड गन्दा न हो सके, अपने लंड का सुपाडा सुनीता की चूत के सुराक पे लगा के उसकी दोनों टांगो को अपनी दोनों टांगो के बिच फंसा लिया और उस पर लेट गया। और उसके होठ अपने होठ में ले लिए अब एक जोर का झटका लगा दिया जिस से सुनीता चिल्ला उठी लेकिन उसके हिलने का कोई रास्ता नहीं था फिर मेने एक धक्का और लगाया और अब पूरा लिंग सुनीता के अंदर था. सुनीता रोने लगी मेने उसको समझाया की थोड़ी देर में सब ठीक हो जायेगा फिर धीरे-धीरे सुनीता नार्मल हो गयी और सेक्स के मज़े लेने लगी थोड़ी देर बाद दोनों का पानी छूट गया। मेने अपना लंड सुनीता बहार निकाला तो सुनीता देख के डर गयी की इतना खून कहाँ से आ गया इस पर, फिर मेने समझाया की रानी ये आपका ही है मेरा नहीं, फिर सुनीता ने नीचे देखा तो पूरा टॉवल लाल हो गया था फिर उसी टावेल से सुनीता की चूत को साफ़ किया और दोनों ने बाथरूम में जा कर धुलाई की फिर दोनों नंगे हो कर बेड पे लेट गए. थोड़ी देर में फिर काम सुरु हो गया इस बार सुनीता ने पूरा मज़ा लिया इस प्रकार हम दोनों सुबह के पांच बजे तक करते रहे और फिर अचानक आँख लग गयी और नंगे ही सो गये. में सुबह उठा तो देखा की साढ़े आठ हो गया था. 9 बजे से सुनीता का एग्जाम था, जल्दी से सुनीता को उठाया और दोनों बाथरूम में नहा के बिना ब्रेकफास्ट के ही निकल गए. सेंटर में पहूँच कर देखा तो साढ़े नो हो गए थे, सुनीता को एंट्री से मना कर दिया, फिर वहा पे मुझे एक सीनियर डॉक्टर दिखाई दिया मेने उस से बात की तो वो सुनीता को अंदर ले गया और एग्जाम में बैठा दिया ।
बारह बजे सुनीता बहार आ गयी, तो डॉक्टर रवि मेरे सीनियर जिद करने लगे की आज मेरे पास रुक जाओ, फिर मेने मना किया लेकिन वो नहीं माने, फिर मेने सुनीता के पिता जी बात की तो वो बोले कोई नहीं रुक जाओ सुबह आ जाना, फिर दोपहर में लंच किया और तीनो सो गए, शाम को उठ कर रवि हमें घुमाने ले गया, रात को रवि के रूम पर आ कर हमने थोडा ड्रिंक किया, आज सुनीता ने भी थोड़ी बियर लगा ली थी, फिर मेने रवि से पूछा की सुनीता से एन्जॉय तो नहीं करना है रवि ने हाँ कर दी, फिर सुनीता से पूछा तो वो मान गयी हम दोनों के लिए, अब हमने खाना खाया और अपना पुराना काम शुरु कर दिया, उस कमरे में हम तीनो नंगे हो कर पूरा मज़ा ले रहे थे। एक बार में सुनीता की चूत में अपना लंड डाल रहा था एक बार डॉक्टर रवि, हमने लैपटॉप में ब्लू फिल्म लगा रखी थी, एक बार करने के बाद तीनो बात करने लगे, फिर एक आईडिया आया की बारी बारी में मज़ा नहीं आया दोनों एक साथ करते है, मेने रवि को बोला की जेली लो, तो वो क्लिनिक से उठा लाया. फिर हमने दुसरे राउंड की शुरूवात की, इस बार हमारा प्लान सुनीता की दूसरी सील तोड़ने का था, सुनीता को गरम किया, हम दोनों भी गरम थे, अब रवि नीचे लेट गया सुनीता उसके लंड पर बेठ गयी, रवि का पूरा लंड सुनीता की चूत के अंदर था, अब सुनीता के बूब्स रवि की चेस्ट से लगे थे और उसकी गांड उपर साइड मेरी तरफ थी, सुनीता जम्प कर कर के मज़े ले रही थी फिर मेने सुनीता को बताया की सुनीता अब में तेरी गांड मारूंगा, थोडा दर्द हो सकता है,सुनीता ने हाँ कर दी, फिर मेने रवि को बोला की दोनों हाथो से सुनीता को कमर के पीछे से पकड़ लो, मेने क्रीम ली और आधी क्रीम सुनीता की गांड में डाल दी, फिर पांच मिनट उसकी गांड को रगडा, अब उसकी गांड चिकनी हो चुकी थी में सुनीता के पीछे बैठा और अपना लंड सुनीता की गांड के छेद पर लगा के उसके उपर लेट गया. फिर एक जोर का धक्का लगाया मेरा पूरा लंड सुनीता की गांड में बैठ गया और रवि का पूरा लंड सुनीता की चूत में था. इस प्रकार सुनीता सैंडविच की तरह दो लंडो के बीच थी. सुनीता की पिछली सील भी टूट चुकी थी लेकिन चिकनी होने के कारण उसे ज्यादा दर्द नहीं हुआ, फिर तीनो रिलैक्स हो गए थोड़ी देर बाद तीसरा ट्रिप स्टार्ट हो गया इस बार में आगे था और रवि पीछे. तीसरे ट्रिप के बाद में सो गया रात के 2बज गए थे, रवि और सुनीता ने सुबह 5 बजे तक किया, फिर में उठ गया में और सुनीता नहाये और बस स्टैंड से अम्बाला की स्लीपर बस पकड़ के सुबह दस बजे अम्बाला पहूँच गए।
इस प्रकार दो रातो में सुनीता अपनी दोनों सील मुझसे तुडवा चुकी थी, अम्बाला आने के बाद तो हमारा डेली काम होने लगा. बीच-बीच में सुनीता सैंडविच बनने के लिए बोलती तो चंडीगढ़ जाना पड़ता था ग्रुप्सेक्स के लिए, इस प्रकार सुनीता एक अच्छी खिलाडी बन चुकी थी. मेरा दिल भी सुनीता के बिना नहीं रह पाता था लेकिन अब सुनीता ने बंगलोर में एडमिशन ले लिया तो हम नहीं मिल पाते है।
सुनीता मेरे साथ साथ लगभग दस से ज्यादा लंड ले चुकी थी जिसमे पांच इंच से दस इंच तक के लम्बे थे
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