Tag: नगह

कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-1

कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-1 लेखिका : नेहा वर्मा मैं गर्मी की छुट्टियों में रतलाम आ गई थी अपने पापा के पास। घर में छुट्टियों में बहुत पाबन्दी …

प्यासी निगाहें

प्यासी निगाहें प्रेषक : ? एक बार काम के सिलसिले में मुझे दिल्ली में दो महीने रुकना था। मैं अपने एक दोस्त के रिश्तेदार मिस्टर यादवेन्द्र सिंह के यहाँ …

अंतरवासना भरी निगाहों से देखती थी भाभी मुझे

अंतरवासना भरी निगाहों से देखती थी भाभी मुझे अंतरवासना के पाठक और पाठिकाओं को मेरा प्रणाम… मुझे घर पे सब लालू कह के बुलाते हैं… मेरी उम्र 23 है …