विदुषी की विनिमय-लीला-7 कोई मिल गया विदुषी की विनिमय-लीला-7 लेखक : लीलाधर संदीप और इनका स्वाद एक जैसा था। सचमुच सारे मर्द एक जैसे होते हैं। इस खयाल पर हँसी आई। मैंने मुँह में जमा … [Continue Reading...]