अंकल का लण्ड चूसो बेटी – दो लण्ड एक साथ घुस कर उसका भोषडा चोद रहे
मेरी अम्मी फोन पर बोली :- अरी फ़िज़ा कहाँ है तू, बहन चोद ? तेरा कहीं ठिकाना नहीं रहता ? पता नहीं कहाँ कहाँ तू घूमा करती है ? कभी बता के नहीं जाती है तू ?
मैंने जबाब दिया :- अरे चिंता न करो अम्मी, मैं अभी आती हूँ .
थोड़ी देर बाद जब मैं घर पहुंची तो देखा की अम्मी एक अंकल के साथ बैठी हुई है .
मुझे देखते ही बोली :- माँ चुदा के आ रही है तू अपनी, बहन की लौड़ी, फ़िज़ा ?
मैंने जबाब दिया :- माँ कैसे चुदा सकती हूँ मैं ? माँ तो बुर चोदी यहाँ बैठी हुई है . मैं तो पार्लर गयी थी अपनी झांटें बनवाने ? बनाने वाला लड़का थोड़ी देर बाद आया इसलिए मुझे कुछ वख्त लग गया बस ?
तो क्या तेरी झांटे वहाँ लड़के बनाते है ?
मेरी क्या सब लड़कियों की झांटें लड़के बनाते है और नंगे नंगे बनांते है बहन चोद ?
तो क्या तू उसका लण्ड पकड़ कर झांटें बनवाती है ?
और नहीं तो क्या ? मैं क्या सभी लड़कियां लण्ड पकड़ कर झांटें बनवाती है ?
तो तूने मुझे क्यों नहीं बताया अभी तक माँ की लौड़ी ? मैं भी लण्ड पकड़ कर झांटें बनवा लेती
तो अब से जाना शुरू कर दो न अम्मी ?
किस साईज़ के लण्ड होते है उनके ?
सभी तरह के लण्ड होते है, अम्मी . लम्बे, मोटे, गोरे, काले, सीधे, टेढ़े, देशी विदेशी आदि . मुझे तो जो भी लण्ड मिलता है मैं उसे पकड़ लेती हूँ और मजे से बनवा लेती हूँ झांटें ?
तो क्या मन पसंद भी लण्ड मिल जाते है वहाँ ?
हां मिल जाते है . इसके लिए तुम्हे पहले से आर्डर देना पड़ता है ?
हम दोनों की बातें अंकल बड़े ध्यान से सुन रहा था . इतने में अम्मी ने उसकी लुंगी में हाथ डाल कर उसका लौड़ा सहलाने लगी . मैं वहाँ से जाने लगी तो अम्मी ने कहा नहीं फ़िज़ा जाओ नहीं यहाँ मेरे पास आओ . मैं उसके पास चली गयी . अम्मी ने लौड़ा बाहर निकाल लिया और लुंगी खोल कर फेंक दी . अंकल का लौड़ा हम दोनों को देख कर और हमारी बातें सुन कर टन्ना गया . अम्मी मुझे खड़ा लण्ड दिखाते हुए बोली क्या वहाँ इस तरह के भी लण्ड मिलते है ?
मैंने कहा :- हां अम्मी मिलते है . बड़े मोटे मोटे लम्बे तगड़े प्यारे प्यारे लण्ड मिलते है वहाँ ? अच्छा ये बता कि लड़कियां लण्ड पकड़ कर करती क्या है वहाँ ?
मैंने जबाब दिया :- कुछ नहीं जब तक झाटें बनवाती है तब तक लण्ड सहलाती रहती है . उसे हिलाती डुलाती रहती है . चूमा चाटी भी कर लेती है और जब झाटें बन जाती है तो लण्ड का मुठ्ठ मारती है और फिर लण्ड पीकर चली आती है . सारा वीर्य पी जाती है मादर चोद और लण्ड चाट चाट कर बिलकुल साफ़ कर देती है .
अम्मी बोली :- अच्छा फ़िज़ा लो तुम अंकल का लण्ड चूसो मैं ज़रा पड़ोस में होकर आती हूँ .
इस तरह अम्मी मुझे अंकल का लण्ड पकड़ा कर चली गयी .
अम्मी के जाने के बाद मैंने लण्ड बड़े गौर से देखा . घुमा घुमा के देखा . चारों तरफ से देखा . मुझे बड़ा अच्छा लगा लौड़ा ? मैंने पूंछा अंकल आपका नाम क्या है और आप मेरी अम्मी से कब मिले . वह बोला मेरा नाम है आरिफ और मैं तेरी अम्मी से एक ट्रैन में मिला था . उस डिब्बे में हम दोनों ही थे . बात करते करते हम दोनों एक दूसरे के नजदीक आ गये . तेरी अम्मी पहले आगे बढ़ी और मेरे लण्ड पर हाथ मार कर कहा अब तो दिखा दो इस भोषड़ी वाले लण्ड को . यह सुन कर मेरा लण्ड टन टना कर खड़ा हो गया . मैं उससे बात करने में और खुल गया . फिर उसने मेरी पैंट उतार दी और नेकर भी नीचे घसीट दी अब मेरा लण्ड उसकी आँखों के सामने था .मैं उसकी चूंचियों पर टूट पड़ा . वह मेरा लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और मैं मस्त होने लगा . स्टेशन आने वाला था इसलिए उसने लण्ड का मुठ्ठ मार दिया और मेरा झड़ता हुआ लण्ड मस्ती से पिया . मुझे खूब मज़ा आया . जाते जाते उसने मुझे अपना पता दिया और मैं यहाँ आ गया .
मैं अंकल की कहानी उसका लण्ड चूसते चूसते सुन रही थी . तब तक मेरी चूत बहुत गरम हो गयी . मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा था , मेरी चूत बुरी तरह जलने लगी . मैं मन ही मन गाली बकने लगी. कहाँ मर गयी मेरी माँ बहन चोद ? पता नहीं वहाँ किससे चुदाने लगी भोषड़ी वाली मेरी माँ ? बुर चोदी पता नहीं कितना चुदवाती है ? उसका इंतज़ार करते करते मेरी गांड फटी जा रही है . अब मैं और नहीं रुक सकती . तू हरामजादी आ चाहे न आ मैं जा रही हूँ अंकल से चुदवाने ? ऐसा विचार मन में आते ही मैंने अपनी टाँगे फैला दी और लण्ड अपनी बुर में घुसा लिया . मैं गचागच चुदवाने लगी . मेरे चुदवाते ही अम्मी बहन चोद टपक पड़ी . मैंने उसे देखा तो हैरान रह गयी . वह बिलकुल नंगी थी और उसके हाथ में एक लण्ड था .
मैंने पूंछा :- इतनी देर से बिटिया की बुर चुदवा रही थी तू अपनी ?
अम्मी बोली :- बिटिया की बुर तो बहन चोद यहाँ चुद रही है . मैं तो वहाँ से एक मस्त काला लण्ड पी कर आ रही हूँ . और एक लण्ड तेरे लिए लेकर आयी हूँ . अब तो पहले तू अंकल से चुदवा ले तब तक मैं इससे चुदवाती हूँ . दूसरी पारी में तू इससे चुदवाना और मैं तेरे अंकल से चुदवाऊंगी क्योंकि मैं उस दिन ट्रैन में चुदवा नहीं पायी थी . केवल लण्ड सड़का ही मार पायी थी .
ऐसा कह कर अम्मी भी अपना भोषडा खोला और भकाभक चुदाने लगी . मैं अपनी माँ को चुदवाते हुए देख रही थी और वह मुझे चुदवाते हुए देख रही थी . अम्मी ने ही मुझे जवानी का मज़ा लेना सिखाया . अगर अम्मी ने मुझे पहला लण्ड मेरे हाथ में न रख कर न पकड़ाया होता तो आज मैं जवानी का इतना मज़ा न ले पाती ? मैं अपनी माँ की शुक्रगुज़ार हूँ जिसने मुझे लण्ड पकड़ना, लण्ड हिलाना, लण्ड चाटना चूसना और लण्ड पीना सब सिखाया . आखिर में सिखाया कि कैसे चुदवाई जाती है बुर और कैसे मराई जाती है गांड ? आज मैं चुदाने में अव्वल हूँ तो अपनी मम्मी की वज़ह से ?Hindi Sex Kahani , indian sex stories ,desi kahani ,antarvasna hindi ,Hindi Sex Stories, Desi Indian Sex Stories, हिन्दी सेक्सी कहानीयां , Desi Chudai Kahani, Indian Sex Stories , रिश्तों में चुदाई , पहली बार चुदाई , स्कूल व कॉलेज में चुदाई , सामूहिक चुदाई , भाई बहन चुदाई , काल्पनिक चुदाई
एक दिन मैं जब कॉलेज से आयी तो देखा कि अम्मी किसी से बातें कर रही है . अम्मी के मुंह से गालियां दनादन निकल रही थी . कभी गुस्से में कभी मजाक में . फिर बोली हाय मेरी जान अगर तुझे अपनी बेटी चुदवानी है तो उसे मेरी बेटी के पास भेज दो . मेरी बेटी उसे बुर चुदाने में पूरी तरह ट्रैन्ड कर देगी . मुझे अपनी बेटी पर नाज़ है कि वह अब चूत चुदाने में एक्सपर्ट हो गयी है . लण्ड कितना ही बड़ा क्यों न हो मेरी बेटी उसे अपनी चूत में डाल कर भून डालती है और भूनने के बाद ही निकालती है अपनी बुर से लण्ड ? वह तो अब नीग्रो लण्ड, अरबी लण्ड, अफ्रीकन लण्ड अमेरिकन लण्ड आदि से आसानी से चुदवा लेती है . लण्ड चूसने में तो उसका कोई जबाब नहीं ? तुमको अपनी बेटी चुदवानी है तो उसे मेरी बेटी के पास भेज दो . वह कुछ बड़े और तगड़े लण्ड वाले मर्दों से चुदवा देगी तेरी बेटी की बुर ? मैं अपनी तारीफ सुनकर फूली नहीं समाँ रही थी .
अचानक डोर बेल बजी तो मैंने दरवाजा खोला . मेरे सामने खड़ी थीं एक खूबसूरत आंटी और उसके साथ एक खूबसूरत लड़की . वह बोली मैडम आसमा ( मेरी माँ का नाम )घर पर है ? मैं उनसे मिलना चाहती हूँ . मैं थोडा समझ तो गयी . मैंने उन्हें कमरे में बैठाया और अम्मी को आवाज़ लगाई . अम्मी आ गयी . वह बोली :- अरे वाह आ गयी तुम मिसेज वहीदा और ये तेरी बेटी है न वहीदा ?
आंटी बोली :- हां यही है मेरी हरामजादी बेटी मिस सायना . इसे चुदाने का बड़ा शौक है . और इसे अपनी माँ चुदाने का भी बड़ा शौक है . लेकिन आजतक कोई मस्त चोदने वाला लौड़ा नहीं मिला इसे ? इसके लिए कुछ करो न यार आसमा ? मैं चाहती हूँ कि मेरी बेटी २/३ लण्ड से एक साथ चुदवाये ?
अम्मी बोली :- अरे फ़िज़ा ज़रा मेरे पास आ ? मैं अम्मी के पास जाकर बैठ गयी तो अम्मी बोली देखो वहीदा यही है मेरी चुदक्कड़ बेटी फ़िज़ा ? इसे तो चुदाने का जबर्दस्त शौक है . कोई ऐसा लण्ड नहीं है जिससे इसने चुदवाया न हो ? सभी तरह के लण्ड अपनी चूत में पेल चुकी है मेरी बेटी ? और मेरे भोषडा में भी पेला है इसने सारे लण्ड ? मेरी बेटी जवानी का पूरा मज़ा ले रही है . तुम अपनी बेटी को मेरी बेटी के पास भेज दो बस ?
आंटी बोली :- यही तो मैं भी चाहती हूँ . मेरी बेटी भी जवानी का पूरा मज़ा ले ?
तब तक उसकी बेटी सायना बोली :- और मैं चाहती हूँ आंटी कि मैं भी सारे लण्ड अपनी माँ के भोषडा में भी पेलूँ . मुझे अपनी माँ चुदाना बड़ा अच्छा लगता है .
मैंने कहा :- अब तू चिंता न कर मैं तेरी बुर भी चुदवाऊंगी और तेरी माँ का भोषडा भी ?
दूसरे दिन सायना मेरे पास आ गयी .मैं शाम को उसे लेकर एक क्लब में चली गयी . क्लब में घुसते ही उसने जो नज़ारा देखा तो वह बड़ी हैरान हो गयी . उसने कहा यार इतना मस्त नज़ारा तो मैं ख्याब में भी नहीं सोंच सकती ? उसने देखा कि वहाँ कई लोग लड़के लड़कियां मर्द औरतें सब के सब नंगे नंगी घूम रही है . सबके चेहरे खिले हुए है . सब मस्ती से शराब पी रही है . कोई लण्ड पी रही है . कोई लण्ड हिला रही है . कोई लण्ड का चुम्मा ले रही है .कोई लण्ड चाट रही है कोई चुदवा रही है . कोई गांड मरवा रही है .कोई चूंची के बीच लण्ड पेल रही है . कोई लण्ड सहला रही है कोई मुठ्ठ मार रही है कोई लण्ड पर बैठी हुई है . कोई किसी मर्द की गोद में बैठी है कोई चूंची नुचवा रही है . लण्ड भी बहन चोद कई तरह के दिख रहे है . लम्बे लण्ड, चौड़े लण्ड, मोटे लण्ड, गोरे काले भूरे लण्ड, सीधे लण्ड, टेढ़े लण्ड, कटे लण्ड, देशी और विदेशी लण्ड ? सायना की चूत तो एकदम से गरमा उठी . आग निकलने लगी उसकी बुर से . ललचा गयी वह इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड देख कर ?
मैं और सायना दोनों एक सोफे पर बैठ गयी . बस २ मिनट में दो काले नंगे मर्द हमारे सामने आ गये . उन दोनों के लण्ड टन टना रहे थे . इधर हम दोनों भी नंगी थी . एक मेरे बगल में बैठ गया और दूसरा सायना के बगल में . वे हमारी चूंचियाँ सहलाने लगे और हमारे हाथ उनके लण्ड पर चले गये . जैसे ही सायना ने लण्ड पकड़ा तो वह टन्ना कर और बड़ा हो गया .
वह बोली :- हाय अल्ला, ये तो बहन चोद १०” का होगा लण्ड ? मैंने तो पहले कभी इतना बड़ा लण्ड देखा ही नहीं . बल्कि मैं तो हैरान हूँ क्या लण्ड इतने बड़े बड़े भी होते है फ़िज़ा ?
मैंने कहा :- अरी मेरी माँ की लौड़ी तो देखती जा बस लण्ड तो इससे भी बड़े होते है .
वह बोली :- यार इतना बड़ा लण्ड अगर मेरी माँ के भोषडा में घुसे तो कितना मज़ा आये ? यहाँ अगर मेरी माँ आयी होंती तो मुझे अपनी माँ चुदाने में बड़ा मज़ा आता ?
मैंने कहा :- अरे आज तू मादर चोद खूब जम के चुदवा ले . मैं किसी दिन तेरी माँ इन लोगों से जरुर चुदवाऊंगी . मुझे तेरी माँ के भोषडा का ख्याल है .
बस सायना लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी . इधर मैं भी लण्ड से खेलने लगी . इतने में पीछे से किसी ने सायना के कंधे पर एक लण्ड रख दिया . उसने मुंह घुमाया तो लण्ड का सुपाड़ा उसके मुंह के सामने आ गया . वह एक गोरा लण्ड था . सायना अब दो दो लण्ड एक साथ चूसने लगी . इधर मेरे सामने भी एक गोरा लण्ड दौड़ कर आया और मेरे मुंह में घुस गया . हम दोनों दो दो लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी . सायना बड़ी देर तक रुक नहीं पायी और लण्ड अपनी चूत में पेल लिया . लण्ड घुसते ही वह चिल्ला पड़ी उई माँ फाड़ डाला इसने मेरी चूत ? बड़ा मोटा है इसका मादर चोद लण्ड ? इतना लम्बा है कि मेरे मुंह से निकल आएगा लण्ड ? हाय रे मैं तो इससे गांड नहीं मरवाऊंगी .मेरी गांड तो लण्ड देख कर पहले ही फट चुकी है . मेरी चूत में आज पहली बार इतना बड़ा लौड़ा घुसा है . मैंने कभी इतने बड़े लण्ड नहीं चुदवाया . ये तो मेरी माँ के भोषडा के काबिल है लण्ड . मुझे तो लगता है कि उसका भी भोषडा फट जायेगा पर मेरी माँ बुर चोदी बड़ा मज़ा करेगी . इधर मैंने मजे से चुदाना शुरू कर दिया क्योंकि मैं तो जब कब यहाँ आकर चुदवाती रहती हूँ . सायना ने फिर गोरे लण्ड से चुदाया . उसके बाद हम दोनों ने लण्ड आपस में बदल लिया . अदला बदली के बाद मज़ा और आने लगा . मैंने अपना मुंह सायना की गांड की तरफ रखा और सायना ने मेरी गांड की तरफ . एक लण्ड मेरी बुर में दूसरा मेरे मुंह में . यही हाल सायना का भी था . भकर भकर धच्च धच्च फच्च फच्च गच्च गच्च छप्प छप्प कि आवाजें हम की चूत से निकल रही थी . चारों तरफ से लोग हमारी चुदाई देख भी रहे थे . मुझे तो सबके सामने चुदाने में खोब मज़ा आ रहा था . सायना बोली हां यार आज सबके साथ मिलकर चुदाने में खूब मज़ा आर है .
इस तरह हम दोनों ने रात भर चुदवाया . फिर दिन में भी चुदवाया और शाम को घूमते फिरते घर पहुंची . मेरे साथ सायना भी थी . हम दोनों अम्मी के कमरे में घुस गयी . हमने देखा की मेरी अम्मी और सायना की अम्मी दोनों आमने सामने लेटी हुई चुदवा रही है .
सायना जोर से बोल पड़ी :- अरी फ़िज़ा यहाँ तो मेरी माँ का भोषडा चुद रहा है यार ? और चोदने वाले वही है भोषड़ी के जो मुझे कल क्लब में सबसे पहले चोदने आये थे ? यार मुझे तो मज़ा आ गया . चलो वहाँ नहीं तो अपनी माँ चुदवा लेती हूँ . वह फिर बोली अम्मी तुम्हे मज़ा आ रहा है न . इन्ही दोनों ने कल मुझे पहले चोदा था . इनके लण्ड बहन चोद बड़े तगड़े है अम्मी ?
उसकी अम्मी बोली :- तभी तो साले मेरे भोषडा में गोता लगा रहे है ? और उधर देख फ़िज़ा की अम्मी भी चुदा रही है . दो लण्ड एक साथ घुस कर उसका भोषडा चोद रहे है .
सायना बोली :- यार फ़िज़ा ये मादर चोद चारों लण्ड यहाँ कैसे आ गये ?
मैंने जबाब दिया :- यार मैंने कल ही चुदाने के बाद अपनी माँ के लिए और तेरी माँ के लिए इन्हे बुक कर लिया था . ये चारों सवेरे ही आ गए थे और तब से ये दोनों हरामजादी चुदवाये चली जा रही है .
मेरी अम्मी बोली :- अरे मेरी भोषड़ी की फ़िज़ा तूने इतने बढ़िया लण्ड हमारे पास भेजा है की इन्हे अपनी बुर से निकालने का मन ही करता है . अब तुम दोनों बैठ कर अपने सामने चुदाओ अपनी अपनी माँ ?
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