चूत चोदू बॉस की चुदक्कड़ कुतिया

चूत चोदू बॉस की चुदक्कड़ कुतिया

मेरे चाहने वाले चूत चोदू चुदक्कड़ दोस्तों को मेरा प्यार!
आप लोगों ने मेरी कहानी ‘चूत के दम पर नौकरी’ को बहुत सराहा और खूब सारी फोटो भेजीं.. जिसके लिए मैं आपका शुक्रिया करती हूँ और आशा करती हूँ कि यूँ ही सदा आपका लंड खड़ा रहे और खिलखिलाता रहे।

खैर, आप यहाँ मेरी चूत की चुदाई की एक और दास्तान पढ़ने आए हैं और मुझे आशा है जितना मज़ा मुझे चुदने में आया.. उतना ही मज़ा मैं आपको इस कहानी से व्यक्त कर पाऊँ..

शुक्रवार को मैंने नौकरी ज्वाइन की और ज्वाइन करने के बाद तो बॉस मुझे ऐसे घूरते थे.. जैसे अभी चोद देंगे।
धीरे-धीरे बॉस और हम घुलने मिलने लगे और बॉस और भी ज्यादा आकर्षित होने लगे। धीरे-धीरे स्नैपचैट और व्हाट्सएप पर चुदाई की बातें होने लगीं। फिर बॉस कभी ऑफिस में मेरी गाण्ड दबा देते.. कभी मेरे दूधों को अपनी कोहनी से मसल देते.. मैं भी गनगना उठती।

मैं भी अपना काम निकालने के लिए उनका थोड़ा बहुत इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करने लगी। जैसी कि कभी कंधों को उनसे रगड़ देती.. या कभी जल्दी जाना होता तो बस मम्मों की झलक दिखा देती.. तो बहुत हो जाता था।
बीच-बीच में भी उनको मज़ा देती रहती.. कभी उनका कन्धा दबा देती कभी जांघें सहला देती और कभी-कभी उनके लंड पर हाथ फेर देती.. इसी बहाने उनका भी दिल लगा रहता था।

अब तो बॉस मुझे दुबारा चोदने का मौका ढूंढ रहे थे और इसी फ़िराक में एक दिन उन्होंने मुझे कुछ टॉप्स और लेग्गिग्ंस भी गिफ्ट किए।

एक दिन सुबह मुझे बॉस का फ़ोन आया- आज मेरी तबियत कुछ ठीक नहीं.. इसलिए मैं ऑफिस नहीं आ पाउँगा तुम फाइल लेकर घर आ जाना.. मेरा ड्राइवर तुम्हें घर से पिक कर लेगा।
मैं समझ गई कि आज बॉस का लंड नहीं मानने वाला है।

बॉस की गाड़ी आई और मुझे घर लेकर आ गई। बॉस मेरा इंतज़ार कर रहे थे।
बॉस ने अपना लैपटॉप ऑन किया और हम लोग काम करने लगे.. पर आज काम में बॉस का कुछ ज्यादा ही मन लग रहा था और मुझे भी मजा आ रहा था।

मैं बॉस के बगल में बैठी थी कि अचानक पानी का गिलास मेरे ऊपर गिर गया और मेरी जीन्स गीली हो गई, मैं तुरंत खड़ी हो गई।
बॉस ने तुरंत अलमारी खोली और कहा- तुम कपड़े चेंज कर लो.. साइड में कुछ कपड़े पड़े हैं जो मेरी बीवी को फिट नहीं आते.. तुम देख लो अगर तुम फिट आ जाने हैं तो..

मैंने अलमारी खोली तो देखा नाईट ड्रेस थी.. बहुत पतले कपड़े वाली।
मैंने कहा- ये तो नाईट गाउन है।
तो बॉस बोले- तो पहन लो.. तब तक मैं भी काम खत्म कर लेता हूँ।

मैं इशारा समझ गई इसलिए फटाक से बोली- बॉस, आपका प्लान क्या है?
बॉस बोले- बहुत दिन हो गए.. मुझे तुम्हारा रसपान करना है.. तुम्हारी सेवा करना चाहता हूँ।

फिर तो मैं भी महारानी के तेवर में आ गई और बोली- ठीक है फिर आज आप ही सेवा कर लो। चलो अन्दर और मेरी जीन्स निकालने में मदद करो और ये नाईट ड्रेस पहना दो।
बॉस बोले- फिर अन्दर क्यों जाना.. तुम यहाँ लेटो.. मैं करता हूँ।

मैं जाकर बिस्तर पर लेट गई। बॉस ने मेरी जीन्स का बटन खोला और धीरे-धीरे नीचे खिसकाने लगे और साथ ही साथ मेरी चूत को चाटते हुए नीचे चले गए।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

फिर तो बॉस मेरी चूत चाटने लगे। आज तो वे ऐसे चूत चाट रहे थे जैसे सदियों के प्यासे हों..
मैंने भी उनके बालों को पकड़ नीचे दबा दिया और अपने टाँगों को फैला दिया.. वैसे भी मुझे भी चुदाई का लुत्फ़ लिए काफी समय बीत गया था।

जब बॉस का चूत चाटने से मन भर गया तो उन्होंने मुझे पलट दिया और मेरी गाण्ड चाटने लगे। दोनों हाथों से मेरी चूतड़ों को चीर दिया और अन्दर मेरी गाण्ड का छेद चाटने लगे.. मुझे भी अच्छा लग रहा था।

जब तक बॉस का पेट भरा तब तक मेरी भूख जाग गई। मैंने बॉस को लेटाया और उनके पैंट को बाहर निकाल दिया।
अब उनका लंड मेरी आँखों के सामने था। मैंने बिना समय गंवाए तने हुए लंड को अपने हाथों की हथकड़ियों में जकड़ लिया और फिर अपने मुँह की गहराई में दबा लिया और उसकी मालिश करने लगी।

मैंने लंड को और उसके दोनों तरफ सजे हुए गोटों को घुमा-घुमा कर खूब चूसा और अब मिलन का समय आ गया था इसलिए मैंने अपनी टी-शर्ट और ब्रा उतार दी और बॉस को भी नंगा कर दिया और उनके लौड़े के ऊपर आकर बैठ गई।

मैंने लंड को अपनी चूत से सटाया और फिर अन्दर घुसवा लिया। उनका मस्त लवड़ा अपनी चूत में घुसवा कर.. मैं कूदने लगी और चुदाई का मज़ा लेने लगी।

थोड़ी देर तक तो हमने खूब ज़ोरों से चुदाई का आनन्द लिया और फिर बॉस के होंठों से अपने होंठों को मिला कर धीरे-धीरे लंड पर अपनी चूत सरकाने लगी।
बॉस ने उसी पोजीशन में मुझे बगल में सरका दिया और अब मैं नीचे और बॉस ऊपर थे और लौड़ा भी चूत में था।

अब बॉस ने अपनी गाण्ड उछालना शुरू की और मेरी चूत में अपने लंड से अठखेलियाँ करने लगे, मैंने भी अपनी टाँगें फैला दीं और चुदाई का आनन्द लेने लगी, साथ ही मैं बॉस के बदन पर हाथ फेरने लगी और सहलाने लगी।

बॉस भी मेरे मम्मों को चूस-चूस कर चुदाई का लुत्फ़ ले रहे थे। थोड़ी देर बाद बॉस की जवानी ने फिर उछाल मारा और अब अब बॉस ने मेरी टांगों को अपने हाथों से पीछे दबा दिया.. मेरी चूत और गाण्ड ऊपर उठ गई।
अब बॉस फिर से लंड को फर्राटेदार तरीके से मेरी चूत को दुबारा चोदने लगे।

बॉस ने मुझे उसी पोजीशन में उठा लिया और खड़े होकर मुझे अपनी गोद में लेकर चोदने लगे। मैंने भी अपने दोनों पैरों से बॉस की कमर को जकड़ लिया क्योंकि मुझे डर था कहीं बॉस मुझे गिरा ना दें। पर बॉस ने कुछ ही मिनटों के बाद मुझे बिस्तर पर लिटा दिया.. क्योंकि अब बॉस झड़ गए थे और उन्होंने अपने लंड का वीर्य मेरी चूत के ऊपर निपटा दिया।

वे मेरे बगल में लेट गए, मैं उठी और बॉस के लंड को चाट कर साफ़ किया।
फिर बॉस ने कहा- अब तो नाईट ड्रेस पहन लो जानेमन।

मैंने उठ कर जीन्स सूखने के लिए डाल दी और नाईट ड्रेस पहन कर बॉस के पास लेट गई।

एक बज गया था और लंच का टाइम हो रहा था।

आज की कहानी में बस इतना ही.. अगले भाग में मैं आपको बताउंगी कि किस तरह बॉस मेरी गाण्ड के पीछे पड़े और किस तरह बॉस ने मेरी बजाई और मैंने बॉस का फायदा उठाया।

आपको मेरी चूत चुदाई की कहानी कैसी लगी.. मुझे मेरी ईमेल [email protected] पर लिख कर जरूर बताइएगा और अगर आपको कहानी पसंद आई तो अपनी लंड से फोटो जरूर भेजिएगा और अन्तर्वासना पर कहानी को रेट करना और कमेंट करना मत भूलिएगा।

आशा करती हूँ आपका और हमारा रिश्ता यूँ ही बरक़रार रहेगा।

आपकी चुदकड़ जूही परमार

#चत #चद #बस #क #चदककड़ #कतय